रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में आयकर विभाग की रडार पर चुनाव में ज्यादा पैसा खर्च करने वाले प्रत्याशियों पर है | इसके लिए आयकर विभाग ने अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है, राज्य में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में संपत्ति का विवरण देने में गड़बड़ी करने वाले करीब 60 उम्मीदवारों को आयकर विभाग के इन्वेस्टिगेशन विंग ने सूचीबद्ध कर नोटिस भेजा है और उन्हें संपत्ति का सही विवरण देने के लिए कहा है। नोटिस उन्हीं उम्मीदवारों को भेजा गया है, जिनके शपथपत्र में संपत्ति का विवरण कुछ और है तथा विवरणी में संपत्ति की जानकारी कुछ और है। आईटी के इन्वेस्टिगेशन विंग ने जिन्हें नोटिस भेजा है, उसमें चुनाव जीतने वाले करोड़पति प्रत्याशियों के साथ ही पराजित और निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग ने आयकर विभाग को विधानसभा चुनाव में अपनी पैनी नजर गड़ाए रखने के निर्देश दिया गया था, आयकर विभाग उन सभी ट्रांजेक्शन पर अपनी कड़ी नजर रखा था, जो ज्यादा लेनदेन बैंकों से हो रहे हैं, इसके साथ ही साथ उन सभी प्रत्याशियों का डाटा आयकर विभाग के पास रहेगा जो चुनावी मैदान में अपनी विधानसभा में कितना रुपया खर्च कर रहे हैं | प्रदेश के सभी जिलों में अपने एक्सपर्ट अधिकारियों बैठा दिया गया था। संदेह के दायरे में आने की वजह से आयकर विभाग ने प्रत्याशियों को चल-अचल संपत्ति, जमा किए जाने वाले टैक्स, आय के स्रोत और पैन कार्ड नंबर की जानकारी मांगी है। जो चुनाव में ज्यादा रुपए खर्च किये हैं, उनके रिटर्न फाइल पर भी नजर रहे हुए है | इसमें जाना जाएगा कि कहीं प्रत्याशी द्वारा रिटर्न ज्यादा तो फाइल नहीं की जा रहा है, आयकर अफसर के मुताबिक, विभाग विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासनिक अमला पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है।