रविवार, 24 नवंबर 2019

कांग्रेस ने 10 नेताओं को किया निष्कासित

कांग्रेस ने 10 वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से किया निष्काषित
 लखनऊ! उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने बगावती तेवर अपनाने वाले 10 वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है| बागी नेताओं में पूर्व सांसद सन्तोष सिंह, पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी, पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, राजेन्द्र सिंह सोलंकी, पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्रा, पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, पूर्व विधायक नेक चन्द्र पाण्डेय, स्वयं प्रकाश गोस्वामी और संजीव सिंह शामिल हैं|


बताया जा रहा है कि इन सभी नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया गया है| उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में प्रियंका गांधी वाड्रा ने आमूल-चूल परिवर्तन किए थे| इन संगठनात्मक बदलावों के चलते प्रदेश के कई बड़े पदों से वरिष्ठ कांग्रेसियों को साइडलाइन कर दिया गया था| प्रदेश कांग्रेस में युवाओं और नए चेहरों को जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही वरिष्ठ कांग्रेसी पार्टी के खिलाफ लामबंद हो गए थे| इन सभी नेताओं को अनुशासनहीनता के मामले में नोटिस भी जारी हुआ था|


बृजेश केसरवानी


भाजपा ने 3 पद अधिकारी को किया निष्कासित

राणा ओबराय

भाजपा पदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश सचिव सहित तीन नेताओ को पार्टी पद से किया निष्कासित

चण्डीगढ़! हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा फैसला लेते हुए तीन पदाधिकारियों को हटा दिया है। शनिवार को गुरुग्राम में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया है जिसके बाद जानकारी देते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने बताया कि पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद यादव, धर्मपाल शर्मा और प्रदेश सचिव जवाहर सैनी को पदमुक्त कर दिया गया है। शुक्रवार और शनिवार को बीजेपी ने गुरुग्राम में हार के कारणों पर मंथन किया था इस दौरान यह बड़ा फैसला भी लिया गया । बताया जा रहा है कि राव इंद्रजीत सिंह के दबाव में इन तीन नेताओं को पार्टी के पदों से मुक्त किया गया है। बताते हैं कि अरविंद यादव रेवाड़ी सीट से टिकट के प्रमुख दावेदार भी थे, लेकिन यहां पर राव इंद्रजीत सिंह ने अपने खास सुनील यादव को टिकट दिलवा दिया था। इसके बाद अरविंद यादव ने सार्वजनिक तौर पर नाराजगी भी जाहिर की थी। 10 अक्टूबर को राव इंद्रजीत सिंह बावल रोड स्थित अरविंद यादव के कार्यालय कमलम पर पहुंचे थे। यहां समर्थकों व अरविंवद ने राव पर तीखा हमला बोला था, जिसके चलते राव को बैठक बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा था। इस विवाद की शिकायत केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष से की थी।अरविंद के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए राव लगातार शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में थे।


'झांसी की रानी' के महल में छाया 'अंधकार'

झांसी का नाम दुनिया में रोशन करने वाली लक्ष्मीबाई के महल में ही नही हो रहा है उजाला


राणा ओबराय
झांसी का नाम दुनिया में रोशन करने वाली लक्ष्मीबाई के महल में ही नही हो रहा है उजाला

झांसी! अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाली महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता के किस्से आज भी देश दुनिया में बड़े अदब के साथ सुनाये जाते हैं। झांसी को दुनिया के ऐतिहासिक पर्यटन मानचित्र में अहम स्थान दिलाने वाली वीरंगना का महल और किला सरकारी उदासीनता के कारण खंडहर की शक्ल में तब्दील होता जा रहा है।देश को दासता की जंजीर से मुक्त कराने में अहम योगदान देने वाली लक्ष्मीबाई की 184वीं जयंती पर उनकी कर्मस्थली झांसी को रोशनी से सराबोर किया गया और विभिन्न संगठनों ने कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया लेकिन रानी के जीवन से जुड़ी दो बेहद महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहरें अंधेरे की आगोश में लिपटी रहीं। झांसी का महल खंडहर में तब्दीलझांसी का किला और रानी महल यह वह दो महत्वपूर्ण इमारतें हैं जो न केवल महारानी लक्ष्मीबाई से सीधे तौर पर जुड़ी हैं बल्कि झांसी शहर की पहचान भी हैं ।पिछले मंगलवार को शहर भर में लोगों ने दीपांजलि की ,विभिन्न चौराहों को रोशनी से सजाया गया और रंगालियां बनाकर बच्चों ने रानी झांसी के जीवन से जुडेंं ऐतिहासिक पलों को रंगों की मदद से उकेरा। इस बीच रानी झांसी का किला और रानी महल दोनों ही इमारतें उस जगमगाहट की बांट जोहती नजर आयीं जिससे लगभग पूरा शहर सराबोर था।उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय पटवारी ने कहा अपनी रानी की वीरता और शौर्य की कहानी को याद करते हुए लोगों ने व्यक्तिगत रूप से उनकी जयंती पर खुशी का इजहार करने के लिए सभी कार्यक्रमों का आयोजन किया । प्रशासनिक स्तर पर हालांकि ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया और न ही ऐसा किया जाता है। इतना ही नहीं उनके संगठन के काफी प्रयास के बाद भी रानी की जयंती के अवसर पर भी किले और महल पर रोशनी की इजाजत प्रशासन की ओर से नहीं दी गयी। झांसी का महल खंडहर में तब्दीलपटवारी ने बताया कि पूरी दुनिया में भारतीय नारी की शक्ति की मिसाल कायम करने वाली रानी झांसी की जयंती के उपलक्ष्य में कोई कार्यक्रम प्रशासन की ओर से नहीं किया जाता । प्रशासन इन दोनों ऐतिहासिक धरोहरों के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत आने का रोना रोकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है।अधिकारियों के अनुसार रानी झांसी से जुड़ी इन दोनों ऐतिहासिक धरोहरों पर सजावट की इजाजत केवल एएसआई दे सकता है और कार्यक्रम के आयोजक अगर प्रशासन को इस मामले में कोई पत्र देते हैं तो वह केेवल उसे एएसआई को प्रेषित करने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता। इन इमारतों पर सजावट की इजाजत देना या नहीं देना एएसआई के हाथ में है।व्यापार मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि 15 अगस्त और 26 जनवरी पर यदि दोनों इमारतों पर सजावट और ध्वजारोहण हो सकता है जो झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जाता है तो जिस रानी की यह दोनों ही इमारतें हैं उनके जन्मोत्सव पर इन इमारतों को क्यों नहीं सजाया जा सकता झांसी का महल खंडहर में तब्दील,पटवारी ने कहा, हम तो इस बात में भी तैयार हैं कि अगर प्रशासन या एएसआई इस महत्वपूर्ण दिन किले और महल की सजावट नहीं कर सकता तो न करें केवल हम लोगों को इजाजत दे दे तो हम सभी लोग मिलकर अपनी रानी की यादों से जुड़ी इन इमारतों को सजाने का काम कर सकते हैं।पटवारी ने बताया कि उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई के जन्मोत्सव को अयोध्या की दीपावली और मथुरा के कृष्ण जन्मोत्सव की तर्ज पर ही भव्यता प्रदान किये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि रानी झांसी की जयंती उनकी कर्मस्थली झांसी के साथ साथ पूरे बुंदेलखंड में धूमधाम से मनायी जाती है। मुख्यमंत्री से इस अवसर पर किले, रानी महल और सभी सरकारी कार्यालयों और भवनों को भी सजा कर सुंदरता प्रदान करने की इजाजत देने की मांग की है। झांसी का महल खंडहर में तब्दीलजहां तक रानी की जयंती को भव्यता से मनाने की बात है तो यह तो काम बुंदेलखंड से शुरू हो गया है लेकिन प्रशासन और एएसआई के पक्षों के बीच फंसकर रानी झांसी का महल और किला आज भी उनके जन्मोत्सव पर रोशनी की बांट जोह रहा है। उम्मीद ही की जा सकती है कि जल्द ही विभिन्न संगठनों और लोगों के प्रयासों से महारानी से जुडें इन दोनों ऐतिहासिक स्थलों को भी उनके जन्मोत्सव पर रोशन किया जा सकेगा।


757 केंद्रों पर सामान्य ज्ञान परीक्षा आयोजित

पंकज राघव 


सम्भल। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता समिति उत्तर प्रदेश द्वारा रविवार को मंडल स्तरीय सामान्य ज्ञान परीक्षा 757 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई। परीक्षा में 256 841 परिक्षार्थियों ने भाग लिया। परीक्षा में शक्ति के कारण कोई भी परीक्षार्थी नकल करते नहीं पकड़ा गया।
समिति के प्रदेशाध्यक्ष हरद्वारी लाल गौतम व महासचिव कु. कुसुम ने बताया कि 24 नवंबर रविवार को सुबह 11 बजे से सर इकबाल ग्लोबल पब्लिक स्कूल सरायतरीन,मिशन इण्टरनेशनल एकाडमी चौधरी सराय,गुडविल चिल्ड्रन एकाडमी कोटपूर्वी,एस एन एम जूनियर हाईस्कूल दीपा सराय,शहजाद हुसैन डिग्री कालेज धुरेटा,एम बी को एजूकेशन नाहरठेर व जीशान फात्मामार्डन पब्लिक स्कूल टाडा कोठी समेत प्रदेश के 757 परीक्षा केन्द्रों पर मंडल स्तरीय आयोजित की गयीं। कक्षा तीन से स्नातकोत्तर कक्षाओं के  256841छात्र एवं छात्राओं ने प्राइमरी, जूनियर, सीनियर व सुपर सीनियर वर्ग में शामिल होकर परीक्षा दी। परीक्षा एक घंटे बाद दोपहर 12 बजे समाप्त हुई।
परीक्षा सचिव कु.रूबी व परीक्षा प्रभारी रजनी कान्ता चौहान ने बताया कि आज 24 नवम्बर को प्रदेश के 1296 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा होनी थी लेकिन विद्या ज्ञान परीक्षा के कारण 539 परीक्षा केंद्रों की परीक्षा स्थागित कर दी गई थी जहां इन केन्द्रों की परिक्षाएं अब एक दिसंबर को निर्धारित समय पर सुबह 11 बजे से होगी। 
इसके अलावा एंग्लो बैदीक सीनियर सेकेंडरी स्कूल बहजोई तथा एस आर कान्वेंट स्कूल इस्लाम नगर (बदायूं)परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा 25 नवंबर को जबकि इण्डो मार्डन पब्लिक स्कूल नबाब पुरा भोलेश्वर परीक्षा केंद्र पर  26 नवंबर को सुबह 11 बजे से होगी। परीक्षा को निष्पक्ष कराने मे सहयोग करने पर नाहिद रजा,मन्जूसक्सेना,शिवानी, शिल्पा कश्यप,रागिनी शर्मा,अमित कुमार गुप्ता,मौहम्मद फैजान ताबिश, सैय्यद गुलजार अहमद हाशमी,रिजवान अंसारी,मुशीर खाँ तरीन,शाने रब,हुसैन अहमद तथा सभी केन्र्दव्यस्थापक, पर्यवेक्षक तथा सचल दल को बधाई दी।


मोदी-शाह है, सब कुछ मुमकिन है!

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद हो रहे तमाम सियासी उथल-पुथल के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के नेता पूरे आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे हैं। समस्तीपुर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कार्यकर्ताओं को विक्ट्री का निशान दिखाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी विधानसभा के फ्लोर पर आराम से बहुमत साबित करेगी। हुसैन ने कहा कि अगर  शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस वाले अपने आप को राजनीतिक पंडित समझते होंगे तो उन्हें समझना चाहिए कि यहां भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं और मोदी-अमित शाह हैं तो सब मुमकिन है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से सवाल करते हुए पूछा कि कांग्रेस पार्टी यह बताए कि अब शिवसेना के साथ जाने पर वो जय भवानी, जय शिवाजी बोलेगी कि नहीं ? कांग्रेस पार्टी यह बताए कि वो वीर सावरकर पर गर्व करेगी कि नहीं? कांग्रेस पार्टी यह बताए कि बाला साहब ठाकरे का जो विचार कांग्रेस के प्रति था उन विचारों से सहमत होगी कि नहीं ?  उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगी और बिहार में पूरी चट्टानी एकता के साथ नीतीश कुमार के साथ खड़ी है और आगामी विधानसभा चुनाव में फिर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाएंगे, यह वचन है। एनआरसी के मुद्दे पर हुसैन ने कहा कि एनआरसी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और आजसू के बीच जो निर्णय समझौता हुए उसके आधार पर है। उन्होंने साफ  किया कि वे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ  है किसी समाज के खिलाफ  नहीं है।


मुर्गे के मर्डर में 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज

कैमूर! वैसे अखबारों में आये दिन हत्या की खबरें अखबारों की सुर्खियां होती हैं और पुलिस हत्यारे को जब पकड़ती है तो उस किस्से को भी सस्पेंस स्टोरी की तरह अखबारें आपको परोस देती है। पुलिस हालांकि कई मामलों के जांच के दिनों तक जब करती है तब जाकर उसके हाथ कुछ लगते हैं। लेकिन यहां मामला मर्डर का तो जरूर है लेकिन मर्डर किसी व्यक्ति का न होकर एक मुर्गे का हुआ है। हां! वही मुर्गा जिसे आप आराम से तल और भूनकर आप बड़े स्वाद से खा जाते हैं। इस मामले ने पुलिस ने 7 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज किया है।


बिहार के कैमूर जिला के दुर्गावती थान्तर्गत फिरोजपुर गांव का मामला है जहां पोल्ट्री फार्म चलाने वाली कमला देवी ने मुर्गे की हत्या करने के आरोप में इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि कमला देवी के पोल्ट्री फार्म से आरोपी ने मुर्गा निकालकर मार डाला इसके बाद विवाद बढ़ गया। आरोपियों ने कमला देवी और उसके बेटे के साथ मारपीट भी की। गुस्साए कमल देवी ने मुर्गे की हत्या की रिपोर्ट इनपर लिखवा दी। इसके बाद मुर्गे की पोस्टमॉर्टेम भी करवाई गई।


मुठभेड़ के दौरान सिपाही को लगी गोली

गंगोह। पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ के दौरान आमने-सामने चली गोलियां एक बदमाश गिरफ्तार मुठभेड़ के दौरान सिपाही को भी लगी गोली! सरकारी अस्पताल में कराया भर्ती! दरअसल आपको बता दें कि सहारनपुर एसएसपी दिनेश कुमार के निर्देश पर जनपद में चलाए जा रहे, बदमाशों के खिलाफ धरपकड़ अभियान मैं गंगोह पुलिस को मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी भगवत सिंह ने चेकिंग अभियान के दौरान बाढ़ीमाजरा के निकट बाइक रोकने की कोशिश की! लेकिन बाइक पर सवार बदमाश भागने लगे जिसके बाद पुलिस और बदमाशों से आमने सामने की मुठभेड़ में गोलियां चली! जिसमें एक बदमाश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और दूसरा साथी मौके से भागने में फरार हो गया है!


मुठभेड़ के दौरान एक सिपाही भी घायल हो गया है! जानकारी के अनुसार पकड़ा गया! बदमाश कालू पुत्र फैंसी निवासी मोहल्ला गुज्जर वाड़ा बताया गया है! इस पर 15 हजार का एनाम भी था और गंगोह थाने में बदमाश के खिलाफ पहले भी कई मुकदमें दर्ज है!


फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...