क्रिकेट में भारत की हार पर कश्मीर में जश्न।
ऐसे देशद्रोहियों को क्यों दी जा रही है रियायतें?
जब क्रिकेट की विश्व कप प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में भारत की न्यूजीलैंड से हार हो गई तब पूरे देश में क्रिकेट प्रेमी मायूस थे, लेकिन वहीं हमारे कश्मीर में अनेक लोग जश्न मना रहे थे। श्रीनगर, पुलवामा आदि शहरों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आए और भारत की हार पर जश्न मनाया। ऐसे देश द्रोहियों ने आतिशबाजी की और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। सवाल उठता है कि भारत की हार पर कश्मीर में जश्न क्यों मनाया गया? जाहिर है कि कश्मीर में ऐसे लोग रहते हैं जो हर समय अपने ही देश को नीचा दिखाने में लग रहते हैं। जबकि केन्द्र सरकार की ओर से कश्मीर में अनेक रियायतें दी जा रही है। कश्मीर घाटी के लोगों को संविधान में विशेष अधिकार भी मिले हुए हैं।
सवाल उठता है कि जब कश्मीर के लोग भारत विरोधी मानसिकता रखते हैं तो फिर उन्हें रियायतें क्यों दी जा रही है? सरकार को चाहिए कि ऐसी रियायतों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। मालूम हो कि पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में अलगाववादी सक्रिय हैं जो हर समय भारत का विरोध करते हैं। हालांकि अब ऐसे अलगाववादियों की संख्या लगातार कम हो रही है और कश्मीर में अमन चैन चहाने वालों की संख्या बढ़ रही है। केन्द्र सरकार की नई और प्रभावी नीतियों की वजह से आतंकवादियों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही हो रही है। अलगाववादियों के नेताओं के खिलाफ भी कार्यवाही की जा रही है। जिन नेताओं को पाकिस्तान से आर्थिक मदद मिल रही है उन पर कानून शिकंजा कसा गया है।
एस.पी.मित्तल