एडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। एडीएम सिटी श्री गंभीर सिंह की अध्यक्षता में नॉर्को-आर्डिनेशन मैकेनिज्म (एन.सी.ओ.आर.डी.) की महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित की गई। इस बैठक में नशा उन्मूलन एवं जनजागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए कई निर्णय लिए गए। एडीएम सिटी ने जोर देकर कहा कि जनपद में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है और इसके लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
बैठक के दौरान निर्देशित किया गया कि नशे के विरोध में रैलियां, दौड़ और मार्च जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इसके साथ ही, एसएमएस, बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स के जरिए भी नशा उन्मूलन का संदेश व्यापक रूप से फैलाया जाएं। नशा विरोधी जागरूकता अभियान के अंतर्गत जागरूकता पखवाड़ा मनाने के भी निर्देश दिए गए। जिसके तहत स्कूलों और कॉलेजों में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में निबंध, वाद-विवाद, भाषण और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। जो युवाओं को इस अभियान से जोड़ने में सहायक होंगी।
जनमानस में जागरूकता अभियान...
बैठक में एलईडी डिस्प्ले के माध्यम से सूक्ष्म वीडियो और ऑडियो क्लिप्स का उपयोग करके नशा मुक्ति के संदेशों को गाजियाबाद के बस स्टेशनों पर प्रसारित करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, परिवहन निगम के अनुबंधित ढाबों पर भी नशा उन्मूलन संबंधी होर्डिंग्स और बोर्ड लगाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुंच सकें।
मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए जनपद में संघन चेकिंग अभियान चलाने के भी आदेश दिए गए। प्रशासन की इस मुहिम का उद्देश्य अवैध नशीले पदार्थों के वितरण पर पूर्ण विराम लगाना है। ताकि, गाजियाबाद को नशामुक्त बनाया जा सकें। एडीएम सिटी ने यह भी कहा कि इस अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए सभी विभागों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आबकारी विभाग, यातायात विभाग और अन्य संबंधित विभागों को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए। साथ ही, आम जनता को भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की गई है।
बैठक में पुलिस विभाग, अर्थ सांख्यिकी विभाग, कृषि विभाग, जीआरपी, वन विभाग, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग और आबकारी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। सभी विभागों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों द्वारा नशा उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा की और इस दिशा में और भी सक्रिय कदम उठाने का आश्वासन दिया।
यह बैठक गाजियाबाद को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास के रूप में देखी जा रही है। जहां न केवल प्रशासन, बल्कि समाज के हर वर्ग को जागरूक करने और इसमें भागीदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।