शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

मॉल की छत पर मिला पीआरवी कर्मचारी का शव

नोएडा डीएलएफ मॉल की छत पर मिला पीवीआर कर्मचारी का शव 


देव गुर्जर 


गौतम बुद्ध नगर। नोएडाा के डीएलएफ मॉल में पीवीआर के एक कर्मचारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला हैै। मृतक की पहचान 48 साल के भूवनचंद्र के रूप में हुई हैै। भूवनचंद्र का शव पीवीआर की छत पर मिला हैै। घटना की जानकारी मिलते ही नोएडा सेक्टर 20 थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई हैै। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और मामले की जांच में जुट गई हैै।


इससे पहले बीते मंगलवार को नोएडा सेक्टर 76 स्थित रॉयल सिटी मैक्स सोसाइटी में रहने वाले एक बैंक प्रबंधक की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। पुलिस को आशंका है। कि बाथरूम में नहाते समय प्रबंधक को करंट लग गया।जिससे उनकी मौत हो गई। थाना सेक्टर 49 के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया था। कि सेक्टर 76 स्थित रॉयल सिटी मैक्स सोसाइटी में रहने वाले गौतम (30) एक निजी बैंक में प्रबंधक थे। गौरतलब हैै। कि नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र में स्थित आम्रपाली सोसाइटी की सातवीं मंजिल से कूदकर बुधवार को एक महिला ने आत्महत्या कर ली थीी। थाना सूरजपुर के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया थाा। कि आम्रपाली सोसाइटी में रहने वाली सरिता पत्नी धीरज ने बुधवार सुबह फ्लैट की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि मृतका की सात माह पूर्व शादी हुई थीी।


सरकारी योजनाओं के झोलझाल से परेशान

गोण्डा। बैठक पर बैठक हो रही है। मुख्यमंत्री से लेकर शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी आदि के स्तर से लगातार समीक्षाएं हो रही हैं। शासन में बैठे प्रमुख सचिव, सचिव व विभागाध्यक्ष वीडियो कांफेसिंग के माध्यम से योजनाओं को धरातल पर लागू करने तथा बड़ी परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया जा रहा है, किन्तु इतने प्रयासों के बावजूद विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की कच्छप गति बदल नहीं रही है। वर्षों पूर्व पूरी होने वाली योजनाएं अब भी अधूरी हैं।
शासन ने खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत पहली नवम्बर से 28 फरवरी 2020 तक धान खरीद करने का निर्णय लिया है। कामन धान का खरीद मूल्य 1815 रुपए प्रति कुन्तल एवं ग्रेड-ए धान का खरीद मूल्य 1835 रुपए प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है तथा प्रति कुन्तल 20 रुपए उतराई, सफाई हेतु निर्धारित किया गया है। देवीपाटन मण्डल में इस वर्ष 0168900 मी. टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए खाद्य विभाग व पंजीकृत सोसाइटियों के गत वर्ष के धान क्रय केन्द्र 28 के सापेक्ष 34, पीसीएफ के 117 के सापेक्ष 111, यूपी स्टेट एग्रो के 01 के सापेक्ष 03, यूपीपीसीयू के 22 के सापेक्ष 36, यूपीएसएस के 0 के सापेक्ष 23, एनसीसीएफ के 02 के सापेक्ष 03 तथा भारतीय खाद्य निगम के गत वर्ष के 03 के सापेक्ष 03 क्रय केन्द्र खोले गए हैं, जो गत मण्डल में खोले गए 173 केन्द्रों के सापेक्ष 40 अधिक हैं। इसके बावजूद आज की तारीख तक पूरे मण्डल में केवल 11500 मी. टन की खरीद हो पाई है, जो कुल लक्ष्य का करीब सात फीसद है। यदि हम समय की बात करें तो खरीद के चार माह में से एक माह लगभग बीतने को है। कमोबेश यही स्थिति अन्य परियोजनाओं की भी है। जिला चिकित्सालय गोण्डा का निर्माणाधीन भवन बनकर लगभग तैयार है। इसे करीब दो वर्ष पूर्व हैण्डओवर हो जाना चाहिए था। किन्तु तमाम कोशिशों के बावजूद यह अब तक हैण्डओवर नहीं हो सका है।
धान खरीद की इस स्थिति पर देवीपाटन मण्डल के आयुक्त महेन्द्र कुमार ने अधिकारियों को बुलाकर उनके पेंच कसे हैं। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस वर्ष धान की अच्छी फसल के दृष्टिगत निर्धारित लक्ष्य से अधिक की खरीद की जाय। पीसीएफ के और क्रय केन्द्र बढ़ाए जाएं। उन्होंने बताया कि सम्भाग के जनपदों में खाद्य विभाग के धान क्रय केन्द्रों पर खरीद हेतु पर्याप्त धनराशि है तथा प्रथम बार पीएफएमएस के माध्यम से किसानों को भुगतान किया जा रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत प्रथम बार बटाईदार व कान्ट्रैक्ट फारमर्स से भी धान खरीद की व्यवस्था की गई है। सप्ताह में 02 दिन प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को सीमान्त कृषक व लघु कृषक का धान बेचने के लिए आरक्षित किया गया है। सम्भाग में मल्टी सोसाइटी व पंजीकृत सोसाइटी भी धान खरीद का कार्य कर रही है इस बात पर विशेष बल दिया गया है कि एक माह के भीतर अधिकाधिक धान खरीद की जा सके। बैठक में पीएफएमएस के माध्यम से किसानों के भुगतान, क्रय लक्ष्य के सापेक्ष खरीद तथा मण्डीवार धान की आवक आदि की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर सम्भागीय खाद्य नियंत्रक दिनेश शर्मा सहित डिप्टी आरएमओ, मण्डी परिषद के अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।


राहुल तिवारी की रिपोर्ट


मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन

शामली। साहित्यिक संस्था कारवाने मोहब्बत की जानिब से हिन्दू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए जश्ने विजारत नबी आल इण्डिया मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें दूर दराज से आये शायरों व कवियों ने अपनी शायरी अमन एकता और मुहब्बत का पैगाम दिया। मुशायरे का उद्घाटन प्रीतम जी व डॉ विजारत नबी बिजनोरी ने किया जबकि शमा रौशन नईम अख्तर देवबन्दी,गालिब हबीब व प्रदीप मायूस ने की। मुशायरे की सदारत नफीस देवबन्दी व निजामत वसीम झींझानवी ने की। मुशायरे का आगाज नईम अख्तर देवबन्दी ने नात ए पाक व प्रीतम जी ने सरस्वती वन्दना से किया। रामपुर मनिहारान से आये ताहिर मलिक रामपुरी ने कलाम पेश करते हुए कहा श्मरहम लगाना बाद में जख्मों पे तुम मेरे,पहले बताओ हाथ का पत्थर कहाँ गया।वसीम झींझानवी ने खूबसूरत तरन्नुम में कलाम पेश करते हुए कहा श्नफरत भुला के दोस्तों उल्फत किया करो, छोटी सी जिन्दगी है मुहब्बत किया करो।बिजनोर से आए डॉ विजारत नबी ने कुछ यूँ कहा कि श्हम अपना गम जमाने से छुपा लेते तो अच्छा था,खमोशी से मुहब्बत का मजा लेते तो अच्छा था।देवबन्द से आए उस्ताद शायर नफीस अहमद नफीस ने दिलकश तरन्नुम में कलाम पेश करते हुए कहा फल किस तरह से पाओगे मेहनत किए बगैर, जन्नत के ख्वाब वो भी इबादत किए बगैर।देवबन्द के नोजवान शायर नईम देवबन्दी ने अपने ख्यालात का इजहार कुछ यूँ किया श्अपने बड़ों के पाँव की मैं धूल हूँ नईम,कतरे की क्या बिसात समन्दर के सामने। मशहूर नाजिम व शायर शाहनवाज सिद्दीकी ने अपने जज्बात का इजहार करते हुए यूँ कहा ,अपना तूफान की मौजों में सफीना क्यों है,कशमकश में हर इंसान का जीना क्यों है।शामली के मशहूर शायर प्रदीप मायूस ने कुछ यूँ कहा नजर में हर घड़ी दीदार की खुशबू महकती है, बदन में सिर्फ तेरे प्यार की खुशबू महकती है। इंजीनियर फरीद कादरी ने कहा श्इन्सां अंदर से भी बाहर जैसा हो, यानि चेहरे पर न कोई चेहरा हो। अबू आरिफने अपने ख्यालात का इजहार यूँ किया कदम कदम जो सताने की बात करते हैं,हमारे ख्वाब में आने की बात करते हैं। इनके अलावा प्रीतम जी, इम्तियाज आजमी, गालिब, हबीब आदि ने एक से बढ़ कर एक कलाम सुना कर सामाइन को देर रात तक लुत्फअन्दोज किया।मुशायरे में डॉ विजारत नबी, मुख्य अथिति गालिब हबीब रामपुरी सहित तमाम शायरों को शॉल ओढ़ा कर व स्म्रति चिह्न देकर सम्मानित किया। अब्दुल कलाम राय, एडवोकेट सभासद तय्यब मंसूरी, वरिष्ठ पत्रकार तारिक सिद्दीकी आदि काफी लोग मौजूद रहे। मुशायरा कन्वीनर अबू आरिफ अली व वसीम झींझानवी ने सभी का आभार प्रकट किया।


फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रशासन सख्त

संवादाता-नरेश गुप्ता


औरैया। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए कार्यक्रम आगामी 25 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक चलाया जायेगा। जिसमें घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जायेगी। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिला समन्वय समिति की बैठक आहूत की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिये कि वह स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जायें और अपने सामने डीईसी एवं एलबेंडाजाॅल की गोलियां खिलाये।


अभियान के दौरान प्रतिदिन छूटे हुए व्यक्तियों को पुनर्भ्रमण कर दवा खिलाई जाये। इस अभियान का रैली, बैनर, पोस्टर, पम्पलेट आदि के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाये। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि वह प्रधानों के माध्यम से ग्रामीण की सहभागिता सुनिश्चित कराये। सभी एमओईसी अधीक्षक इस अभियान को शतप्रतिशत पूर्ण करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाये। अन्यथा संबंधित  के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सीएमओ एके राय ने बताया कि इस अभियान हेतु कुल 1566 टीम गठित की गयी है जो 15 लाख की आबादी को कवर करेगी। फाइलेरिया की दी जाने वाली दवा पूर्ण रूप से सुरक्षित है लेकिन दवा खाने के बाद कभी-कभी बुखार, चक्कर, मिचली या उल्टी आ सकती है इस प्रकार की विषम परिस्थितियों को सफलता पूर्वक निस्तारण के लिए जिला स्तर एवं ब्लाक स्तर पर रैपिड रिस्पोंस टीम का गठन किया गया।


फाइलेरिया की पहचान।


इसे हाथी पाॅव रोग के नाम से भी जाना जाता है। इस रोग के कारण शरीर के लटकने वाले अंगों में सूजन का आती है। फाइलोरिया से जुड़ी विकलांगता जैसे लिंफोइडिमा(पैरों में सूजन) एवं हाइड्रोसील(अण्डकोष की थैली में सूजन) के कारण पीड़ित लोगों को इसके कारण आजीविका एवं काम करने की क्षमता प्रभवित होती है।


दवा खिलाने का यह है प्लान।


दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को डीईसी एवं एलबेंडाजाॅल की 01 गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की 02 एवं एलबेंडाजाॅल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की 03 गोली एवं एलबेंडाजाॅल की 01 गोली दी जायेगी, एलबेंडाजाॅल का सेवन चबाकर किया जाना है। दवा खाली पेट नही खिलाई जायेगी।


इनके लिए उपयुक्त है दवा। हर व्यक्ति को इन दवाओं का सेवन करना है केवल गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गम्भीर बीमरी से पीड़ित लोगों को इन दवाओं को सेवन नही करना है।


फाइलेरिया के बचाव।


_मच्छरों से बचाने के लिए बिशेष ध्यान दें।
_आस-पास साफपानी भी इकटठा न होने दें।
_पानी न हटा पाए तो उसमें कैरोसीन डाल दें।
_चोट अथवा घाव वाले स्थान को हमेशा साफ रखें।
_पूरी बाजू का कपड़ा पहने और साफ रखें।
_सोते वक्त हाथ व पैर सरसों अथवा नीम का तेल लगा लें।


1 जिले में भाजपा अध्यक्ष के 57 दावेदार

रिपोर्ट- हिमांशु शुक्ला


रायबरेली। पद, प्रतिष्ठा प्राप्त कर सत्ता की मलाई खाने को लालायित भाजपाईयो में जिलाध्यक्ष पद प्राप्त करने की होड़ चरम पर आ गयी है। भाजपा की चुनावी नियमावली के अंतर्गत उसके निर्वाचक मंडल में कुल 44 सदस्य है, एक प्रस्तावक, एक समर्थक के साथ कुल 22 वैध दावेदार हो सकते है। पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा संगठन के जनपदीय चुनाव अधिकारी बालचंद्र मिश्र के समक्ष 57 दावेदारों ने जिलाध्यक्ष पद पर दावा ठोककर प्रमाणित कर दिया कि अलग चाल, चरित्र व चेहरे की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी में सत्ता की मलाई खाने का भीषण रोग लग चुका है, भाजपा संगठन स्वरूप के अनुसार निर्वाचित 22 मंडल अध्यक्ष व 22 जिला प्रतिनिधि ही अध्यक्ष पद के दावेदारों के प्रस्तावक समर्थक के रूप में दावेदारों के नाम प्रस्तावित कर सकते है, संगठन स्वरूप के अनुसार 22 दावेदारों के बजाय 57 लोगो ने जिलाध्यक्ष पद पर दावेदार बनकर प्रमाणित कर दिया कि अनेक मंडल अध्यक्ष व जिला प्रतिनिधियो ने एक से अधिक दावेदारों के नाम का प्रस्ताव व समर्थन किया है। इतने दावेदार होने के फलस्वरूप यह निश्चित है भाजपा में गुटबाजी और आपसी रार चुनाव को प्रभावित करेगी। जिससे उपजी परिस्थितियों में राज्य नेतृत्व हस्तक्षेप कर अपने किसी पसंदीदा नेता के पक्ष में अन्य दावेदारों से नामांकन वापस लेकर निर्विरोध निर्वाचन सम्पन्न कराने का प्रयास करेगा । जिसके बाद गुटबाजी के तीव्र होने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता। पिछले संगठनात्मक चुनाव के बाद तत्कालीन जिलाध्यक्ष दिलीप यादव के विरुद्ध लामबंद सभी गुटों ने मिलकर उन्हें कार्यकाल के मध्य पदमुक्त कराकर रामदेव पाल को जिलाध्यक्ष नामित करा लिया था। केंद्र व प्रदेश की सत्ता में काबिज भाजपाईयो के दिल मे जिलाध्यक्ष बनकर सत्ता की मलाई खाने के कसक हिलोरे मारती रही चुनाव के अवसर पर दावेदारों की बड़ी सूची इस बात को प्रमाणित कर रही है, कि दावेदारों में नामी चेहरों के साथ गुमनामी की शाल ओढ़ने वालो सहित सत्ता बदलते दल बदलने का खेल खेलने वाले भी सम्मलित है ऐसे में अध्यक्ष कोई बने यह निश्चित हो चुका है आपसी रार तकरार में संगठन प्रभावित होगा और कांग्रेस सुप्रीमो व नेहरू खानदान के अंतिम अजेय किले को ध्वस्त करने की भाजपाई योजना कहा तक सफल हो पाएगी यह वर्तमान परिदृश्य से स्पष्ट होने लगा है।


भाकियू के द्वारा धन्यवाद मीटिंग का आयोजन

गंगोह। राकेश टिकैत के प्रोग्राम को सफल बनाने के उपलक्ष में शुक्रवार को कार्यकर्ता धन्यवाद मीटिंग का मुख्य आयोजन किया गया। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया गया। दरअसल आपको बता दे कि 6 नवम्बर को ग्राम सिकंदरपुर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के प्रोग्राम के सफल होने के उपलक्ष् में मोहल्ला गुलाम ओलिया में तहसील अध्यक्ष चौधरी देशपाल सिंह और पदाधिकारीयों का जोरदार स्वागत किया गया और मोहल्लावासियों ने भाकियू में सामिल होने का ऐलान किया।भाकियू की मिटिंग मोहल्ला गुलाम ओलिया में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता नईम अहमद और संचालन बिरमपाल ने किया।
तहसील अध्यक्ष चौधरी देशपाल सिंह ने मिटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसान भुखमरी की कगार पर हैै। एक तरफ तो किसान को भगवान कहा जाता है और दूसरी तरफ सरकार के द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर किसानों पर पुराली जलाने के नाम पर मुकदमें किये गयेे, तो भाकियू उनका कड़ा विरोध करेगीी। उन्होंने कहा कि सरकार का किसानों की आत्महत्याओं पर तो ध्यान नहीं है। लेकिन सरकार किसानों का शोषण करने पर तुली हुई हैै। जिसे भाकियू बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी
तहसील प्रवक्ता चौधरी अरविंद कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गन्ना मिल को चले लगभग दो सप्ताह हो गये हैं। लेकिन गन्ना मिल ने किसानों का पिछले साल का भी गन्ना भुगतान नहीं किया और पर्ची के नाम पर भी किसानों का शोषण किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने मिल प्रबंधक को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो अपना रवैया बदल दे और किसानों का उत्पीड़न बंद कर दे नहीं तो भाकियू मिल कर्मचारियों को उनकी ओकाद दिखा देंगेे।
मिटिंग में मेहरदीन,इसराइल,नूरहसन,समून,राशिद,आशिफ,हारून, इसतकार,दिलशाद,हाफिज सहाब,आशू,जगदीश सैनी,राकेश सैनी,धरमबीर विशवकर्मा,मतलूब,बिट्टू,कय्यूम,सहीद अंशारी,इकबाल राव,सत्तन सैनी,वाजिद,शहजाद राव,ध्यान सिंह,प्रदीप सैनी,जोगेंदर रोड,मेनपाल रोड,मीरहसन,बिल्लू,संजीव आदि लोग थे।


इंतजार शाह


स्क्रैप की आड़ में शातिराना ढंग से चोरी

पाली नगर से स्क्रैब की आड़ में शातिराना तरीके से बाहर जा रहा संयंत्रों,उपक्रमों से चोरी का कबाड़


कोरबा। जिले में अवैध कबाड़ के धंधों पर पुलिस प्रशासन द्वारा रोक लगाने के बाद भी जिस दुस्साहस तरीके से कबाड़ियों द्वारा कबाड़ का दो नंबरी व्यवसाय जारी रखा गया है। उससे कहीं ना कहीं पुलिस की छवि पर सवालिया निशान लग रहे है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कुछ माह के भीतर जिस प्रकार बड़े वाहनों के माध्यम से अन्यंत्र खपाने ले जाते अवैध कबाड़ पकड़ाया गया है। उससे जाहिर है कि धंधे पर रोक लगाने के फरमान के बाद किसी तरह का लगाम नही लग पाया है। मामले में सूचना पश्चात ही पुलिस द्वारा हरकत में आकर अवैध कबाड़ का परिवहन पर धरपकड़ कर जब्ती की कार्यवाही किया गया है। लेकिन इस पहलू पर अनजाने में या जानते हुए यह जानने का प्रयास नही किया गया कि जिले में कबाड़ व्यवसाय संचालन का ठिकाना एवं सूत्रधार आखिर कौन-कौन है।जिले के पाली नगर में भी कबाड़ का अवैध गोरखधंधा शातिराना तरीके से संचालित हो रहा है। मामले पर सूत्रों द्वारा छनकर आयी खबर के अनुसार पाली नगर में अवैध कबाड़ का व्यवसाय शातिराना तरीके से संचालित है।जहां घरों से निकलने वाला प्लास्टिक व लोहा-टीन सहित स्क्रैब सामानों के साथ जिले में संचालित विभिन्न संयंत्रों एवं कोयला खदानों से चोरी का कबाड़ को नगर के लगने वाले साप्ताहिक बाजार के पास एकत्र कर चारपहिया वाहन के माध्यम से आधी रात अन्यंत्र भेजा जाता है। जिस प्रकार शातिर तरीके से यह अवैध धंधा संचालित हो रहा है।वह अन्य किसी के संज्ञान में नही आ पाया है।महज दिखावा स्वरूप घरों से निकलने वाले लोहा-टीन व प्लास्टिक स्क्रैब सामानों को बाहर रखा जाता है। जबकि संयंत्रों एवं उपक्रमों से चोरी किया गया कबाड़ छुपाकर रखा जाता है।जिसे रात में चारपहिया वाहन में भरकर बाहर खपाया जाता है।तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा द्वारा अपने कार्यकाल में कबाड़ियों पर गिराए गए गाज के दौरान जिले के सभी कबाड़ी दुबक गए थे।जहाँ उनके अन्यंत्र स्थान्तरण के बाद उक्त अवैध धंधे की सुगबुगाहट पुनः दिखाई देने लगी जो धीरे-धीरे कर वृहद् रूप से अपना पाँव पसारती जा रही है।वर्तमान समय में कबाड़ का जो धंधा नगर में संचालित हो रहा है उसमें स्थानीय कुछ नए चेहरों ने जन्म लिया है जो नीचे से ऊपर तक सेटिंग की बात कहते फिर रहे है।और प्रति सप्ताह लाखों का कबाड़ अन्यंत्र खपाकर जल्द ही नगरसेठ बनने का ख्वाब देखते हुए उड़ान पर है। जिले में अवैध कबाड़ व्यवसाय पर धरपकड़ को लेकर एक बात सोचनीय है कि पुलिस ने जब भी कार्यवाही की अन्यंत्र खपाने ले जाते हुए वाहन में भरा कबाड़ ही पकड़ा जबकि उन कार्यवाही में कबाड़ के ठिकाने पर दबिश की कार्यवाही देखने सुनने को नही मिल पायी है। वहीं पुलिस द्वारा पकडे गए कबाड़ सामान का आसानी से बिल पेश कर कबाड़ियों द्वारा सुपुर्दनामा ले लिया जाता है।अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब जिले में कबाड़ के धंधे पर ही पूर्णतः रोक है फिर किस उपक्रम व संयंत्र से निविदा-नीलामी के रूप में स्क्रैब खरीदी किया जाता है। जिसका बिल पेश कर जब्त कबाड़ सुपुर्दनामे की औपचारिता निभाई जाती है...? यही कारण है कि संयंत्रों व खदानों में चोरी जैसी गतिविधियों पर विराम नही लग पा रहा है।


नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...