शुक्रवार, 13 सितंबर 2024

पीएम का हस्तक्षेप, 45 भारतीयों को मुक्त किया

पीएम का हस्तक्षेप, 45 भारतीयों को मुक्त किया 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/मॉस्को। रूसी सेना में फंसे 45 भारतीयों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद मुक्त कर दिया गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि 45 भारतीयों को रूसी सेना से कार्य मुक्त किया जा चुका है और जल्द ही लगभग 50 अन्य लोगों को भी स्वदेश वापस लाने के प्रयास जारी हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया को दी जानकारी में कहा कि 45 भारतीयों में से 35 को जुलाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष मुद्दा उठाए जाने के बाद कार्य मुक्त किया गया है। रूसी सेना में भर्ती भारतीयों का मुद्दा भारत-रूस संबंधों में एक गतिरोध के रूप में उभरा है। 
पीएम मोदी ने जुलाई में अपनी रूस यात्रा के दौरान मास्को में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी वार्ता के दौरान रूसी सेना में कार्यरत भारतीय नागरिकों को शीघ्र कार्य मुक्त करने के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया था। इसके बाद रूस के राष्ट्रपति ने अपने सेनाधिकारियों को आदेश देकर इस कार्य को जल्द पूरा करने के लिए कहा था। भारतीय नौजवानों को कबूतरबाजों ने रूस में अच्छी नौकरी का ऑफर देकर वहां ले गए थे। इसके बाद उन्हें रूसी सेना में भर्ती करा दिया। जहां वह यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ रहे थे। कई भारतीय नौजवानों ने जब अपनी वीडियो शेयर करके दर्द बयां किया तो यह मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचा। इसके बाद उन्हें मुक्त कराने की पहल शरू की गई। जायसवाल ने कहा कि दो दिन पहले छह भारतीय वापस आ गए और कई अन्य जल्द ही स्वदेश लौटेंगे। जायसवाल ने कहा, ‘‘50 से अधिक भारतीय नागरिक अब भी रूसी सेना में कार्यरत हैं। जिनके लिए हम यथासंभव उन्हें कार्य मुक्त कराने का प्रयास कर रहे हैं।

केजरीवाल को भ्रष्टाचार के केस में जमानत मिली

केजरीवाल को भ्रष्टाचार के केस में जमानत मिली 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति घोटाला से जुड़े सीबीआई के भ्रष्टाचार मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत हासिल हो गई है। सीबीआई की गिरफ्तारी को नियमों के तहत होना बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दे दी है। शुक्रवार का दिन आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए राहत भरी सौगात लेकर आया है। दिल्ली शराब नीति घोटाला से जुड़े सीबीआई के भ्रष्टाचार मामलें में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई है। सीबीआई की गिरफ्तारी को नियमों के तहत होना बताते हुए अदालत ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय के मामले में जमानत मिलने के बावजूद अरविंद केजरीवाल को जेल में रखना एक तरह से न्याय का मजाक उड़ाना होगा। अदालत ने अपनी तल्ख टिप्पणी में कहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों को गिरफ्तारी की ताकत का इस्तेमाल अत्यंत सोच समझकर करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से दी गई जमानत के बाद 177 दिन पश्चात जेल से बाहर आने वाले अरविंद केजरीवाल अदालत की ओर से दी गई हिदायत के मुताबिक मुख्यमंत्री के दफ्तर नहीं जा सकेंगे। 
अदालत की ओर से दी गई हिदायत के मुताबिक अरविंद केजरीवाल केस से जुड़ी कोई भी सार्वजनिक चर्चा नहीं करेंगे और जांच में बाधा डालने अथवा गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे। अदालत ने जरूरत पड़ने पर ट्रायल कोर्ट में पेश होने और जांच में सहयोग करने को अरविंद केजरीवाल को कहा है। उल्लेखनीय है कि 177 दिन जेल में रहने वाले अरविंद केजरीवाल को शराब नीति केस में 21 मार्च को अरेस्ट किया गया था। इसके बाद सीबीआई ने 26 जून को जेल के भीतर मुख्यमंत्री को हिरासत में ले लिया था।

भारत: सरकार ने गेहूं के स्टॉक लिमिट में कमी की

भारत: सरकार ने गेहूं के स्टॉक लिमिट में कमी की 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। खुले बाजार में आटे की बढ़ती कीमत ने सरकार की नींद उड़ा दी है। इसलिए सरकार ने एक बार फिर से गेहूं के स्टॉक लिमिट में कमी की है। शुक्रवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग ने गेहूं के स्टॉक लिमिट में समीक्षा की। अब कोई भी व्यापारी या होलसेलर 2,000 टन से ज्यादा गेहूं नहीं जमा कर सकेंगे। पहले यह सीमा 3,000 टन की थी। 
इसी साल जून के चौथे सप्ताह के दौरान केंद्र सरकार ने गेहूं पर पहली बार स्टॉक लिमिट लगाई थी। इस कदम का मकसद गेहूं की जमाखोरी पर रोक लगाना था। सरकार ने यह लिमिट खुदरा विक्रेताओं, थोक विक्रेताओं, व्हीट प्रोसेसर्स और बड़ी चेन के खुदरा विक्रेताओं के लिए गेहूं के भंडारण पर तय की थी। केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गेहूं और उसके प्रोडक्ट्स की कीमतों में स्थिरता लाने के लिए ऐसा किया गया है। साथ ही गेहूं की जमाखोरी को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि अब एकल थोक विक्रेता या ट्रेडर्स अधिकतम 2,000 टन गेहूं का ही भंडारण कर सकते हैं। पहले यह लिमिट 3,000 टन की थी। खुदरा विक्रेता पहले की तरह 10 टन तक गेहूं अपने गोदाम में रख सकते हैं। बड़ी चेन के खुदरा विक्रेता अब हर आउटलेट पर 10 टन ही गेहूं रख सकेंगे। उनके डिपो में पहले 3,000 टन तक गेहूं रखने की छूट थी, जिसे अब घटा कर कुल आउटलेट के 10 गुने की सीमा तय कर दी गई है। गेहूं के प्रोसेर्स अब मंथली इंस्टाल्ड कैपिसिटी के 60 फीसदी तक ही गेहूं रख सकेंगे। पहले यह सीमा 70 फीसदी की थी।केंद्र सरकार ने कहा है कि अब जो भी विक्रेता या प्रोसेसर गेहूं का स्टॉक रखेंगे, वे हर शुक्रवार को अपने पास भंडारित गेहूं के स्टॉक का खुलासा करेंगे। यह सूचना केंद्र सरकार के गेहूं स्टॉक लिमिट के लिए तैयार किए गए पोर्टल पर देनी होगी। 
मंत्रालय के अधिकारी का कहना है कि फिलहाल गेहूं के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं है। सरकार चाहती है कि गेहूं की कीमतें स्थिर रहे। उल्लेखनीय है कि खुले बाजार में आटा, गेहूं सहित इससे तैयार होने वाले सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं। इस समय कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। जबकि कुछ और राज्य में होने वाले हैं। ऐसे में सरकार जनता की नाराजगी मोल लेना नहीं चाहती है।

महत्व: आज मनाई जाएगी 'परिवर्तिनी एकादशी'

महत्व: आज मनाई जाएगी 'परिवर्तिनी एकादशी' 

सरस्वती उपाध्याय 
हिंदू धर्म में परिवर्तिनी एकादशी एक विशेष महत्व रखती है। जिसे जलझूलनी एकादशी या पार्श्व एकादशी भी कहा जाता है। इस साल, परिवर्तिनी एकादशी 14 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने से भक्तों को उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त और तिथि... 

एकादशी तिथि 13 सितंबर 2024 को रात 10.30 बजे से 14 सितंबर 2024 को रात 08.41 बजे तक रहेगा। वहीं पूजा का शुभ समय 14 सितंबर को सुबह 07.38 से शुरू हो कर 09.11 तक रहेगा।

शुभ योग... 

शोभन योग- शाम 6.18 बजे तक

सर्वार्थ सिद्धि योग- रात 8.32 बजे से 15 सितंबर को सुबह 06.06 बजे तक

रवि योग- सुबह 06.06 बजे से 08.32 बजे तक

उत्तराषाढा नक्षत्र- रात 8.32 बजे तक, इसके बाद श्रवण नक्षत्र लगेगा।

पूजा-विधि... 

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। दीपक, अगरबत्ती, फूल, फल, नारियल, कुमकुम, मौली आदि अर्पित करें। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और विधिपूर्वक पूजा करें। पूजा के बाद आरती करें और भोग अर्पित करें। पूजा और आरती के बाद परिवर्तिनी एकादशी की कथा सुनें और भगवान से प्रार्थना करें। पूजा समाप्ति के बाद गरीबों को अन्न, कपड़े आदि दान करें।

व्रत के लाभ... 

इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से अनजाने में हुए पापों का नाश होता है। भगवान विष्णु की कृपा से दीर्घायु और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। व्रत के माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। 

व्रत का पारण... 

परिवर्तिनी एकादशी के व्रत का पारण 15 सितंबर को सूर्याेदय के बाद करना चाहिए। व्रत के दिन पारण करना उचित नहीं माना जाता है, जिससे व्रत का प्रभाव और अपेक्षाएं पूरी नहीं होतीं।

व्रत का महत्व... 

परिवर्तिनी एकादशी की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। जीवन में सुख और समृद्धि आती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस व्रत को करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।

लंगर में 4000 किलो खाना परोसा जाएगा

लंगर में 4000 किलो खाना परोसा जाएगा 

नरेश राघानी 
अजमेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह की ओर से लगाए जाने वाले लंगर में 4000 किलो शाकाहारी खाना परोसा जाएगा। इस दौरान खाने के साथ खास दुआ भी की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह की ओर से लंगर लगाने का ऐलान किया गया है। दरगाह प्रबंधन की ओर से 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बर्थडे के मौके पर 4000 किलो शाकाहारी खाना परोसा जाएगा। अजमेर शरीफ गददी नशीं सय्यद अफसान चिश्ती के मुताबिक पीएम के जन्मदिन पर लगाए जाने वाले लंगर में चावल, घी में बनी पूडी और ड्राई फ्रूट आदि का वितरण आस्थावानों एवं गरीबों के बीच किया जाएगा। 
दरगाह अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री के जन्मदिन के मौके पर लंगर का यह कार्यक्रम सेवा पखवाड़े का हिस्सा है। लंगर मशहूर बड़े शाही डेग में तैयार किया जाएगा जो हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती से जुड़ी 550 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है। लंगर के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलामती के लिए विशेष दुआ का भी इंतजाम दरगाह प्रबंधन की ओर से किया गया है।

गणेश विसर्जन के दौरान नदी में डूबे 10 श्रद्धालु

गणेश विसर्जन के दौरान नदी में डूबे 10 श्रद्धालु 

इकबाल अंसारी 
गांधीनगर। गणेश विसर्जन के दौरान एक हादसे में 10 श्रद्धालु नदी में डूब गए। बड़ी मशक्कत के बाद पांच लोगों के शव को बरामद किया जा चुका है। गौरतलब है कि गुजरात के गांधीनगर जनपद के इलाके में गणेश विसर्जन के दौरान अचानक से एक व्यक्ति का पैर फिसल गया और वह नदी में डूबने लगा। व्यक्ति को नदी में डूबता देख उसे बचाने के लिए 10 श्रद्धालु नदी में कूद गए। युवक को बचाने के चक्कर में नदी में कूदे 10 श्रद्धालु पानी में डूब गए। घटना की सूचना के बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने किसी तरह पांच लोगों के शव बरामद कर लिए है। जबकि पांच व्यक्ति अभी भी लापता है।

एसपी द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया

एसपी द्वारा परेड का निरीक्षण किया गया 

बृजेश केसरवानी 
मिर्जापुर। पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा शुक्रवार की साप्ताहिक परेड के दौरान पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड पर परेड की सलामी लेकर परेड का निरीक्षण किया गया। परेड के निरीक्षण के उपरान्त जवानों को शारिरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए दौड़ लगवायी गयी तत्पश्चात परेड में शामिल जवानों में एकरूपता व अनुशासन बनाएं रखने के लिए ड्रिल करायी गई। साप्ताहिक परेड के दौरान पी0आर0वी0 112 व थानों के वाहनों को चेक किया गया तथा उपकरणों के रख रखाव हेतु व उपकरणों से घटना स्थल को सुरक्षित करने का अभ्यास कराते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा जवानों को आपात स्थिति से निपटने व अपराधो की रोकथाम हेतु दंगा निरोधक उपकरणों के रख-रखाव व क्रियाशीलता का अभ्यास कराया गया तथा दंगा निरोधक उपकरणों के रख-रखाव व क्रियाशीलता को बनायें रखने हेतु सम्बन्धित को दिया गया आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। 
उक्त परेड के दौरान क्षेत्राधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी सदर, प्रभारी पुलिस लाइन, यातायात उपनिरीक्षक तथा अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...