बुधवार, 25 मार्च 2020

21 दिन का महाभारतः प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी के लोगों से बातचीत की। इस दौरान कहा कि आज काबुल में गुरुद्वारे में हुए आतंकी हमले से मन काफी दुखी है।


मैं इस हमले में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही पीएम मोदी,'महाराभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था। अब कोरोना से 21 दिन में जीत की कोशिश है।'
इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषित कर दिया, जोकि मंगलवार आधी रात से लागू हो गया। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस है और वह दूसरी बार इसी क्षेत्र से जीतकर संसद पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री ने बीते दिन कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के केंद्रीय आवंटन का भी ऐलान किया। बीमारी के फैलने के डर से कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पहले ही 31 मार्च तक बंद की घोषणा कर रेल, सड़क और हवाई यातायात को स्थगित कर दिया था। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं को देशभर में पहुंचाने के लिए माल की ढुलाई जारी रहेगी। दो राज्यों-पंजाब और महाराष्ट्र तथा एक केंद्रशासित प्रदेश-पुडुचेरी पहले ही अपने यहां कर्फ्यू लगा चुके हैं। 


गुरुद्वारे में आतंकी हमला, 8 की मौत

काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित गुरुद्वारे में बुधवार को आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इसमें 27 श्रद्धालु मारे गए, वहीं 8 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले में शामिल चार आतंकवादियों को अफगान सुरक्षा बल ने मार गिराया है।


काबुल के शोर बाजार स्थित गुरुद्वारे में हुए इस आतंकी हमले पर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने क्षोभ व्यक्त करते हुए दिवंगतों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। विदेश मंत्रालय ने ऐसी घड़ी में अफगानिस्तान के हिन्दू और सिख समुदाय के प्रभावितों को तमाम जरूरी सहायता मुहैया कराने की बात कही है।
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ऐसे समय में जब कोरोना महामारी का रूप ले रही है, ऐसे समय में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थान पर कायराना हमला करना घटना को अंजाम देने वालों और उसका साथ देने वालों की शैतानी मानसिकता को प्रदर्शित करता है।


   


 


वायरस से निपटने की 'रचना' तैयार

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के अब तक कुल 38 संक्रमित पेशेंट है। 38 में से 11 लोग सही हो गए, अपने घर जा चुके हैं। बाकी 27 लोगों का इलाज चल रहा है, वह स्टेबल है। आज और कल तीन चार मरीजों का ठीक होने का समय पूरा होने वाला है। उनका टेस्ट होगा और उनके टेस्ट में वह नेगेटिव पाए जाते हैं, तो उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। आइसोलेशन बेड बढ़ाकर 10000 से 15000 बनाए जाएंगे अब तक 6000 तैयार किए जा चुके हैं। इसी प्रकार करेंटीएल करने के लिए 6000 प्रति बनाए गए हैं। 


पवन श्रीवास्तव


विवाद ग्रस्त डीएम-एसडीएम को हटाया

भोपाल। मध्‍य प्रदेश के नए मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कुछ अहम फैसले किए। उन्‍होंने निगम आयोग के सभी राजनैतिक मनोनयन निरस्त कर दिए हैं। इसके अलावा राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा को हटा दिया गया है। दरअसल दोनों अफसर उस वक्त चर्चा में आए थे, जब सीएए के समर्थन में भाजपा की तिरंगा यात्रा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी। इन दोनों अफसरों के मारपीट करते हुए वीडियो भी वायरल हुए थे। उसी भीड़ के दौरान एसडीएम प्रिया वर्मा के साथ कार्यकर्ताओं ने बाल खींच दिए थे।


इस मामले में पहले दो तरह की रिपोर्ट में कलेक्टर की क्लीन चिट मिल गई थी. पहली रिपोर्ट तत्कालीन डीजीपी वीके सिंह ने गृह विभाग को भेजी थी। इसमें राजगढ़ एसडीओपी से जांच कराई गई थी. जांच में कलेक्टर पर एएसआई को थप्पड़ मारने के आरोप सही पाए गए. जबकि दूसरी जांच राजगढ़ एडीएम ने की थी इसमें थप्पड़ का जिक्र ही नहीं किया गया था।


वहीँ रीवा नगर निगम कमिश्नर सभाजीत यादव को भी ह‍टा दिया गया है। निधि वही अधिकारी हैं जिन्‍होंने जनवरी में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेता को थप्‍पड़ मारा था। प्रिया वर्मा की प्रदर्शनकारियों से झड़प हुई थी। विवाद के बाद, शिवराज ने दोनों अधिकारियों पर सरकार के समर्थन में काम करने का आरोप लगाया था। अब सरकार बनने पर शिवराज ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की है।


भोजन एवं दूध उपलब्ध कराए सरकार

लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर यूपी सरकार से अपील किया की अक्षय पात्र फाउंडेशन से भोजन उपलब्ध कराएं साथ ही अमूल,पराग से दुग्ध उत्पाद उपलब्ध कराएं।पूर्व मुख्घ्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना के ख़तरे को भाँपकर जिस प्रकार जनता घर से न निकल कर सहयोग कर रही है, वो सराहनीय है। अब सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वो आवश्यक वस्तुओं ‘दूध, अनाज, सब्ज़ियों व मरीजों के लिए फल व दवा’ के बेतहाशा बढ़ते मूल्यों पर लोहिया जी की ‘दाम बांधो’ नीति लागू करके अफ़रातफ़री मचने से रोके।


पवन श्रीवास्तव


विचित्र अंतर्द्वंद 'संपादकीय'

     देश में पत्रकारिता से जुड़ा हुआ एक बड़ा वर्ग सूचनाओं का साझाकरण करने का कार्य करता रहा है। समाचार पत्रों, न्यूज़ चैनल्स, पोर्टल एवं सोशल ऐप के जरिए सूचना प्रसारण-प्रकाशन करना ज्यादा सरल और सुगम बन गया है। कुछेक पत्रकारों ने निजी स्वार्थ में समाचारों का भावार्थ बदलने का कार्य किया है। कुछेक गलती से इस प्रोफेशनल से जुड़ गए हैं जो अपनी आजीविका चलाने के माध्यम से किसी नेता अथवा अधिकारी की चाटुकारिता को ही पत्रकारिता समझ बैठे। इससे पत्रकारिता की परिभाषा बदलने की पुरजोर कोशिश तो की गई। लेकिन पत्रकारिता स्थिर और अमित बनी रही। जो लोग छूट भैया नेताओं के लिए पत्रकारिता के बोझ तले दबे मरे जाते हैं। उन्हें आज उत्पन्न हालात ने एक ऐसा मौका दिया है। जिससे उन्हें अपने किए पर पश्चाताप करने का अवसर तो मिला ही है। साथ-साथ संकट के समय में देश के प्रति समर्पित भावना से अपने कर्तव्य को करने का अवसर भी मिला है। देश के प्रत्येक नागरिक की अहमियत को समझना, उनका मार्गदर्शन करना,  और विषम-विपरीत स्थिति में वास्तविकता से रूबरू कराने का अवसर मिला है। समर्पण भाव से जो भी इस कार्य को कर पाएगा। वह पारितोषिक का हकदार होगा। आज देश को स्पष्ट और सटीक सूचनाओं की आवश्यकता है। कोरोना वायरस(कोविड-19) एक वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है। जिस पर विजय पाने की योजनाओं पर हम आगे बढ़ चले हैं। "राष्ट्र हित" में अपना योगदान करने का महत्वपूर्ण समय हमारे सामने हैं। प्रधानमंत्री के द्वारा 21 दिन तक चलने वाला "लॉक डाउन" सभी के लिए नए अनुभव कराने का कार्य करेगा। ज्ञात-अज्ञात अनुभव के लिए कमर कसने का उचित समय है। अपने-अपने कार्यक्षेत्र अथवा सीमा-दायरों में घटने वाली अप्रिय घटनाओं, मार्मिकता, उद्दंडता और अनदेखी का प्रसारण-प्रकाशन जनता के लिए अति आवश्यक है। जनता को वास्तविक स्थिति का अवलोकन कराना ही हमारा दायित्व है। भूखमरी-तंगहाली आदि से पीड़ित लोगों की आवाज बन कर,सह्रदय से राष्ट्र को समर्पित पत्रकारिता के प्रति निश्चय कर, निष्ठा से काम करें करने का समय है।


राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'


 


गांव में रहिये चाहे, शहर में रहिये,
इंडिया 'लॉक डाउन' हैं,घर में रहीये।


जाना नहीं है, ऑनलाइन दफ्तर में रहिए। 
इंडिया 'लॉक डाउन' हैं, घर में रहिये। 


दिल्ली, मुंबई या अलवर में रहिये, 
इंडिया 'लॉक डाउन' हैं, घर में रहिए।


क्या चाहिए, अपनों की नजर में रहिए।


बाहर खडा है रावण, लक्ष्मण रेखा के अंदर रहिए।


इंडिया 'लॉकडाउन' हैं, घर में रहिए।


'सिराज' मोहम्मद सिराज


प्रतिदिन नियमित रूप से खुलेगी दुकाने

प्रशासन के आदेश पर परचून फल दूध सभी जरूरी चीजों की दुकान खुलने का समय नियमित रूप से बांधा गया


गाजियाबाद। खाने पीने से संबंधित जरूरी दुकान है। सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक वह शाम को 5:00 बजे से 7:00 बजे तक ही खुलेंगे। लोनी तहसील मे कार्यरत उपजिलाधिकारी खालिद अंजुम खान के द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं।


कोरोना वायरस को लेकर जहां प्रशासन ने सभी मंदिर, मस्जिदों को जनता के बचाव के लिए बंद कर दिया है। वहीं लोनी प्रशासन आज भी पूरी तरह से जनता के लिए अलर्ट पर है। उपजिलाधिकारी लोनी ने बताया कि किसी भी तरह की पशुओं व व्यक्तियों को खाने-पीने की कमी बाजार में नहीं होने दी जाएगी। जनता संयम बरतें और कम से कम लोग बाजार में निकले कर्फयू की स्थिति ना पैदा होने दे।


सचिन विशौरिया


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...