बुधवार, 28 अगस्त 2024

मुजफ्फरनगर: 'किसान दिवस' मनाने के निर्देश दिए

मुजफ्फरनगर: 'किसान दिवस' मनाने के निर्देश दिए 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। मुख्य सचिव, उ०प्र० शासन के शासनादेश संख्या-28/12.06. 2014-10 / 2011 कृषि अनुभाग - 6 दिनांकः 12.02.2014 के कम में किसानो की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रत्येक माह के तृतीय बुधवार को किसान दिवस मनाने के निर्देश दिए गए है। 
इस क्रम में तृतीय बुधावार दिनांक 28 अगस्त 2024 (बुधवार) दोपहर 12ः30 बजे से अपर जिला अधिकारी (प्रशासन), नरेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में किसान दिवस जिला पंचायत सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, एवं भा०कि०यू० के अन्य पदाधिकारीगण एवं जनपद के सभी विकास खण्डों से आये कृषकों द्वारा तथा जनपद के कृषि एवं कृषि से सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें किसान दिवस में आये सभी कृषकों की संमस्याओं के बारे में सुना गया, तथा किसानो से उनके शिकायती प्रार्थनापत्र प्राप्त किए गए। जिनके त्वरित निस्तारण हेतु अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) नरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया। किसान दिवस में आए सभी कृषकों एवं अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए किसान दिवस का समापन किया गया। 
बैठक में नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, उप कृषि निदेशक सहित सभी संबंधित अधिकारी एवं किसान उपस्थित रहें।

शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाएगी 'गणेश चतुर्थी'

शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाएगी 'गणेश चतुर्थी' 

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल की तरह इस साल भी गणपति बप्पा 10 दिनों के लिए कैलाश से धरती पर आने वाले हैं। भक्तों के बीच आकर उनके कष्टों का निवारण करेंगे। यह 10 दिन बहुत ही स्पेशल होता है। हर कोई भगवान की पूरे भक्तिभाव के साथ पूजा-अर्चना करता है। 

गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह के शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाई जाती है। इस दिन हर घर में भगवान गणेश विराजमान होते हैं। जगह-जगह बड़े-बड़े पंडालों बनाए जाते हैं। गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है। झांकियां सजाई जाती है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार इस बार गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि, ब्रह्म, रवि और ऐंद्र योग बन रहा है यह योग किसी अनुष्ठान और खरीदी के लिए बहुत ही विशेष है। आइए जानते हैं कि 2024 में गणेश चतुर्थी कब आने वाली है और बप्पा के स्थापाना मुहूर्त क्या है। 

कब है गणेश चतुर्थी 2024 ?

इस साल गणेश भगवान का आगमन 7 सितंबर को होने वाला है। इस दिन से गणेश उत्सव पूरे 10 दिन के लिए शुरू हो जाएगा। अनंत चतुर्दशी पर यानी की 17 सितंबर 2024 को गणेश चतुर्थी का समापन होगा। इसी दिन बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा और उन्हें विदाई दी जाएगी। 

मुहूर्त स्थापना शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल-पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 03:01 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 7 सितंबर को शाम 05:37 मिनट पर इसका समापन होगा।

मध्याह्न गणेश पूजा मुहूर्तः सुबह 11:10 से दोपहर 01:39 
गणेश विसर्जन-17 सितंबर 2024
वर्जित चन्द्रदर्शन का समयः सुबह 09:28 से रात 08:59।

गणेश उत्सव क्यों 10 दिन मनाते हैं ?

पुराणों के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन भगवान शंकर और पार्वती माता के पुत्र गणेश का जन्म हुआ था। गणेश उत्सव के रूप में 10 दिन तक बप्पा की विधी-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। पूरे मन से पूजा पाठ करने वालों के सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। 

पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना के लिए भगवान गणेश का आह्वान किया था। महर्षि व्यास श्लोक बोलते गए और गणपति भगवान बिना रुके 10 दिनों तक महाभारत को लिपिबद्ध लिखते गए। इन दस दिनों में भगवान गणेश पर धूल मिट्‌टी की परत जम गई। वहीं 10 दिन बाद यानी की अनंत चतुर्दशी पर बप्पा ने सरस्वती नदी में स्नान कर खुद को साफ किया। इस दिन के बाद से ही दस दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाने लगा।

गैर असमी मुसलमानों को राज्य छोड़ने की वार्निंग

गैर असमी मुसलमानों को राज्य छोड़ने की वार्निंग 

इकबाल अंसारी 
दिसपुर। नागांव में हुए बलात्कार के मामलें के बाद चार दिन के भीतर ऊपरी असम में अलग-अलग स्थानों पर बच्चियों एवं महिलाओं के साथ यौन शोषण एवं छेड़छाड़ की 5 से भी ज्यादा घटनाओं में गैर असमी मुसलमानों की संलिपित्ता पाए जाने के बाद अब गैर असमी मुसलमानों को राज्य छोड़ने की वार्निंग दी गई है। 
इसके लिए शनिवार की तिथि डेडलाइन निर्धारित की गई है। वीर लचित सेना की ओर से आरंभ की गई गैर असमी मुसलमानों को राज्य छोड़ने की मुहिम के अंतर्गत राज्य के 29 संगठनों ने बाहर से आए मुसलमानों को राज्य छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। स्थानीय मुस्लिम संगठन, ऊपरी असम मुस्लिम कल्याण परिषद, असम सम्मिलित मुस्लिम परिषद आदि मुस्लिम संगठनों ने भी बाहर से आए मुसलमानों को राज्य छोड़ने की चेतावनी दी है। यह संगठन ऊपरी असम के 10 जनपदों में मियां और मारवाड़ी समेत हिंदीभाषी बाहरी लोगों के खिलाफ सड़क पर असम छोड़ो अभियान चलाने के लिए उतरे हैं। इन संगठनों से जुड़े लोग अब घर-घर जाकर दस्तक देते हुए बाहर से आए मुसलमानों को शनिवार तक असम छोड़ने की चेतावनी दे रहे हैं। 
उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि वह राज्य को मियां भूमि नहीं बनने देंगे।

डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना को वीभत्स करार दिया

डॉक्टर के रेप-मर्डर की घटना को वीभत्स करार दिया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर की घटना को वीभत्स करार देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि किसी भी सभ्य समाज में बहनों और बेटियों के साथ इस प्रकार की बर्बरता नहीं होने दी जा सकती है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न एवं हिंसा की घटनाओं पर दुख जताते हुए कहा है कि हर चीज की एक हद होती है। 
बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर की वारदात को वीभत्स करार देते हुए अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि निर्भया गैंगरेप की घटना को हुए 12 साल गुजर चुके हैं और समाज ने अनगिनत रेप की घटनाओं को भुला दिया है। उन्होंने कहा है कि एक समाज के तौर पर हमारी यह सामूहिक विस्मृति चिंता का विषय है। उन्होंने कहा है कि हम सभी को मिलकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों से निपटना होगा, इसलिए जरूरी है कि हम आत्म चिंतन करें और हमें बगैर किसी पक्षपात के कुछ कठिन सवालों के जवाब तलाशने होंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि आमतौर पर विकृत मानसिकता, महिला को कमतर इंसान, कम शक्तिशाली, कम सक्षमता, कम बुद्धिमान के रूप में देखती है। उन्होंने कहा है कि आज हालात ऐसे हो चले हैं कि जब डॉक्टर स्टूडेंट और नागरिक प्रदर्शन कर रहे हैं, तो उस दौरान भी अपराधी किसी अन्य घटना को अंजाम देने के लिए घात लगाए बैठे हैं।

ध्यानचंद से जुड़ी स्मृतियों को संजोने का काम

ध्यानचंद से जुड़ी स्मृतियों को संजोने का काम 

संदीप मिश्र 
झांसी। हॉकी के जादूगर के तौर पर विश्व विख्यात मेजर ध्यानचंद से जुड़ी स्मृतियों को संजोने का काम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूरी शिद्दत से कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में झांसी में दद्दा की स्मृतियों से जुड़े 'हीरोज ग्राउंड' को झांसी विकास प्राधिकरण ने उच्चीकृत करते हुए यहां सुविधाओं का विस्तार किया है और इसको नया लुक देने का काम किया। 
वहीं, झांसी स्मार्ट सिटी ने रानी लक्ष्मीबाई पार्क में ध्यानचंद म्यूजियम का निर्माण कर यहां दद्दा के जीवन की यादगार कहानियों को अनूठे अंदाज में प्रदर्शित किया है। विगत वर्ष योगी ने स्वयं इसका लोकार्पण किया था। इसके अलावा, योगी सरकार मेरठ में दद्दा के नाम पर प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय का भी निर्माण करा रही है, जो महान खेल विभूति 'दद्दा' को सम्मान देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेजर ध्यानचंद के आवास के निकट स्थित हीरोज ग्राउंड दद्दा के खेल जीवन के शुरुआती दिनों से जुड़ा रहा है और इस ग्राउंड पर उन्होंने खुद अभ्यास करने के साथ ही बहुत सारे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण भी दिया। इसी ग्राउंड के एक हिस्से में दद्दा की समाधि स्थित है। झांसी विकास प्राधिकरण ने इस ग्राउंड के चारों ओर बाउंड्री वाल, लाइटिंग, ट्रैक निर्माण और घास लगवाने का काम किया। इसके एक हिस्से में मेजर ध्यानचंद की स्मृति में संग्रहालय का निर्माण कराया गया है। ग्राउंड की दीवारों पर मेजर ध्यानचंद से जुड़ी आकर्षक पेंटिंग्स बनाई गई हैं। मेजर ध्यानचंद के प्रशंसक झांसी में इस ग्राउंड का अवलोकन करने जरूर आते हैं। 
झांसी स्मार्ट सिटी ने रानी लक्ष्मीबाई पार्क में मेजर ध्यानचंद म्यूजियम का निर्माण कराया है, जिसका लोकार्पण 29 अगस्त, 2023 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था। मेजर ध्यानचंद संग्रहालय विश्व का दूसरा और एशिया का पहला हॉकी संग्रहालय है, जो मेजर ध्यानचंद को समर्पित है। इस संग्रहालय में मेजर ध्यानचंद के द्वारा जीते गए ओलंपिक पदकों के साथ ही हॉकी से जुड़ी उनकी निजी वस्तुओं को भी प्रदर्शित किया गया है। इसमें डिजिटल डिस्प्ले की मदद से मेजर ध्यानचंद के व्यक्तित्व और खेल जीवन को प्रदर्शित किया गया है। मॉडर्न टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के कारण यह संग्रहालय झांसी में पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया के हॉकी फैंस यहां मेजर ध्यानचंद को जानने के लिए यहां आते हैं। इसी संग्रहालय के पास योगी ने मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा का भी अनावरण किया था। उत्तर प्रदेश सरकार मेरठ में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का निर्माण करा रही है। यहां खिलाड़ियों को सभी प्रकार के खेलों की सुविधा और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय के तैयार हो जाने के बाद इसमें 540 पुरुष और 540 महिला खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था होगी। यही नहीं, खेलों से जुड़े अनेक पाठ्यक्रम में यहां पढ़ाई कराई जाएगी। 
इसके माध्यम से सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि खेलों से जुड़े अन्य कोर्सेज का भी संचालन होगा। जिससे छात्र खेलों में अपना करियर संवार सकेंगे। योगी सरकार इसे जल्द से जल्द तैयार कर इसका संचालन शुरू करने की तैयारी में है।

जिला पर्यटन व संस्कृति परिषद की बैठक आयोजित

जिला पर्यटन व संस्कृति परिषद की बैठक आयोजित

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में बुधवार को कैम्प कार्यालय में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के अन्तर्गत होने वाले वर्ष पर्यन्त कार्यक्रमों से परिषद को अवगत कराये जाने के साथ ही वर्ष 2024-25 के अन्तर्गत आयोजित होने वाले मेले महोत्सवों की सूची के अनुमोदन पर चर्चा की गई। स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत लोगो एवं टैग लाइन के लिए प्रतियोगिता आयोजित किए जाने के लिए जनपद के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और नागरिकों से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई है। प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन करने और विजेताओं की घोषणा करने और विजेताओं को नकद पुरस्कार राशि को अंतिम रूप देने के लिए एक समिति के गठन किए जाने के लिए कहा गया है। 
इसके अतिरिक्त प्रचार-प्रसार के लिए वेबसाइट बनाने, इन्फ्लूएंसर द्वारा तैयार किये गये रील्स का प्रस्तुतीकरण व भुगतान, लाक्षागृह हण्डिया का हस्तान्तरण, श्रृंगवेरपुर धाम में रूरल टूरिज्म हेतु प्रचार-प्रसार, जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद की लम्बित पत्रावलियों के भुगतान, मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना, पर्यटन सांख्यिकी की गणना हेतु नमूना सर्वेक्षण कार्य के द्वितीय चरण, हेरीटेज के लिए प्लान बनाने सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। 
इस अवसर पर ए.डी.एम वित्त एवं राजस्व विनय कुमार सिंह, सदस्य एस.पी. सिंह बघेल, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह, पाण्डुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर, पर्यटन अधिकारी राजेश कुमार भारतीय सहित सभी संबंधित अधिकारियों के अलावा सदस्यगण उपस्थित रहे।

हत्या करने के 6 आरोपियों को उम्रकैद की सजा

हत्या करने के 6 आरोपियों को उम्रकैद की सजा 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। हत्या करने के 6 आरोपियों को दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही दोषियों को अर्थदंड से भी दंडित किया गया। सजा कराने में मुजफ्फरनगर पुलिस का भी योगदान रहा। गौरतलब है, कि दिनांक 28.06.2023 को वादी शाहिद पुत्र इदरीश निवासी अलीपुर अटेरना थाना बुढाना, मुजफ्फरनगर द्वारा थाना बुढाना पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए बताया कि अभियुक्तगण 1-फरमान पुत्र रहीस 2-फरमान पुत्र जमशैद 3-नौमान पुत्र जमशैद 4-धारा उर्फ सनव्वर पुत्र इश्वाक 5-सादाब पुत्र जमशैद 6-सलमान पुत्र मनव्वर निवासीगण अलीपुर अटेरना थाना बुढाना, मुजफ्फरनगर द्वारा उनकी पत्नी फहराना की गोली मार कर हत्या कर दी गयी है। वादी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना बुढाना पुलिस द्वारा उपरोक्त घटना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए मु0अ0स0- 291/2023 धारा 147, 148, 149, 302 भादवि व 3/25/27 आयुद्ध अधिनियम पंजीकृत किया गया था। थाना बुढाना पुलिस द्वारा अभियुक्त फरमान पुत्र रहीस को दिनांक 29.06.2023, अभियुक्त फरमान पुत्र जमशैद व नौमान पुत्र जमशैद को दिनांक 02.07.2023 को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त धारा उर्फ सन्नवर द्वारा दिनांक 13.07.2023, अभियुक्त सादाब व सलमान उपरोक्त द्वारा 14.07.2023 को माननीय न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया। थाना बुढाना पुलिस द्वारा साक्ष्य संकलन की कार्यवाही पूर्ण करते हुए गुणवत्तापूर्वक विवेचना संपादित कर अभियुक्तगण के विरूद्ध दिनांक 21.08.2023 को आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित किया गया। 
हत्या करने जैसे जघन्य अपराध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर अभिषेक सिंह के निर्देशन में तथा क्षेत्राधिकारी बुढाना गजेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में व थाना बुढाना स्तर से प्रभावी पैरवी की गयी व समस्त गवाहों को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष उपस्थित कराया गया एवं विशेष लोक अभियोजक प्रदीप कुमार शर्मा द्वारा प्रभावी पैरवी की गई। अभियोजन व पुलिस की प्रभावी पैरवी के परिणामस्वरुप आज दिनांक 28.08.2024 को न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट-3 द्वारा आरोपीगण 1-फरमान पुत्र रहीस 2-फरमान पुत्र जमशैद 3-नौमान पुत्र जमशैद 4-धारा उर्फ सनव्वर पुत्र इश्वाक 5-सादाब पुत्र जमशैद 6-सलमान पुत्र मनव्वर निवासीगण अलीपुर अटेरना थाना बुढाना, मुजफ्फरनगर को धारा 147,148,149,302 आईपीसी में आजीवन कारावास व 38,000/- रुपये अर्थदण्ड (प्रत्येक पर) की सजा सुनाई गई। साथ ही आरोपी फरमान पुत्र जमशैद उपरोक्त को धारा 3/25/27 आयुद्ध अधिनियम में 03 वर्ष कारावास व 3,000/- रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई गई। 
मुजफ्फरनगर पुलिस की कार्यवाही तथा अभियोजन की सशक्त पैरवी से जघन्य अपराध कारित करने वाले उक्त आरोपियों को सज़ा दिलाये जाने पर आमजन द्वारा मुजफ्फरनगर पुलिस की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई तथा आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और मज़बूत हुआ है।

'साक्षरता एवं जागरूकता' शिविर का आयोजन

'साक्षरता एवं जागरूकता' शिविर का आयोजन  गणेश साहू  कौशाम्बी। दिनांक 27 नवंबर 2024 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्त्वावधान में वि...