गुरुवार, 10 अक्तूबर 2024

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 
सिद्धिदात्री हिंदू मां देवी महादेवी के नवदुर्गा (नौ रूप) पहलुओं में से नौवीं और अंतिम हैं। उनके नाम का अर्थ इस प्रकार है– सिद्धि का अर्थ है अलौकिक शक्ति या ध्यान क्षमता, और धात्री का अर्थ है देने वाली या पुरस्कार देने वाली। नवरात्रि के नौवें दिन (नवदुर्गा की नौ रातें) उनकी पूजा की जाती है। वह सभी दिव्य आकांक्षाओं को पूरा करती हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के शरीर का एक पक्ष देवी सिद्धिदात्री का है। इसलिए, उन्हें अर्धनारीश्वर के नाम से भी जाना जाता है। वैदिक शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव ने इस देवी की पूजा करके सभी सिद्धियां प्राप्त की थीं। 

शास्त्र... 

देवी को चार हाथों से दर्शाया गया है, जिनमें एक चक्र (चक्र), शंख (शंख), गदा और कमल है। वह या तो पूरी तरह से खिले हुए कमल पर या फिर सिंह पर सवार है। कुछ चित्रात्मक चित्रणों में, उनके दोनों ओर गंधर्व, यक्ष, सिद्ध, असुर और देवता हैं। जिन्हें देवी को प्रणाम करते हुए दिखाया गया है। 

दंतकथा... 

उस समय जब ब्रह्माण्ड अंधकार से भरा एक विशाल शून्य था, कहीं भी दुनिया का कोई संकेत नहीं था। लेकिन फिर दिव्य प्रकाश की एक किरण, जो हमेशा विद्यमान रहती है, हर जगह फैल गई, शून्य के हर कोने को रोशन कर दिया। प्रकाश का यह समुद्र निराकार था। अचानक, यह एक निश्चित आकार लेने लगा, और अंत में एक दिव्य महिला की तरह दिखने लगा, जो कोई और नहीं बल्कि स्वयं देवी महाशक्ति थीं। सर्वोच्च देवी प्रकट हुईं और उन्होंने त्रिदेवों, ब्रह्मा, विष्णु और शिव को जन्म दिया। उन्होंने तीनों प्रभुओं को दुनिया के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करने की अपनी भूमिका को समझने के लिए चिंतन करने की सलाह दी। देवी महाशक्ति के शब्दों पर अमल करते हुए, त्रिमूर्ति एक महासागर के तट पर बैठे और कई वर्षों तक तपस्या की। प्रसन्न देवी सिद्धिदात्री के रूप में उनके सामने प्रकट हुईं। उन्होंने उन्हें उनकी पत्नियाँ प्रदान कीं, उन्होंने लक्ष्मी, सरस्वती और पार्वती को बनाया और उन्हें क्रमशः विष्णु, ब्रह्मा और शिव को दिया। देवी सिद्धिदात्री ने ब्रह्मा को सृष्टि के रचयिता, विष्णु को सृष्टि और उसके प्राणियों की रक्षा करने तथा शिव को समय आने पर सृष्टि का संहार करने का दायित्व सौंपा। उन्होंने उन्हें बताया कि उनकी शक्तियां उनकी पत्नियों के रूप में हैं, जो उनके कार्यों को करने में उनकी सहायता करेंगी। देवी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उन्हें दिव्य चमत्कारी शक्तियां भी प्रदान करेंगी, जो उनके कर्तव्यों को पूरा करने में भी उनकी सहायता करेंगी। यह कहकर उन्होंने उन्हें आठ अलौकिक शक्तियां प्रदान कीं, जिनमें अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रकाम्ब्य, ईशित्व और वशित्व नाम दिए गए। अणिमा का अर्थ है अपने शरीर को एक टुकड़े के आकार में छोटा करना, महिमा का अर्थ है अपने शरीर को अनंत रूप से बड़ा करना, गरिमा का अर्थ है अनंत रूप से भारी होना, लघिमा का अर्थ है भारहीन होना, प्राप्ति का अर्थ है सर्वव्यापक होना, प्रकाम्ब्य का अर्थ है जो कुछ भी इच्छा हो उसे प्राप्त करना, ईशित्व का अर्थ है पूर्ण प्रभुत्व प्राप्त करना और वशित्व का अर्थ है सभी को वश में करने की शक्ति होना। ऐसा माना जाता है कि देवी सिद्धिदात्री ने त्रिमूर्ति को जो आठ सर्वोच्च सिद्धियाँ प्रदान की थीं। उनके अतिरिक्त उन्होंने उन्हें नौ निधियाँ तथा दस अन्य प्रकार की अलौकिक शक्तियाँ या क्षमताएँ भी प्रदान की थीं। पुरुष और स्त्री, इन दो भागों से देव, देवियाँ, दैत्य, दानव, असुर, गंधर्व, यक्ष, अप्सराएँ, भूत, दिव्य प्राणी, पौराणिक जीव, पौधे, जलचर, स्थलीय और वायुचर, नाग, गरुड़ आदि उत्पन्न हुए तथा उनसे संसार की अनेक प्रजातियाँ उत्पन्न हुईं और इस प्रकार उनकी उत्पत्ति हुई। अब संपूर्ण संसार की रचना पूर्ण हो चुकी थी, असंख्य तारों, आकाशगंगाओं तथा नक्षत्रों से परिपूर्ण। नौ ग्रहों सहित सौरमंडल पूर्ण हो चुका था। पृथ्वी पर दृढ़ भूभाग निर्मित हो चुका था, जिसके चारों ओर विशाल महासागर, झीलें, नदियाँ, जलधाराएँ तथा अन्य जल निकाय थे। सभी प्रकार की वनस्पतियाँ और जीव-जंतु उत्पन्न हो चुके थे तथा उन्हें उनके उचित आवास प्रदान किए गए थे। 14 लोकों की रचना और निर्माण एक साथ किया गया, जिससे उपर्युक्त प्राणियों को रहने के लिए निवास स्थान प्राप्त हुए। जिसे वे सभी अपना घर कहते थे। 
इस रूप में दुर्गा कमल पर विराजमान हैं और चार भुजाओं वाली हैं। उनके हाथ में कमल , गदा , चक्र और शंख है। इस रूप में दुर्गा अज्ञानता को दूर करती हैं और ब्रह्म को जानने के लिए ज्ञान प्रदान करती हैं । वे सिद्धों , गंधर्वों , यक्षों , देवों (देवताओं) और असुरों (राक्षसों) से घिरी हुई हैं और उनकी पूजा करती हैं। वे जो सिद्धि प्रदान करती हैं, वह यह अहसास है कि केवल वे ही मौजूद हैं। वे सभी उपलब्धियों और सिद्धियों की स्वामिनी हैं। 

प्रतीक... 

सिद्धिदात्री देवी पार्वती का मूल रूप या आदि रूप हैं। उनके पास आठ अलौकिक शक्तियाँ या सिद्धियाँ हैं, जिन्हें अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रकाम्ब्य, ईशित्व और वशित्व कहा जाता है। अणिमा का अर्थ है अपने शरीर को एक अणु के आकार तक कम करना; महिमा का अर्थ है अपने शरीर को अनंत रूप से बड़े आकार तक फैलाना। गरिमा का अर्थ है, अनंत रूप से भारी हो जाना। लघिमा का अर्थ है, भारहीन हो जाना। प्राप्ति का अर्थ है सर्वव्यापी होना। प्रकाम्ब्य जो भी इच्छा हो, उसे प्राप्त करना। ईशित्व का अर्थ है, पूर्ण प्रभुत्व रखना और वशित्व का अर्थ है, सभी को अपने अधीन करने की शक्ति होना। भगवान शिव को सिद्धिदात्री ने सभी आठ शक्तियों से आशीर्वाद दिया था। 

'जन जागरूकता अभियान' कार्यक्रम का आयोजन

'जन जागरूकता अभियान' कार्यक्रम का आयोजन 

नेता आपके द्वार समस्याओं के निराकरण के लिए दृढ़संकल्पित- जितेंद्र सोनकर

कौशाम्बी। सिराथू ब्लांक के केशवापुर गांव में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने को लेकर योजनाओं की जानकारी दी गई। 
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि जितेन्द्र सोनकर ने बताया गया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना महिलाओं के उत्थान के लिए है। समूह का गठन कर हजारों महिलाएं रोजगार के साथ जुड़ कर दूसरों को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग प्रदान करती है। नारी शक्ति करण के तहत बुधवार को केशवापुर गांव में देवी पूजा  पंडाल के पास राष्ट्रीय अजीवका  मिशन द्वारा जन जागरूकता अभियान के तहत जितेन्द्र सोनकर सरकार के द्वारा संचालित कई योजनाओं को जनता से अवगत कराया। भैंस पालन, दुकान, ई रिक्शा चलाना, सिलाई ,कढ़ाई सेंटर, अगरबत्ती, धूप बत्ती बनाने का काम किया जा सकता है। इसके लिए अनुदान के साथ  बैंकों से कम ब्याज पर ऋण मिलता है। इस दौरान ग्रामीणों ने अध्यक्ष प्रतिनिधि को पेयजल, जल निकासी साफ-सफाई, प्रधानमंत्री आवास को लेकर शिकायत की। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ने सभी ग्रामवासियों को समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया तथा अति प्राचीन स्थल गहनेरूआ बाबा के जीर्णोद्धार का भी आश्वासन दिया गया। कार्यक्रम में ईं. मंजुल तिवारी, सुनील  द्विवेदी तथा नवदुर्गा पूजा कमेटी के मुख्य यजमान जयसिंह सहित तमाम लोग मौजूद रहे हैं। 
राजकुमार 

12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण नहीं कर पाएंगे सैनी

12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण नहीं कर पाएंगे सैनी 

राणा ओबरॉय 
चंडीगढ़। हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिलें भारी बहुमत के बाद निर्वतमान मुख्यमंत्री नायब सैनी निर्धारित की गई 12 अक्टूबर की तिथि पर शपथ ग्रहण नहीं कर पाएंगे। क्योंकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे की वजह से शपथ ग्रहण कार्यक्रम को टाल दिया गया है। बृहस्पतिवार को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर 12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण करने वाले नायब सैनी के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। 
हालांकि, पंचकूला के परेड ग्राउंड में नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सैनी के शपथ ग्रहण की तैयारियां भी शुरू की जा चुकी थी और भीड़ इकट्ठा करने के लिए सरकारी बसों का भी इंतजाम कर लिया गया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे की वजह से नायब सैनी के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया गया है। नायब सैनी का नए मुख्यमंत्री के तौर पर अब 15 अक्टूबर तक कभी भी शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजधानी चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें दो केंद्रीय पर्यवेक्षक भी शामिल होंगे। 

स्कूल-कॉलेज एवं दफ्तरों में अवकाश का ऐलान

स्कूल-कॉलेज एवं दफ्तरों में अवकाश का ऐलान 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रामनवमी के मौके पर राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज एवं दफ्तरों में अवकाश का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के मुताबिक अब शुक्रवार, शनिवार और रविवार को स्कूल कॉलेज में छुट्टी रहेगी। बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से विभिन्न संगठनों के लोगों की डिमांड पर शुक्रवार को रामनवमी पर्व के अवकाश का ऐलान किया गया है। 
मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद अब राज्य के स्कूल-कॉलेज और दफ्तर शुक्रवार, शनिवार एवं रविवार को बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री की ओर से शुक्रवार के अवकाश के ऐलान को लेकर उत्तर प्रदेश के कई संगठनों की ओर से नवमी पर अवकाश की मांग की जा रही थी। संगठनों के आग्रह के बाद मुख्यमंत्री द्वारा और शुक्रवार को नवमी की छुट्टी का ऐलान किया गया है। 

निशुल्क 'स्वास्थ्य परीक्षण शिविर' का आयोजन

निशुल्क 'स्वास्थ्य परीक्षण शिविर' का आयोजन 

न्यायालय परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का हुआ आयोजन

कौशाम्बी। बृहस्पतिवार के दिन कौशाम्बी जनपद के न्यायालय परिसर में निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें अधिवक्ता एवं आगंतुकों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा प्रस्तावित एक्शन प्लान के तहत जनपद न्यायाधीश कौशाम्बी अनुपम कुमार के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कौशाम्बी के तत्वाधान में जनपद न्यायालय की नई बिल्डिंग स्थित हाल में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, विद्वान अधिवक्तागण, कर्मचारीगण, वादकारी एवं अगन्तुको के लिए सम्पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण हेतु स्वास्थ्य शिविर का अयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सकों द्वारा न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण, विद्वान अधिवक्तागण, कर्मचारीगण, वादकारी एवं अगन्तुकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 
स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जनपदीय न्यायाधीश द्वारा मानसिक स्वास्थ्य और कार्य के बारे में जानकारी प्रदान की गई। अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम द्वारा न्यायालय में कार्यरत कर्मचारियों को कार्यस्थल पर स्वास्थ्य वातावरण के साथ कार्य करने हेतु जानकारी प्रदान की गई। विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट द्वारा अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखना चाहिए के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। 
उक्त संगोष्ठी में उपस्थित मनोचिकित्सक डॉ. नितेश सिंह द्वारा बच्चों और किशोरों के भावनात्मक और व्यवहार संबन्धि विकार एवं मानसिक रूप से कैसे स्वस्थ रह सकते हैं के बारे में विस्तार से बताया गया। डॉ. अरविन्द कनौजिया द्वारा बताया गया की हमारी जीवन शैली ही हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को वृहदरूप से प्रभावित करती है। इसी कम में वन अम्ब्रेला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक मेहंदी अली राजपूत द्वारा यह बताया गया कि अम्ब्रेला चैरिटेबल ट्रस्ट एक ऐसी संस्था है, जो मानसिक रूप से मंदित व्यक्तियों को आश्रय प्रदान करती है और उनके द्वारा मानसिक मंदितों से कैसे व्यवहार किया जाये इस संबन्ध में प्रकाश डाला गया। उक्त कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश एंव समस्त न्यायिक अधिकारीगण, विद्वान अधिवक्तागण, कर्मचारीगण एवं अन्य अगन्तुक उपस्थित रहे हैं। 
राजकुमार 

कांग्रेस के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेगी 'सपा'

कांग्रेस के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेगी 'सपा' 

संदीप मिश्र 
इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ किया है कि उत्तर प्रदेश की दस सीटों पर होने वाला विधानसभा उपचुनाव उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ेगी। पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की द्वितीय पुण्य तिथि के अवसर पर सैफई में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा के अवसर पर उन्होने उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सपा का कांग्रेस से प्रदेश के उपचुनाव में गठबंधन रहेगा और वे इंडिया गठबंधन का हिस्सा रहेंगे। 
स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की समाधि पर अखिलेश के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव और परिवार के अन्य सदस्यों ने श्रद्धाजंलि अर्पित की। अखिलेश यादव ने उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका देश की अर्थव्यवस्था को बदलने में बड़ा योगदान रहा। उनकी सोच व विजन यह था कि कारोबार करते समय उसूलों से कोई समझौता नहीं करते थे। समाज के कल्याण के लिए काम करते थे। 
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव को पूरे परिवार ने श्रद्धांजलि दी है। आज का दिन राजनीतिक चर्चा का नहीं है। हम लोग नेताजी को याद कर रहे हैं। उन्होंने इसी धरती से अपनी लड़ाई शुरु की थी बाद में वे धरती पुत्र के नाम से जाने गए। मुलायम सिंह यादव ने समाज व राजनीति को दिशा दी है। समाजवादी विचारधारा से देश के लोगों को जोड़ा और लोगों को रास्ता दिखाया। हम सभी लोग उन्हीं के रास्तों पर चल रहे हैं। हमने संकल्प लिया है कि समाजवादी मूल्यों व सिद्धांतों को आगे बढ़ाकर लोगों का जीवन बदलने का कार्य किया जाएगा। मुलायम सिंह यादव ने अपना पूरा जीवन संघर्ष, गैर बराबरी व लोगों को सम्मान दिलाने के लिए योगदान दिया। 
पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग सैफई पहुंचे और मुलायम सिंह यादव को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता विरोधी दल माता प्रसाद पाण्डेय ने भी मुलायम को श्रद्धासुमन अर्पित किये। उन्होने कहा “ नेताजी मुलायम सिंह यादव की बहुत सी स्मृति मानस पटल पर अंकित हैं, हम लोग बहुत साथ रहे हैं, नेता जी ने हमको स्पीकर बनाया था, वह अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने वाले नेता थे,हमारी पार्टी सभी उप चुनाव जीतेगी, नेताजी ने गरीबों और वंचितों के लिए संघर्ष किया था, अब अखिलेश यादव उसको पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।” मुलायम सिंह कि द्वितीय पुण्यतिथि पर समाधि स्थल पर उनके भाई अभय राम यादव श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे उन्होंने कहा कि उनकी बहुत याद दिन रात आती है। उप चुनाव में करहल विधान सभा से तेज प्रताप की बहुत अच्छी जीत होगी, खूब प्रचार करेंगे, बहुत बड़ी जीत करवा देंगे। गौरतलब है कि सपा ने बुधवार को उत्तर प्रदेश की छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। जिसमें अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से तेजप्रताप यादव, मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है। वहीं, कानपुर की सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया। फूलपुर विधानसभा सीट से मुस्तफा सिद्दीकी को, कटेहरी विधानसभा सीट से शोभावती वर्मा को और मझंवा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को मैदान में उतारा है। 
सूत्रों के मुताबिक, सपा ने कांग्रेस को अलीगढ़ की खैर और गाजियाबाद की गाजियाबाद सदर सीट देने की पेशकश की थी। इसके अलावा सपा मुजफ्फरनगर की मीरापुर और मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर अपना उम्मीदवार तय करने वाली है।

एडीएम-एसपी ने विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया

एडीएम-एसपी ने विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में दशहरा पर्व के अवसर पर सुरक्षा और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बृहस्पतिवार को अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) नरेन्द्र बहादुर सिंह और पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने विभिन्न रावण दहन स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नुमाईश ग्राउंड, पटेल नगर, और गांधी कॉलोनी जैसे प्रमुख स्थलों का दौरा किया गया। 
इस दौरान महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी दिए गए है कि रावण के पुतले की ऊँचाई मानक से अधिक न हो,पुतले में तीव्र आतिशबाजी न लगाई जाए,स्थल पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था हो,पार्किंग की उचित व्यवस्था और जनता के आने-जाने के लिए सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, दमकल विभाग को निर्देश दिए गए कि किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए अग्निशमन यंत्र और गाड़ी के साथ आयोजन स्थल पर तैयार रहें। 
इस निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी नई मंडी श्रीमती रूपाली राव और अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके और पर्व शांति और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो। 

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं

नशे को नियंत्रित करने हेतु रणनीति तैयार की जाएं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी उमेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक ...