शुक्रवार, 1 नवंबर 2024

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से लेकर आसमान तक खूब पटाखे फूटे हैं। जिसके चलते राजधानी दिल्ली की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है और देर रात वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया, जो शुक्रवार की सवेरे भी ऊंचाई पर बैठा हुआ है। शुक्रवार को राजधानी दिल्ली की हवा दीपावली के त्योहार पर जमीन से लेकर आसमान तक टूटे पटाखे की वजह से एक बार फिर से जहरीली हो गई है। 
प्रतिबंध के बावजूद राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में आधी रात के बाद तक फूटे पटाखे की वजह से राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार चला गया, जो 1 नवंबर शुक्रवार की सवेरे 6:00 बजे दिल्ली में 391 पर दर्ज किया गया है। देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की बात की जाएं, तो इनमें उत्तर प्रदेश सबसे अव्वल स्थान पर है और इसके नो शहर वायु गुणवत्ता सूचकांक के मामले में सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल किए गए हैं। 
उत्तर प्रदेश के संभल में वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे ज्यादा खराब दर्ज किया गया है। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 388 दर्ज किया गया है। उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा 1 जनवरी 2025 तक पटाखों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया गया था। समिति द्वारा जारी किए गए आदेशों के मुताबिक पटाखे बनाने, उन्हें स्टोर करने, बेचने तथा इस्तेमाल पर रोक के बावजूद जमकर आतिशबाजी हुई है। 

युवक ने 75 वर्षीय नानी के साथ बलात्कार किया

युवक ने 75 वर्षीय नानी के साथ बलात्कार किया 

संदीप मिश्र 
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में 25 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपनी 75 वर्षीय नानी के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार अवस्थी ने दर्ज रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि घटना खुटार थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई। 
अवस्थी ने बताया, ‘‘बृहस्पतिवार की रात, बुजुर्ग महिला अपने घर में सो रही थी। तभी उसका नाती अखिलेश कुमार आया। उसे कथित तौर पर उठाकर अपने कमरे में ले गया। जहां उसने उसके साथ जबरदस्ती की।’’ अधिकारी ने कहा कि इसके बाद बुजुर्ग महिला को उसके नाती ने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर उसने किसी को घटना के बारे में बताया तो वह उसे जान से मार देगा। 
उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ बलात्कार और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। अवस्थी ने कहा कि घटना के बाद आरोपी भाग गया और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग महिला को जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। 

'पीएम' मोदी के सलाहकार देबरॉय का निधन

'पीएम' मोदी के सलाहकार देबरॉय का निधन 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार बिबेक देबराॅय नहीं रहे हैं। 69 साल की उम्र के बिबेक देबराॅय का सवेरे आकस्मिक देहावसान हो गया है। एक अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ मशहूर लेखक के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जाहिर किया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक परिषद के सलाहकार बिबेक देबराॅय का 69 साल की उम्र में सवेरे के समय देहावसान हो गया है। एक अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ बिबेक देबराॅय एक मशहूर लेखक भी थे। बिबेक देबराॅय को भारतीय अर्थव्यवस्था में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए देशभर में जाना एवं पहचाना जाता है। 
उन्होंने भारतीय आर्थिक नीतियों को आकार देने में अपनी प्राथमिक भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिबेक देबराॅय के निधन पर गहरा शोक जताते हुए एक्स पर लिखी पोस्ट में उन्होंने अपना दुख जाहिर किया है। 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है कि बिबेक देबराॅय एक महान विद्वान थें। जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, आध्यात्मिकता और अन्य में पारंगत थे और उन्होंने अपने काम के जरिए भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है। 

आज मनाया जाएगा 'गोवर्धन पूजा' का पर्व

आज मनाया जाएगा 'गोवर्धन पूजा' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 
हर वर्ष दीपावली के एक दिन बाद कार्तिक माह के शुक्ल-पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। गोवर्धन पूजा का संबंध द्वापर युग से है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। प्रकृति और मानव के बीच संबंध का पर्व है गोवर्धन पूजा। गोवर्धन पूजा विशेष रूप से मथुरा, वृंदावन, गोकुल और बरसाना में मनाई जाती है। गोवर्धन पूजा का पर्व दिवाली के दूसरे दिन मनाया जाता है। लेकिन, इस बार अमावस्या तिथि दो दिन होने की वजह से गोवर्धन पूजा 02 नवंबर को है। गोवर्धन पूजा के मौके पर घरों में अन्नकूट का भोग लगाया जाता है। 

गोवर्धन पूजा तिथि... 

इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप गोवर्धन पर्वत और गाय की पूजा का विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार इस बार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो चुकी है और तिथि का समापन 02 नवंबर को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगी। ऐसे में उदया तिथि को आधार मनाते हुए गोवर्धन पूजन 02 नवंबर को है। 

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त... 

इस वर्ष गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 02 अक्तूबर को दोपहर 03 बजकर 22 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 34 मिनट तक का है। इस शुभ मुहूर्त में गोवर्धन पूजा करना बहुत ही शुभ है। 

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त : 06:34 से 08:46 तक। 
गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त :15:22 से 17:34 तक। 

गोवर्धन पूजा का महत्व... 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल-पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन की पूजा करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और इसके अलावा धन-धान्य, संतान और सौभाग्य की प्रप्ति होती है। इस दिन जो भी भक्त भगवान गिरिराज की पूजा करता है, तो उसके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है और गिरिराज महाराज जो भगवान श्री कृष्ण का ही स्वरूप हैं। उनका आशीर्वाद पूरे परिवार पर बना रहता है। 

गोवर्धन पूजा-विधि... 

गोवर्धन पूजा पर गाय, भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा का विशेष महत्व होता है। गोवर्धन पूजा करने के लिए आप सबसे पहले घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन की आकृति बनाएं। इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करें। इसके बाद अपने परिवार सहित श्रीकृष्ण स्वरुप गोवर्धन की सात प्रदक्षिणा करें। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा करने से एवं गायों को गुड़ व चावल खिलाने से भगवान श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है। 

गोवर्धन पूजा पर अन्नकूट का भोग... 

गोवर्धन पूजा को अन्नकूट त्योहार के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को कई तरह के अन्न, फल और सब्जियों से बने पकवान का भोग लगाया जाता है। अन्नकूट का भोग बनाने के लिए कई तरह की सब्जियां, दूध और मावे से बने मिष्ठान और चावल का प्रयोग किया जाता है। अन्नकूट में ऋतु संबंधी अन्न, फल, सब्जियां का प्रसाद बनाया जाता है। इस अन्नकूट को पहाड़ सा बनाकर भगवान कृष्ण को समर्पित किया जाता है। इसके बाद सभी को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। 

गोवर्धन पूजा कथा... 

गोवर्धन पूजा में भगवान कृष्ण, गाय, गोवर्धन पर्वत और इंद्रदेव की पूजा इसलिए होती है क्योंकि अभिमान चूर होने के बाद इन्द्र ने श्रीकृष्ण से क्षमा मांगी और आशीर्वाद स्वरूप गोवर्धन पूजा में इन्द्र की पूजा को भी मान्यता दे दी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में इंद्र ने कुपित होकर जब मूसलाधार बारिश की तो श्री कृष्ण ने गोकुलवासियों व गायों की रक्षार्थ और इंद्र का घमंड तोड़ने के लिए गोवर्धन पर्वत,छोटी अंगुली पर उठा लिया था। इस तरह से ब्रजवासियों पर जल की एक बूंद भी नहीं पड़ी। सभी गोप-गोपिकाएं उसकी छाया में सुरक्षित रहें। तब श्रीकृष्ण को अवतार की बात जानकर इन्द्रदेव अपने इस कार्य पर बहुत लज्जित हुए और भगवान श्रीकृष्ण से क्षमा-याचना की। 

मेरे लिए इस बार की 'दिवाली' सबसे बेहतरीन हैं

मेरे लिए इस बार की 'दिवाली' सबसे बेहतरीन हैं 

कविता गर्ग 
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री शर्वरी का कहना है कि पिछले तीन सालों में इस बार की दिवाली उनके लिए सबसे बेहतरीन दिवाली हैं। साल 2024 शर्वरी के लिए शानदार रहा हैं, जिसमें उन्होंने अपनी पहली 100 करोड़ की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मुँज्या' दी। फिर 'महाराज' जैसी ग्लोबल स्ट्रीमिंग हिट में नजर आईं और अपनी तीसरी फिल्म 'वेदा' में भी दमदार अदाकारी के लिए सराहना बटोरी। 
अब शर्वरी को बॉलीवुड की नई उभरती हुई स्टार कहा जा रहा है और इस दिवाली पर वह और उनका परिवार दर्शकों के प्यार के लिए बेहद आभारी हैं। शर्वरी ने कहा, पिछले तीन सालों में यह दिवाली मेरे लिए सबसे खास है। मैं केवल आभार और सौभाग्य महसूस कर रही हूं कि मुझे 2024 में यह अनुभव हो रहा है। पिछले तीन साल वाकई में मेरे लिए एक अभिनेता के तौर पर चुनौतीपूर्ण थे। यह एक तरह से अस्तित्व की लड़ाई थी, हर रोज़ संघर्ष करना, फिल्में ढूंढना और लगातार ऑडिशन देना। इसलिए मैं अपने पूरे दिल से जश्न मना भी नहीं पाई थी। मुझे लगता है, ऐसा तब होता है जब चीजें उम्मीद के मुताबिक नहीं चलती हैं। मैं बहुत खुश हूं कि आखिरकार मेहनत रंग लाई है। शर्वरी ने कहा, मैं इस दिवाली में और सफलता, और मान्यता और सभी से और भी अधिक प्यार की प्रार्थना कर रही हूं। मुझे पता है कि मेरा परिवार भी इस साल बहुत राहत महसूस कर रहा है। हम सब एक साथ बहुत ज्यादा मुस्कुरा रहे हैं। मैं उनका शुक्रिया अदा करती हूं कि जब मेरे लिए पेशेवर तौर पर मुश्किलें आईं, तब वे मेरे मजबूत स्तंभ बनें रहें। दिवाली के दौरान अपने पसंदीदा बचपन के पल को याद करते हुए शर्वरी ने कहा, हर बार नरक चतुर्दशी के दिन हम सूर्योदय से पहले उठ जाते हैं। 
एक बड़ी चटाई बिछाते हैं, दीये जलाते हैं, पुराने मराठी गीत बजाते हैं और एक-दूसरे की हथेलियों और चेहरे पर गर्म आवश्यक तेल, उबटन और केसर लगाते हैं। इसे 'पहिली पहाट' कहा जाता है। यह सर्दियों की शुरुआत का प्रतीक है और मराठी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। फिर हम उबटन और केसर से स्नान करते हैं। यह सब सूर्योदय से पहले किया जाता है। इसके बाद सभी लोग साथ बैठकर नाश्ते के लिए फराल का आनंद लेते हैं। फराल में मीठे और नमकीन स्नैक्स शामिल होते हैं, जिन्हें दिवाली से 3-4 दिन पहले तैयार किया जाता है. इसमें चकली, चिवड़ा, सेव, करंजी, शंकरपली, बेसन लड्डू आदि शामिल होते हैं। हम इसे टेबल पर फैलाते हैं और साथ में बैठकर मजेदार बातचीत करते हैं। शर्वरी ने कहा,मेरे लिए दिवाली अपने परिवार के साथ मनाना बहुत खास है। 
मेरा भाई स्कूल में पढ़ता है। इसलिए, उसे दिवाली की छुट्टियां मिलती हैं। मेरी बहन भी ऑफिस से छुट्टी ले लेती हैं। अपने परिवार के साथ रहना, दोपहर के भोजन के बाद मिठाई के बारे में चर्चा करना, यह त्यौहार की सबसे खूबसूरत बात हैं, जिसे मैं बहुत पसंद करती हूं। शर्वरी को जल्द ही वाईआरएफ स्पाई यूनिवर्स की बड़ी एक्शन एंटरटेनर 'अल्फा' में बॉलीवुड सुपरस्टार आलिया भट्ट के साथ देखा जाएगा। 

न्यूजीलैंड ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला

न्यूजीलैंड ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला 

सुनील श्रीवास्तव 
मुंबई। न्यूजीलैंड ने शुक्रवार को तीसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर भारत के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। शुक्रवार को यहां वानखेड़े स्‍टेडियम में न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। 
उन्होंने कहा कि टीम में दो बदलाव हैं। मिचेल सैंटनर की जगह ईश सोढ़ी तथा टिम साउदी की जगह मैट हेनरी को एकादश में शामिल किया गया हैं। वहीं, भारतीय टीम एक बदलाव है। जसप्रीत बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज का एकादश में जगह दी गई हैं। 
दोनों टीमें इस प्रकार है:- भारत एकादश:- यशस्वी जयसवाल, रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सरफराज खान, रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, रविचंद्रन अश्विन, आकाश दीप और मोहम्मद सिराज। 
न्यूजीलैंड एकादश:- टॉम लैथम (कप्तान), डेवोन कॉनवे, विल यंग, ​​रचिन रवींद्र, डेरिल मिशेल, टॉम ब्लंडेल (विकेटकीपर), ग्लेन फिलिप्स, मैट हेनरी, ईश सोढ़ी, एजाज पटेल और विलियम ओरुके। 

यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया

यातायात माह नवंबर 2024 का शुभारंभ किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यातायात माह नवंबर 2024 का फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली को रवाना किया और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यातायात नियमों के प्रति पब्लिक के भीतर जागरूकता उत्पन्न करने और सुरक्षित परिवहन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष नवंबर महीने में मनाए जाने वाले यातायात माह का विधिवत रूप से फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। 
जिला मुख्यालय पर स्थित पुलिस लाइन में आयोजित किए गए कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने जागरूकता रैली का शुभारंभ किया और बताया कि माह नवम्बर यातायात माह के रूप में मनाया जाता है, जिसमें वाहनों के चेकिंग अभियान एवं सडक पर सुरक्षित सफर तय करने के उददेश्य से लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि वर्तमान में यातायात नियमों की अनदेखी के कारण सड़कों पर प्रतिदिन होने वाले हादसों में जनहानि हो रही है, जिसमें इन हादसों से हम अपना बचाव कर सकते हैं। यदि हम यातायात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित सफर के लिए जागरूक बनें। 
उन्होंने बताया है कि यातायात पुलिस की ओर से यातायात माह में प्रतिदिन यातायात नियमों के प्रति व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के साथ सघन चेंकिग अभियान चलाकर काली फिल्म, बिना सीट बेल्ट, तीन सवारी मोटरसाइकिल, बिना हेलमेट तथा नो इंट्री का पालन न करने वाले वाहनों/वाहन चालकों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। 
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस दीक्षा के अभिषेक सिंह द्वारा सभी से अपील की गई कि वह शराब के नशे में वाहन न चलाएं, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। वाहन को दाएं-बाएं मोडते समय अपने आगे-पीछे देखते हुए इंडिकेटर का प्रयोग करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी स्कूली छात्र/छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स, व सभी पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण को यातायात नियमों के पालन करने के सम्बन्ध में शपथ दिलाई गई, साथ ही यातायात माह के दौरान चलाये जाने वाले अभियानों के सफल संचालन हेतु यातायात पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। 
कार्यक्रम के उपरांत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा यातायात जागरुकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यातायात जागरुकता रैली पुलिस लाईन से प्रारम्भ होकर शहर के मुख्य मार्गों एवं चौराहों से होते हुए शिव चौक पर जाकर समाप्त हुई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे, सहायक पुलिस अधीक्षक ब्योम बिंदल, एआरटीओ सुशील मिश्रा, एआरएम प्रभात सिन्हा, क्षेत्राधिकारी नई मण्डी रूपाली राव, क्षेत्राधिकारी यातायात देववृत वाजपेई सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें। 

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...