रविवार, 1 मार्च 2020

आप उपाध्यक्ष ने किया संस्था का उद्घाटन

शगुन फाउंडेशन संस्था का किया गया उद्घाटन


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लोनी नगर पालिका स्थित वार्ड न 2 की शांति वाटिका मे शगुन फाउंडेशन समिति के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें आम आदमी पार्टी की जिला उपाध्यक्ष भावना बिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रही। वहीं संस्था के पदाधिकारियों ने भावना बिष्ट को फूल माला डालकर जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत भावना बिष्ट ने दीप प्रज्वलित कर किया।



इस अवसर पर छोटे बच्चों के  द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये जिनमें "बेटी बचाओ बेटी पढाओं" "शहीद जवानों के सम्मान" मे कार्यक्रम आयोजित किये। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी की  जिला उपाध्यक्ष भावना बिष्ट ने कार्यक्रम मे उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि शगुन फाउंडेशन की शुरुआत करने वाले सभी पदाधिकारीगणों के माध्यम से समाज के आर्थिक रूप से पिछडे परिवारों की शादियों के लिये जो एक पहल की जा रही है वो बेहद ही सकारात्मक सोच है । 
मे संस्था के उज्जवल भविष्य की कामना करती हुं तथा समाज के संभ्रात लोगों से इस तरह के सामाजिक कार्यों मे आगे आने तथा यथायोग्य अपनी सामर्थ्यनुसार सहायता करने अपील की। शगुन फाउंडेशन कन्यादान महादान" जिस प्रकार का संस्था का नाम है उसको अनुरूप संस्था के कार्य भविष्य मे होंगे ये हमारे क्षेत्र के लिये बेहद ही खुशी की बात है कि संस्था आर्थिक रूप से कमजोर गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिये कार्य करेगी ये बेहद ही हर्ष का विषय है हमारे आस-पास पडोस मे अक्सर देखने मे आता है कि कुछ परिवार इतने सामर्थ्यवान नही होते हैं जो अपनी बेटी का शादी नही कर पाते  तो समाज की जिम्मेदारी बनती है कि सभी मिलकर उस परिवार की आर्थिक रूप से सहायता करे तथा उस बेटी के कन्यादान मे अपना सहयोग करे ।
भावना बिष्ट ने शगुन फाउंडेशन के सभी पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुये कहा कि आप सभी समाज के लिये एक नेक कार्य की शुरूआत करने जा रहे हैं मेरी शुभकामनाएं आप सभी के साथ हैं तथा संस्था के दुारा समय-समय पर जिस प्रकार की भी आवश्यकता होगी मै सदैव उपस्थित रहुगी तथा हरसंभव प्रयास से संस्था की सहायता करूंगी । इस अवसर पर नरेश रावत, पूरन सिंह कश्यप,
 कश्यप,मुकुल भारदुाज, भुवन चंद, हरीश रावत, जितेन्द्र कश्यप,बृजमोहन चौधरी, कमला प्रसाद तिवारी, मंजू रावत,नवनीत शर्मा, सोनी भंडारी, सहित सैकडों की संख्या मे संस्था के पदाधिकारीगण, सदस्य व कालोनीवासी उपस्थित रहे ।


ऋषि परंपरा और साधना का योग

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में ऋषि परम्परा एवं साधना के परिणामस्वरुप जीवों के कल्याण के लिए योग का उत्थान हुआ है। योगी और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को उत्तराखण्ड में मुनि की रेती, ऋषिकेश स्थित गंगा रिसोर्ट में संयुक्त रूप से सात दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया।


इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए योगी ने कहा कि भारत में ऋषि परम्परा एवं साधना के परिणामस्वरुप जीवों के कल्याण के लिए योग का उत्थान हुआ है। योग जैसी आध्यात्मिक और पवित्र विद्या को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने और योग का विश्व गुरु बनने में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का अथक प्रयास रहा है।उत्तराखण्ड का जनपद ऋषिकेश विश्व पटल पर योग के केन्द्र बिन्दु के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में चलाए गए स्वच्छ भारत मिशन की सराहना करते हुए कहा कि यदि स्वच्छता के साथ-साथ योग को अपनाया जाए, तो अनेक बीमारियों से निजात मिल सकती है। स्वच्छ काया और योग के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक दृढ़ता तथा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि विश्व का कोई भी देश जब योग परम्परा से जुड़ता है, तो वह भारत की आत्मीयता से जुड़ता है और यह बात देश को गौरवान्वित करती है। उन्होंने ने वर्ष 2021 में हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुम्भ के लिए उत्तराखण्ड सरकार को सहयोग दिए जाने की बात भी कही। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विगत माह उत्तराखण्ड में खूब बर्फबारी हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों एवं विदेशी पर्यटकों का बड़ी संख्या में आवागमन रहा। इस मौके पर रावत ने कहा कि योग को विश्वव्यापी पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री मोदी की अहम भूमिका रही है। उत्तराखण्ड को योग के हब एवं ऋषिकेश को विश्व योग के केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्य किया है। योग को पर्यटन से जोड़ने और योग के साथ-साथ पर्यटन हब के रूप में उत्तराखण्ड को विकसित करने के लिए सरकार व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने कहा कि आध्यात्मिक योग के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने का कार्य सरकार कर रही है। योग विश्व के स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए जरूरी है। इसकी आवश्यकता आज पूरी दुनिया को महसूस होने लगी है, जिसका परिणाम है कि आज विश्व में जहां भी योग की शुरुआत हो रही है। उत्तराखण्ड के योग शिक्षकों को सम्मानपूर्वक बुलाया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में विश्व के विभिन्न देशों एवं भारत के अनेक राज्यों के योगाचार्यां, शिक्षकों एवं योग प्रेमियों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।इस माैके पर उत्तराखण्ड के विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जीएमवीएन के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़, महामण्डलेश्वर जूना अखाड़ा स्वामी अवधेश्वरानन्द महाराज सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा देश-विदेश के योगाचार्य एवं योगप्रेमी उपस्थित थे।


दिल्ली हिंसा पूर्व नियोजित नरसंहार

हैदराबाद। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा को ‘पूर्व नियोजित जनसंहार’ करार देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को प्रधानमंत्री से अपनी चुप्पी तोड़ने और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाकर अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करने का आग्रह किया।


हैदराबाद के सांसद ने प्रधानमंत्री की हिंसा पर चुप्पी को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के लिए भाजपा नेताओं के भड़काऊ बयानों को जिम्मेदार ठहराया। इस हिंसा में 40 से अधिक लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। ओवैसी एआईएमआईएम के पुनरुत्थान की 62वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक सभा में बोल रहे थे। सांसद ने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ ‘नफरत का तूफान’ पैदा किया गया। उन्होंने आगाह किया कि यह देश के लिए अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दूसरे समुदाय के लोगों की जान बचाने के लिए अपने जीवन को खतरे में डाला, वो अंधेरे में आशा की किरण जैसे हैं। दिल्ली हिंसा को लक्ष्य बनाकर की गई हिंसा बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जवाबदेही केंद्र की भाजपा सरकार की बनती है। ओवैसी ने कहा कि उनका मानना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2002 के गुजरात जनसंहार से सबक सीखा है। लेकिन दो दशकों में दो जनसंहार हो गए।उन्होंने कहा कि बीते साढ़े पांच सालों के दौरान सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाया गया है। एआईएमआईएम नेता ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वह दोनों समुदायों के मारे गए गरीबों व निर्दोष लोगों के लिए कुछ बोलें। ओवैसी ने कुछ मामलों का जिक्र किया, जिसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो अधिकारी की हत्या, घायल मुस्लिम युवक, जिसे पुलिस द्वारा राष्ट्रगान गाने के लिए मजबूर किया गया और 85 साल की बुजुर्ग महिला को जिंदा जलाया जाना शामिल है। सांसद ने कहा, “श्रीमान प्रधानमंत्री, आप इन हत्याओं और तबाही को देखकर कैसे सो पाते हैं?” दिल्ली पुलिस की निंदा करते हुए ओवैसी ने पूछा कि उन्हें मुसलमानों से इतनी नफरत क्यों है? ओवैसी ने दिल्ली हिंसा पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और अकाली दल की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। ओवैसी ने दोहराया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेंगे।


संक्रमित को गोली मारने का आदेश

नार्थ कोरिया में कोरोना संक्रमित मरीज को किम जोंग ने दिया गोली मारने का आदेश,चीन मेंं कोरोना संक्रमित संख्या 79,824


नॉर्थ कोरिया। दुनिया को दहशत के माहौल में डालने वाला कोरोना वायरस अब चीन समेत सभी देशों के लिए चुनौती बन चुका है।हाल ही में नार्थ कोरिया में मिले कोरोना संक्रमित मरीज मो किम जोंग ने गोली मारने का आदेश दिया है। किम जोंग के द्वारा यह आदेश कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लिया गया है।कोरोना पर तरह तरह के वैकल्पिक विचार तो जाहिर किए जा रहे है पर एक स्पष्ट प्रमाण अब तक सामने नही लाया जा रहा है कि कोरोना किस कारणवश चीन में दस्तक दिया है।चीन में अब कोरोना के संक्रमित मरीजो की संख्या 79,824 पहुच चुका है वही मरने वालों की संख्या 2,870 हो चुका है। चीन तमाम दावों के बाद भी इस कोरोना का खात्मा नही कर पा रही है। चीन में इस कोरोना वायरस के कारण वहां की जीवनशैली अत्यंत दुखदाई होता जा रहा है। वही अगर चीन के ब्यापार पर नजर डाला जाए तो वह भी ढप पड़ता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय आयात निर्यात में चीन एक एसे देश की गिनती में आता है जो सबसे कम वक्त में सबसे ज्यादा ब्यापार दूसरे देशों में निर्यात करता है। वही अंतराष्ट्रीय निर्यातक एवं आयातक क्षेत्र में भी चीन बहुत आगे है।चीन के हालतों से अन्य देशों के ब्यापार में भी तबाही का सकता है।चीन मेडिसिन निर्यातक देश है जिस वजह से दूसरे देशों में स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़ा फर्क पड़ सकता है।


किम जोंग जो दुनिया को डरावने की कोशिश करता था आज कोरोना वायरस के सामने नतमस्तक होकर रह गया है। आपको बता दे कि कोरोना वायरस जिसका इलाज अब तक चीन नही ढूंढ पा रहा है वह चीन को निगलता जा रहा है।कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी पूरी ताकते झोंकी हुई है पर अब तक इस पर लगाम कसने में WHO विश्व स्वास्थ्य संगठन नाकामयाब है। केवल परहेज बचाव को लेकर फरमान जारी करते जा रही है।


दिल्ली हिंसा में मृतकों की संख्या 45

नई दिल्ली। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद रविवार को नालों में तीन और शवों के मिलने से मृतकों की संख्या 45 हो गयी। हिंसा प्रभावित गोकलपुरी नाले से एक शव तथा भागीरथी विहार के नाले से दो शव बरामद किये गये हैं। इसके साथ हिंसा में अब तक मरने वालों की संख्या 45 पहुंच गई है। पुलिस हालांकि इस मामले की जांच कर रही है कि जो तीन शव नालों से मिले हैं उनका संबंध दिल्ली दंगों से है या नहीं।


हिंसा प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल नियमित रूप से स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया हालात अब नियंत्रण में है। सभी इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हैं। स्थानीय लोगों से बाचचीत कर उनमें आत्मविश्वास बनाने का प्रयास जारी है।


गौरतलब है कि खुफिया विभाग के अधिकारी अंकित वर्मा का शव भी एक नाले से मिला था। दंगाग्रस्त क्षेत्रों में धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने के साथ ही पुलिस ने दंगाइयों पर नकेल कसनी शुरु कर दी है और इस संबंध में अब तक 254 प्राथमिकी दर्ज कर 903 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत अथवा गिरफ्तार किया है। जाफराबाद, मौजपुर, चांद बाग, गोकुलपुरी, खजूरी समेत कई अन्य क्षेत्रों में तीन दिनों तक हुए। इसमें करीब 300 घायलों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है।


उल्लेखनीय है कि पिछले रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों सड़क से हटाने के लिए भाजपा के नेता और पूर्व विधायक कपिल मिश्रा अपने समर्थकों के साथ एक रैली निकाली और खुलेआम धमकी दी। इसके बाद दोनों तरफ से पथराव की घटना हुई और कई इलाकों में तीन दिनों तक हिंसा चलती है। दंगाइयों ने घरों, दुकानों, और अन्य संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया।


केरल के 17 मछुआरे ईरान में फंसे

तिरुवनंतपुरम। ईरान से भेजे गए एक वीडियो से पता चलता है कि केरल के 17 मछुआरे ईरान में फंसे हैं। वे उन फंसे सौ लोगों में शामिल हैं, जो कोरोना वायरस की वजह से ईरान छोड़ने में असमर्थ हैं। 17 मछुआरे, विझिनजाम, पूवार व पॉजियूर गांव के रहने वाले हैं, जो राजधानी से कुछ दूरी पर स्थित है। राज्य के मत्स्य मंत्री जे.मर्कुट्टी ने मीडिया से इसकी पुष्टि की। राज्य मंत्री ने कहा, “ईरान में कोरोनो वायरस के कारण केरल के 17 मछुआरे कई अन्य भारतीय मछुआरे, वहां लगाए गए प्रतिबंधों के कारण बाहर निकलने में असमर्थ हैं। हमने ईरान में फंसे लोगों के यहां के परिवारों को उनका विवरण नोरका कार्यालय को सौंपने के लिए कहा है, जो उनके विवरण को भारतीय दूतावास को सौंपेगे। राज्य सरकार इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी।”
ईरान से आए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि केरल के मछुआरे एक कमरे में है। चार महीने पहले भारतीय मछुआरे ईरान मछली पकड़ने के रोजगार के लिए पहुंचे थे। वीडियो में एक मछुआरा कह रहा है, “हमें अपने कमरे से भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।  हम अपने लोगों से संपर्क करने में असमर्थ हैं, जो मछली पकड़ने वाले अन्य गांवों में रहते हैं। हम अपने देश से सहायता प्राप्त करने का इंतजार कर रहे हैं।


दिल्लीः भाजपा ने हार का बदला लिया

नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। एनसीपी मुखिया ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली जल रही है। केंद्र की बीजेपी सरकार दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकी तो सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर समाज को बांट दिया और इसके चलते राजधानी हिंसा की आग में जल उठी। आपको बता दें कि दिल्ली हिंसा में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 200 लोग घायल हैं। हर गुजरते दिन के साथ मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ता हुआ दिख रहा है। अस्पतालों में भर्ती बहुत से ऐसे लोग मौत के मुंह में समाते जा रहे हैं। वहीं, नालों और जले हुए घरों-गाड़ियों से भी शव बरामद हो रहे हैं।


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...