शनिवार, 16 नवंबर 2019

राम मंदिर ट्रस्ट पर साधु-संतों में भारी फूट

अयोध्या! सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या केस के फैसले के बाद राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर साधु-संतों में ही फूट सामने आ गई है! इसी मामले को लेकर राम मंदिर निर्माण के लिए अनशन करने वाले संत परमहंस दास और रामजन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास दास वेदांती का ऑडियो वायरल हुआ! इसके बाद बवाल मच गया! उधर मामले में कड़ा रुख अख्तियार करते हुए तपस्वी छावनी के महंत और परमहंस दास के गुरु महंत सर्वेश्वर दास ने महंत परमहंस दास को निष्कासित कर दिया है! उन्होंने कहा कि महंत परमहंस दास का आचरण ठीक नहीं है! पूज्य संत-महंतों पर अशोभनीय टिप्पणी करना संतों का आचरण नहीं है!
जुबानी जंग जारी
बता दें ऑडियो वायरल होने के बाद छोटी छावनी के 2 दर्जन से अधिक संतों ने तपस्वी छावनी पहुंच कर जमकर हंगामा काटा. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने महंत परमहंस दास को जिले से बाहर भेज दिया! साथ ही तपस्वी छावनी और हिंदू धाम की सुरक्षा बढ़ा दी! इसके बाद अयोध्या के संतों में जुबानी जंग तेज हो गई!
हंगामे के बाद न्यास के वरिष्ठ सदस्य राम विलास दास वेदांती ने अपना एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने महंत परमहंस दास पर आरोप लगाते हुए कहा कि वायरल आडियो में उनकी आवाज नहीं है! ऑडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है! उन्होंने कहा इस तरह का ऑडियो वायरल करके महंत परमहंस दास उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रच रहे हैं! उनका कहना है कि मैंने कभी भी पूज्य नृत्य गोपाल दास के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया! वहीं दूसरी तरफ विश्व हिंदू परिषद ने इस तरह के अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
सुरक्षा बढ़ाई गई!
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस के इस बयान कि राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास धन और पद की चाह में राम जन्म भूमि न्यास को ही बनाए रखना चाहते हैं! और राम मंदिर निर्माण का पैसा इस्तेमाल करते हैं! इसके बाद नृत्य गोपाल दास के शिष्य और समर्थकों ने महंत परमहंस के घर पर हमला कर दिया और उन्हें जबरन घर से बाहर निकालने की कोशिश!  लेकिन बड़ी संख्या में पहुंची फोर्स ने किसी तरह परमहंस दास को बाहर निकाला और अपने साथ सुरक्षित स्थान पर ले गई! यही नहीं राम विलास वेदांती के भी इस तरह के बयान को लेकर नृत्य गोपाल दास समर्थकों में नाराजगी है! इसीलिए रामविलास दास वेदांती के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है!
फोर्स ने किसी तरह परमहंस को सुरक्षित निकाला
इसी बीच जिले से बाहर भेजे गए परमहंस दास ने भी एक वीडियो जारी किया है! इस वीडियो में उन्होंने राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास पर आरोप लगाए हैं! उन्होंने तपस्वी छावनी पर कब्जा करने की कोशिश सहित कई मंदिरों पर अवैध रूप से कब्जा करने का भी आरोप लगाया!


रिलायंस के 4 बड़े अधिकारियों का इस्तीफा

नई दिल्ली ! कर्ज के जाल में फंसे रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के डायरेक्टर पद से इस्‍तीफा दे दिया है! अनिल अंबानी के अलावा आरकॉम के 4 बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दिया है!


बिजनेस टुडे की एक खबर के मुताबिक अनिल अंबानी के अलावा छाया विरानी, रायना कारानी, मंजरी काकेर और सुरेश रंगाचर ने भी इस्तीफा दे दिया है! इनमें से अनिल अंबानी, छाया विरानी और मंजरी काकेर ने 15 नवंबर को इस्तीफा दिया! जबकि रायना कारानी ने 14 नवंबर और सुरेश रंगाचर ने 13 नवंबर को पद छोड़ दिया!


30,142 करोड़ रुपये का घाटा शुक्रवार को रिलायंस कम्युनिकेशंस की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए गए! न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जुलाई-सितंबर की तिमाही में कंपनी को 30,142 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है! दिवाला प्रक्रिया में चल रही कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था! वहीं इस तिमाही के दौरान कंपनी की आय घटकर 302 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 977 करोड़ रुपये थी! फिलहाल शेयर बाजार में आरकॉम का शेयर 59 पैसे पर है!


एजीआर के लपेटे में आरकॉम भीतिमाही नतीजों में बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के दूरसंचार कंपनियों के सालाना एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की गणना पर फैसले के मद्देनजर कंपनी ने 28,314 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है! आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम यूज शुल्क शामिल है!


दरअसल, एजीआर संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा टेलीकॉम कंपनियों से लिया जाने वाला यूजेज और लाइसेंसिंग फीस है! इस बकाये की रकम के खिलाफ टेलीकॉम कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था! लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार की मांग को जायज माना था! ऐसे में अब टेलीकॉम कंपनियों को हर हाल में बकाया राशि का भुगतान करना होगा!


चीन के बैंकों ने दर्ज कराया है मामला


हाल ही में आरकॉम के मालिक अनिल अंबानी पर चीन के तीन बड़े बैंकों ने लंदन कोर्ट में 680 मिलियन डॉलर (करीब 47,600 करोड़) नहीं चुकाने का मामला दर्ज किया है. ये तीन बैंक- इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड, चाइना डेवेलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना हैं! ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों का दावा है कि अनिल अंबानी की निजी गारंटी की शर्त पर रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को 2012 में 92.52 करोड़ डॉलर (करीब 65 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज दिया था! तब अनिल अंबानी ने इस लोन की पर्सनल गारंटी लेने की बात कही थी लेकिन फरवरी 2017 के बाद कंपनी लोन चुकाने में डिफॉल्ट हो गई!


अनियंत्रित बस पलटने से दर्जनों घायल

 अनियंत्रित होकर पलटी यात्री बस एक दर्ज से अधिक यात्री घायल।


छतरपुर! नेशनल हाईवे 75 पर अनियंत्रित होकर पलटी यात्री बस, यात्रीगण बस से नौगांव से छतरपुर की ओर जा रहे थे! बस का नंबर है MP 16 P 0294 ,बस हुई दुर्घटना ग्रस्त, एक दर्जन से अधिक यात्री घायल, ड्राइवर की स्थिति का साफ-साफ आकलन नहीं हो पा रहा है, ड्राइवर शराब के नशे में था या फिर वह बहुत थका हुआ था! 100 डायल पर सूचना दे दी गई है इसी के साथ 108 एम्बुलेंस की मदद से घायलों को पहुँचाया अस्पताल! सभी घायलों का इलाज जारी है। मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और भारी पुलिस बल मौजूद और मुस्तैद है! घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है!


रितिक सोनी


एक्सीडेंट में कॉन्स्टेबल की दर्दनाक मौत

ट्रक ने मारी टक्कर, कॉन्स्टेबल सौरभ की दर्दनाक मौत


प्रयागराज! अपने जिले में मेजा क्षेत्र के बसहरा गांव के रहने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल सौरभ पाल की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। वह 2018 में कांस्टेबल भर्ती हुए थे और उनकी पोस्टिंग झांसी पुलिस लाइन में हुई थी। शुक्रवार को सौरभ और उनके एक साथी ड्यूटी समाप्त होने के बाद झांसी बबीना जा रहे थे। रास्ते में गलत साइड से आ रहे एक ट्रक ने दोनों बाइक सवारों को टक्कर मार दी। हादसे में सौरभ को ज्यादा चोट आई जबकि उनके साथी को हल्की चोटें आईं। हालत बिगड़ती देख दोनों को हॉस्पिटल ले जाया गया। मौके पर झांसी पुलिस लाइन के उपमहानिरीक्षक एवं कुछ कॉन्स्टेबल भी पहुंच गए। अस्पताल ले जाने के बाद सौरभ की हालत नाजुक हो गई तो उन्हें ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। डॉक्टरों ने सौरभ को मृत घोषित कर दिया। बसहारा उनके परिजनों को खबर मिली तो कोहराम मच गया। सौरभ की अभी शादी नहीं हुई थी।
रिपोर्ट-बृजेश केसरवानी


28 फर्जी कंपनियों का किया भंडाफोड़

राणा ओबराय
108 करोड रुपये का सरकार को चूना लगाने वाली 28 फर्जी कम्पनी चलाने वाले रैकेट का भंडाफोड़
नई दिल्ली! केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की पश्चिमी दिल्ली कमीशनरी ने बिना माल एवं सेवाओं की आपूर्ति किये इनवॉयस जारी कर सरकारी खजाने को 108 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि यह रैकेट 'रॉयल सेल्स इंडिया' तथा 27 अन्य फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहा था तथा उनके नाम पर इनवॉयस जारी करता था। ये सभी 28 कंपनियां वास्तव में अस्तित्व में नहीं थीं। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी 28 फर्जी कंपनियों के नाम से फर्जी इनवॉयस बनाकर जीएसटी के तहत 'इनपुट टैक्स क्रेडिट' दिलाया करते थे जिससे सरकारी खजाने को कर का नुकसान हो रहा था। सरसरी तौर पर उन्हें 900 करोड़ रुपये का इनवॉयस जारी कर सरकार को 108 करोड़ रुपये के कर का चूना लगाने का दोषी पाया गया है। ये फर्जी कंपनियों का जीएसटीएन में पंजीकरण कराते थे। गरीब लोगों के दस्तावेज जमा कराकर उन्हें इन कंपनियों के मालिक के तौर पर दिखाया जाता था। इन कंपनियों के नाम पर खोले गए बैंक खातों में पड़ी 1.58 करोड़ रुपये की जमा के लेनदेन पर रोक लगा दी गयी है। मंत्रालय ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े से सबसे ज्यादा लाभांवित होने वाले लोगों तक पहुँचने के लिए मामले की आगे जांच की जा रही है।


भीतरघाती विरोध को नहीं समझ पाए खट्टर

राणा ओबरॉय


चण्डीगढ़! हरियाणा की भाजपा-जेजेपी सरकार ने लगभग 20 दिनों के बाद मंत्रिमंडल का गठन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 6 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्री बना कर अपना नये मंत्रिमंडल का गठन तो कर लिया पर अपनी पार्टी और आजाद विधायकों के भितरघाती विरोध को नहीं समझ पाए! इस मंत्रिमंडल के विस्तार से आजाद, भाजपा और न ही जेजेपी के सभी विधायक खुश हैं! मुख्यमंत्री तथा उप-मुख्यमंत्री के शपथ लेने के लगभग 20 दिन के रिकार्ड समय के बाद किए गए मंत्रिमंडल में जाट समुदाय को बड़ा प्रतिनिधित्व दिया गया। ऐसा माना जा रहा है मानो भाजपा ने जेजेपी और जाट विधायकों के आगे समर्पण कर दिया हो!इस मंत्रिमंडल के दस सदस्यों में से चार जाट सदस्य हैं। जबकि अभी तक भाजपा पर गैर-जाट प्रभावी पार्टी होने का टेग लगा हुआ था। परन्तु वोटों की राजनीति के चलते भाजपा भी अब जाट प्रभावी होने लगी है। कहा जा रहा है कि जेजेपी की सहभागिता का प्रभाव कम करने को जाट वर्ग से मंत्री अधिक बनाए गए हैं। ऐसा लगता है कि भाजपा ने अभी से अगले विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है। मनोहर मंत्रिमंडल में चार जाट मंत्रियों के अलावा दलित वर्ग से दो, बीसी-बी और ब्राह्मण वर्ग से एक-एक, पंजाबी दो और गुज्जर समुदाय से एक मंत्री बने हें। लेकिन मंत्रिमंडल में बीसी-ए को और वैश्य समाज को स्थान नहीं मिल पाया है। इस पर वैश्य समाज ने तो अपना विरोध भी दर्ज करवा दिया है। अग्रवाल वैश्य समाज स्टूडेंट ऑर्गनायज़ेशन के प्रदेश संयुक्त मंत्री पंकज कसेरा ने कहा की प्रदेश में वैश्य समाज के आठ विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे है, परंतु आठों में से एक भी वैश्य समाज के विधायक को मंत्रिमंडल में जगह न देना अग्रवाल समाज का अपमान है। दूसरी ओर बीसी-ए में भी रोष उभरा कर सामने आ रहा है। चर्चाकारों का कहना है कि रणजीत सिंह को मंत्री बना कर भाजपा ने यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि पार्टी या सरकार निर्दलीय विधायकों के दबाव में आने वाली नहीं है। क्योकि सरकार पर दबाव बनाने के लिए बीते कल पांच निर्दलीय विधायकों ने दिल्ली के हरियाणा भवन में बैठक कर भाजपा पर दबाव बनाने का प्रयास किया था। इन पांच निर्दलीयों का नेतृत्व बलराज कुंडू कर रहे हैं। जबकि प्रारम्भ से ही बलराज कुंडू और रणजीत सिंह को मंत्री बनाने की चर्चा थी। लेकिन रणजीत सिंह मंत्रिमंडल में स्थान पाने में सफल हो गए। बताया गया है कि निर्दलीयों ने यह बैठक मंत्री पद पाने के लिए की थी। लेकिन भाजपा ने निर्दलीयों की रणनीति की हवा निकाल दी। बताया गया है कि अब निर्दलीय नई रूपरेखा बनायेंगे।


जनता कांग्रेस, भाजपा-कांग्रेस की चुनौती

रायपुर। आगामी नगरी निकाय चुनाव को लेकर जनता कांग्रेस नें अपनी कमर कस ली है और इसकी तैयारियां भी जोर-शोर से की जा रही है। इसी कड़ी में पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक “अनुग्रह ” में पार्टी सुप्रीमो श्री अजीत जोगी जी के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत राजकीय गीत अरपा पैरी के धार… से की गई। बैठक में प्रदेश के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही प्रत्येक वार्ड से तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया जाएगा एवं जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट दी जावेगी। बैठक को संबोधित करते हुए श्री जोगी ने कहा हमारी पार्टी जमीन से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे, कोई भी नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना हो, यह हमारा प्रयास होगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिले इसकी व्यवस्था की जाएगी। हमारे प्रत्याशी के जीते वार्ड में शराब दुकान और बीयर बार खोलने की अनुमति नहीं दी जावेगी।



श्री जोगी ने कहा नगरीय निकाय चुनाव में प्रत्याशी का व्यक्तित्व और कार्यशैली उसके जीत पर निर्भर करता है इसलिए हमारी पार्टी के द्वारा जमीन से जुड़े हुए नेताओ, कार्यकर्ताओं को और जीतने वाले प्रत्याशी को ही टिकट दिया जाएगा। प्रदेशभर से दावेदारों के बायोडाटा आ रहे हैं जल्द ही हमारी पार्टी 3-3 लोगों के नाम का पैनल तैयार करेगी और पार्टी प्रत्याशी का घोषणा किया जाएगा । बैठक में श्री जोगी ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा धान खरीदी के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है। जोगी शासनकाल में भी केंद्र सरकार ने धान खरीदी पर सहयोग नहीं किया था तब जोगी सरकार ने अपने दम पर प्रदेश के किसानों का एक-एक दाना धान को खरीदा था और देश में पहली बार धान खरीदी शुरू की गई थी । ऐसे में भूपेश सरकार को केंद्र के भरोसे ना रहते हुए और नौटंकी ना करते हुए जल्द से जल्द किसानों की धान खरीदी शुरू करनी चाहिए, धान पर राजनीति नही करनी चाहिए । आज की बैठक में पार्टी सुप्रीमो श्री अजीत जोगी महामंत्री, श्री महेश देवांगन, मीडिया चेयरमैन श्री इक़बाल अहमद रिजवी, श्रीमती रिचा जोगी, रायपुर जिला अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश देवांगन, श्रीमती अनामिका पाल जी, श्री राहिल राउफी, श्री प्रदीप साहू, गजेंद्र देवांगन सहित बड़ी संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।


फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...