शुक्रवार, 12 अप्रैल 2019
कांग्रेस ने जारी की प्रत्याशियों की एक और लिस्ट
कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की एक और लिस्ट
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने सात उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और बिहार के उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।
पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी को पंजाब के आनंदपुर साहिब से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं पश्चिमी यूपी प्रभारी और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की उनकी पारंपरिक सीट गुना से ही उम्मीदवार घोषित किया है।
इसके अलावा बिहार के वाल्मिकीनगर से शास्वत केदार, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से रिगजीन स्पलबर, मध्य प्रदेश के विदिशा से शैलेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के राजगढ़ से मोना सुस्तानी, पंजाब के आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी और पंजाब के संगरूर से केवल सिंह ढिल्लन को टिकट दिया गया है !universalexpress.page
चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को शाबाशी मिलनी चाहिए
चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को शाबाशी मिलनी चाहिए।
नई दिल्ली ! लोकसभा चुनाव में 91 संसदीय क्षेत्रों में छुटपुट घटनाओं को छोड़ कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान सम्पन्न हो गया। 20 राज्यों की इन 91 सीटों में आतंक से ग्रस्त कश्मीर और नक्सलवाद से ग्रस्त राज्यों की सीटें भी शामिल थीं। देश में सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा है तो क्या मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और उनकी टीम को शाबाशी नहीं मिलनी चाहिए? खेल का जैसे आगाज होता है समापन भी वैसा ही रहता है। सब जानते हैं कि इस विषम परिस्थितियों में लोकसभा का चुनाव हो रहा है। कोई भी दल जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, इसलिए मतदातन से पहले कुछ रिटायर नौकरशाहों ने एक बयान जारी कर चुनाव आयोग की निष्पाक्षता पर सवाल उठा दिए। अब जब पहले दौर का चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया तो ऐसे नौकरशाहों की आशंकाएं भी निर्मूल साबित हो गई। असल में एक विशेष विचारधारा के लोगों को समय समय पर देश में असहिष्णुता नजर आ जाती है। ऐसे लोगों के चेहरे बदल जाते हैं। कभी स्वयं को प्रगतिशील लेखक और बुद्धिजीवी मानने वाले लोग आगे आ जाते हैं तो कभी शाहरुख खान, सलमान खान, नसीरुद्दीन शाह जैसे फिल्मी कलाकार। जोड़ तोड़ कर अवार्ड हथियाने वाली गैंग भी अवार्ड लौटाने की धमकी देती है। कभी देश की सर्वोच्च अदालत पर हमला किया जाता है तो कभी चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर। इसमें कोई दो राय नहीं कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आरोपों की परवाह किए बगैर पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवा दिया और कोई आयुक्त होता तो शायद दबाव में आ जाता। झूठे आरोपों की वो व्यक्ति परवाह नहीं करता जो अपना काम ईमानदारी और बिना भेदभाव के करता है। सुनील अरोड़ा पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की दादागिरी से भी नहीं डरे तो उन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दबाव भी नहीं देखा गया। आयोग ने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव के लिए कई अफसरों को चुनाव ड्यूटी से हटाया तो दिल्ली में नमो टीवी पर राजनीति गतिविधियां की खबरों पर रोक लगाई। जबकि नमो टीवी तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह और केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के शह पर चल रहा है।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के बड़बोलेपन के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिख दिया तो अली और बजरंगी बली की बात कहने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी कर दिए। संविधान में चुनाव आयोग को जो अधिकार मिले हुए है उनका सुनील अरोड़ा भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। ईवीएम पर हाथ का बटन दबाने पर कमल के फूल को वोट जा रहा है तथा अंगुली की स्याही मिट रही है जैसी बकवासों का जवाब देने की जरुरत चुनाव आयोग को नहीं है। देश में असहिष्णुता देखने वाले मतदान से पहले सुप्रीम कोर्ट चले गए। ईवीएम के बजाए मतपत्रों से मतदान करवाने तथा कुल मतदान की पचास प्रतिशत वीवीपेट की पर्चियों का मिलान करवाने के कुतर्कों को कोर्ट ने नहीं माना। हालांकि अब एक विधानसभा क्षेत्र के पांच मतदान केन्द्र की पर्चियों का मिलान होगा। चुनाव आयोग की इतनी निष्पक्षता और पारदर्शिता के बाद भी बसपा प्रमुख को ईवीएम पर संदेह हो रहा है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहले दौर के मतदान में सपा-बसपा का गठबंधन बेकार हो गया है। इसी प्रकार ममता बनर्जी को भी बंगाल में हार नजर आ रही है। चुनाव आयोग की प्रभावी भूमिका इससे ज्यादा और क्या हो सकती है कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फिल्म पर ही रोक लगा दी गई। अच्छा हो कि राजनीतिक दल निष्पक्ष चुनाव करवाने में चुनाव आयोग को सहयोग करें।
एस.पी.मित्तल
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को और मजबूत किया
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को और मजबूत किया।
नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में बैंकों और राजनीतिक दलों को निर्देश दिए है कि चुनावी बॉन्ड की जानकारी 30 मई तक चुनाव आयोग को उपलब्ध करवाई जाए। कोर्ट के इस आदेश से आयोग को अब यह पता चल जाएगा कि किस उद्योगपति अथवा दलाल ने किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया है। इस फैसले से सबसे ज्यादा परेशानी सत्तारूढ़ भाजपा को हो सकती है, क्योंकि 80 प्रतिशत चुनावी बॉन्ड भाजपा को ही मिले है। कोर्ट ने केन्द्र सरकार का यह तर्क खारिज कर दिया कि बॉन्ड से राजनीतिक दल को चंदा देने वालों को परेशानी हो सकती है। जो दल सत्ता में आएगा तो दानदाताओं से नाराजगी निकाल सकता है। सरकार ने कहा कि राजनीतिक दलों को चंदा देने की गोपनीयता बनी रहनी चाहिए। लेकिन कोर्ट का कहना रहा कि जब चुनाव को पारदर्शी और कालेधन से रहित बनाना है तो फिर यह पता ही चलना चाहिए कि किस कारोबारी ने किस राजनीकि दल को कितना चंदा दिया है। कोर्ट ने ताजा आदेश से अब बैंकों को 15 अप्रैल तक के चुनावी बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी। मालूम हो कि सरकार ने एसबीआई जैसी कुछ बैंकों को चुनावी बॉन्ड बेचने के लिए अधिकृत किया था। ये बॉन्ड एक हजार रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक के हैं। जिन कारोबारियों ने बैंकों से बॉन्ड खरीद कर राजनीतिक दलों को दिए हैं, अब उनकी पहचान चुनाव आयोग में हो जाएगी। कोर्ट के ताजा फैसले से सरकार को धक्का लगा है।
राहुल के विरुद्ध अवमानना याचिका !
भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका प्रस्तुत की है। याचिका में कहा गया कि दस अप्रैल को जब राफेल विमान सौदे पर पुनर्विचार याचिका स्वीकार की तो सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की थी, लेकिन इसी दिन कोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मोदी को चोर मान लिया है। राहुल ने यह भी कहा कि कोर्ट ने मान लिया है कि मोदी ने तीस हजार करोड़ रुपए चुरा कर अनील अंबानी की जेब में डाले हैं। चूंकि राहुल ने यह बात सुप्रीम कोर्ट का हवाल देकर कही है, इसलिए कोर्ट की अवमानना है। लेखी ने कहा कि आज भी कोर्ट का पुराना वाला फैसला ही विधि सम्मत है, जिसमें राफेल विमान सौदे की प्रक्रिया को पारदर्शी माना गया है। राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं। लेखी की याचिका पर 15 अप्रैल को सुनवाई होगी।
एस.पी.मित्तलuniversalexpress.page
अजमेर के मेयर की याचिका प्रीमेच्योर
अजमेर के मेयर की याचिका प्री-मैच्योर
जयपुर !जयपुर स्थित हाईकोर्ट में न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा की अदालत में अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत की याचिका पर सुनवाई हुई। सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल मेहता ने अंतरिम जवाब प्रस्तुत करते हुए कहा कि सरकार ने मेयर को जो नोटिस दिया है उस पर जांच जारी है। सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। जांच प्रक्रिया के दौरान ही याचिका प्र्रस्तुत कर दी गई है जो प्री-मैच्यौर (अपरिपक्व) की श्रेणी में आती है। ऐसे याचिका खारिज किए जाने योग्य है। मेयर ने याचिका में जांच अधिकारी तथा अजमेर के तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट अशोक नाथ योगी को भी पक्षकार बनाया है, लेकिन योगी को अभी तक भी सम्मन तामिल नहीं हुए। मेहता के कथन के बाद न्यायाधीश शर्मा ने आगामी सुनवाई के लिए 8 मई तारीख निर्धारित की। उल्लेखनीय है कि 13 व्यावसायिक नक्शों को नियम विरुद्ध मानते हुए स्वायत्त शासन विभाग ने नगर पालिका अधिनियम की धारा 39 में मेयर को नोटिस दिया। इस नोटिस में मेयर को भी दोषी माना गया है। चूंकि इसी धारा में निलंबन भी हो सकता है, इसलिए मेयर ने हाईकोर्ट में याचिका प्र्रस्तुत कर धारा 39 की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की। हालांकि मेयर ने नोटिस का जवाब दे दिया है, लेकिन फिलहाल न तो सरकार ने निलंबन किया है और न ही कोर्ट ने स्टे दिया है। इस बच इसी प्रकरण में मुख्य आरोपी निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता सहित चार इंजीनियरों को चार्जशीट थमा दी है। universalexpress.page
जय रघुराज से गूंज उठा कौशांबी
जय जनसत्ता जय रघुराज से गूंज उठा कौशांबी
लोकसभा कौशांबी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार ने किया नामांकनराष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया रहे मौजूदराजाभैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को मिल रहा प्रचंड बहुमतविपक्षी दलों में है बौखलाहट, संसदीय क्षेत्र कौशांबी की जनता की मिल रही है जनसत्ता दल पार्टी को अपार समर्थनराष्ट्रीय अध्यक्ष राजाभैया के मौजूदगी में पूर्व सांसद प्रत्याशी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक शैलेंद्र कुमार ने शुक्रवार को किया नामांकनजिला पंचायत अध्यक्ष उमाशंकर यादव, प्रतिनिधि हरि ओम शंकर श्रीवास्तव, विधायक विनोद सरोज,प्रमुख हितेश प्रताप सिंह पंकज, प्रमुख संतोष सिंह प्रमुख बीएन सिंह, जिला पंचायत सदस्य प्रदीप शुक्ला बबलू,प्रधान राजू तिवारी,प्रधान दीपू सिंह, समाजसेवी राजेश तिवारी सोनी,लल्ला तिवारी पहिलेपार,कुंवर मुन्नू सिंह, समेत हजारों की संख्या में लोग रहे मौजूद !
रूपेंद्र शुक्ला
बाइक सवार दो लोगों को कुचला
बाइक सवार दो लोगों को कुचला
रायगढ़ ! लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओ के कारण लोगों में काफी आक्रोश हैं पिछलें तीन दिनों में हुये तीन हादसों में चार लोगों की मौत हो चुकी हैं ताजा घटना कबीर चौक से उड़ीसा रोड़ के गांव झलमला की है जहां एक ट्रेलर ने आज बाईक सवार दो लोगों को कुचल दिया हैं जिसमें एक की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी हैं जबकी दूसरे की अस्पताल लाते समय रास्ते में मौत हुयी इस तरह की दर्दनाक घटना इस क्षैत्र में यह तीसरी बड़ी सड़क दुर्घटना है। दोनो बाइक सवार झलमला गांव के रहने वाले थे। एक का नाम जय पटेल व दूसरे का नाम डमरूधर उर्फ मंथन बताया जा रहा है। इस घटना से ग्रामवासियों में काफी आक्रोश है व चक्काजाम की स्थिति निर्मित हो गई थी किंतु रायगढ़ पुलिस के मौजूदगी की वजह से मामला ज्यादा तनाव ग्रस्त नही हो सका ।हादसे से गुस्साये लोगों ने चक्का जाम कर दिया हैं जूटमिल पुलिस घटना स्थल पर मौजूद है और स्थिती पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही हैं घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोष !
पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया
पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
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80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...