प्रयागराज: धूमधाम से मनाई गई 'हनुमान जयंती'
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। श्रीराम दूत हनुमान की जयंती बुधवार को धूमधाम से मनाई गई। संगम तट पर स्थित श्री बड़े हनुमान मंदिर, सिविल लाइंस हनुमान मंदिर सहित शहर और ग्रामीण अंचलों में स्थित हनुमान मंदिरों में रामायण और सुंदर कांड के पाठ का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने हनुमान चालीसा और बजरंग बाण पाठ किया। हनुमान को छप्पन भोग लगाकर आरती उतारी गई।
दीवाली पर्व के एक दिन पूर्व आज दारागंज ओर कटरा रामलीला कमेटी के तत्वावधान में हनुमान जयंती मनाई गई। इस दौरान जुलूस भी निकाला गया। जगह जगह हनुमान की पूजा आरती की गई। भक्तों ने जयकारे लगाया। शोभा यात्रा में कलात्मक चौकी भी शामिल रही।
बजरंगबली के जन्मोत्सव पर मंदिरों में झांकियां सजाई गईं। संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठान आरंभ किया गया। बाघंबरी गद्दी मठ के महंत बलबीर गिरि ने भोर में चार बजे हनुमानजी की महाआरती की। इस दौरान मंदिर परिसर शंख ध्वनि से गूंज उठा। इस दौरान ब्रह्म कलश महाभिषेक भी किया गया। भव्य शृंगार आरती शाम साढ़े चार बजे, छप्पन भोग की आरती शाम छह बजे से हुई। इसी तरह सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन में भी हनुमान जयंती पर विविध कार्यक्रम हुए।
त्रिपौलिया हनुमान मंदिर से निकाली गई शोभायात्रा
त्रिपौलिया स्थित बाल रूप हनुमान मंदिर में बुधवार आचार्य किशोर पाठक की देखरेख में सुबह पांच बजे शोभायात्रा निकाली गई। बालरूप हनुमानजी की मूर्ति के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। बाल रूप हनुमान जी की आकर्षक झांकी भी सजाई गई। दिन में वेदपाठ, सामूहिक रामायण पाठ होगा।
हनुमान जयंती पर मूर्धन्य विद्वानों ने किया पाठ
रामबाग स्थित हनुमान मंदिर में शाम को मूर्धन्य विद्वानों की ओर से वेद पाठ किया गया। इसके बाद हनुमानजी महाराज की आरती की गई। रात नौ बजे के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मंदिर के पुजारी सौरभ मालवीय ने बताया कि प्रभु का विशेष शृंगार होगा।
बजरंगी की सजी झांकियां, फूलों से सजे मंदिर
बताशा मंडी स्थित सिद्धपीठ प्राचीन श्री बाल स्वरूप हनुमान मंदिर में बुधवार को सुबह सात से नौ बजे तक सुंदरकांड, हनुमान चालीसा पाठ, आरती पूजन और शाम सात बजे से वेदपाठ किया गया। हनुमानजी का भव्य शृंगार जड़िया बंधु ग्रुप की ओर से किया गया। संयोजक प्रभात चौरसिया ने बताया कि मंदिर को फूलों से सजाया गया है।