रविवार, 8 सितंबर 2019

लोकतंत्र-लोकतंत्र का चौथा स्‍तंभ खतरे मे

पत्रकारों पर हमले के लिए सजा देने में फिसड्डी है भारत


लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे मे


हम शुरू करते हैं भारत की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश और शुजात बुखारी  की इनके अलावा कई इनके जैसे पत्रकारों की हत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि इसमें एक और नाम जुड़ गया। दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में डीडी न्यूज के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की मौत हो गई।
क्या भारत पत्रकारों के लिए असुरक्षित देश बन गया है? जिस तरह से पत्रकारों पर हमले बढ़ रहे हैं ऐसा ही लगता है। आंकड़े भी यही बताते लगते हैं। पत्रकार संगठन कमिटी टु प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने ग्लोबल इम्प्यूनिटी इंडेक्स जारी किया है, जिसमें उन देशों को शामिल किया जाता है जहां पत्रकारों की हमलों के लिए अपराधियों को सजा नहीं मिलती। इस सूची में भारत 14वें नंबर पर है। यह सूची ऐसे समय में आई है जब सऊदी अरब के कंसुलेट में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या पर बवाल मचा है और अमेरिकी चैनल सीएनएन में पाइप बम भेजे जाने से सनसनी फैली हुई है।


सूचकांक बनाने के लिए सीपीजे ने सितंबर 2008 से अगस्त 2018 के बीच दुनिया भर में पत्रकारों की हत्या के मामलों का अध्ययन किया। भारत की बात करें तो इस एक दशक में पत्रकारों की हत्या के 18 मामले ऐसे हैं, जो सुलझ नहीं पाए हैं। सबसे बुरी हालत सोमालिया में है। इसके बाद नंबर सीरिया, इराक, पाकिस्तान और बांग्लादेश का आता है।
सीपीजे के मुताबिक, ''अध्ययन से मालूम चला है कि पत्रकारों के काम की वजह से उन पर जानबूझकर हमले किए गए.'' सीपीजे की 11वीं रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक दशक में दुनिया भर के कम से कम 324 पत्रकारों की आवाज दबाने के लिए उनकी हत्या कर दी गई और इनमें से करीब 85 प्रतिशत मामलों में अपराधियों को सजा नहीं दी गई है। 
भारत की हालत दयनीय  
सीपीजे की सूची में भारत 11 बार आ चुका है. 2017 में भारत का 12वां स्थान था। 2017 की रिपोर्ट में सीपीजे ने लिखा था कि 90 के शुरुआती दशक से भारत में 27 पत्रकारों को मार डाला गया। यही नहीं, तत्कालीन रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने यूनेस्को के जवाबदेही तंत्र में हिस्सा लेने से भी इनकार कर दिया, जो मारे गए पत्रकारों के मामलों की जांच की स्थिति पर जानकारी मांगता है। हालत यह है कि पिछले दो वर्षों में भारत की गिनती उन देशों में होने लगी है, जहां पत्रकारों की सबसे ज्यादा हत्या हुई है। 2016 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट ने पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों में भारत को आठवें नंबर पर रखा था।
इस मुद्दे पर आजतक ऑनलाइन के संपादक पाणिनि आनंद ने डॉयचे वेले से कहा, ''भारत में पत्रकारों की हत्या के लिए मीडिया संस्थानों की ट्रेनिंग में कमी भी जिम्मेदार है। हम संवेदनशील इलाकों में रिपोर्टिंग के लिए पत्रकारों को शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार नहीं करते हैं। ऐसा अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में नहीं होता है और अगर हमला या हत्या होती है तो उसे जोरशोर से उठाया जाता है। भारतीय मीडिया संस्थानों में ऐसा नहीं है।


इन पत्रकारों की हुई हत्या    
2018 में भारत में कई पत्रकारों की हत्या हुई जिसमें 'राइजिंग कश्मीर' अखबार के संपादक और डॉयचे वेले से लंबे समय तक जुड़े रहे शुजात बुखारी का नाम शामिल है। जून 2018 में जब बुखारी अपने श्रीनगर स्थित दफ्तर से निकले तो उन पर अज्ञात लोगों ने हमला किया। वहीं मार्च में तीन पत्रकारों को सड़क दुर्घटनाओं में मारने का आरोप लगा। इनमें रेत माफियाओं पर रिपोर्टिंग कर रहे मध्य प्रदेश के संदीप शर्मा का नाम शामिल है। इसी तरह बिहार में नवीन निश्चल और विजय सिंह की भी हत्या कर दी गई।
2017 में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या ने मीडिया जगत को हिला कर रख दिया था। एक कन्नड़ अखबार की संपादक और हिंदू चरमपंथियों के खिलाफ मुखर लंकेश को उनके घर के बाहर ही गोलियां मारी गईं। ऐसा ही रेप के दोषी बाबाओं गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां और आसाराम के खिलाफ रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के साथ हुआ। पाणिनी आनंद के मुताबिक, ''स्थानीय अखबारों में पत्रकारों की स्थिति दयनीय है। वे अगर चरमपंथियों या प्रभावशाली लोगों के खिलाफ रिपोर्टिंग करें तो उन्हें यातना दी जाती है और कई बार तो मार दिया जाता है। ऐसे में पत्रकार तो हमेशा डरा रहेगा।    
मौत पर चुप्पी खतरनाक
पत्रकारों की हत्या पर चुप्पी खतरनाक है। भारत के संदर्भ में पाणिनी आनंद कहते हैं, ''कुछ भारतीय मीडिया संस्थानों को छोड़कर पत्रकारों पर हमले या उनकी हत्या का मुद्दा वैसे नहीं उठाया जाता, जैसा होना चाहिए। कई बार अखबार इसे सिंगल कॉलम में समेटकर रख देते हैं और बात आई-गई हो जाती है. भारत में पत्रकारों को खुद जागरूक होने की जरूरत है''।
पाकिस्तान में भी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं और वहां भी भारत की तरह पिछले एक दशक में पत्रकारों की हत्या के 18 ऐसे मामले सामने हैं, जिन्हें सुलझाया नहीं जा सका है। सीपीजे की सूची में पाकिस्तान का नौवां नंबर है।


विवादित चेहरों की जो आवाज बना

गुनाहों का देवता: वो वकील जो विवादित मामलों और चेहरों की आवाज़ बना


●जेठमलानी ने की कई हाई प्रोफाइल केसों में पैरवी
●राम जेठमलानी ने 2017 में लिया था वकालत से संन्यास
●लालू यादव, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी से जुड़े केस लड़े


भारतीय कानून के इतिहास में जब भी प्रमुख वकीलों का नाम लिया जाएगा राम जेठमलानी के बिना यह चर्चा अधूरी रहेगी. लंबी बीमारी के बाद 95 साल की उम्र में रविवार को उनका निधन हो गया। जेठमलानी ने 17 साल में लॉ की पढ़ाई पूरी कर ली थी और 18 साल की उम्र से वकालत शुरू कर दी थी। वकालत के प्रति उनका जो जुनून था वह उन्हें ऊंचाइयों पर ले गया। उन्हें विवादित मुद्दों को हाथ में लेने में मजा आता था। जब देश कुछ और सोच रहा हो उसके खिलाफ जाना जेठमलानी के बस की ही बात थी। उन्होंने कई ऐसे लोगों को फांसी के फंदे से बचा लिया जिन्हें आरोपी माना गया था।


राम जेठमलानी ने राजीव गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के आरोपियों से लेकर चारा घोटाला मामले में आरोपी लालू प्रसाद यादव तक का केस लड़ा था। जेठमलानी इंदिरा गांधी की हत्या के दोषी केहर सिंह और सतवंत सिंह और राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी मुरुगन के बचाव में कोर्ट में पेश हुए थे।


दरअसल, 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्‍या के बाद जब कोई भी वकील हत्‍यारे सतवंत सिंह और केहर सिंह के लिए पैरवी करने के लिए तैयार नहीं था। तब राम जेठमलानी ने हिम्‍मत दिखाते हुए उनका केस लड़ने का फैसला लिया था।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट को चुनौती


पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के वकील के तौर पर पेश हुए जेठमलानी ने एम्स के डॉक्टर और इंदिरा गांधी के शव का पोस्टमार्टम करने वाले टीडी डोगरा द्वारा दी गई मेडिकल रिपोर्ट को भी चैलेंज किया था. इस केस को लड़ने की वजह से जेठमलानी की आलोचना भी हुई थी।


वहीं संसद पर हमले के आरोपी कश्मीरी आतंकी अफजल गुरु के मामले में भी जेठमलानी ने पैरवी की थी। हालांकि अदालत ने फांसी की सजा को बरकरार रखा और 9 फरवरी 2013 को दिल्‍ली के तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। दिल्ली के बेहद चर्चित जेसिका लाल हत्याकांड मामले में वह अभियुक्त मनु शर्मा के वकील थे। हालांकि इस केस में उन्हें सफलता नहीं मिली और साल 2010 में कोर्ट ने मनु शर्मा की उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा था।


अमित शाह के वकील रहे


इसके अलावा जेठमलानी ने यूपीए सरकार के सबसे चर्चित घोटाले 2 जी स्कैम में आरोपी और डीएमके नेता करूणानिधि की बेटी कनिमोझी के बचाव में पैरवी की थी। वहीं सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में उन्होंने अमित शाह की तरफ से केस लड़ा था। जेठमलानी ने माफिया डॉन हाजी मस्तान पर तस्करी से जुड़े मामले में पैरवी की थी। वहीं उपहार सिनेमा अग्निकांड में आरोपी मालिकों अंसल बंधुओं की तरफ से भी पेश हुए थे।जून 2011 में रामलीला मैदान में धरना दे रहे बाबा रामदेव पर सेना के प्रयोग के लिए बाबा के बचाव में जेठमलानी कोर्ट में पेश हुए थे।


जयललिता और आडवाणी भी क्लाइंट


कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के लिए अवैध खनन मामले में पेश हुए थे। वाईएस जगनमोहन रेड्डी के लिए मनी लांड्रिंग के मामले में भी पैरवी की थी। आय से अधिक संपत्ति मामले में वो तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के वकील थे तो वहीं हवाला कांड में राम जेठमलानी वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के वकील थे।


जेठमलानी ने जो प्रमुख केस लड़े उनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे सतवंत सिंह, आतंकी अफजल गुरु, जेसिका लाल मर्डर केस, 2 जी स्कैम, आय से अधिक संपत्ति के मामले, सोहराबुद्दीन एनकाउंटर, चारा घोटाला जैसे बड़े केस शामिल हैं। बता दें कि जेठमलानी ने लंबे करियर के बाद 2017 में संन्यास लेने का फैसला किया था। उन्होंने संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।


चुनाव से पहले ठाकरे का बड़ा ऐलान

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बड़ा ऐलान


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बड़ा ऐलान


मुबंई। महाराष्ट्र में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उद्धव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में, दोनों दलों का गठबंधन “अटल” है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यह गठबंधन एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेगा।


कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान ठाकरे ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की। शिवेसना प्रमुख ने इसके साथ ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने और समान नागरिक संहिता लाने की अपील की।


ठाकरे ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को नेतृत्व और दिशा प्रदान की है जिसमें प्रगति और विकास करने की अपार क्षमता है। संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और चंद्रयान-2 अभियान के लिए मैं मोदी को बधाई देता हूं। अब राष्ट्र अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण और समान नागरिक संहिता का इंतजार कर रहा है।” उन्होंने कहा, “कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। मोदी ने इसे न केवल शब्दों में बल्कि वास्तविकता में सिद्ध कर दिया है।”


शिवसेना प्रमुख ने कहा कि महत्वाकांक्षी चंद्रमा मिशन की लिए देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर भी गर्व है। उन्होंने कहा, “भारत में अपार क्षमता है, और मोदी में, देश को (सही) दिशा देने वाला नेतृत्व मिला है।” ठाकरे ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन जारी रहेगा।बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा, “गठबंधन अटल है। हम सत्ता चाहते हैं इसमें कोई शंका नहीं है, लेकिन हम ऐसा राज्य के विकास के लिए चाहते हैं। बीजेपी-शिवसेना प्रदेश में चुनावों के बाद एक बार फिर सत्ता में वापस लौटेगी। मुझे इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य की बढ़ती जनसंख्या के लिए सुविधायें मुहैया करा रहे हैं।


आशीर्वाद के लिए 90 विधानसभा का दौरा

रोहतक। हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नुहं जिला सदस्यता प्रमुख चौ0 ज़ाहिद हुसैन चेयरमैन अपने हजारो समर्थको और कार्यकर्ताओं सहित विश्व के लोकप्रिय नेता माननीय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओजस्वी विचार सुनने के लिए रोहतक पहुँचे। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जनता के आशीर्वाद के लिए प्रदेश की 90 विधानसभाओ का दौरा किया, जन आशीर्वाद यात्रा के आखरी दिन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी भी आशीर्वाद देने रोहतक पहुँचे जहाँ पर प्रधानमंत्री ने प्रदेश के लाखों लोगो को सम्बोधित किया।नरेंद्र मोदी ने जन सभा को सम्बोधित करने से पहले पुलिस परिसर भोंडसी में 576 मकानों, गुरुग्राम में श्री माता शीतला देवी चिकित्सा महाविद्यालय व रोहतक में हैफेड मेगा फ़ूड पार्क का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर ज़ाहिद हुसैन चेयरमैन के नेतृत्व में नुहं हल्के से भी हजारो लोगो ने रोहतक में आयोजित विजय संकल्प रैली में पहुंचकर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के औजस्वी विचार सुने। ज़ाहिद हुसैन ने बताया कि देश प्रदेश में भाजपा सरकार ने रिकॉर्डतोड़ विकास कार्य किये है जिनके बारे में पिछली सरकारे कभी सोच भी नहीं सकती थी तथा सबका साथ सबका विकास की नीति पर चलकर भारतीय जनता पार्टी ने लोगो का दिल जीतने का काम किया है और हरियाणा एक हरियाणवी एक, साफ नियत सही विकास जैसी नीतियों से प्रभावित होकर मेवात की जनता ने प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को आशीर्वाद देकर आगमी विस चुनावो में भाजपा का साथ देने का मन बना लिया है जिसके फलस्वरूप आज मेवात की जनता माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को सुनने के लिए हजारो की संख्या में रोहतक पहुंची। ज़ाहिद हुसैन ने कहा कि इस बार नुहं जिले की तीनों सीटो पर निश्चित तौर पर कमल खिलेगा।ज़ाहिद हुसैन ने रोहतक रैली में पहुंचे मेवात इलाके के सभी लोगो का ह्रदय से स्वागत किया।


आर्बिटर ने भेजी लैंडर विक्रम की तस्वीर

दिल्ली। चंद्रयान-2  को लेकर अभी अभी अच्छी खबर आ रही है। शनिवार की रात लैंडर विक्रम का इसरो  से संपर्क टूट गया था। जिसके बाद ऑर्बिटर ने आज इसरो को लैंडर विक्रम की तस्वीर भेजी है। इसरो की टीम ने एक बार फिर विक्रम से संपर्क साधने में जुट गई है। इसकी जानकारी इसरो ने दी है। इसरो  चीफ का कहना है है हम जल्द ही विक्रम  से संपर्क साध लेंगे। हालांकि, उससे अभी कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। ये भी खबर है कि विक्रम लैंडर लैंडिंग वाली तय जगह से 500 मीटर दूर पड़ा है ।चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली है। ज्ञानिक ऑर्बिटर के जरिए विक्रम लैंडर को संदेश भेजने की कोशिश कर रहे हैंडेटा एनालिसिस के बाद पता चलेगा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे।


अब इसरो वैज्ञानिक ऑर्बिटर के जरिए विक्रम लैंडर को संदेश भेजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि, उसका कम्युनिकेशन सिस्टम ऑन किया जा सके। इसरो के विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु स्थित इसरो सेंटर से लगातार विक्रम लैंडर और ऑर्बिटर को संदेश भेजा जा रहा है ताकि कम्युनिकेशन शुरू किया जा सके। इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि हमें विक्रम लैंडर के बारे में पता चला है, वह चांद की सतह पर देखा गया है। ऑर्बिटर ने लैंडर की एक थर्मल पिक्चर ली है। लेकिन अभी तक कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। हम संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। भविष्य में विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे, इसका तो डेटा एनालिसिस के बाद ही पता चलेगा।


इसरो वैज्ञानिक अभी यह पता कर रहे हैं कि चांद की सतह से 2.1 किमी ऊंचाई पर विक्रम अपने तय मार्ग से क्यों भटका। इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि विक्रम लैंडर के साइड में लगे छोटे-छोटे 4 स्टीयरिंग इंजनों में से किसी एक ने काम न किया हो। इसकी वजह से विक्रम लैंडर अपने तय मार्ग से डेविएट हो गया। यहीं से सारी समस्या शुरू हुई, इसलिए वैज्ञानिक इसी प्वांइट की स्टडी कर रहे हैं। इसके अलावा चांद के चारों तरफ चक्कर लगा रहे ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा से विक्रम लैंडर की तस्वीर ली जाएगी। यह कैमरा चांद की सतह पर 0.3 मीटर यानी 1.08 फीट तक की ऊंचाई वाली किसी भी चीज की स्पष्ट तस्वीर ले सकता है।


आकाशीय बिजली की चपेट, दो की मौत

कवर्धा। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो मासूमों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि घर के आंगन में खेलते वक्त वे आकाशीय बिजली के चपेट में आ गए। उसके बाद इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया। मासूम का नाम निशांत मेरावी और संध्या बताया जा रहा है। मामला रेंगाखार थाना अंतर्गत सरईपतेरा गांव की है।


जानकारी के अनुसार सरईपतेरा गांव में बारिश के दौरान जोरदार बिजली कड़कने लगी, जिसकी चपेट में दो मासूम आ गये। जिस वक्त बिजली कड़की मासूम  घर के आंगन में खेल रहे थे। दोनों बच्चे स्कूल से लौटने के बाद घर में खेल रहे थे। परिजनों ने जैसे ही उन्हें देखा तुरंत एम्बुलेंस से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहारा ले गए। जब तक डॉक्टरों ने उन्हें देखा तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। 


उधर पिछले कुछ दिनों हो लगातार हो रही मूसलाधर बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर है। जिसके चलते जिलों में तो बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन में स्थिति को देखते हुए अलर्ट जारी किया हुआ है। बारिश की वजह से ग्रामीणों अंचलों काफी बुरी स्थिति बनी हुई है।  वनांचल के महली गांव में खेत से काम करके लौट रही एक बुजूर्ग महिला पांचों बाई पैर फिसलने के ​कारण नाले में बह गई। जिसके बाद नाले में बही बुजूर्ग की लाश झाड़ियों में फंसी मिली।


दिल्ली में दिनदहाड़े गैंगवार,एक की मौत

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में दिनदहाड़े गैंगवॉर से दहशत फैल गई। बदमाशों ने वीरेंद्र मान पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। वीरेंद्र को घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।


सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गैंगवॉर दिल्ली के नरेला में हुई। लामपुर मोड़ पर अज्ञात बदमाशों ने वीरेंद्र मान उर्फ काले पर 25 राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें से 10 से 15 गोलियां काले को लगीं। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। डीसीपी आउटर नॉर्थ ने बताया कि जो शख्स गैंगवॉर में मारा गया है। वह इलाके का बदमाश था। इस पर करीब 14 मामले दर्ज थे। जानकारी मिली है कि मृतक वीरेंद्र मान उर्फ काले ने नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...