सोमवार, 9 मार्च 2020

होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

भौर हुई 'सूरज' उग आया, 
लालू ने खूब रंग जमाया।
'हरे-पीले' रंगों में नहाया,
'गली-कूचो' में मच गया शोर....
उसने उसकी चुटिया खींची,
चटनी के रंगों ने रेखा खिचीं।
पानी के गुब्बारे ले आया 'लडडू',
इन्हीं संस्कारों से रचा 'जग-संसार'।


आपको, आपके परिवार को 'यूनिवर्सल एक्सप्रेस' के परिवार की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं।


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


वाराणसी में निर्भया के दोषियों को फांसी

वाराणसी। कार्यक्रम में कलाकारों ने निर्भया केस में हो रही देरी के कारण पीड़िता की माँ के दर्द को बयान किया और लोगों के सामने नाट्य के जरिए निर्भया के चारों गुनहगारों को फांसी की सजा सुनाई। इसके साथ ही महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और दुर्व्यहवहार का कड़ा विरोध किया। यह रंगमंच अष्टभुजा मिश्रा द्वारा रची गई थी।
यही नहीं इस नाट्य में बूंदीपरकोटा घाट पर निर्भया के गुनहगारों को फांसी की सजा सुनाई और हैंग टिल डेथ के आदेश पर निर्भया कि माँ द्वारा सभी गुनहगारों को फांसी दिलाई। साथ ही लोगों ने कहा कि हर किसी को मां, बेटियों और देश की हर नारी का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उन सब के आशीर्वाद से ही हम है।


50 से 100 रूपये में भरें जाएंगे सिलेंडर

नई दिल्ली। एलपीजी सिलेंडरों की बढ़ती कीमत से राहत देने के लिए सरकार अब ग्राहकों को लोन देने पर भी विचार कर रही है। इस पॉलिसी के तहत उज्ज्वला योजना के ग्राहकों को सिर्फ 50 से 100 रुपये में सिलेंडर भरवाने की सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा बाकी रकम तेल कंपनियां सब्सिडी के आने पर लेंगी। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों की ओर से दोबारा सिलेंडर लेने में रुचि नहीं दिखाई जा रही थी। कहा जा रहा था कि मौके पर सिलेंडर खरीदने के लिए ज्यादा रकम देनी पड़ती है, जिसकी कमी के चलते लोग सिलेंडर ही नहीं ले रहे। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ही सरकार ने यह योजना बनाई है। हालांकि यह अभी शुरुआती स्तर पर ही है।


दरअसल सरकार घर-घर सिलेंडर पहुंचाने के लिए मोबाइल लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस स्कीम ला रही है। बिजनस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक इस स्कीम के साथ ही उज्ज्वला के लाभार्थियों के लिए लोन की सुविधा भी शुरू की जाएगी। अभी इस स्कीम के बारे में पूरी डिटेल नहीं मिल सकी है, लेकिन पेट्रोलियम मंत्रालय इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। बता दें कि पिछले दिनों भारतीय स्टेट बैंक की ओर से की गई एक रिसर्च में यह बात सामने आई थी कि करीब 25 पर्सेंट लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर ही नहीं लिया। एसबीआई की ईकोरैप रिपोर्ट के मुताबिक एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते ऐसा हो रहा है।उत्तराखंड में उज्ज्वला स्कीम के 99 फीसदी लाभार्थियों ने नहीं लिया दूसरा सिलेंडर
LPG सिलेंडरों की कीमत में 144 रुपये का बड़ा इजाफा, 7 महीने में 221 रुपये महंगी हुई बिना सब्सिडी वाली घरेलू गैस इस रिपोर्ट में सुझाव दिया गया था कि उज्ज्वला के लाभार्थियों सिलेंडरों के इस्तेमाल के लिए साल में कम से कम 4 सिलेंडर मुफ्त में दिए जाने चाहिए। हालांकि सूत्रों का कहना है कि मुफ्त सिलेंडरों की बजाय लोन की स्कीम को तेल एवं पेट्रोलियम गैस मंत्रालय ज्यादा मुफीद मान रहा है। इससे सरकार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा और मौके पर ज्यादा रकम चुकाने के दबाव से भी ग्राहक मुक्त हो सकेंगे।25 पर्सेंट लाभार्थियों ने दूसरा सिलेंडर नहीं लिया: दिल्ली के रेट की ही बात करें तो बीते 6 महीने में गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमत 284 रुपये बढ़कर 859 हो गई है, जो पहले 575 रुपये थी। दिसंबर, 2018 तक उज्ज्वला स्कीम से जुड़े 5.92 करोड़ लाभार्थियों के डेटा के मुताबिक करीब 25 पर्सेंट ऐसे लोग रहे हैं, जिन्होंने दोबारा सिलेंडर नहीं भरवाया। इसके अलावा 18 पर्सेंट के करीब लोग ऐसे हैं, जिन्होंने दूसरा सिलेंडर लिया। 11.7 फीसदी ऐसे हैं, जिन्होंने तीसरा सिलेंडर भी लिया।


सोने और चांदी का बड़ा दाम

नई दिल्ली। शुक्रवार को सोने और चांदी की कीमत में बढ़त देखने को मिली है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, सोने में आज 773 रुपये की बढ़त आई है। इस बढ़त से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने का दाम 45,343 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया है।


कोरोना वायरस के डर के चलते सोने की कीमत में इजाफा हुआ है। इतनी महंगी हुई चांदी
चांदी की बात करें, तो शुक्रवार को चांदी की कीमत में भी बढ़त दर्ज की गई है। चांदी में 192 रुपये की बढ़त आई है। इस बढ़त से चांदी का दाम 48,180 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। इसलिए महंगा हुआ सोना
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक ( कमोडिटी ) तपन पटेल ने कहा कि दिल्ली में 24 कैरेट सोना 773 रुपये महंगा हुआ है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव देखा गया। रुपया 23 पैसे की गिरावट पर कारोबार कर रहा था। कोरोनावायरस की वजह से अर्थव्यवस्था में गिरावट आ रही है। इस वजह से भी सोना महंगा हुआ है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 1,400 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखी गई थी। वैश्विक बाजार में इतना रहा दाम
वैश्विक बाजार की बात करें, तो सोना 1,678 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 17.34 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रही थी। पिछले कारोबारी सत्र के दौरान इतना था दाम
इससे पहले गुरुवार को सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखने को मिली थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, कल सोने में 157 रुपये की गिरावट आई थी। इस गिरावट से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोने का दाम 44,250 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया था। सोने की मांग में स्थिरता के कारण सोना सस्ता हुआ था। चांदी की बात करें, तो कल चांदी की कीमत में भी गिरावट दर्ज की गई थी। चांदी में 99 रुपये की गिरावट आई थी और यह 47,517 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया था। दिल्ली में 24 कैरेट सोना 157 रुपये सस्ता हुआ था। वैश्विक बाजार की बात करें, तो सोना 1,640 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी 17.17 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रही थी।


कोरोना संक्रमित कुल 43 मामलों की पुष्टि

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 43 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें केरल के वे तीन लोग भी शामिल हैं जिन्हें उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार बाकी 40 मामले सक्रिय संक्रमण के हैं। रविवार से अबतक जिन चार नए मामलों की जानकारी मिली है उनमें से एक केरल के एर्नाकुलम से, एक दिल्‍ली, एक उत्‍तर प्रदेश और एक जम्‍मू से है।


केरल में रविवार को जिन पांच नए मामलों का पता चला था उनमें से तीन लोग ऐसे हैं जिन्‍होंने हाल ही में इटली की यात्रा की थी और दो अन्‍य उनके परिजन हैं जो उनके संपर्क में आए थे। इन लोगों ने हाल ही में एक पारिवारिक समारोह में हिस्‍सा लिया था और अपने कुछ रिश्‍तेदारों से मिलने गए थे। उनके संपर्क में आए व्‍यक्तियों का पता लगाया जा रहा है।देश में कोरोना वायरस के 3003 नमूनों की जांच में से 43 के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जबकि 2694 नमूने नेगटिव पाए गए हैं। अब तक विदेशों से आने वाली 8255 उड़ानों के कुल 874708 यात्रियों की हवाई अड्डों पर स्‍क्रीनिंग की जा चुकी है जिसमें से 1921 के कोरोना से संक्रमित होने का संदेह है। इनमें से 177 को अस्‍पताल में भर्ती किया गया है।कुल 33,599 यात्रियों को निगरानी में रखा गया है और 21,867 यात्रियों की निगरानी की अवधि पूरी हो चुकी है।देश में आने वाले यात्रियों से अपील की गई है कि वह हवाई अड्डों पर स्‍वघोषित प्रपत्र भरते समय अपनी यात्रा की पूरी जानकारी स्‍पष्‍ट रूप से दें और यह बताएं कि वह किन-किन स्‍थानों की यात्रा कर चुके हैं। स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय के विशेष सचिव ने बताया है कि पचिश्‍म बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की जांच की गई थी जो नेगेटिव पाई गई है। देश में कोरोना संक्रमण से मौत का कोई मामला नहीं है। केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डा. हर्षवर्धन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और संक्रमण से निपटने की तैयारियों और प्रयासों की समीक्षा कर रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य सचिव भी राज्‍य सरकारों और संघ शासित प्रदेशों के साथ संपर्क कर नियमित रूप से स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे खांसते और छींकते समय सावधानी बरतें, हाथों की सफाई का पूरा ध्‍यान रखें, भीड़-भाड़ वाले स्‍थानों से बचें और क्‍या करना चाहिए और क्‍या नहीं करना चाहिए इस बारे में जारी सलाह का पालन करें। इटली से लौटा तीन साल का बच्चा कोरोना से संक्रमित
कोच्चि। इटली से केरल के कोच्चि लौटे तीन वर्षीय बच्चे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सोमवार को कोरोना वायरस का यह नया मामले सामने आने के बाद केरल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। सूत्रों के अनुसार यह बच्चा अपने माता-पिता के साथ दुबई के विमान से शनिवार सुबह कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आया था। इसके बाद उसमें कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण पाये जाने के तुरंत बाद एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलग वार्ड में भर्ती कराया गया।


वायरस से बचने की 'आयुर्वेदिक विधी'

बीजिंग। चीन के घातक कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 3,831 लोगों की मौत हो गई है। इनमें चीन में सबसे ज्यादा 3,120, इसके बाद इटली में 366 और ईरान में 194 मौत हुई हैं। मौत के इस वायरस की चपेट में अब तक 110,090 लोग आ चुके हैं। भारत में कोरोना वायरस के अब 40 मामले सामने आये हैं।


कोरोना का कहर बढ़ने से लोग इससे बचने के उपाय सर्च कर रहे हैं। अधिकतर लोग यह जानना चाहते हैं कि कोरोना वायरस से बचने के क्या उपाय हैं, कोरोना से कैसे बचा जा सकता है, कोरोना से बचने का आसान तरीके क्या हैं?
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के लिए अभी तक कोई स्थायी इलाज और दवा नहीं बनी है। इससे सुरक्षा ही बचाव है। हालांकि कुछ आयुर्वेदिक एक्सपर्ट मानते हैं कि इम्युनिटी सिस्टम मजबूत करके काफी हद तक आप अपने शरीर को इस वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए ताकतवर जरूर बना सकते हैं।


च्यवनप्राश
आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना एक चम्मच च्यवनप्राश खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और यह वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में जीवा आयुर्वेद के निदेशक प्रताप चौहान ने बताया कि किसी भी प्रकार की बीमारी से लड़ने के लिए इम्युनिटी सिस्टम का मजबूत होना जरूरी है। कोरोना वायरस मुख्य रूप से फेफड़ों और श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है।
 आंवला, गिलोय, नीम, कुटकी, तुलसी
उन्होंने कहा कि रोजाना एक चम्मच च्यवनप्राश खाने इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है। यह फेफड़ों और श्वसन प्रणाली के कामकाज को बढ़ाने में भी सहायक है। आंवला, गिलोय, नीम, कुटकी, तुलसी जैसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां भी इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने और इन्फेक्शन से बचाने में सहायक हैं।


 अदरक, पुदीने, दालचीनी की चाय
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में, अच्छा और मजबूत पाचन रोगों से लड़ने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए रोजाना ताजा अदरक का एक टुकड़ा खाएं या अदरक की चाय पिएं। पुदीने की चाय, दालचीनी की चाय और सौंफ की चाय भी बेहतर ऑप्शन हैं।


 शिलाजीत और अश्वगंधा
उपकर्मा आयुर्वेद के संस्थापक और प्रबंध निदेशक विशाल कौशिक के अनुसार, कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच शिलाजीत और अश्वगंधा जैसी औषधीय जड़ी बूटियों की मांग में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कौशिक ने कहा कि शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के नियमित सेवन से मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है।


तिल का तेल
चौहान ने यह भी सुझाव दिया कि नाक में तिल के तेल की दो-तीन बूंद डालने और इसे सूँघने से न केवल नाक के मार्ग और गले को चिकनाई मिलेगी, बल्कि यह भीतर के बलगम झिल्ली को भी मजबूत कर सकता है। कोरोना वायरस के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस की कमी, गले में खराश, सिरदर्द, छींक आना और किडने फेलियर आदि शामिल हैं, अगर आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको यह टेस्ट कराना चाहिए। इसके अलावा अगर आप हाल ही में आपने ऐसे देश की यात्रा की है, जहां संक्रमण फैला हुआ है तो आपको किसी भी कीमत पर इसकी जांच करानी चाहिए।


भारत की ग्रोथ रेट 6 प्रतिशतः अनुराग

सुप्रिया पाण्डेय


रायपुर। भारत सहित विश्वभर में छाई मंदी के बीच केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा दावा किया है कि 2020-21 के वित्तीय वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6 प्रतिशत होगी। ठाकुर ने कहा कि यह सब सरकार के उठाये कदमों का नतीजा है।


भारत आज स्ट्रांग ग्रोथ रेट के रूप में आकर खड़ा है। जबकि वैश्विक निकाय आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ने मार्च 2020 में समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष में जीडीपी 4.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। अनुराग ठाकुर छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे हैं। जहां वे एक निजी होटल में व्यापारियों और उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे। व्यापारियों और उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्रांजेक्शन के लिए भीम यूपीआई डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग फेसबुक या व्हाट्सएप्प का इस्तेमाल करते है तो डिजिटल पेमेंट में दिक्कत क्या है। अनुराग ठाकुर ने जीएसटी को क्रांतिकारी कदम बताया।उन्होंने कहा जीएसटी लाना सरकार के लिए क्रांतिकारी कदम था। महज 2 वर्ष बाद चुनाव होने थे हम चुनाव जीतने के लिए कदम नहीं उठाते जीएसटी में बदलाव लाने का काम केंद्र सरकार नहीं जीएसटी काउंसिल करती है। साल में केवल एक बार टैक्स रेट में बदलाव किया जाना चाहिए ताकि गरीब उपभोक्ता पर फर्क ना पड़े। हमने 25 हजार करोड़ रुपए का फंड बनाया है। आजादी के बाद से 2014 तक 18 लाख करोड़ का बजट था जो बढ़कर 52 लाख करोड़ तक पहुंच गया। 63 हजार बैंकों को दे दिया. बैंकों को मजबूत करने के लिये उन्हें मर्ज करने का काम किया। पिछले 4 महीनों में 1 लाख करोड़ से ज्यादा जीएसटी का कलेक्शन हुआ है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि टैक्स भरने के स्लैब में आप सुविधा मांग रहे है तो में आपसे यही कहना चाहता हूं कि आप खुद लिख कर दीजिए कि 5 स्लैब को 3 स्लैब कैसे किया जाए। गरीब उपभोक्ता पर कोई फर्क ना पड़े इसका ख्याल रखना है। मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं की सरकार ने यह कदम उठाया कि आज किसी भी ऑटोमोबाइल कंपनी में स्टॉक नहीं बचा है। सब क्लियर चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम किसान योजना के माध्यम से 6 हजार उनके खातों में डालने का काम किया। 70 सालों में जितने मेडिकल कॉलेज नहीं खोले गए वो हमने 5 वर्षों में खोल दिया। हम टैक्सपेयर चार्टर ला रहे है जो पहले गिने चुने देशों में ही यह था। इसमें हम कर दाताओं का सम्मान करेंगे। लोगो को इनकम टैक्स विभाग परेशान ना करे इसका ख्याल किया है लेकिन कोंग्रेस और विपक्ष से उम्मीद है कि वे सदन को चलने दें ताकि यह भी लागू किया जा सके। जानकारों का मानना है कि 2020-21 के वित्तीय वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। यह सब सरकार के उठाये कदमों का नतीजा है। भारत आज स्ट्रांग ग्रोथ रेट के रूप में आकर खड़ा है।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...