शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई के छापे

नई दिल्‍ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शुक्रवार को देशभर में अचानक 150 जगहों पर छापेमारी की।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, गुवाहाटी, श्रीनगर, शिलांग, चंडीगढ़, शिमला, चेन्नई, मदुरै, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, गांधीनगर, गोवा, भोपाल, जबलपुर, नागपुर, पटना, रांची, गाजियाबाद, लखनऊ और देहरादून में की गई। उन्होंने कहा कि विशेष अभियान मुख्य रूप से भ्रष्टाचार के उन बिंदुओं को ध्यान रखकर चलाया गया जिनकी वजह से सरकारी तंत्र में आम आदमी और छोटे कारोबारियों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचती है।


वित्त मंत्री ने किया,बैंकों के विलय का ऐलान

नई दिल्ली। सुस्त अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को कई बड़े एलान किए हैं।  इस खबर के बाद सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट आई। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को दस बैंकों के प्रमुखों को बुलाया था। इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इलाहाबाद बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, सिंडिकेट बैंक और आंध्रा बैंक शामिल हैं। पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक और केनरा बैंक में बाकी सरकारी बैंकों का विलय करने की घोषणा कर दी गई है।


भारत सरकार ने कई बैंकों के विलय का एलान कर दिया है। इनमें सरकारी बैंकों के मुनाफे की स्थिति, लोन रिकवरी का स्तर और नीरव मोदी जैसे बड़े घोटाले रोकने पर किए जा रहे कार्यों के बारे में उल्लेख किया है। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। अठारह में से छह सरकारी बैंकों का विलय कर दिया गया है। अब विलय के बाद केवल बारह सरकारी बैंक बचेंगे। वहीं देश में पहलेदस बड़े सरकारी बैंक थे, जिनकी शाखाएं विदेशों में भी थी। अब ऐसे बैंकों की संख्या घटकर चार रह जाएगी।


वित्त मंत्री ने कहा कि बैकों ने उपभोक्ताओं के हित में घोषणाएं की हैं। 
पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था पर काम जारी है,तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद कर दी गई हैं, बैंकों में कई बड़े सुधार किए गए हैं, बैंक अच्छे प्रबंधन के साथ काम करेंगे, 250 करोड़ से ज्यादा के कर्ज पर निगाह रखेंगे, बड़े कर्ज पर निगरानी के लिए एजेंसी बनेगी, भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी, कम वक्त में ज्यादा लोन की स्कीम जारी, नीरव मोदी जैसे मामले रोकने के लिए सतर्कता, अभी तक आठ सरकारी बैंकों ने रेपो रेट पर आधारित ब्याज दर की शुरुआत की है, मुश्किल हालात में चार एनबीएफसी को सरकारी बैंकों से मदद मिली है, बैंकों के एनपीए में कमी आई है, एनपीए घटकर 7.90 लाख करोड़ रुपये हुआ है, 18 में से 14 सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ा है, बैंकों में कर्मचारियों की छंटनी नहीं की गई है, लोन रिकवरी रिकॉर्ड स्तर पर है, रिटेल लोन में हुई बढ़ोतरी, पंजाब नेशनल बैंक में होगा दो बैंकों, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय, केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का होगा विलय , इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का होगा विलय, यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का होगा विलय, सरकारी बैंकों की संख्या 18 से घटकर 12 हुई।


सरकार फेल, संस्था आगे आई

गैस आधारित शवदाह गृह के उपयोग के लिए समाज में जागरुकता जरूरी। अजमेर में बेकार पड़ा है संयंत्र। लावारिस शवों एवं जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए सेठ साहिबराम गोयल धर्मार्थ ट्रस्ट तथा अग्रवंशज संस्थान आगे आए। जैन समाज की सार्थक पहल।

अजमेर। विकास प्राधिकरण ने जनप्रतिनिधियों, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की मांग पर अजमेर के पुष्कर रोड स्थित शमशान स्थल पर कोई सवा करोड़ रुपए की लागत से गैस आधारित शवदाह गृह बनाया गया था। इस गृह का निर्माण शिवशंकर हेड़ा के अध्यक्ष पद पर रहते हुए वर्ष 2018 में हुआ। तब यह उम्मीद जताई गई कि इस संयंत्र में शवों का दाह संस्कार होगा, लेकिन समाज में जागरुकता के अभाव में अब इस संयंत्र का उपयोग नहीं हो रहा है। प्राधिकरण के अधिशाषी अभियंता प्रकाश सोलंकी ने बताया कि संयंत्र में शव दाह के मात्र दो हजार रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है, जबकि लकड़ी व अन्य सामग्री से दाह संस्कार पर दस हजार रुपए से भी ज्यादा की राशि खर्च होती है। लेकिन धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के चलते संयंत्र का उपयोग नहीं हो रहा है। जबकि प्राधिकरण प्रतिवर्ष बड़ौदा की फर्म मैसर्स अल्फा इक्विपमेंटस को प्रतिमाह 46 हजार 750 रुपए का भुगतान कर रहा है। यह राशि संयंंत्र के रख-रखाव की एवज में की जाती है। सोलंकी ने बताया कि कोई भी परिवार कभी शव का दाह संस्कार संयंत्र में कर सकता है। श्मशान स्थल पर हर समय संबंधित फर्म के कर्मचारी उपलब्ध रहते हैं। मोबाइल नम्बर 8003217992 व 8003720117 पर फर्म के कर्मचारियों से संवाद किया जा सकता है। शवदाह गृह से परिजन को अस्थियां भी दी जाती हैं। 
जैन समाज के प्रतिनिधियों की अपील:
पुष्कर रोड स्थित श्मशान स्थल पर स्थापित गैस संयंत्र में शवदाह के लिए जैन समाज के प्रतिनिधि और अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने भी अपील की है। डॉ. जैन ने कहा कि जैन संस्कृति में यह मान्यता है कि लकडिय़ों के जलने पर जीव हत्या होती है, जबकि हमारे यहां किसी प्रकार से जीव हत्या निषेध हैं। यदि अजमेर के जैन समाज के परिवार भी अपने परिजन का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में करते हैं तो उल्लेखनीय कार्य होगा। अन्य समाजों को भी पहल करनी चाहिए, इससे पर्यावरण भी दूषित होने से बचेगा। आज पर्यावरण को बचाने की सख्त जरूरत है। अजमेर के केसरगंज स्थित दिगम्बर जैसवाल जैन मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि आर्किटेक्ट प्रवीण जैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के अधिकांश बड़े शहरों तथा दिल्ली में जैन समाज के लोग अपने परिजन के शवों का दाह संस्कार विद्युत या गैस आधारित संयंत्र में ही करते हैं। जैन समाज के साधु संत भी विद्युत या गैस संयंत्र में शवों के दहन पर जोर देते हैं। डॉ. अनिल जैन और प्रवीण जैन कहा कि अजमेर में गैस संयंत्र के उपयोग के लिए समाज में जागरुकता की जाएगी। 
दो संस्थाएं आगे आईं:
चूंकि लावारिस शवों के दाह संस्कार के लिए पुलिस के पास बड़ा फंड नहीं होता, इसलिए पुलिस को भी मुश्किल होती है। कई गरीब परिवार भी अपने परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार करने में आर्थिक परेशानी महसूस करते हैं। ऐसी परेशानियों और गैस संयंत्र के प्रति जागुरकता बढ़ाने के लिए ही अजमेर के सेठ साहिबराम गोयल धमार्थ ट्रस्ट के सीताराम गोयल और अग्रवंशज संस्थान के प्रतिनिधि सतीश बंसल ने घोषणा की है कि जिन शवों का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में होगा, उसकी दो हजार रुपए की राशि उनके  संस्थान प्राधिकरण में जमा कराएंगे। दोनों प्रतिनिधियों ने पुलिस विभाग से भी आग्रह किया है कि लावारिस शवों का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में ही करवाएं। इसके लिए मोबाइल नम्बर 9414003475 पर सीताराम गोयल और 9414002423 पर सतीश बंसल से सम्पर्क किया जा सकताक है। दोनों प्रतिनिधियों का कहना रहा कि शुल्क जमा कराने पर संबंधित परिवार की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। 
नेत्रदान की तरह संकल्प लें:
गैस संयंत्र में शव का दाह संस्कार कोई एक समाज का मामला नहीं है। इसमें सभी समाजों के परिवारों को पहल करनी चाहिए। जिस प्रकार जागरुक व्यक्ति अपने जीते जी नेत्रदान का संकल्प लेता है, उसी प्रकार गैस संयंत्र में शव दाह का भी संकल्प लें। यदि कोई व्यक्ति जीवत रहते हुए गैस संयंत्र में दाह संस्कार करने का संकल्प लेगा तो मृत्यु पर उसके परिवार को कोई असमंजस भी नहीं होगा। ऐसा संकल्प  करवाने के लिए अजमेर के पर्यावरणविद् और जागरुक लोगों को आगे आना चाहिए। 
आभार:
30 अगस्त को जब मेरा ध्यान अजमेर के गैस आधारित शवदाह गृह की ओर खींचा गया तो मैंने तभी ब्लॉग लिखने का मानस बनाया। प्राधिकरण के कार्य की विस्तृत जानकारी मुझे अधिशाषी अभियंता प्रकाश सोलंकी ने पूरे उत्साह के साथ उपलब्ध करवाई। वहीं मैं समाजसेवी सीताराम गोयल और सतीश बंसल का भी आधार प्रकट कना चाहता हंू कि मेरे एक बार के आग्रह पर दोनों ने गैस संयंत्र का शुल्क वहन करना स्वीकार कर लिया। सीताराम गोयल तो पहले से ही अपने परिवार के सेठ साहिबराम गोयल धमार्थ ट्रस्ट के माध्यम से अजमेर में बैकुंड रथ यात्रा का संचालन कर रहे हैं। परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर गोयल का ट्रस्ट शववाहन को नि:शुल्क उपलब्ध करवाता है। समाज में धन्नासेठ तो बहुत होते हैं, लेकिन वहीं सेठ कहलाने लायक होता है जो समाज सेवा के लिए तत्पर हो। 
एस.पी.मित्तल


अंतर्देशीय अथवा अंतरराष्ट्रीय विवाह ?

पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों में तेजी। 
ताजा मामला सिक्ख समुदाय से जुड़ा है। 370 के समर्थक अब जवाब दें। 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर  से हरियाणा के लड़कों के लिए बहु लाने की जो बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कही थी उसे भी पाकिस्तान ने यूएन में की गई शिकायत का आधार बनाया है। चूंकि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में अनेक पाबंदियां लगी हुई थी, इसलिए स्थानीय लड़कियों का विवाह दूसरे राज्यों के लड़कों से मुश्किल था। अब पाबंदियां हट गई हैं इसलिए जम्मू-कश्मीर की लड़कियां भी भारतीय कानून के अनुरूप विवाह कर सकती है। इसी संदर्भ में खट्टर ने अपनी बात कही थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसे तोड़ मरोड़ कर यूएन में पेश किया है। लेकिन इस बीच पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन करवाने के मामलों में तेजी आ गई है। 30 अगस्त को ही पाकिस्तान में लाहौर के निकट ननकाना साहिब में एक सिक्ख परिवार की 20 साल की लड़की को जबरन ले जाने और फिर मुसलमान बना कर निकाह करने का मामला प्रकाश में आया है। जबरन धर्म परिवर्तन के वीडियो भी जारी हुए हैं। लड़की के पिता और दोनों भाईयों ने अब आत्मदाह की धमकी दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं अकाली दल नेता सूखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह मामला दर्शाता है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं और सिक्ख परिवारों पर जुल्म हो रहे हैं। 
370 के समर्थक जवबा दें:
भारत में जो राजनीतिक दल अभी अनुच्छेद 370 के हिमायती बने हुए हैं उन्हें पाकिस्तान में हो रहे जबरन धर्म परिवर्तन पर जवाब देना चाहिए। ऐसे दलों के नेताओं को कश्मीर घाटी में लगी पाबंदियों की तो चिंता है लेकिन पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे जुल्मों पर कोई फ्रिक नहीं है। जबकि पाबंदियों के बाद भी 5 अगस्त के बाद से सुरक्षा बलों ने एक बार भी गोली नहीं चलाई है। उल्टे पाकिस्तान परस्त आतंकी ही कश्मीर के निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं। 30 अगस्त को भी श्रीनगर में एक स्थानीय नगरिक की हत्या का मामला सामने आया है। 28 अगस्त को भी गुर्जर समुदाय के दो मुसलमानों की हत्या की गई। यह सब हत्याएं कश्मीर में दहशत फैलाने के मकसद से हो रही है। 
कश्मीर घाटी में इमरान की अपील बेअसर:
अनुच्छेद 370 को बेअसर किए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कोई न कोई नया हत्थकंडा अपना रहे हैं। अब इमरान खान ने पाकिस्तान के नागरिकों से अपील की है कि प्रत्येक शुक्रवार को दोपहपर 12:30 बजे अपना काम काज छोड़कर जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के प्रति समर्थन जताएं। चूंकि 30 अगस्त को शुक्रवार रहा, इसलिए पाकिस्तान में तो कई जगह 12:30 बजे लोगों ने समर्थन जताया, लेकिन इमरान की अपील का कश्मीर घाटी में कोई असर नहीं हुआ। इमरान को उम्मीद थी कि जम्मू कश्मीर में भी उनकी अपील पर मुसलमान प्रतिक्रिया देंगे। जम्मू कश्मीर से गत पांच अगस्त को 370 को बेअसर किया गया था, इसके बाद 30 अगस्त को चौथा शुक्रवार रहा, जब लोगों ने जुमे की नमाज अदा की। जम्मू और लद्दाख में तो पहले से ही सामान्य हालत हो गए थे, लेकिन अभी भी घाटी के कुछ जिलों में अनेक पाबंदियां लगी हुई है। लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज पर घाटी में भी शांति रही। लोगों ने सुकून के साथ मस्जिदों में नजाम अदा की। मस्जिदों से अब शांति बनाए रखने की अपीलें की जा रही है। 
एस.पी.मित्तल


कालाबाजारी के लिए जा रहे, राशन पकड़ा

अधिकारीयों को भनक तक नहीं और कालाबाजारी को ले जाया जा रहा राशन से लदा कंटेनर पकड़ा, पुलिस ने सांठगांठ कर मामले को दबाने का किया प्रयास,मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पकड़ा था राशन का भरा कंटेनर


मौके से पुलिस ने राशन से भरी गाड़ी को जप्त कर पहुंचाया था चौकी संतपुरा


मामले की भनक मीडिया को लगते ही मचा हड़कंप, पूरा वाक्या कैमरे में हुआ कैद


एक पुलिसकर्मी का राशन की गाड़ी पकड़कर चौकी लाने की बात स्वीकार करने का ऑडियो हो रहा है वायरल 



बुलंदशहर। सिकंदराबाद के ग्राम मोहम्मदपुर कला में राशन डीलर कालाबाजारी के लिए ले जा रहा था कंटेनर में राशन।
मुखबिर की सूचना पर संतपुरा पुलिस चौकी ने छापा मारकर गाड़ी सहित 50 बोरियों में भरकर ले जाया जा रहा राशन किया था जब्त।राशन डीलर ने पुलिस से सांठगांठ कर छुड़ाया पीछा।गांव वालों का दावा है कि सुबह 4 बजे के करीब गांव में राशन डीलर के घर से राशन से भरी गाड़ी को पुलिस ने पकड़ा था जिसको पुलिस अपने साथ लेकर चली गयी थी।मामले को लेकर मीडिया कर्मियों द्वारा चौकी इंचार्ज नरेंद्र एसआई से पूछा गया तो उन्होंने मामले को सिरे से नकार दिया।


जिसके बाद बात में पेच नज़र आने लगा क्योंकि घटना के चश्मदीद गवाहों ने कैमरे पर दावा किया कि संतपुरा चौकी की पुलिस आज सुबह राशन डीलर के घर से राशन लेकर जा रही गाड़ी को जप्त कर अपने साथ ले गई है!
जब हमारे संवाददाता ने इस मामले में  चौकी पर ही तैनात एक पुलिसकर्मी से फोन पर बात की तो बातचीत में पुलिसकर्मी भी राशन डीलर के घर से राशन भरी गाड़ी जप्त कर चौकी लाये जाने की बात स्वीकारते सुनाई दे रहा है।
पुलिस कर्मी से बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जबकि मामले की जांच पड़ताल में चौकी के ही पुलिसकर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आज सुबह मोहम्मदपुर कला से मुखबिर की सूचना पर राशन की कालाबाजारी पकड़ी गई थी।राशन की कालाबाजारी का माल एक कंटेनर में लदा हुआ था जिसको पकड़कर चौकी लाया गया था लेकिन राशन डीलर द्वारा मोटी रकम देने के बाद मामले की बिना अधिकारीयों को सुचना दिए रफा-दफा कर दिया गया।


मामले की पड़ताल गांव में जाकर की गई तो दर्जनों ग्रामीणों ने कैमरे पर खड़े होकर ग्राम प्रधान पर भी गांव में बनाए गए शौचालय को लेकर घोटाला करने का आरोप लगा वही गांव के कुछ परिवारों ने प्रधान के खिलाफ आवाज उठाई और बताया कि ग्राम प्रधान बार-बार कहने के बावजूद भी उनके यहां शौचालय निर्माण नहीं करा रहा है जबकि गांव में अपात्र लोगों के यहां भी शौचालय बनवा दिए गए हैं।ग्रामीणों ने दावा किया कि राशन डीलर प्रीति कार्ड के हिसाब से नहीं देता राशन।कार्ड में दर्ज यूनिटों में से आधा यूनिट काट कर देता है राशन।


वहीं ग्रामीणों ने राशन डीलर पर अभद्रता और गाली गुफ़्तार करने का भी लगाया आरोप।ग्रामीणों ने राशन डीलर के साथ प्रधान की मिलीभगत होने का भी लगाया आरोप।यह पूरा वाक्य जांच पड़ताल के बाद कैमरे में हुआ कैद।अब कालाबाजारी का इतना बड़ा खेल उजागर होने के बाद देखना होगा कि क्या इसी तरह दलालों और कला बाजारों के जेब की ताकत बनता रहेगा गरीबों का निवाला?क्या इन लोगों पर प्रशासन कस पाएगा नकेल?क्या पुलिस द्वारा साठगांठ कर इसी तरह चलता रहेगा राशन की कलाबाजारी का खेल ?अब देखना होगा कि क्या इन सभी बिंदुओं पर जांच कर गरीबों की रोटी छीनने वाले गद्दारों के खिलाफ हो पाएगी कानूनी कार्यवाही ?क्या अब लग पाएगी राशन की कालाबाजारी पर रोक ?


ब्यूरो रिपोर्ट


बच्चा चोरी के शक में संदिग्धों से पूछताछ

फतेहपुर। असोथर थानाक्षेत्र के विधातीपुर गांव में मेरठ और पंजाब प्रांत के रहने वाले बता रहे संदिग्ध लोगों को स्थानीय पुलिस के द्वारा अपनी कस्टडी में ले लिया गया है। बच्चा चोरी की घटना और अफवाह को मध्य नजर रखते हुए स्थानीय पुलिस पूछताछ कर रहीं हैं।


स्थानीय पुलिस के द्वारा की गई छानबीन में कई तथ्य सामने आए हैं। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है संदिग्ध में से किसी के पास नहीं मिला कोई आइडेंटी कार्ड। जिसकी वजह से यह सुनिश्चित कर पाना कठिन हो रहा है। यह संदिग्ध क्या करने आए हैं या इनका उद्देश्य क्या है। वहीं गांव के रहने वाले पप्पू पासवान व श्रीकेशन पासवान ने पुलिस को अपना रिश्तेदार  बताया है।
जिले में चल रही बच्चा चोर गैंग की अफवाह के चलते किसी गांव के ही जागरूक युवक ने दी स्थानीय पुलिस को सूचना।
 (यूनिवर्सल एक्सप्रेस संवाददाता)


भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे एडीओ पंचायत

भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे एडीओ पंचायत असमोली


सम्भल! असमोली विकास खंड के एडीओ पंचायत गुरदयाल सिंह एक बार फिर से भ्रष्टाचार के आरोपो को लेकर ज़िले मे चर्चाओं का विषय बने हुए है। आज असमोली विकास खण्ड के कर्मचारियों ने सीडीओ उमेश कुमार त्यागी को एक पत्र दिया, जिसमें एडीओ पंचायत पर अवैध रूप वसूली करने व मानसिक रूप से उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अब इस मामले में सीडीओ ने पूरे मामले के जांच के आदेश कर दिए है। वही ग्राम पंचायत अधिकारियों ने बात करते हुए कि एडीओ पंचायत की ओर से वसूली की मांग की जाती है। मांग पूरी न होने पर झूठी शिकायत का आधार बनाकर मानसिक रूप से उत्पीड़न किया जाता है। जिसको लेकर हमने बीडीओ असमोली से भी शिकायत की गई पर एडीओ पंचायत पर कोई कार्यवाही नही गई। हम आपको बता दे कि पूर्व में जब एडीओ पंचायत गुरदयाल सिंह बनियाखेड़ा विकास खण्ड में तैनात थे। तब भी इनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उस समय भी मामला ज़िले पर पहुँच गया था। जिसके बाद एडीओ पंचायत को बनियाखेड़ा से तत्काल हटा दिया गया था। वही कुछ समय बाद एडीओ के राजनैतिक रसूक के चलते एडीओ गुरदयाल सिंह को असमोली विकास खंड का चार्ज कर दिया गया। पर कुछ महीने बाद ही फिर से एडीओ पंचायत पर कर्मचारियों वही आरोप लगाना शुरू कर दिए। जिसको लेकर एडीओ पंचायत को बनियाखेड़ा से हटाया गया था।


रिपोर्टर-रामौतार शर्मा


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...