मंगलवार, 10 सितंबर 2019

गलती से अकाउंट में आए पैसे, की मौज

दिल्ली। अगर किसी के अकाउंट में गलती से पैसे आ जाएं तो आदमी क्या क्या कर सकता है। इसका एक उदाहरण अमेरिका में देखने को मिला।


दरअसल यहां एक कपल के बैंक अकाउंट में गलती से करीब 1 लाख 20 हजार डॉलर यानी करीब 72 लाख रुपये आ गए। अकाउंट में इतने पैसे आने पर इस कपल ने जीभरकर पैसे उड़ाए और इतनी शाहखर्ची की कि मौज मस्ती में सारे पैसे फूंक डाले। अमेरिका के पेनन्सिलवानिया के कपल रॉबर्ट विलियम्स और टिफनी विलियम्स के खिलाफ अब पुलिस ने धोखाधड़ी, अवैध तरीके पैसे खर्च करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी करने की तैयारी कर रही है।


कार्यपालिका,विधायिका की समझ नहीं

कृष्ण मोहन कुमार


अम्बिकापुर। प्रदेश से एकमात्र मोदी सरकार में मंत्री रेणुका सिह ने अब कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कांग्रेस आलाकमान पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्होंने आदिवासी बाहुल्य इस प्रदेश को टी 20 मैच का ग्राउंड समझ लिया है और ढाई साल की पारी के बाद मुख्यमंत्री बदलने की घोषणा की है। वही केंद्रीय राज्य मंत्री ने प्रदेश के एक मंत्री पर भी निशाना साधा है। दरअसल सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से सांसद व मोदी सरकार में केंद्रीय अनुसूचित जाति, जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कांग्रेस आलाकमान के उस फैसले पर अपनी टिप्पणी दी है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ को क्रिकेट मैच का पिच समझ रही है। यही वजह है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत पाने के बाद अब प्रदेश में टी 20 का मैच खेल रही है। ढाई साल भूपेश बघेल और ढाई साल टीएस सिंहदेव और कांग्रेस की इस राजनीति में प्रदेश की जनता पीस रही है। विकास तो ठप्प ही है। वही केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिह ने कवासी लखमा के उस पॉलिटिकल सीख पर भी कहा कि कांग्रेस की राजनीति की बुनियाद वही है।एक ऐसे अनपढ़ को मंत्री बनाया जिसे कार्यपालिका और विधायिका तक समझ मे नही आती हैं।बता दे कि रेणुका सिह इन दिनों छत्तीसगढ़ प्रवास पर है।उन्होंने दंतेवाड़ा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी चुनाव भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया है।


जेटली की श्रद्धांजलि सभा में बोले मोदी

नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की श्रद्धांजली सभा से पीएम मोदी के द्वारा सभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- अरुण जेटली मेरे घनिष्ठ मित्र थे। उनके अंतिम दर्शन मैं नहीं कर पाया, इसका बोझ मुझ पर हमेशा बना रहेगा। जेटली सर्वमित्र थे, सर्वप्रिय थे। वह अपनी प्रतिभा, पुरुषार्थ और प्रभाव के कारण जिसके लिए उपयोगी हो सकते थे, वे हमेशा उपयोगी होते थे। उनका व्यक्तित्व और निजी जीवन जन समर्पित एवं राष्ट्र समर्पित रहा है। ऐसे ओजस्वी व्यक्ति को ऐसे, ओजस्वी मित्र को खो देना एक अभूतपूर्व घटना है। जिसका मैं शब्दों में वर्णन नहीं कर पा सकता हूँ। वह डायबिटीज से लेकर कई समस्याओं से जूझते रहे। आखिरी समय तक उनसे पूछने पर भी वह ना अपनी बात बताते थे, ना ही स्वास्थ्य के बारे में बात करते थे। वह हमेशा देश के लिए बात करते थे। उनका मन देश के लिए रम गया।


आयकर की रडार पर है कई प्रत्याशी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में आयकर विभाग की रडार पर चुनाव में ज्यादा पैसा खर्च करने वाले प्रत्याशियों पर है | इसके लिए आयकर विभाग ने अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है, राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में संपत्ति का विवरण देने में गड़बड़ी करने वाले करीब 60 उम्मीदवारों को आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग ने सूचीबद्ध कर नोटिस भेजा है और उन्हें संपत्ति का सही विवरण देने के लिए कहा है। नोटिस उन्हीं उम्मीदवारों को भेजा गया है, जिनके शपथपत्र में संपत्ति का विवरण कुछ और है तथा विवरणी में संपत्ति की जानकारी कुछ और है। आईटी के इन्वेस्टिगेशन विंग ने जिन्हें नोटिस भेजा है, उसमें चुनाव जीतने वाले करोड़पति प्रत्याशियों के साथ ही पराजित और निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं।


मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग ने आयकर विभाग को विधानसभा चुनाव में अपनी पैनी नजर गड़ाए रखने के निर्देश दिया गया था, आयकर विभाग उन सभी ट्रांजेक्शन पर अपनी कड़ी नजर रखा था, जो ज्यादा लेनदेन बैंकों से हो रहे हैं, इसके साथ ही साथ उन सभी प्रत्याशियों का डाटा आयकर विभाग के पास रहेगा जो चुनावी मैदान में अपनी विधानसभा में कितना रुपया खर्च कर रहे हैं | प्रदेश के सभी जिलों में अपने एक्सपर्ट अधिकारियों बैठा दिया गया था। संदेह के दायरे में आने की वजह से आयकर विभाग ने प्रत्याशियों को चल-अचल संपत्ति, जमा किए जाने वाले टैक्स, आय के स्रोत और पैन कार्ड नंबर की जानकारी मांगी है। जो चुनाव में ज्यादा रुपए खर्च किये हैं, उनके रिटर्न फाइल पर भी नजर रहे हुए है | इसमें जाना जाएगा कि कहीं प्रत्याशी द्वारा रिटर्न ज्यादा तो फाइल नहीं की जा रहा है, आयकर अफसर के मुताबिक, विभाग विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है।


कृपया यात्रीगण ध्यान दें, 14 ट्रेन रद्द

ट्रेन यात्री सावधान!..रायगढ़-बिलासपुर मेमू 11 से 27 सितंबर तक रहेगी रद्द, 14 एक्सप्रेस ट्रेनें भी प्रभावित


रायगढ़। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रेल मंडल में चांपा-रायगढ़ रेल खंड पर स्थित भूपदेवपुर-रॉबर्टसन रेलवे स्टेशनों के मध्य नवनिर्मित तीसरी रेललाइन पर नॉन इंटरलॉकिंग काम की वजह से 11 से 27 सितंबर तक बिलासपुर-रायगढ़-बिलासपुर मेमू 17 दिन व अन्य 14 एक्सप्रेस ट्रेनें अलग-अलग दिनों में रद्द रहेंगी। नॉन इंटरलॉकिंग के तहत तीसरी नई लाइन को दूसरी लाइन से जोड़ा जा रहा है।


यह ट्रेनें होंगी प्रभावित


बिलासपुर-रायगढ़ मेमू 68738 बिलासपुर से 11 से 27 सितंबर तक 17 दिन।
रायगढ़-बिलासपुर मेमू 68737 रायगढ़ से 11 से 27 सितंबर तक 17 दिन।
बिलासपुर-गेवरारोड मेमू 68734 बिलासपुर से 16 से 27 सितंबर तक 12 दिन।
गेवरारोड -बिलासपुर मेमू 68733 गेवरारोड से 16 से 27 सितंबर तक 12 दिन।
संबलपुर-रायगढ़ स्पेशल 02409 संबलपुर से 25 से 28 सितंबर तक 04 दिन।
रायगढ-संबलपुर स्पेशल 02410 रायगढ़ से 24 से 27 सितंबर तक 04 दिन।
पुणे- हटिया एक्सप्रेस 22845 पुणे से 15 व 18 सितंबर को 02 दिन।
हटिया-पुणे एक्सप्रेस 22846 हटिया से 16 व 20 सितंबर 02 दिन।
इंदौर-पुरी एक्सप्रेस 19317 इंदौर से 17 सितंबर को 01 दिन।
पुरी-इंदौर एक्सप्रेस 19318 पुरी से 17 सितंबर को 01 दिन रद्द रहेगी।


भागवत की सेवा से गदगद हुआ समाज

संघ प्रमुख मोहन भागवत का अभिनंदन कर गदगद है माहेश्वरी समाज। 
पुष्कर के विकास के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ज्ञापन। 
पुष्कर स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत का माहेश्वरी समाज की ओर से अभिनंदन किया गया। पुष्कर के इसी सेवा सदन में संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक भी सम्पन्न हुई। हालांकि बैठक 7 से 9 सितम्बर के  बीच हुई, लेकिन संघ प्रमुख 4 सितम्बर को ही पुष्कर आ गए। चूंकि भागवत भी सेवा सदन में रुके, इसलिए माहेश्वरी समाज को सात दिनों तक भागवत की मेहमाननवाजी करने का अवसर मिला। बैठक में भाग लेने वाले 200 पदाधिकारी और संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी सेवा सदन में रहा। हालांकि भागवत की सुरक्षा एवं अन्य सुविधाओं का दायित्व स्वयं सेवकों पर ही था, लेकिन माहेश्वरी समाज ने भी अपने सेवा सदन में सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। समाज में धनाढ्य माने जाने वाले माहेश्वरी समाज के प्रतिनिधि संघ प्रमुख की सादगी से प्रभावित हुए। समाज के प्रतिनिधियों ने भागवत के लिए शानदार डायनिंग टेबल को हटवा दिया और रसोई घर के निकट ही सामान्य स्वयं सेवक की तरह भोजन ग्रहण किया। समाज के प्रतिनिधियों को लगा ही नहीं कि भागवत इतने बड़े और ताकतवर संगठन के मुखिया है। 9 सितम्बर  की रात को भी अभिनंदन समारोह में माहेश्वरी समाज मोती, फूल आदि की बड़ी बड़ी मालाएं, शॉल आदि पहनाना चाहाता था। ऐसी सामग्री लाई भी गई, लेकिन स्वयं सेवकों ने साफ कर दिया भागवत इस तरह अभिनंदन नहीं करवाएंगे। सिर्फ एक प्रतिनिधि श्रीफल भेंट कर सकता है। यही वजह रही कि अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुगल किशोर बिड़ला ने भागवत को श्रीफल भेंट किया। बिड़ला ने सेवा सदन की जानकारी देते हुए बताया कि देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर ऐसे सेवा सदन बने हुए हैं, जिनमें एक साथ हजारों लोग ठहर सकते हैं। अभिनंदन समारोह का संचालन करते हुए सेवा सदन के कार्यालय मंत्री और संघ के एकल विद्यालय के जिला संयोजक सुभाष काबरा ने कहा कि संघ प्रमुख का अभिनंदन कर माहेश्वरी समाज स्वयं को गौरवांवित समझ रहा है। आज समाज में संघ की महत्वपूर्ण भूमिका है। संघ की वजह से इस मौके पर भागवत ने कहा कि समाज के जरूरतमंद व्यक्ति को ऊपर उठाने की जरूरत है। समाज में जब समानता होगी तभी राष्ट्र मजबूत बनेगा। भागवत ने भी माहेश्वरी समाज का आभार जताया। समारोह में सेवा सदन के महामंत्री रमेश चन्द्र छापरवाल, कमल मूंदड़ा, रमेश राठी, जयकिशन बल्दुआ, केके सोनी आदि भी उपस्थित रहे। 
पुष्कर विकास पर नड्डा को ज्ञापन:
संघ की समन्वय बैठक में भाग लेने आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को माहेश्वरी समाज की ओर से पुष्कर विकास के लिए एक ज्ञापन दिया गया। अध्यक्ष जुगल किशोर बिड़ला, महामंत्री रमेशचंद छापरवाल और कार्यालय मंत्री सुभाष काबरा की ओर से दिए गए ज्ञापन में नड्डा से आग्रह किया गया कि पुष्कर तीर्थ के धार्मिक और अंतर्राष्ट्रीय महत्व को ध्यान में रखते हुए विकास की बड़ी योजना बनवाई जाए। पूर्व में पुष्कर बाईपास के पास 200 फुट एनएच रोड 89 के लिए भूमि अधिग्रहण हेतु 86 लाख रुपए केन्द्र सरकार ने स्वीकृत किए थे, लेकिन यह राशि  अभी तक भी नहीं मिली है। अजमेर पुष्कर के मार्ग को फोरलेन करवाने की महत्ती आवश्यकता है। पुष्कर शहर की बढ़ती आबादी और आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या को देखते हुए चारों तरफ रिंग रोड का निर्माण भी किया जाए। ज्ञापन में मांग की गई कि एक हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज पुष्कर विकास के लिए दिया जाए। अजमेर पुष्कर रेल लाइन को मेड़ता तक बढ़ाया जाए। पुष्कर विकास के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9829071696 पर सुभाष काबरा से प्राप्त की जा सकती है। नड्डा ने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया है कि पुष्कर विकास के लिए केन्द्र सरकार उचित कार्यवाही करेगी। 
एस.पी.मित्तल


ट्रंप का बयान कूटनीति का हिस्सा

पाकिस्तान को काबू में रखने के लिए डोनाल्ड ट्रंप दे रहे मध्यस्थता का बयान। 
यह भारत की कूटनीति भी हो सकती है।
न्यूयॉर्क। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक बार फिर कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता करने का बयान सामने आया है। ट्रंप ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान चाहेंगे तो वे कश्मीर पर मध्यस्थता करने को तैयार हैं। ट्रंप ने यह कथन तब दोहराया है जब पिछले दिनों ट्रंप की मौजूदगी में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि कश्मीर पर हम किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। हमारा आपसी विवाद हम दोनों देश सुलझा लेंगे। असल में यह पहला अवसर नहीं है, जब ट्रंप ने मध्यस्थता की बात कही है। ट्रंप पहले भी ऐसे प्रस्ताव रख चुके हैं। 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने के बाद भी ट्रंप ने ऐसा प्र्रस्ताव किया था। इससे पहले भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमरीका दौरे के वक्त भी ट्रंप ने मध्यस्थता की बात की थी। तब तो ट्रंप ने यहां तक कह दिया कि भारत के पीएम ने मध्यस्थता का आग्रह किया है। सब जानते हैं कि जम्मू कश्मीर से 370 के प्रावधान हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पिछले 33 दिनों में पांच बार परमाणु हमले की धमकी दे चुका है। पाकिस्तान सरकार ने ऐसा माहौल बनाया कि भारत पर किसी भी वक्त हमला किया जा सकता है। इमरान खान अपने पाकिस्तान की ओर से सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा अपने सैनिकों की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं, इसलिए ये दोनों तो हमला नहीं करेंगे, लेकिन पाकिस्तान में जो चरमपंथी बैठे हैं वे कुछ भी कर सकते हैं। 10 सितम्बर को विभिन्न आतंकी संगठनों की बैठक पाकिस्तान में हुई। इस बैठक में भारत के खिलाफ रणनीति बनाई गई। ऐसे माहौल में पाकिस्तान को काबू में रखना जरूरी है। ट्रंप जैसे नेताओं के बयानों से पाकिस्तान को काबू में रखा जा सकता है। पाकिस्तान जैसे देश को खुला और अकेला छोडऩा भी खतरनाक है। माना कि युद्ध होने पर पाकिस्तान को नुकसान होगा, लेकिन पाकिस्तान की नादानी की वजह से भारत को बड़ा नुकसान हो सकता है। अब युद्ध सीमा पर जवान नहीं लड़ेंगे, बल्कि मिसाइल से युद्ध होगा। भारत को जम्मू कश्मीर में जो करना था वो कर दिया, अब पहली प्राथमिकता पाकिस्तान को काबू में रखने की है। भारत की कूटनीति का ही परिणाम है कि कश्मीर पर पाकिस्तान को एक भी मुस्लिम देश का समर्थन नहीं मिला है। इससे भी पाकिस्तान निराश और हताश है। ट्रंप का ताजा बयान भी भारत की कूटनीति का हिस्सा हो सकता है। 
एस.पी.मित्तल


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...