मंगलवार, 3 सितंबर 2024

2 अक्टूबर तक ब्यौरा दे सकेंगे राज्य कर्मचारी

2 अक्टूबर तक ब्यौरा दे सकेंगे राज्य कर्मचारी 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए एक महीने का और समय दिया है। अब राज्य कर्मचारी दो अक्टूबर तक ब्यौरा दे सकेंगे। बता दें कि आदेश दिया गया था, कि संपत्ति का ब्यौरा न देने वाले कर्मचारियों का अगस्त का वेतन रोक दिया जाएगा। अब उन्हें एक महीने की छूट दी गई है। मुख्य सचिव ने 31 अगस्त तक हर हाल में मानव संपदा पोर्टल पर चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा देने के निर्देश दिए थे। तय तिथि तक राज्य सरकार के 71 फीसदी कार्मिकों ने ही अपनी संपत्ति का खुलासा किया।
मुख्य सचिव ने 17 अगस्त को शासनादेश के जरिए सभी कार्मिकों को अपनी संपत्ति का खुलासा करने के निर्देश दिए थे। साथ ही सभी विभागों को आदेश दिया था कि 31 अगस्त तक संपत्ति का ब्यौरा देने वालों को ही अगस्त माह का वेतन दिया जाए। प्रदेश में कुल 846640 राज्य कर्मी हैं। इनमें से 602075 ने ही मानव संपदा पोर्टल पर चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया।
संपत्ति का ब्यौरा देने में टेक्सटाइल, सैनिक कल्याण, ऊर्जा, खेल, कृषि और महिला कल्याण विभाग के कार्मिक सबसे आगे रहे। जबकि, शिक्षा विभाग के कार्मिक अपनी संपत्ति को छिपाने में आगे हैं। इस लिहाज से सबसे फिसड्डी बेसिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य, औद्योगिक विकास और राजस्व विभाग साबित हुए।
यहां बता दें कि 17 अगस्त को जब यह आदेश जारी हुआ था, तब 131748 यानी 15 फीसदी राज्य कर्मियों ने ही पोर्टल पर अपनी संपत्ति दर्ज की थी। 20-31 अगस्त के बीच यह बढ़कर 71 फीसदी हो गया। शासन के एक उच्चपदस्थ अधिकारी ने बताया कि संपत्ति का ब्यौरा न देने वाले कार्मिकों का वेतन रोकने का आदेश पहले ही दिया जा चुका है। सभी विभागों को इसका अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
डीजीपी मुख्यालय ने नियुक्ति विभाग को पत्र भेजकर उनके कार्मिकों के लिए संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए कुछ और समय दिए जाने का अनुरोध किया है। पत्र में कहा गया है कि त्योहारों और पुलिस भर्ती परीक्षा के कारण तमाम पुलिस कर्मी समय से अपनी संपत्ति का ब्यौरा नहीं दे पाए। माना जा रहा है कि गृह विभाग के लिए यह तिथि बढ़ाई जा सकती है।
शासन के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, जिन अधिकारियों-कर्मचारियों का अगस्त माह का वेतन रोका गया, इसे तभी जारी किया जाएगा। जब वे संपत्ति का ब्यौरा दे देंगे। उनकी संपत्ति का ब्यौरा मिलने पर वेतन देने का फैसला संबंधित विभाग शासन से वार्ता के बाद ले सकेंगे।

18 सितंबर को लगेगा साल का दूसरा 'चंद्र ग्रहण'

18 सितंबर को लगेगा साल का दूसरा 'चंद्र ग्रहण'

सरस्वती उपाध्याय 
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर, 2024 को लगने जा रहा है। वैसे तो यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जिसका प्रभाव दुनियाभर में रहेगा। साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च, 2024 होली के दिन लगा था। यह चंद्रग्रहण कुल 4 घंटे 4 मिनट तक रहेगा। चंद्र ग्रहण पर सूतक ग्रहण से ठीक 9 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण समाप्त होने पर समाप्त होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस चंद्र ग्रहण का कुछ राशियों के लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में इस राशि के लोगों को सावधान रहना चाहिए। आइए जानते हैं इस साल का दूसरे चंद्र ग्रहण का समय, सूतक काल और किन राशियों को रहना होगा सावधान।
चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को लगने जा रहा है। जिसकी शुरुआत सुबह 6 बजकर 12 मिनट से होगी और समाप्ति 10 बजकर 17 मिनट पर होगी। ग्रहण के समय भारत में दिन रहेगा। इसलिए ये चंद्र ग्रहण मान्य नहीं होगा। सितंबर में लगने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा क्योंकि ये चंद्र ग्रहण दिन के समय लग रहा है। ज्योतिष अनुसार उसी ग्रहण का सूतक काल माना जाता है, जो खुली आंखों से दृष्टिगोचर हो।
मेष राशि वालों को अपने किसी करीबी के साथ रिश्तों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह एक रोमांटिक पार्टनर, एक अच्छा दोस्त, एक बिजनेस पार्टनर या यहां तक कि एक दुश्मन भी हो सकता है। आपकी स्थिति के आधार पर, आंशिक चंद्र ग्रहण आपको अपने रिश्ते को गहरा करने या इसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
कर्क राशि के जातकों के करियर में बदलाव आने की संभावना है। इस चंद्र ग्रहण से उनका करियर क्षेत्र सक्रिय होगा। अपनी मौजूदा नौकरी छोड़ने का फैसला कर सकते हैं। हालांकि, इन बदलावों का उनके निजी जीवन पर भी असर पड़ सकता है। इसीलिए सोच समझकर फैसला लें। तुला राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है। इस दौरान आपके परिवार के सदस्यों से मनमुटाव हो सकता है। कार्यक्षेत्र में भी विरोधी आपको परेशान कर सकते हैं। इसलिए वहां सावधान रहने की जरूरत है।
मकर राशि के जातकों के जीवन में चंद्र ग्रहण परेशान कर सकता है। मकर राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। परिवार के बड़े बुजुर्गों से मन मुटाव हो सकता है, यह आपके लिए अच्छा नहीं है।

प्रेस क्लब का सदस्यता अभियान प्रारंभ हुआ

प्रेस क्लब का सदस्यता अभियान प्रारंभ हुआ 

मनोज सिंह ठाकुर 
नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले के अंतर्गत एकमात्र पत्रकारों का भवन तेंदूखेड़ा नगर में स्थित है। जो कि रजिस्टर्ड संस्था तहसील प्रेस क्लब द्वारा संचालित किया गया है। इसके अध्यक्ष पत्रकार पंडित राधावल्लभ पांडे है। सन 2001 के दौरान इस अधिकृत रजिस्टर्ड संस्था तहसील प्रेस क्लब को पत्रकार भवन बनाने के लिए तात्कालिक ग्राम पंचायत से अधिकार पत्र प्राप्त हुआ है। जिसके आधार पर यह भवन तात्कालिक माननीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से बन चुका है। किंतु, पुराना एवं जर्जर होने लगा है। अब इस भवन का नया स्वरूप चाहिए। 
इसके लिए माननीय जनप्रतिनिधियों के द्वाराराशि प्राप्त होती जा रही है और भी मिलने के लिए आवेदन दिया गया है। जो कि एक वर्ष बाद बेहतर स्वरूप में यह तहसील प्रेस क्लब का नया भवन देखने को मिलेगा। इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इस तहसील प्रेस क्लब के संगठन का विस्तार किया जा रहा है। अब इसका सदस्यता अभियान प्रारंभ होने लगा है। जिसके लिए निवर्तमान नगर प्रेस क्लब अध्यक्ष रहे दिनेश विश्वकर्मा को तहसील प्रेस क्लब तेंदूखेड़ा का सदस्यता प्रभारी बनाया है। जो भी नया पत्रकार साथी इस संगठन से जुड़ना चाहता है, इसके लिए सदस्यता लेना अनिवार्य है और पुराने सदस्य भी अब नए स्वरूप से सदस्यता ग्रहण करेंगे। जो भी नया पत्रकार साथी सदस्य बनना चाहता है। उसको निर्धारित नियमावली का पालन करना होगा और लिखित रूप में 4 सितंबर 2024 तक सदस्यता प्रभारी के पास सदस्यता फॉर्म जमा करना होगा। निर्धारित सदस्यता ग्रहण करने के बाद ही तहसील प्रेस के गठन का विस्तार किया जाएगा। मां नर्मदा अंचल तहसील की पत्रकारता के आधार स्तंभ तहसील तेंदूखेड़ा तहसील प्रेस क्लब के अध्यक्ष और पत्रकारता के आधार स्तंभ पंडित राधावल्लभ पांडे ने सभी की सहमति से मां नर्मदा आंचल क्षेत्र के अधिमान पत्रकार एवं पत्रकारिता क्षेत्र में लगभग 35 वर्ष से नियमित सक्रिय जागरूकता से अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाएं। 
पूर्व माननीय मुख्यमंत्री महोदय एवं माननीय विधानसभा अध्यक्ष महोदय के द्वारा सम्मानित हो चुके अखिल भारतीय आदर्श चौरसिया महासभा के प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष एवं पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तथा पूर्व विश्वविद्यालय छात्रसंघ समिति मां नर्मदा पैनल के सहसंयोजक रह चुके वर्तमान में लगनशील एवं ऊर्जावान पत्रकार जीवेश चौरसिया को तेंदूखेड़ा तहसील प्रेस क्लब का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। सभी शुभचिंतकों के द्वारा को बधाई देते हुए बेहतर भविष्य की शुभकामना दी गई है।

418वां ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम संपन्न

418वां ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम संपन्न 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘जावित्री इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कालेज कनकहा, मोहनलालगंज लखनऊ‘’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित संपूर्ण 79 खंडों का 418वां ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम संपन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्त्रा श्री हंस ने अपने पूर्वजों की स्मृति में भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को हिन्दी अखंड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि का वाङ्मय साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। श्रीमती ऊषा सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संस्था के सुरक्षा अधिकारी श्री मनोज पाण्डेय ने अथितियों का स्वागत भाषण से सम्मान किया एवं प्रधानाचार्य डॉ. एलिजाबेथ अब्राहम, ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, सर्वश्री चन्दभूषण, देवेन्द्र सिंह, श्रीमती ऊषा सिंह एवं संस्थान के चेयरमैन डॉ. ईश त्यागी, प्रधानाचार्य डॉ. एलिजाबेथ अब्राहम, डीन कुमारी ऊषा, एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. अभिषेक सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर सुबेदार श्री मनोज पाण्डेय सहित विभागाध्यक्ष, चिकित्सकगण एवं नर्सिंग के छात्र-छात्राएं मौजूद थीं।

11 सितंबर को भव्य समारोह का आयोजन होगा

11 सितंबर को भव्य समारोह का आयोजन होगा 

नीशू त्यागी 
लखनऊ। नव अंशिका फाउण्डेशन के पांचवे स्थापना दिवस के अवसर पर आगामी 11 सितंबर को भव्य समारोह का आयोजन लखनऊ में किया जाएगा। समाजसेवी आक्सीजन मैंन राजेश जैसवाल संगीता जैसवाल, दबीर सिद्दीकी, फिल्म निर्देशक आशीष कश्यप, ए आर इंटरटेनमेंट के फाउंडर डारेक्टर अरविंद चित्रांश, डी डी कंपनी के निदेशक देश दीपक कश्यप और नीशू त्यागी, के द्वारा पोस्टर लांच किया गयाI 
फाउण्डेशन की निर्देशिका नीशू त्यागी ने संवाददाताओं को बताया कि इस अवसर पर बिग बॉस और एमटीवी रोडीज के विजेता आशुतोष कौशिक इस समारोह के केन्द्रीय आकर्षण बनेंगे। समारोह में पहली बार “गोल्डन गाला अवार्ड 2024” का वितरण किया जाएगा। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली हस्तियों को अलंकृत किया जाएगा। इसके साथ ही मीडिया के प्रतिष्ठित शख्सियतों को “कलम शक्ति सम्मान” से नवाजा भी जाएगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
आक्सीजन मैंन समाजसेवी और फाउंडेशन के संरक्षक राजेश जैसवाल ने बताया कि नव अंशिका फाण्डेशन बीते पांच वर्षों में लखनऊ ही नहीं प्रदेश स्तर पर लगातार सक्रिय है। महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित नव अंशिका फाउण्डेशन हर साल आठ मार्च को ही नहीं बल्कि पूरे मार्च महीने को “महिला माह” के रूप में मनाती हैं। इसमें हर सप्ताह एक आयोजन महिलाओं को समर्पित खास थीम पर आयोजित किया जाता है। इसके साथ ही फाउण्डेशन, “शक्तिस्वरूपा सम्मान” देकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अमूल्य योगदान देने वाली प्रेरक महिलाओं का अलंकरण भी कर रही है। फाउण्डेशन की ओर से, लखनऊ में आयोजित मिलेट्स महोत्सव से लेकर अयोध्या में हुए रामोत्सव तक में प्रभावी प्रस्तुतियां दी गई वहीं कुंभ और लखनऊ में हुए “भारत अंतरराष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर” में भी सांस्कृतिक सराहनीय उपस्थिति दर्ज करवायी गई। 
इसके साथ ही फाउण्डेशन ने, भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करते हुए तीज, होली, दीपावली, नवरात्र और दुर्गोत्सव में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफलता पूर्वक आयोजन किया है। इसी क्रम में नव अंशिका फाउंडेशन की ओर से “गुलाल टेसुओं संग राम आएंगे” महोत्सव का आयोजन भी किया जा चुका है। कोरोना की वैश्विक विभीषिका के कठिन दौर में भी फाउंडेशन के कदम थमे नहीं। उस दौरान ऑनलाइन आयोजनों के माध्यम से घर-घर में महिलाओं और युवाओं का न केवल प्रदेश स्तरीय विशेषज्ञों के माध्यम से निशुल्क करियर के प्रति मार्गदर्शन प्रदान किया गया। बल्कि, विभिन्न त्योहारों से भी उन्हें जोड़ा गया। 
रंगकर्म की अलख जगाए रखते हुए “मिसेज आंटी का गड़बड़झाला”, “दी एक्सीडेंटल डेथ ऑफ़ एन अनार्किस्ट", “पार्क” और “लाहौल विला कूवत” जैसे विभिन्न नाटकों का मंचन भी फाउण्डेशन की ओर से समय समय पर करवाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, अभी तो यह महज पड़ाव है, मंजिल नहीं। अभी तो बहुत दूरी तय करनी है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में ठोस पहल से लेकर जनजागृति की दिशा में फाउण्डेशन लगातार कार्य करती रहेगी। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-319, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. बुधवार, सितंबर 04, 2024

3. शक-1945, भाद्रपद, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 34 डी.सै., अधिकतम- 39 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

राज्य को पहचान बनाने में पुलिस बल की भूमिका

राज्य को पहचान बनाने में पुलिस बल की भूमिका 

संदीप मिश्र 
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य को सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने में पुलिस बल की बड़ी भूमिका है। डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में सोमवार को 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये सीएम योगी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े सिविल पुलिस बल के तौर पर विख्यात उत्तर प्रदेश पुलिस बल में नवनियुक्त होने वाले उपाधीक्षकों को स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा। हमें स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा। जो टेक्नो सेवी व ट्रेंड हो, जो स्ट्रिक्ट हो मगर सेंसिटिव भी, मॉडर्न हो मगर मोबाइल भी, अलर्ट हो मगर अपने काम के प्रति उतना ही अकाउंटेबल भी हो, रिलायबल के साथ रिस्पॉन्सिव भी हो। उन्होंने 18 डिप्टी एसपी के पदों पर प्रदेश की बेटियों की नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये उन्होंने कहा कि सात वर्ष में पुलिस बल में एक लाख साठ हजार कार्मिकों की नियुक्ति के साथ ही पुलिस बल के लिए उपलब्ध संसाधनों में भी अपार वृद्धि हुई है। पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही, सीएम योगी ने सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय को आंतरिक प्रशिक्षण, उदित नारायण पालीवाल को बाह्य प्रशिक्षण तथा 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से प्रखर पाण्डेय को सम्मानित भी किया। 
74 पुलिस उपाधीक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को विधि, मानव विकार, साइबर क्राइम, भाषा समेत तीन नए कानून के विशिष्ट प्रशिक्षण दिया गया है। योगी ने कहा “ हम जानते हैं हमारी वर्दी धारी बलों के बारे में कहा जाता है जितना पसीना बहाओगे उतना ही कम रक्त बहाने की स्थिति आएगी। दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल का आप हिस्सा बनने जा रहे हैं। इसके लिए आप अभिनंदन के पात्र हैं। हमें कानून परिवर्तन के भविष्य के लिए निरंतर और स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है। जांच व दंड के पुराने मानदंडों से बाहर निकलकर आधुनिक फॉरेंसिक तकनीक और साक्ष्य का उपयोग करना न केवल न्याय की दृष्टि से बेहतर है बल्कि इस प्रक्रिया से न्याय में होने वाले अपव्यय की रोकथाम होगी। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेस की स्थापना भी की गई है।” 
उन्होने कहा “ आप पुलिस बल में एक जिम्मेदार पद पर नियुक्त हो रहे हैं। अपराध नियंत्रण के साथ ही कानून व्यवस्था का पालन कराकर पीड़ित व्यक्ति को न्याय प्रदान करने लिए भी आपकी सक्रिय भूमिका होगी। आपसे हम इस बात की अपेक्षा करते हैं कि आम जनमानस की सुरक्षा समाज में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने व मित्र पुलिस की छवि को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आप सबको अपना शत प्रतिशत योगदान देना होगा। अपने कर्तव्य पालन के दौरान कठोरता के साथ विनम्रता के अद्भुत समन्व्य को बनाए रखना होगा। कर्तव्यपरायणता, अनुशासन और सत्यनिष्ठा का उदाहरण आप सभी स्थापित करेंगे। ” सीएम योगी ने कहा कि पुलिस सेवा में चुनौतियां कभी खत्म नहीं होती हैं। पुलिस बल को हमेशा मुकाबले में डटकर खड़े रहना और कर्तव्य की वेदी पर स्वयं को अर्पण करना ही होता है। समाज के आम जनमानस में पुलिस की यूनीफॉर्म को देखकर सुरक्षा और विश्वास का भाव जाग्रत होना चाहिए। आपको उनके विश्वास को सही साबित करना है। उन्हें सुरक्षा प्रदान करना है। आपकी दक्षता और कर्तव्यपरायणता ही किसी पीड़ित की पीड़ा को कम कर सकती है, उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकती है। एक संवेदनशील पुलिस अधिकारी के लिए शीर्ष आयामों की कोई कमी नहीं है। वे चाहें तो अपने आचरण से जनमानस की कसौटियों पर खरा उतरते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा का ईमानदारी से पालन कर सकते हैं। उन्होने कहा कि किसी भी प्रदेश में सुशासन की नींव, अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था की स्थापना से मजबूत होती है। यह तभी मजबूत हो सकता है, जब प्रदेश में उत्तरदायी पुलिसिंग व्यवस्था और व्यवसायिक रूप से दक्ष संवेदनशील पुलिस बल हो। सुदृढ़ कानून व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए हमारे सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति प्रभावी है। पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ करने करने के लिए हमारी सरकार ने अनेक रिफॉर्म किए हैं, पुलिस का आधुनीकिकरण किया है। पिछले सात वर्ष में पुलिस बल में नई भर्तियों को लेकर संसाधनों की उपलब्धता में अपार वृद्धि हुई है। पुलिस बल को सुदृढ़ करने के लिए एक लाख साठ हजार कार्मिकों की भर्ती की गई है। अभी हाल ही में आपने देखा होगा कि उत्तर प्रदेश में साठ हजार दो सौ से अधिक पदों पर चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए लिखित परीक्षा सफलतापूर्वक करायी गई है। पिछले 7 वर्षों के दौरान पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण के लिए लखनऊ, गोरखपुर व बदायूं में महिला पीएसी बटालियन की स्थापना का कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ा है। योगी ने इस बात पर जोर दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किए गए रिफॉर्म्स और आधुनिकीकरण के अभियान का हिस्सा है। पिछले साढ़े सात वर्ष में उत्तर प्रदेश के अंदर कोई दंगा नहीं हुआ, पर्व और त्योहार शांतिपूर्वक आयोजित हो रहे हैं। कहीं भी कोई अराजकता और गुंडागर्दी की कोई गुंजाइश नहीं है, बल्कि आज उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है, तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है। स्वभाविक रूप से प्रदेश में हमने जो एक बेंचमार्क रखा था कि हर हाल में लगभग 20 फीसदी महिला कार्मिक हो। ऐसे में, मुझे प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन से सिलेक्शन प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसमें 18 डिप्टी एसपी प्रदेश की बेटियां बनी हैं। मैं विशेष रूप से उन्हें और उनके अभिभावकों का अभिनंदन करता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि दक्ष, न्यायप्रीय, पारदर्शी, जवाबदेह, जनसेवा के प्रति निष्ठावान, संवेदनशील पुलिस बल की स्थापना के लिए आपका प्रशिक्षण अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ हुआ जिसके बाद सीएम योगी ने परेड की सलामी ली। उनकी उपस्थिति में दीक्षांत समारोह में नवनियुक्त पुलिस उपाधीक्षकों ने शपथ ली। विश्व के सबसे बड़े पुलिस बल के तौर पर कार्यरत उत्तर प्रदेश पुलिस के नवनियुक्त उपाधीक्षकों ने परेड में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस बैंड द्वारा 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' जैसे राष्ट्रभक्ति गीत समेत परेड धुनों का वादन किया गया। परेड का नेतृत्व उदित नारायण पालीवाल ने किया। वहीं, परेड में नवनियुक्त उपाधीक्षकों की विभिन्न टोलियों ने हिस्सा लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। इनका नेतृत्व आयुषी सिंह, प्रखर पाण्डेय, रोहन चौरसिया व अन्य ने किया। आंतरिक कक्षीय प्रशिक्षण में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाली सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय, बाह्य कक्षीय प्रशिक्षण में उदित नारायण पालीवाल तथा अंतर कक्षीय व बाह्य कक्षीय विषयों को सम्मिलित कर अकादमी का सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीतने वाले प्रखर पाण्डेय को योगी ने सम्मानित किया। 
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, महानिदेशक (प्रशिक्षण) तिलोत्तमा वर्मा, अपर महानिदेशक राजीव सभरवाल समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, चयनित उपाधीक्षक व उनके के परिजनों समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...