शनिवार, 24 अगस्त 2024

अपराध के मामलें में भाजपाई व सरकार सर्वोच्च

अपराध के मामलें में भाजपाई व सरकार सर्वोच्च 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलें में भाजपाई और भाजपा सरकार सबसे ऊपर है। 
उन्होंने कहा कि महिलाओं के ऊपर घोषित रूप से अत्याचार करने में देश में सबसे ज्यादा 54 सांसद, विधायक भाजपा के है। इसके अलावा भाजपा ने अपराध बढ़ाने में भी रिकार्ड बनाया है। नकारात्मक राजनीति में भाजपा को महारत हासिल है। उत्तर प्रदेश सहित भाजपा शासित राज्यों में महिला अपराध सबसे ज्यादा हो रहे है। भाजपा सरकारें अपराधियों को संरक्षण देती है और दूसरे दलों और नेताओं को बदनाम करने का षड्यंत्र करती है। झूठे मुकदमें लगाकर अन्याय करती है। महिला अपराध ही नहीं भाजपा ने धांधली, भ्रष्टाचार समेत कई जनविरोधी रिकार्ड बनाए है। सपा प्रमुख ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं है। भाजपा सरकार में बेटियों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। मुख्यमंत्री सुरक्षा के हवाई दावे करते रहते हैं। रूदौली में लगातार छेड़छाड़ की हो रही घटनाओं से बेटियां दहशत में जीने को मजबूर है। पीड़ितों को कई-कई दिन थाना-चौकियों के चक्कर लगाने पड़ते है तब भी सुनवाई नहीं होती है। ⁠चुनावी घपलों की सबसे शर्मनाक घटना का रिकॉर्ड भाजपा ने कैमरे के सामने बनाया है। सबसे अधिक पेपर लीक का रिकॉर्ड भाजपा के शासनकाल में बना है। भाजपा सरकार ने लोगों पर सबसे अधिक झूठे मुक़दमे थोपे गये हैं। छुट्टा पशुओं से सबसे अधिक मौतें भाजपा काल में हुई। पुलिस हिरासत में मौत का रिकॉर्ड भाजपा काल में बना। ⁠सबसे कम समय में सबसे ज़्यादा आरक्षण विरोधी क़ानून भाजपा ने लाने की साज़िश की। सबसे बड़ा आरक्षण घोटाला (69000 शिक्षक भर्ती में) भाजपा के समय में हुआ। भाजपा ने खिलाड़ियों के उत्पीड़न का भी अलिखित रिकार्ड बनाया। ⁠भाजपा ने सबसे ज़्यादा चलती हुई, निर्वाचित सरकारें तोड़ी। भाजपा काल में किसानों की हत्या और आत्महत्या का रिकार्ड बना है। ⁠अनाथ पशुओं से किसानों की फसल को सबसे अधिक हानि होने का रिकॉर्ड भाजपा राज में बना। ⁠भाजपा ने बेरोज़गारी का अभूतपूर्व रिकार्ड बनाया है। भाजपा ने महँगाई के पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए है। ⁠भाजपा ने सबसे कम समय में सबसे अधिक क़ानून वापस लेने का हालिया रिकार्ड बनाया है। 
भाजपा ने नकारात्मक राजनीति का सबसे बड़ा रिकार्ड बनाया है। भाजपा ने अविश्वास और भय की नफ़रत भरी राजनीति से देश के सौहार्द को ऐतिहासिक क्षति पहुंचाने का भी निंदनीय रिकार्ड बनाया है। आगामी 2027 के चुनावों में भाजपा अपनी हार का भी एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाएगी यह सुनिश्चित है।

156 कॉकटेल दवाओं पर प्रतिबंध लगाया: केंद्र

156 कॉकटेल दवाओं पर प्रतिबंध लगाया: केंद्र 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 156 कॉकटेल दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमे से कई दवाइयां आप भी इस्तेमाल करते हैं। इन दवाओं का उपयोग दर्द से राहत के लिए, बालों के विकास और त्वचा की देखभाल के लिए किए जाते हैं। इन दवाओं का इस्तेमाल मल्टीविटामिन, एंटीपैरासिटिक्स, एंटीएलर्जिक्स और अन्य चीजों के लिए किया जाता है।

बड़ी कंपनियों की दवाएं शामिल

हालांकि जिन दवाओं को बैन किया गया है, उनकी कंपनियों की ओर से अभी तक सरकार के फैसले से होने वाले आर्थिक असर की घोषणा नहीं की गई है। सिप्ला, टोरेंट, सन फार्मा, आईपीसीए लैब्स और ल्यूपिन जैसी प्रमुख फार्मा कंपनियों की कुछ दवाइयां शामिल हैं, जिनपर बैन लगाया गया है।
सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक इन 156 फिक्स्ड-डोज कॉम्बिनेशन (FDC) दवाओं के उपयोग से इंसानों के लिए जोखिम होने की संभावना है। FDC ऐसी दवाओं को कहा जाता है, जिसमे एक से अधिक दवाओं को मिलाकर गोली बनाई जाती है। इन्हें ही कॉकटेल दवाएं भी कहा जाता है।

ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड ने की दवाइयों की जांच

जिन दवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है, सरकार ने इनकी जांच की। इस दौरान सामने आया कि मेडिकल साइंस के हिसाब से इन 156 दवाइयों का कोई मतलब नहीं है। ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड ने इन दवाइयों की जांच की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सूची में कुछ ऐसी दवाएं भी शामिल हैं, जिन्हें कई कंपनियों ने पहले ही बंद कर दिया था। एंटीबायोटिक एजिथ्रोमाइसिन का एडैपेलीन के साथ मिक्स किया जाता है और उपयोग मुंहासे के इलाज के लिए किया जाता है। इसे सरकार ने पहले ही बंद कर दिया है। इस लिस्ट में एसेक्लोफेनाक 50mg + पैरासिटामोल 125mg के टैबलेट पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसे भी कंपनी ने बनाना बंद कर दिया है।

पतंजलि की 14 दवाओं पर लग चुका है प्रतिबंध

बता दें कि करीब तीन महीने पहले बाबा रामदेव की पतंजलि को बड़ा झटका लगा था। पतंजलि आयुर्वेदिक फार्मा कंपनी की 14 दवाओं की बिक्री पर उत्तराखंड सरकार ने रोक लगा दी थी। बैन किए गए प्रोडक्ट्स में कई ऐसी चीजें हैं, जिनका इस्तेमाल खूब होता है। उत्तराखंड सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था, जिसमे कहा गया कि पतंजलि आयुर्वेद उत्पादों के बार-बार भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करने के कारण हमने कंपनी की 14 दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।

यादव ने भाजपा विधायक पर कार्रवाई की मांग की

यादव ने भाजपा विधायक पर कार्रवाई की मांग की 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। भाजपा विधायक के बसपा सुप्रीमो मायावती पर की गई टिप्प्णी को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा विधायक पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक द्वारा उप्र की एक भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आनेवालों के प्रति कितनी कटुता भरी है।
राजनीति में मतभेद अपनी जगह होते हैं। लेकिन एक महिला के रूप में उनका मान-सम्मान खंडित करने का किसी को भी अधिकार नहीं है। भाजपाई कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर हमने गलती की थी, ये भी लोकतांत्रिक देश में जनमत का अपमान है और बिना किसी आधार के ये आरोप लगाना, कि वो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री थीं, बेहद आपत्तिजनक है। भाजपा के विधायक के ऊपर, सार्वजनिक रुप से दिये गये इस वक्तव्य के लिए मानहानि का मुक़दमा होना चाहिए।
भाजपा ऐसे विधायकों को प्रश्रय देकर महिलाओं के मान-सम्मान को गहरी ठेस पहुंचा रही है। अगर ऐसे लोगों के खिलाफ भाजपा तुरंत अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करती है तो मान लेना चाहिए, ये किसी एक विधायक का व्यक्तिगत विचार नहीं है।  बल्कि, पूरी भाजपा का है।
बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान भाजपा विधायक राजेश चौधरी ने कहा था कि मायावती पहली बार भाजपा के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बनी थीं। हमने उन्हें बनाया था। ये हमारी गलती थी। आगे उन्होंने कहा कि वो प्रदेश की अब तक की सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री रही हैं। इस पर अखिलेश यादव ने आपित्त जताई है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-309, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. रविवार, अगस्त 25, 2024

3. शक-1945, भाद्रपद, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 34 डी.सै., अधिकतम- 39 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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शुक्रवार, 23 अगस्त 2024

आज प्रयागराज आएंगे राहुल, सम्मेलन में भाग लेंगे

आज प्रयागराज आएंगे राहुल, सम्मेलन में भाग लेंगे 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार 24 अगस्त को प्रयागराज आ रहे हैं। वह महाराणा प्रताप चौराहे के पास स्थित एएमए कन्वेंशन सेंटर में सिविल सोसाइटी की ओर से आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि का हिस्सा लेंगे। 
इस की जानकारी कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सिविल लाइंस रोडवेज पर स्थित राही इलावर्त में पत्रकारों को दी। दोनों नेताओं ने बताया कि राहुल गांधी अपने गृह जनपद में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार आ रहे हैं। 
वह करीब चार बजे प्रयागराज एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे और वहां से सीधे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। राहुल गांधी इसके बाद बुद्धिजीवियों से वार्तालाप भी करेंगे। अजय राय ने बताया कि लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने संविधान बचाने की मुहिम उठाई थी वह रंग लाई है। लोकसभा चुनाव में इसके व्यापक परिणाम सामने आए हैं।

सहयोगियों को भाजपा कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं

सहयोगियों को भाजपा कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बूथ पर जाकर व्यवस्था संभालने की बात कहीं। भाजपा के सहयोगियों ने साफ कर दिया है, कि उनको भाजपा के कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं रहा है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा, कि दरअसल चुनावी हार के बाद भाजपाई गुटों ने आपस में विश्वास खो दिया है। इसका एक और पहलू यह भी है, कि भाजपा का ‘संगी-साथी’ पक्ष ये दिखाना चाहता है, कि हार का कारण वो नहीं था, वो तो अभी भी शक्तिशाली हैं, कमज़ोर तो भाजपा हुई है। इन दोनों ही परिस्थितियों में यह तो साबित होता है कि भाजपाइयों ने हार स्वीकार कर ली है और अब भविष्य के लिए बेहद चिंतित हैं, लेकिन आपस में दोषारोपण करके, न तो ये एक-दूसरे का भरोसा जीत पाएंगे और न ही कोई आगामी चुनाव। बाँटने की राजनीति करनेवाले लोग ख़ुद बँट गये हैं। उन्होने कहा कि भाजपा अपनी तथाकथित चाणक्य नीति के तहत जिन ‘पन्ना प्रमुखों’ की बात करती थी, अब क्या वो इतिहास बन गये? आज अगर वे उपलब्ध नहीं हैं तो उसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं। अब भाजपा के जो गिने-चुने कार्यकर्ता बाक़ी है। वे ये सोचकर हताश हैं कि वर्तमान परिस्थिति में, जबकि समाज का 90 प्रतिशत पीडीए समाज जाग उठा है और पीडीए की बात करने वालों के साथ खड़ा है, तो फिर वे किसके पास जाकर वोट माँगें और 90 प्रतिशत पीडीए समाज के सामने आकर क्यों उनके विरोधी होने का ठप्पा ख़ुद पर लगाएं ? आखिरकार उन्हें भी तो उसी 90 प्रतिशत समाज के बीच ही रहना है। 
अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे भूतपूर्व भाजपाई पन्ना प्रमुख ये सच्चाई भी जान चुके हैं, कि भाजपा में किसी की कोई सुनवाई नहीं है, तो ऐसे दल में रहकर कभी भी कोई मान-सम्मान-स्थान उन्हें मिलने वाला नहीं है। वे ऐसे दलों की सच्चाई भी जान चुके हैं, जो भाजपा की राजनीति के मोहरे बनकर काम कर रहे हैं। वे देख रहे हैं, कि जनता अब पीडीए की एकता और एकजुटता के साथ है। क्योंकि, पीडीए की सकारात्मक राजनीति लोगों को जोड़ती है और जनता के भले के लिए राजनीति को एक सशक्त माध्यम मानती है। इसीलिए समाज का अंतिम पंक्ति में खड़ा सर्वाधिक प्रताड़ित और शोषित-वंचित समाज भी पीडीए में ही अपना भविष्य देख रहा है।

महिला ने मंगलसूत्र से घोंटा गला, पति की मौत

महिला ने मंगलसूत्र से घोंटा गला, पति की मौत 

इकबाल अंसारी 
चेन्नई। एक महिला ने अपने ही मंगलसूत्र से गला घोंट कर पति की जान ले ली। घटना दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु की है। वारदात की वजह घरेलू झगड़ा बताई जा रही है। फिलहाल, इसे लेकर पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। पुलिस ने आरोपी महिला को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है और कार्रवाई जारी है।
मामला तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के त्रिप्लिकेन की है। 28 साल के मणिवन्नन 35 वर्षीय पत्नी नगम्मल के साथ असदुद्दीन खान स्ट्रीट पर रहते थे। नगम्मल ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन में एक संविदा कर्मी थी। खास बात है कि वह इससे पहले भी दो बार शादी कर चुकी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार रात जब मणिवन्नन शराब के नशे में घर पहुंचा, तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया था।
इसके बाद महिला ने अपने मंगलसूत्र से पति का गला घोंट दिया। जब मणिवन्नन बेहोश होकर गिर गया, तो नगम्मल घबरा गई और आनन-फानन में अपनी बहन अबिरामी को फोन किया। इसके बाद अबिरामी पति नंदकुमार के साथ मिलकर मणिवन्नन को ओमनदुरर शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गले में निशान देखकर अस्पताल ने त्रिप्लिकेन पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी। पुलिस ने कार्रवाई की और नगम्मल, अबिरामी और नंदकुमार को हिरासत में ले लिया गया था। पूछताछ के दौरान नगम्मल ने बताया कि पति बार-बार परेशान करता था, जिसके चलते उसने हत्या कर दी। नगम्मल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई

कौशाम्बी: 'पीएम' नेहरू की जयंती मनाई गई  गणेश साहू  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कार्यालय में कौशाम्बी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गौरव पाण्डे...