'राष्ट्रीय लोक अदालत' का शुभारंभ किया: जज
सुशील केसरवानी
कौशाम्बी। उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी के तत्वाधान में माननीय जनपद न्यायाधीश अनुपम कुमार की अध्यक्षता में 14 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। न्यायिक अधिष्ठान के सभी सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण एवं बैंक अधिकारी व कर्मचारीगण तथा जनमानस उपस्थित रहें।
उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में वादों के निस्तारण के क्रम में माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा कुल 02 वाद का निस्तारण कर 500/- रु. का अर्थदण्ड वसूला गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा कुल 49 परिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण न्यायालय द्वारा 31 वादों का निस्तारण कर प्रतिकर के रूप में 1,42,29,000/- रू. दिलाया गए तथा इसी क्रम में अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम् द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी द्वारा 01 वाद का निस्तारण कर 500/- रू. का अर्थदण्ड वसूला गया। अपर जनपद न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश पाॅक्सो एक्ट द्वारा 01 वाद का निस्तारण कर 500/- का अर्थदंड वसूला गया।
अपर जनपद न्यायाधीश सप्तम द्वारा कुल 03 वाद का निस्तारण कर 1,500/- रू. का अर्थदंड वसूला गया। अपर जनपद न्यायाधीश/त्वरित न्यायालय प्रथम द्वारा विद्युत अधिनियम के 105 वादों निस्तारण किया गया। अपर जनपद न्यायाधीश/त्वरित न्यायालय द्वितीय द्वारा कुल 01 वाद का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 1150 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 7,96,150/- रू. अर्थदण्ड वसूला गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/सिविल जज सी.डि. द्वारा कुल 216 वादों का निस्तारण कर 6,020/- रू. का अर्थदण्ड अधिरोपित करने के अतिरिक्त 51,63,264 रू0 का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया। अपर सिविल जज सी0डि0 द्वारा कुल 231 वादों का निस्तारण कर 1,155/- रू. अर्थदंड वसूला गया। सिविल जज जू0डि0 द्वारा कुल 256 वादों का निस्तारण के अतिरिक्त 4,04,000/- रू. का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया।
न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 235 वादों का निस्तारण कर 15,950/- रू. अर्थदण्ड वसूला गया। इसी प्रकार अपर सिविल जज जू.डि. द्वितीय द्वारा 50 वादों का निस्तारण कर 2,500/- रू. अर्थदण्ड वसूला गया। सिविल जज जू.डि./त्वरित न्यायालय प्रथम् द्वारा कुल 142 वाद निस्तारित कर 2,720/- रू. अर्थदण्ड वसूला गया। ग्राम न्यायालय, चायल द्वारा कुल 100 वाद निस्तारित कर 10,470/- रू. का अर्थदंड वसूला गया।
अपर सिविल जज जू.डि. प्रथम द्वारा कुल 106 वाद का निस्तारण कर 28,100/- रू. का अर्थदण्ड वसूला गया। जिलें के समस्त राजस्व न्यायालयों द्वारा 25521 वादों व पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा 604 वादों का निस्तारण कर 12,51,505 रू. जमा कराया गया। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, कौशाम्बी द्वारा 05 वाद निस्तारित कर 1,69,077 रू. जमा कराया गया।
न्यायालय, स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवायें), कौशाम्बी द्वारा सुलह समझौते के आधार कुल 01 मामले का निस्तारण किया गया तथा बैंक के ऋण वसूली वादों से सम्बन्धित जनपद के सभी बैंको के द्वारा 598 वादों का निस्तारण कर 1,10,28,218 रू. जमा कराया गया।
इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल वाद 29409 का निस्तारण कर 3,31,11,129 रू0 वसूला गया। तदोपरान्त राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी श्रीमती शीरीन जैदी द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।