शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

विकलांग रेप विक्‍टिम की रिपोर्ट भी नहीं

आखिर कब सुधरेगी राजस्थान पुलिस। 
बलात्कार पीडि़त विकलांग विवाहित की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। 
नागौर एसपी विकास पाठक का दावा पीडि़ता थाने पर नहीं आई। 

दोनों पैरों से विकलांग विवाहिता अपने साथ हुए बलात्कार की रिपोर्ट लिखवाने के लिए नागौर ने खुनखुना थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक चक्कर लगा रही है और पीडि़ता की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। चूंकि पीडि़ता के दौनों पैरों में पोलियो है, इसलिए घिटस-घिसट कर चलती है, लेकिन फिर भी निर्दयी पुलिस कर्मियों को दया नहीं आ रही है। पीडि़ता अपने विकलांग पति के साथ चीख-चीख कर बलात्कारी युवक का नाम भी बता रही है। पीडि़ता का आरोप है कि युवक ने उसके पति को अपने शिक्षण संस्थान में नौकरी देने की एवज में धोखे से बलात्कार किया। 20 सितम्बर को जब न्यूज चैनलों में मामला उजागर हुआ तो नागौर के एसपी विकास पाठक ने कहा कि पीडि़ता थाने पर आई ही नहीं, इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। जबकि पीडि़ता का कहना रहा कि वह पिछले दो माह से नागौर के खुनखुना थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक के चक्कर लगा रही हंू, लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही है। उल्टे आरोपी युवक धमका रहा है। गंभीर बात तो यह है कि पीडि़ता ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। सवाल उठता है कि जो पीडि़ता सरकारी पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा रही है क्या वह थाने पर रिपोर्ट लिखाने नहीं जाएगी? जाहिर है कि पुलस की कथनी और करनी में फर्क हैं। राजस्थान पुलिस के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि बलात्कार की शिकार विकलांग महिला रिपोर्ट लिखाने के लिए दर दर भटकना पड़े। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं को गांधीवादी और संवेदनशील मानते हैं। ऐसे सीएम को चाहिए कि जिन पुलिस अधिकारियों ने लापरवाही बरती है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। पुलिस के बड़े अधिकारियों के कथनों पर भरोसा करने के बजाए पीडि़ता की बात को सही माना जाए। कोई विकलांग महिला यूं ही अपनी इज्जत दांव पर नहीं लगाएगी। नागौर पुलिस को भी चाहिए कि पीडि़ता की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करे। प्रदेश के उन न्यूज चैनलों का भी आभार जिन्होंने इस संवेदनशील मामले को प्रमुखता से प्रसारित किया। 
एस.पी.मित्तल


अपराधी राजनेता स्वामी से सबक लें

पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी से अपराध करने वाले राजनेता सबक लें। 
कोर्ट ने जेल भेजा। मैं अपने कृत्यों पर शर्मिंदा हूं।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारें हैं, लेकिन इसके बावजूद भी 20 सितम्बर को तीन बार के भाजपा सांसद और अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में गृह राज्यमंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद को रेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी चिन्मयानंद के शाहजांपुर (यूपी) के आश्रम से हुई है। आरोप है कि लॉ कॉलेज की छात्रा से चिन्मयानंद ने रेप किया है। रेप का आरोप लगाने वाली छात्रा और मीडिया पिछले कई दिनों से चिन्मयानंद की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लेकर हाईकोर्ट को दिशा निर्देश दिए। चौतरफा दबाव के बाद यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया। अब चिन्मयानंद पुलिस के शिकंजे में हैं। चिन्मयानंद बलात्कारी हैं या नहीं, यह फैसला कोर्ट करेगी,लेकिन जो राजनेता यह समझते हैं कि अपराध करने पर उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, उन्हें चिन्मयानंद की गिरफ्तारी से सबक लेना चाहिए। अब जब देश में जागरुक मीडिया, अति सक्रिय न्यायपालिका और आलोचना से डरने वाला सरकारी तंत्र हैं तो फिर अपराधी को कोई संरक्षण मिलना मुश्किल है। वैसे भी चिन्मयानंद जैसे व्यक्तियों को ऐसे अपराधों से बचना चाहिए। चिन्मयानंद के समर्थक कह सकते हैं कि किसी महिला के साथ जोर जर्बदस्ती नहीं की, लेकिन सोशल मीडिया में चिन्मयानंद के जो वीडियो वायरल हुए हैं, उनसे चिन्मयानंद के कृत्य को घिनौना ही कहा जाएगा। भारतीय संस्कृति में साधु-संतों की परंपरा को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। यदि ऐसे लोग संस्कृति के विपरीत कृत्य करेंगे तो फिर अंगुली तो उठेगी ही। कुछ राजनेता समझते हैं कि बंद कमरे में कुकृत्य करने पर कोई नहीं देखेगा, लेकिन ऐसे राजनेता भी अब सावधान हो जाए। चिन्मयानंद के वीडियो बताते हैं कि अपने ही लोगों ने पोल खुलवा दी। चिन्मयानंद का धर्म, राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में नाम था, लेकिन अब ऐसा नाम मिट्टी में मिल गया है। सवाल यह नहीं कि आरोप लगाने वाली लड़की ब्लैकमेल कर रही  थी, सवाल आपकी नैतिकता और आचरण का है। जब आप धर्म, राजनीति और सामाजिक क्षेत्र के मंच पर खड़े होकर जनता को उपदेश देते हैं। तब आपसे यह उम्मीद की जाती है कि आप स्वयं भी कहे मुताबिक आचरण करें। आप यदि बंद कमरों में अपने कॉलेज में पढऩे वाली छात्राओं से मालिश करवाएंगे और बाहर निकल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर भाषण देंगे तो फिर लोग आप पर थूकेंगे ही। 
मैं अपने कृत्यों पर शर्मिंदा हंू-चिन्मयानंद:
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में स्वामी चिन्मयानंद ने माना कि कॉलेज की लड़की को मालिश के लिए बुलवाया था। अपने इस कृत्य के लिए वे शर्मिंदा हैं। गिरफ्तारी के बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया, जहां 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस बीच एसआईटी ने बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की के तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार किया है। चिन्मयानंद की ओर से कराई गई एफआईआर में बताया गया कि लड़की के दोस्त पांच करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे। चिन्मयानंद की ओर से इस बात के दस्तावेज भी पुलिस को दिए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में आरोप लगाने वाली युवती को भी सहअभियुक्त बनाया है। मालूम हो कि एसआईटी की ओर से इस पूरे प्रकरण में 22 सितम्बर को हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। 
एस.पी.मित्तल


महाराजा अग्रसेन जयंती का उपलब्ध

अजमेर में धूमधाम से होंगे अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम। 
अधिक से अधिक अग्रवालों को जोडऩे का लक्ष्य।

महाराजा अग्रसेन जयंती के उपलक्ष में अजमेर में 21 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जयंती महोत्सव समिति के प्रतिनिधि अशोक पंसारी और डॉ. विष्णु चौधरी ने 20 सितम्बर को बताया कि कार्यक्रमों की शुरुआत 21 सितम्बर को क्रिकेट लीग प्रतियोगिता के साथ होगी। 24 सितम्बर को सुबह 8 बजे 1111 वाहनों की रैली सीताराम बाजार से आरंभ होकर पड़ाव, क्लॉक टावर, गांधी भवन, नया बाजार, आगरा गेट होते हुए महाराज अग्रसेन पब्लिक स्कूल पर समाप्त होगी। इसी दिन सुबह 9 बजे स्कूल परिसर में ही ध्वजा रोहण होगा। 24 सितम्बर को ही रात 8 बजे नया बाजार चौपड़ पर भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें कोलकाता के जयशंकर चौधरी, जयपुर के गिरिराज, सुरभि चतुर्वेदी तथा निजाम एंड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। 25 सितम्बर को सायं साढ़े छह बजे अग्रसेन स्कूल में मेले का आयोजन किया गया है। 26 सितम्बर को स्कूल परिसर में ही आयोजित कवि सम्मेलन में हास्य कवि अरुण जेमनी, शृंगार रस की कवियित्री पूनम वर्मा, उदयपुर के कवि आजात शत्रु, बलवंत बल्लू, विनीत चौहान आदि कविता पाठ करेंगे। 27 सितम्बर को दोपहर ढाई बजे महिला खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इसी दिन सायं साढ़े सात बजे डांडिया के आयोजन होंगे। 28 सितम्बर को स्कूल परिसर में सुबह 9 बजे से रक्तदान शिविर रखा गया है। इसी दिन शतरंज प्रतियोगिता रखी गई है। 29 सितम्बर को दोपहर तीन बजे केसरगंज स्थित सेंट जोंस स्कूल के सामने से महाराज अग्रसेन की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा का समापन अग्रसेन नगर में होगा। 30 सितम्बर को सांस्कृति संध्या का आयोजन रखा गया है। 1 सितम्बर को सामूहिक प्रसादी के साथ समारोह का समापन होगा। सामूहिक प्रसादी महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में रखी गई। विभिन्न कार्यक्रमों को सफल बनाने में सतीश बंसल, शैलेन्द्र अग्रवाल, मनीष गोयल, दिनेश परनामी, रामन्द्र मित्तल, प्रदीप बंसल, शंकरलाल बंसल, प्रेमनारायण गर्ग, रमेश चन्द्र अग्रवाल, गोविंद गर्ग आदि की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9414003159 पर अशोक पंसारी तथा 9414004759 पर डॉ. विष्णु चौधरी से ली जा सकती है। 
एस.पी.मित्तल


राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी ने लगाई गुहार

गाजियाबाद। शास्त्री नगर स्‍थित रजापुर में रहने वाली मुस्कान तोमर की पहचान एक खिलाड़ी के रूप में है। नेशनल लेवल की यह खिलाड़ी आज मजबूर है प्रशासन की उदासीनता के चलते। क्योंकि पिछले काफी समय से मुस्कान प्रदेश व देश का नाम रोशन कर चुकी है। लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन उसके खेल भावना को देखने को तैयार नहीं है। दरअसल मुस्कान की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है की वो देश के अलग अलग जगह जाकर खेल खेल सके। मुस्कान के मेडल आपको इतना तो यकीन दिला देंगे कि मुस्कान कहीं ना कहीं अच्छी खिलाड़ी है, और मुश्कान की मेहनत की वजह से आज मुस्कान के पास मैडल ही हैं। लेकिन मुस्कान ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसकी मदद की जाए,साथ है। गाजियाबाद की महापौर से भी आग्रह किया है। उसकी मदद की जाए,मुश्कान ने डिस्क थ्रो प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चेन्नई जाना है। लेकिन माता व पिता के पास इतने पैसे नहीं हैं की मुस्कान को चेन्नई में हो रही खेल प्रतियोगिता में भाग दिला सके अब देखने वाली बात होगी। प्रदेश सरकार जहां एक तरफ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है। क्या इस बेटी को खेल की भावना के चलते इसकी आर्थिक मदद कर पाएगी।


दिपक कुमार


बाबर ने मंदिर तोड़ा नहीं बल्कि बनवाया

वक्फ बोर्ड के वकील ने कहा- बाबर ने मंदिर तोड़ा नहीं बल्कि बनवाया


नई दिल्‍ली। अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन अपना पक्ष रख रहे हैं। धवन ने सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के सामने 28वें दिन की सुनवाई के दौरान बाबरनामा का हवाला देते हुए कहा कि दरअसल वहां मंदिर मुगल बादशाह बाबर ने बनवाया था। हिन्दू पक्षकार गजेटियर का हवाला दे रहे हैं लेकिन गजेटियर कई अलग-अलग समय पर अलग नजरिये से जारी हुए थे। ऐसे में नहीं कहा जा सकता कि बाबर ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई।सुनवाई के दौरान जस्टिस बोबड़े ने पूछा कि कई पुरानी मस्जिदों में संस्कृत में भी कुछ लिखा हुआ मिला है, ये क्यों है। इस पर राजीव धवन ने कहा कि क्योंकि बनाने वाले मजदूर कारीगर हिंदू होते थे तो वे अपने तरीके से इमारत बनाते थे। काम पूरा होने के बाद यादगार के तौर पर कुछ लेख भी अंकित करते थे। मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने गुरुवार को अपनी दलीलों के जरिए यह साबित करने की कोशिश की कि विवादित स्थल पर मस्जिद थी।


उन्होंने निर्मोही अखाड़े के महंत रघुवर दास की ओर से 1885 में दाखिल वाद का हवाला देते हुए कहा कि वह स्थल के बाहरी परिसर में राम चबूतरा मन्दिर का निर्माण कराने जा रहे थे। अयोध्या राम मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित संवैधानिक पीठ पिछले 5 अगस्त से लगातार सुनवाई कर रही है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने बुधवार को सभी पक्षकारों से अपनी दलीलें पूरी करने के बारे में पूछा।


हजारों किमी से बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण

प्रधान सेवक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली से ही 3600 किमी दूर किया भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण


नई दिल्ली। मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमा बातुलगा द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक सहित कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आज पीएम मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगोलिया के गंडान मठ में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण किया है।इससे पहले आज उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।उन्होंने कहा 'मैं भारत की राजकीय यात्रा पर आकर बहुत खुश हूं। भारत के साथ हमारे सदियों पुराने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध हैं।


1992 में मंगोलिया ने पहला लोकतांत्रिक संविधान अपनाया और 1994 में मंगोलिया के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति ने भारत की पहली राजकीय यात्रा की। इसके बाद साल 2009 में मंगोलिया के राष्ट्रपति भारत यात्रा पर आए। उसके दस साल बाद मैं भारत की राजकीय यात्रा पर हूं। इससे पहले, मई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक आधिकारिक यात्रा पर आए थे।'


यौन शोषण आरोपी चिन्मयानंद गिरफ्तार

यौन शोषण के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद गिरफ्तार


शाहजहांपुर। पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी और यूपी पुलिस ने शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर लिया है। एसआईटी की टीम स्वामी चिन्मयानन्द को सुबह ट्रामा सेंटर ले गई थी। ट्रामा सेंटर में स्वामी को दिखाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। स्थानीय अदालत ने स्वामी चिन्मानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है।


इससे पहले, गुरुवार देर रात स्वामी चिन्मयानंद की देर रात एक बार फिर से तबीयत बिगड़ गई। इसपर स्वामी को बाहर ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई, वहीं, जानकारी मिलते ही एसआईटी टीम आश्रम पहुंच गई और कागजात मांगे, लेकिन कागजात न दिखा पाने पर एसआईटी ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया। गौरतलब है कि स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत गुरुवार दोपहर तक ठीक नहीं रही। डॉक्टरों ने हार्ट में दिक्कत के कारण केजीएमसी लखनऊ ले जाने की सलाह दी लेकिन शाम पौने पांच उन्होंने खुद की हालत में सुधार बताया और आयुर्वेदिक इलाज की बात कहकर अपने सेवादार के साथ आश्रम लौट आए।


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...