शनिवार, 14 दिसंबर 2024

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-362, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. रविवार, दिसंबर 15, 2024

3. शक-1945, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम- 17 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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(सर्वाधिकार सुरक्षित) 

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

'सफाई व्यवस्था' सुदृढ़ करने का निर्णय लिया

'सफाई व्यवस्था' सुदृढ़ करने का निर्णय लिया 

संतलाल मौर्य 
कौशाम्बी। कुंभ मेला के विशाल आयोजन को देखते हुए नगर पंचायत अझुवा प्रशाशन ने सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्णय लिया है। अधिशाषी अधिकारी अझुवा रश्मि सिंह ने निर्देश दिया है कि नगर क्षेत्र में कहीं भी गंदगी नहीं दिखनी चाहिए, विशेषकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर। अधिशासी अधिकारी रश्मि सिंह ने सभी सफाई नायकों को निर्देश दिया की नेशनल हाईवे की विशेष निगरानी रखी जाएं। 
इस मार्ग पर लोगों का आवागमन ,व्यापारिक गतिविधियां अधिक होने के कारण गंदगी पसरने की सबसे अधिक संभावना है। इस तथ्य को देखते हुए अधिशासी अधिकारी रश्मि सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग के व्यापारियों व फुटकर विक्रताओं को आगाह किया। सड़कों व नालियों में किसी भी तरह की गंदगी ना फेंकी जाएं। 
महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए सफाई अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग की दोनों पटरियों की सफाई कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त नगर पंचायत अझुवा सीमांतर्गत कानपुर प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास के सभी शौचायलयों को साफ सुथरा किया जा रहा है। नगर पंचायत अझुवा की अधिशासी अधिकारी रश्मि सिंह ने सभी सफाई नायकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर एवं सार्वजनिक स्थानों पर कहीं भी कूड़ा-करकट दिखाई ना दे। 

आरोप: 'सुरक्षा के कवच' को तोड़ने की कोशिश

आरोप: 'सुरक्षा के कवच' को तोड़ने की कोशिश 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत के संविधान को देश के आम नागरिकों के लिए न्याय, अभिव्यक्ति, अधिकारों का सुरक्षा कवच बताया और सरकार पर आरोप लगाया कि देश में जनता पर सुरक्षा के इस कवच को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, देश साहस के साथ फिर से उठेगा और कहेगा कि सत्यमेव जयते। 
लोकसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में विपक्ष की ओर से वाड्रा के पहले भाषण को सदन ने पूरी शांति के साथ सुना। वाड्रा ने भी बहुत ही संयत तरीके से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि देश में विवाद एवं संवाद की परंपरा शुरू से रही है। हमारी आज़ादी की लड़ाई अहिंसा एवं सत्य पर इसी परंपरा के कारण चल सकी। आज़ादी की लड़ाई में देश को लेकर लेकर जो सामूहिक आवाज़ उठी, वही संविधान के रूप में दर्ज हुई। उन्होंने कहा, “हमारा संविधान इंसाफ, उम्मीद, अभिव्यक्ति और आकांक्षा की वो ज्योत है, जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जल रही है। इस ज्योत ने हर भारतीय को शक्ति दी है कि उसे न्याय मिलने का अधिकार है। अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की क्षमता है। इस संविधान ने हर देशवासी को ये अधिकार दिया है कि वो सरकार बना भी सकता है और सरकार बदल भी सकता है। देश के संसाधनों पर उसका अधिकार है। देश बनाने में उसकी भागीदारी है। 
इस ज्योत ने हर हिंदुस्तानी को ये विश्वास दिया कि देश की संपत्ति में उसका भी हिस्सा है। उसे एक सुरक्षित भविष्य का अधिकार है। उम्मीद और आशा की ये ज्योत मैंने देश के कोने-कोने में देखी है।” वाड्रा ने उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के मामले, आगरा के अरुण वाल्मीकि के साथ अत्याचार और एक दंगे में एक मुस्लिम दर्जी की गोली लगने से मौत की घटना का उल्लेख किया और कहा कि न्याय की अपेक्षा की जोत संविधान के कारण जल रही है। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दस साल के शासन के दौरान संविधान के इस सुरक्षा कवच को तोड़ने का प्रयास किया। आरक्षण को हटाने के लिए लैटेरल इंट्री लाई गई है। संविधान को बदलने काम करने की कोशिश की। 
उन्होंने कहा कि आज ये संविधान संविधान इसलिए कर रहे हैं। क्योंकि, इस चुनाव में हारते हारते जीतने के बाद उन्हें पता चल गया है कि जनता ने संविधान को बचाया है और जनता ऐसा होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि सरकार की गंभीरता कितनी है ? यह इस बात से पता चलता है कि जब हमने जाति जनगणना की बात कहीं, तो उन्होंने भैंस की चोरी और मंगलसूत्र चुराने की बात कहीं। 
उन्होंने कहा कि हमारे संविधान से आर्थिक न्याय के लिए भूमि सुधार सुनिश्चित किए। उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू का नाम लिये बिना कहा कि जिन्होंने इस देश में एचएएल, आईआईटी, आईआईएम बनाएं, सार्वजनिक उपक्रम स्थापित किए। उनका नाम भाषणों एवं पुस्तकों से मिटाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, कृतित्व से मिटाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंकों, खदानों, का राष्ट्रीयकरण किया। भोजन एवं शिक्षा का अधिकार दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता को लगता है कि कोई आर्थिक नीति बनेगी, तो उसके लाभ के लिए बनेगी। जमीनों के कानून का संशोधन लोगों की भलाई के लिए होगा। 
लेकिन, आज ऐसा सिर्फ एक उद्योगपति के लाभ के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति को वोट बैंक में बदला गया है लेकिन नारी शक्ति को अधिकार दस साल बाद देंगे। दस साल कौन इंतजार करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार का हर नेता सालों पुरानी बातें करके कहता है कि नेहरू जी ने ऐसा किया वैसा किया। तो उन्हें आज की बात भी करनी चाहिए कि आज क्या स्थिति है। कृषि कानून एक उद्योगपति के लिए बन रहे हैं। गोदाम एक उद्योगपति के लिए दिये जा रहे हैं। खान, बंदरगाह, हवाईअड्डे सब एक ही उद्योगपति को दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आमलोगों में धारणा बनती जा रही है कि यह सरकार अडानी के मुनाफे के लिए चल रही है। जो अमीर है वह और अमीर हो रहा है, जो गरीब हैं, वो और गरीब हो रहा है। वाड्रा ने कहा कि सरकार के लोगों को भी अपनी गलती स्वीकार करके माफी मांगनी चाहिए। यदि वे मतपत्रों से चुनाव करा लें तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। महाराष्ट्र, गोवा की सरकारों को पैसे के बल पर गिरा दिया गया। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपी नेताओं के भारतीय जनता पार्टी में आने पर तंज कसते हुए कहा कि इनके यहां वाशिंग मशीन लगी है। जो जाता है, वह धुल जाता है। कई लोग हमारे यहां थे जो अब उधर बैठे हैं। वे धुल गये हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि जो संविधान को माथे से लगाते हैं लेकिन संभल एवं मणिपुर पर न्याय की गुहार को अनसुना कर देते हैं। 
उन्होंने कहा, “ये भारत का संविधान है, संघ का विधान नहीं है।” उन्होंने कहा कि यह संविधान एकता की मोहब्बत की बात करता है। करोड़ों देशवासी एक दूसरे से प्रेम करते हैं, घृणा नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभिव्यक्ति की सुरक्षा को कमजोर करके भय का वातावरण बना दिया है। पहले जनता ने खुल कर सरकार की आलोचना की है, धरने प्रदर्शन किये हैं। सरकार को ललकारा है और न्याय मांगा है। नुक्कड़ों, गली मोहल्लों, चौराहों पर चर्चा बंद नहीं हुई। आज जनता को डराया जाता है। छात्र नेता, प्रोफेसर हो, पत्रकार हो, सरकार के विरोध में बोले तो धमकाया जाता है। इस सरकार ने किसी को नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को देशद्रोही करार दे दिया। मीडिया की मशीन झूठ फैला रही है। वाड्रा ने कहा, “ये प्रकृति का नियम है कि जो लोग भय फैलाने के आदी हैं, वे खुद भी भयभीत होते हैं और चर्चा से डरते हैं। हम कह रहे हैं कि चर्चा करिये लेकिन उनमें चर्चा करने की हिम्मत नहीं है।” उन्होंने कहा कि जनता में बहुत विवेक है। उसे पता है कि क्या सही है ? यह देश भय से नहीं बल्कि साहस एवं संघर्ष से बना है। गरीब मजदूर, मेहनती मध्य वर्ग रोजाना भयंकर परिस्थितियों का साहस एवं आत्मविश्वास से सामना करते हैं। यह शक्ति उन्हें संविधान से मिलती है।” 
उन्होंने कहा कि भय की एक सीमा होती है। इतना दबाया जाता हैं, तो उसके बाद जनता उठ खड़ी हाेती है। उन्होंने कहा, “ये देश कायरों के हाथों ज्यादा दिन नहीं रहा है। यह देश फिर से उठेगा और कहेगा सत्यमेव जयते।” 

शिक्षा मंत्री को धन शोधन मामलें में जमानत दी

शिक्षा मंत्री को धन शोधन मामलें में जमानत दी 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज धन शोधन मामलें में एक फरवरी, 2025 से शुक्रवार को जमानत दी। 
न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने यह आदेश पारित करते हुए कहा, “याचिकाकर्ता को एक फरवरी 2025 को रिहा किया जाएगा। यदि आरोप तय करने और गवाहों की जांच पहले की जाती है तो उन्हें उसके तुरंत बाद रिहा कर दिया जाएगा।” पीठ ने यह भी कहा कि चटर्जी को विधानसभा के सदस्य के अलावा किसी भी सार्वजनिक पद पर नियुक्त नहीं किया जाएगा। 
शीर्ष अदालत ने उनकी जमानत याचिका मंजूर करते हुए यह भी स्पष्ट किया कि यह आदेश (जमानत का) केवल प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किए गए धन शोधन मामले से संबंधित है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सहित आरोपियों के खिलाफ किसी अन्य मामले से संबंधित नहीं है। न्यायमूर्ति सूर्य कांत की अध्यक्षता वाली पीठ ने निचली अदालत को इस महीने आरोप तय करने और 30 जनवरी तक कमजोर गवाहों के बयान दर्ज करने का भी निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि अपीलकर्ता आरोप तय करने को चुनौती दे सकता हैं। लेकिन, गवाहों की जांच की जानी चाहिए। 
पीठ ने कहा कि उसने जमानत न्यायशास्त्र के सामान्य सिद्धांतों के अनुसार यह आदेश पारित किया। अपने आदेश में पीठ ने यह भी कहा कि अपीलकर्ता के दावे को हजारों मेधावी अभ्यार्थियों (प्रभावित लोगों) पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव की परिस्थितियों के मद्देनजर समझा गया। पीठ ने कहा कि विचाराधीन कैदी (अपीलकर्ता) को कैद करने से दंडात्मक हिरासत का मकसद पूरा नहीं हो सकता। चटर्जी को पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए ईडी ने 23 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था और तब से उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत आरोप हैं। ईडी का दावा है कि इस‌ मामले में उनसे बड़ी रकम भी बरामद की गई थी। 
उन्हें गिरफ्तारी के बाद मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सभी पदों से मुक्त कर दिया गया था। 

यूएसए: बाइडेन ने 1500 लोगों की सजा माफ की

यूएसए: बाइडेन ने 1500 लोगों की सजा माफ की 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले जेल में बंद 1500 लोगों की सजा माफ कर दी गई है। जिनमें से चार मूल रूप से भारत के रहने वाले हैं। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है। 
अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करते हुए 39 लोगों की सजा माफ कर दी है। जबकि, लगभग 1500 लोगों की सजा कम करने का आदेश जारी कर दिया गया है। दरअसल, अमेरिकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि अमेरिका संभावना और दूसरा मौका देने के अपने वादे पर पुख्ता तरीके से खड़ा हुआ है। राष्ट्रपति होने के नाते उनके पास माफ करने का विशेष अधिकार है। यह माफी उन लोगों को हैं, जिन्हें अपने किए गए कार्यों पर पछतावा और अफसोस है और जो अमेरिका की मुख्य धारा में वापस लौटने की इच्छा रखते हैं। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जे बाइडेन की सजा माफ करने का सबसे पहले चर्चा में वह आदेश आया था, जब उन्होंने अपने बेटे हंटर बाइडेन को टैक्स चोरी, गैर कानूनी रूप से हथियार रखने, सरकारी पैसे का दुरुपयोग और झूठी गवाही देने के आरोप में उनकी सजा को समाप्त कर दिया था। 
हालांकि, इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चार भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों की बाबू भाई पटेल, मीरा सचदेवा, विक्रमादित्य, कृष्णा मोटे को भी माफ कर दिया है। 

गायक ने फिल्म 'फतेह' के लिए देशभक्ति गीत गाया

गायक ने फिल्म 'फतेह' के लिए देशभक्ति गीत गाया 

कविता गर्ग 
मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने गायक अरिजीत सिंह ने सोनू सूद की पहली निर्देशित फिल्म 'फतेह' के लिए देशभक्ति गीत गाया है। अरिजीत सिंह ने एक बार फिर धमाल मचा दिया है। अरजीत सिंह ने सोनू सूद की पहली निर्देशित फिल्म 'फतेह' के लिए देशभक्ति गीत 'फतेह कर फतेह' गाया है। 
यह गीत मनदीप खुराना द्वारा लिखित और हारून-गेविन द्वारा रचित है। सोनू सूद ने कहा, अरिजीत सिंह की भावनाओं को जगाने की क्षमता बेजोड़ है। 'फ़तेह कर फ़तेह' एक ऐसा गाना है, जो पूरी फ़िल्म की मूल भावना को दर्शाता है। मुझे लगता है कि पूरा देश इस बात से सहमत होगा। शक्ति सागर प्रोडक्शंस की सोनाली सूद और ज़ी स्टूडियो के उमेश केआर बंसल द्वारा निर्मित फतेह साहस,और साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई की एक रोमांचक कहानी है। 
सोनू सूद के साथ फिल्म फतेह में जैकलीन फर्नांडीज, विजय राज और दिग्गज नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार शामिल हैं। यह फिल्म 10 जनवरी, 2025 को रिलीज होगी। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-361, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. शनिवार, दिसंबर 14, 2024

3. शक-1945, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 26 डी.सै., अधिकतम- 19 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित) 

जन्मदिन: 52 वर्ष के हुए अभिनेता अब्राहम

जन्मदिन: 52 वर्ष के हुए अभिनेता अब्राहम  कविता गर्ग  मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता जॉन अब्राहम मंगलवार को 52 वर्ष के हो गए। केरल में 1...