बुधवार, 25 सितंबर 2024

विकास व नवाचार की गतिविधियों से भरा हैं 'यूपी'

विकास व नवाचार की गतिविधियों से भरा हैं 'यूपी' 

संदीप मिश्र 
गौतमबुद्ध नगर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश सभी क्षेत्रों में विकास और नवाचार की गतिविधियों से भरा हुआ हैं। ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 के शुभारंभ के अवसर पर धनखड़ ने कहा “ दो साल में हमारी अर्थव्यवस्था जर्मनी और जापान से आगे बढ़कर तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुये उन्होने कहा “ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में 12 नए औद्योगिक क्षेत्र शुरू हुए हैं। एआई ने अपनी जगह बनाई है। विश्व बैंक और आईएमएफ हमारी प्रशंसा कर रहे हैं। हमारा डिजिटलीकरण और तकनीकी पैठ बहुत बढ़िया है। मेक इन इंडिया के एक दशक ने विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम दिए हैं और यूपी इसमें अग्रणी है।” 
उप राष्ट्रपति ने कहा कि कानून और व्यवस्था से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। उत्तर प्रदेश सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाला राज्य है। जहां कानून-व्यवस्था की चुनौतियां, भय का माहौल और विकास की संभावनाएं कम थीं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व अब यह राज्य विकास की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यह परिवर्तन अकल्पनीय है। एक तरह से यूपी का पूरा कायाकल्प हो गया है। भ्रष्टाचार अब यूपी में अतीत की बात हो गई है। सबसे बड़ा राज्य यूपी अब देश की बहुत बड़ी ताकत बन गया है। 
उन्होने कहा “ योगी इस राज्य के लिए 'गेम चेंजर' साबित हुए हैं और इससे देश को काफी मदद मिल रही है। मैं उनके 24x7 कार्य करने की विशेष शैली से अभिभूत हूं।” उप राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यहां बने विभिन्न हॉल में लगाए गये स्टालों का अवलोकन किया। साथ ही मणिदीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यहां विभिन्न स्टॉल का अवलोकन करने पर ऐसा लगा कि वह दुनिया के सबसे विकसित देश में हैं। 
उन्होंने कहा, “ यह आयोजन प्रदेश के कारीगरों, शिल्पकारों तथा दुनियाभर के बायर्स को एक मंच पर लाने का अवसर प्रदान करता है। इतने विचारशील, दूरदर्शी और व्यावहारिक सोच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूं।” 

सर्वाधिक यूनिट रखने वाला राज्य हैं यूपी: सीएम

सर्वाधिक यूनिट रखने वाला राज्य हैं यूपी: सीएम 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी के साथ ही उत्तर प्रदेश एमएसएमई की सर्वाधिक यूनिट रखने वाला भी राज्य हैं। एक सर्वे के अनुसार यूपी के 75 जनपदों में 96 लाख एमएसएमई यूनिट हैं। कृषि के बाद यूपी में यह सर्वाधिक रोजगार सृजन करने वाला क्षेत्र है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2024 के शुभारंभ समारोह को संबोधित किया। इसके पूर्व योगी ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत किया और ट्रेड शो में विभिन्न स्टॉल का अवलोकन भी किया। 
उन्होने कहा कि सैकड़ों वर्ष से अलग-अलग क्षेत्रों में यूपी के अंदर रोजगार सृजन के लिए हस्तशिल्पियों, कारीगरों ने इन्हें बढ़ाने में योगदान दिया था, लेकिन आजादी के बाद उचित प्रोत्साहन के अभाव व समय पर तकनीक न मिलने से वे बंदी के कगार पर पहुंच चुके थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार आई, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व, मार्गदर्शन में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के विजन को धरातल पर उतारने के लिए अनेक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया। इसमें ओडीओपी के रूप में सभी 75 जिलों का यूनिक प्रोडेक्ट तय किया। इसके प्रोत्साहन, ब्रांडिंग, मार्केटिंग, डिजाइनिंग, पैकेजिंग, टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए अभियान को बढ़ाया गया। यूपी में यह रोजगार सृजन के सबसे महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरा है। उन्होने कहा कि कोरोना के दौरान यूपी के श्रमिक अलग-अलग राज्यों में कार्य कर रहे थे। उनके सामने आजीविका का भीषण संकट खड़ा हुआ था। इन्हें लेकर देश चिंतित था, लेकिन मैं निश्चिंत था कि यूपी में इतना पोटेंशियल है कि 40 लाख नहीं, 4 करोड़ लोग भी आएंगे तो यूपी इन्हें जगह देगा। यूपी में प्रवेश करते ही सभी 40 लाख कामगारों की स्किल मैपिंग कराई गई और हर जनपद को इसका डाटा उपलब्ध कराने के साथ संबंधित यूनिट में कार्य का ऑफऱ दिया गया। इन लोगों ने आकर यूपी की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। 
योगी ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के अभियान के साथ ही यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की दिशा में प्रदेश तेजी से बढ़ रहा है। यह वही यूपी है, जो सात वर्ष पहले देश के विकास का बैरियर माना जाता था, लेकिन आज यह देश के विकास के ग्रोथ इंजन के रूप में जाना जा रहा है। इसमें एमएसएमई सेक्टर की बड़ी भूमिका है। कोई भी बड़ा औद्योगिक निवेश बिना एमएसएमई बेस के आगे नहीं बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में ऑनलाइन पंजीकरण के बाद यदि कोई एमएसएमई यूनिट आपदा का शिकार होती है तो राज्य शासन की तरफ से उसे पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराते हैं। प्रदेश में फ्लैटेड फैक्ट्री और निजी क्षेत्र में प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण की कार्रवाई तेजी के साथ बढ़ी है। ओडीओपी योजना की सफलता के साथ ही यूपी के पास सर्वाधिक 75 जीआई टैग हैं। प्रोत्साहन के अभाव में जो उत्पाद दम तोड़ रहे थे, आज उसे आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। यूपी के अलग-अलग सेक्टर में भी अनेक कार्य हुए हैं। यूपी का जो प्रोडक्शन है, उन्हें भी शोकेस का अवसर यूपीआईटीएस उपलब्ध करा रहा है। योगी ने कहा कि पांच दिन तक जी2जी, जी2बी समेत अनेक कार्यक्रम होंगे, जो न केवल यूपी के पोटेंशियल, बल्कि सांस्कृतिक-सामाजिक विविधता के विभिन्न पक्षों को प्रदर्शित करने के साथ ही उचित फोरम के रूप में स्थापित भी करेंगे। यह यूपी के उद्यमियों के लिए अपने प्रोडक्ट को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर होगा। उन्होने कहा कि यूपी न केवल एमएमएमई के बेहतरीन बेस, बल्कि बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी जाना जा रहा है। वर्तमान में यूपी में छह एक्सप्रेसवे कार्य कर रहे हैं, सात पर कार्य चल रहा है। प्रदेश में 11 एयरपोर्ट कार्यरत हैं, 10 पर कार्य चल रहा है। 4 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट क्रियाशील है, जबकि देश के सबसे बड़े नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) को इस वर्ष तक बनाने का लक्ष्य है। देश का सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे भी पश्चिमी यूपी को पूर्वी यूपी से जोड़ रहा है। प्रयागराज महाकुंभ-2025 से पहले इसे क्रियाशील करने के लिए प्रयासरत हैं। रेल व सड़क का सबसे बेहतरीन नेटवर्क यूपी के पास है। यूपी सुदृढ़ कानून व्यवस्था के साथ ही स्किल और अनस्किल मैनपॉवर का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है। स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत सरकार दो करोड़ युवाओं को टैबलेट व स्मार्टफोन दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच दिन तक चलने वाला ट्रेड शो यूपी के उत्पाद, पोटेंशियल, सांस्कृतिक विशेषता व सामाजिक विविधता को वैश्विक मंच तक प्रस्तुत करने में सफल होगा। 2500 से अधिक एग्जीबिटर्स, 350 से अधिक फॉरेन बॉयर्स उपस्थित हो चुके हैं। 
पार्टनर कंट्री के रूप में वियतनाम के सहभागी बनने पर सीएम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री ने वियतनाम के डेलीगेट्स से मुलाकात भी की। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतनराम मांझी, यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता 'नंदी', एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मत्स्य विभाग के मंत्री संजय निषाद, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, लोकनिर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सैनी, गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक धीरेंद्र सिंह, तेजपाल सिंह नागर, विधान परिषद सदस्य नरेंद्र भाटी आदि मौजूद रहें। 

कौशाम्बी: लोगों के साथ पीस 'कमेटी' की बैठक

कौशाम्बी: लोगों के साथ पीस 'कमेटी' की बैठक 

मिल-जुलकर मनाए त्योहार-थानाध्यक्ष 

शैलेंद्र मौर्य 
कौशाम्बी। पश्चिम शरीरा कोतवाली में नवरात्र, दशहरा पर्व को लेकर बुधवार को ग्राम प्रधानो, क्षेत्र के संभ्रांत लोगों के साथ पीस कमेटी की एक बैठक हुई। इस मौके पर नवरात्र एवं दशहरा महोत्सव को सकुशल संपन्न कराने के लिए व्यापक चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए थानाध्यक्ष त्रिलोकीनाथ पांडेय ने कहा कि कोई भी त्योहार हमें आपस में मिल-जुल कर रहने का संदेश देता है। 
इसलिए, सभी मिलजुल कर हंसी खुशी से त्योहार मनाए यदि कहीं कोई गड़बड़ी करने का प्रयास करता है, तो पुलिस को तुरंत सूचना दें। पुलिस उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगी। 
उन्होंने कहा कि बिना परमीशन के ना तो दुर्गा प्रतिमा की स्थापना किया जाएगा और न ही जुलूस निकाला जाएगा। मिली परमीशन के ही अनुसार, लाउडस्पीकर लगाया जाए और धीमी गति से बजाएं। जुलूस या नवरात्र के कार्यक्रम के दौरान कोई भी नशे का सेवन नहीं करेगा। यदि नशे की हालात पर कोई पाया गया, तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। पीस कमेटी के बैठक के दौरान योगेंद्र त्रिपाठी, विनोद सिंह, बीरेंद्र सोनी, सत्यनारायण तिवारी, बच्चा सिंह, जितेंद्र कौशल, अलताब हुसैन, प्रादुम सोनी, रामऔतार लोधी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

'साबूदाना खिचड़ी’ की आसान रेसिपी, जानिए

'साबूदाना खिचड़ी’ की आसान रेसिपी, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
साल के वह 9 दिन फिर से दस्तक देने वाले हैं। जिनमें देवी दुर्गा की मूर्तियों को कुमकुम, चूड़ियों, फूलों और आभूषणों से सजाया जाता है। उनकी पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। ‘नवरात्रि’ के दिनों में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है और इन दिनों में अधिकांश लोग उपवास/व्रत रखते हैं। ऐसे में इन 9 दिनों में लोग देसी घी और बिना प्याज-लहसुन से बने खास, शुद्ध व्यंजन और फलाहार खाते हैं। अगर आप भी ‘नवरात्रि’ में व्रत रखते हैं और सोच रहे हैं कि आप क्या बनाएंगे, तो हम आपके लिए ‘साबूदाना खिचड़ी’ की आसान रेसिपी लाएं हैं। यह रेसिपी ना केवल खास है, बल्कि बेहद स्वादिष्ट भी है। चलिए जानते हैं ‘साबूदाना खिचड़ी’ की स्टेप बाय स्टेप रेसिपी...

सामग्रीः–

साबूदाना – 1 कप

उबले आलू- 2-3 कटे हुए

काजू – 12-15 कटे हुए

बादाम- 6-8

मखाने – 1/2 कप

भुनी हुई मूंगफली – 1/4 कप

घी – 1 टी स्पून

साबुत लाल मिर्च – 2

कढ़ी पत्ता – 18-20 पत्तियां

स्वादअनुसार सेंधा नमक

कटा हुआ हरा धनिया

हरी मिर्च कटी- 1 टी स्पून

नींबू रस – 1 टेबल स्पून।

कैसे बनाएं ?

सबसे पहले साबूदाने को धो कर, उसे एक घंटे के लिए पानी में भिगोए रखें। 
अब आलू को छील कर धोएं और इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। 
फिर एक कढ़ाई में तेल या घी डालिए और गर्म करिए। इसमें आलू को डालकर हल्का भूरा होने तक भूनें और इसे एक प्लेट में निकाल कर अलग रख लें। अब बचे हुए तेल या घी में जीरा और हींग डालें, जब जीरा भून जाए, तो इसमें हरी मिर्च और अदरक डाल लें और इन्हें भी अच्छे से भून लें। 
इसमें मूंगफली डालें और लगभग 1 मिनट तक भूनें। अब इसमें साबूदाना, नमक और काली मिर्च डालकर इसे अच्छी तरह मिलाएं। 
फिर इसमें दो चम्मच पानी डालकर, इसे 7 से 8 मिनट तक ढक कर पकाएं। 
जब आपको लगे कि साबूदाने सॉफ्ट हो गए हैं, तो इसमें आलू मिलाएं। अगर साबूदाने सॉफ्ट नहीं लग रहे हैं, तो कढ़ाई में 1 से 2 चम्मच पानी डाल कर इसे कुछ देर और पकाएं। 
जब साबूदाने सॉफ्ट लगने लगे, तो इसमें कटा हुआ हरा धनियां डालें और इसे गरमागर्म खाएं। 

भारतीय हिस्से को 'पाक' नहीं कहा जा सकता

भारतीय हिस्से को 'पाक' नहीं कहा जा सकता 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कहा कि भारत के किसी भी हिस्से को 'पाकिस्तान' नहीं कहा जा सकता। क्योंकि, यह देश की क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ है। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति बी आर गवई, न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय की संविधान पीठ ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी श्रीशानंद द्वारा एक मामले की सुनवाई के दौरान बेंगलुरु के एक हिस्से को पाकिस्तान कहने के मामले में स्वत: संज्ञान सुनवाई करते हुए सख्त लहजे में यह टिप्पणी की। 
संविधान पीठ ने हालांकि, न्यायमूर्ति श्रीशानंद के इस मामले में खुली में माफी मांगने के मद्देनजर उनके खिलाफ शुरू की गई स्वत: संज्ञान कार्यवाही बंद कर दी। संविधान पीठ ने कहा कि न्यायमूर्ति श्रीशानंद ने अपने दो अलग-अलग कार्यवाहियों के दौरान बेंगलुरु के एक हिस्से को पाकिस्तान बताने और एक महिला अधिवक्ता के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी करने के लिए माफी मांग ली है। इसी के मद्देनजर उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान कार्रवाई बंद करने का यह फैसला किया गया। शीर्ष अदालत ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए अधिवक्ताओं, न्यायाधीशों और वादियों से कहा कि वे अदालत में पेश होने के दौरान किसी भी परिस्थिति में ऐसे आचरण करने में शामिल न हों। उन्हें यह समझना चाहिए कि कार्यवाही का सीधा प्रसारण अदालत के अलावा आम दर्शकों तक भी पहुंच है। पीठ ने कहा, “न्यायाधीशों के रूप में हमारे जीवन के अनुभवों पर आधारित प्रवृत्तियाँ होती हैं। साथ ही, एक न्यायाधीश को अपनी स्वयं की प्रवृत्तियों के बारे में भी जागरूक होना चाहिए। ऐसी जागरूकता के आधार पर ही हम निष्पक्षता प्रदान करने के अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान हो सकते हैं। आकस्मिक अवलोकन पक्षपात की एक हद तक संकेत दे सकते हैं, खासकर जब वे किसी लिंग या समुदाय के विरुद्ध निर्देशित हों।” न्यायमूर्ति श्रीशानंद ने कथित तौर पर बेंगलुरु में एक मुस्लिम बहुल इलाके को ‘पाकिस्तान’ कहा था। 
न्यायाधीश श्रीशानंद को एक अलग मामले में एक महिला अधिवक्ता के खिलाफ लैंगिक असंवेदनशील टिप्पणी करते हुए भी एक वीडियो में देखा गया। सोशल मीडिया 'एक्स' पर कई लोगों ने अपने अकाउंट अपने पोस्ट में उनकी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद शीर्ष अदालत ने 20 सितंबर को इस मामले में स्वतः संज्ञान कार्यवाही शुरू की और संबंधित उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल से रिपोर्ट मांगी थी। न्यायाधीश श्रीशानंद द्वारा की गई टिप्पणियों पर रजिस्ट्रार जनरल की 23 सितंबर की रिपोर्ट को देखते हुए शीर्ष अदालत की संविधान पीठ ने कहा कि रिपोर्ट पढ़ने से स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि की गई टिप्पणियाँ जरूरी नहीं थीं और उन्हें टाला जाना चाहिए था। संविधान पीठ ने कहा, “न्यायाधीश (श्रीशानंद) द्वारा खुली अपनी अदालत की कार्यवाही में मांगी गई माफ़ी को ध्यान में रखते हुए हम इसे न्याय और संस्था की गरिमा के हित में मानते हैं कि कार्यवाही को आगे जारी न रखा जाए।” न्यायालय ने हालांकि कहा कि सोशल मीडिया की व्यापकता और पहुंच में कार्यवाही की व्यापक रिपोर्टिंग शामिल है। अधिकांश उच्च न्यायालयों ने सीधा प्रसारण या वीडियो कांफ्रेंसिंग को अपनाया है। कोविड 19 के दौरान न्याय तक पहुँच प्रदान करने के लिए सीधा प्रसारण और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की आवश्यकता सामने आई थी। पीठ ने कहा, “वकीलों, न्यायाधीशों और न्यायालय के सदस्यों को समझना चाहिए कि सीधा प्रसारण की दर्शकों तक महत्वपूर्ण पहुंच है, जो उन पर जिम्मेदारी डालती है।” अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित उच्च न्यायालय की कार्यवाही की क्लिपिंग देखी है। उन्होंने कहा, “मैं सोच रहा था कि क्या इसे न्यायिक पक्ष के बजाय चैंबर में उठाया जा सकता है। मैंने कर्नाटक में बार के सदस्यों से बात की है। अगर कोई बड़ा मुद्दा बनता है तो इसके अन्य परिणाम हो सकते हैं।” सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि चूंकि न्यायाधीश ने अब माफी मांग ली है, इसलिए मामले को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया को नियंत्रित नहीं किया जा सकता। 
इस पर पीठ ने कहा, “आप इस देश के किसी भी हिस्से को पाकिस्तान नहीं कह सकते। यह मूल रूप से राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता के विरुद्ध है।” शीर्ष अदालत ने रजिस्ट्रार जनरल की रिपोर्ट पर भी गौर किया, जो न्यायाधीश के समक्ष दो कार्यवाहियों से संबंधित है। ये अदालती कार्यवाही छह जून 2024 और फिर 28 अगस्त, 2024 को और कार्यवाही हुई थी।

'कांग्रेस' से बेईमान और धोखेबाज पार्टी कोई नहीं

'कांग्रेस' से बेईमान और धोखेबाज पार्टी कोई नहीं 

राणा ओबरॉय 
चंडीगढ़। हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर आयोजित की गई रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस से बेईमान और धोखेबाज पार्टी देश भर में और कोई नहीं है। जिस समय हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, तो राज्य को दलालों एवं दामादों के हवाले कर दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हरियाणा भाजपा का संकल्प मतलब पक्की गारंटी होता है। भाजपा जो कहती है, वह हर हाल में करके दिखाती है। 
प्रधानमंत्री ने कहा है कि हरियाणा में जो भी वायदे किए गए हैं। वह सरकार बनते ही तेजी के साथ जमीन पर उतरकर रहेंगे और आपके घर तक पहुंचेंगे। उन्होंने आगामी 5 अक्टूबर को भाजपा के सभी उम्मीदवारों को भारी मतों से विजई बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य के लोगों को लगातार तीसरी बार हरियाणा में कमल खिलाना है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-341, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, सितंबर 26, 2024

3. शक-1945, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 35 डी.सै., अधिकतम- 39 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित) 

फिल्म 'भूल भुलैया 3' का नया पोस्टर रिलीज हुआ

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