विधेयक लेकर आ रही सरकार की नीयत ठीक नहीं
संदीप मिश्र
देवबंद। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि वक्फ भूमि विधेयक लेकर आ रही सरकार की नीयत ठीक नहीं लग रही है। क्योंकि, सरकार इस बिल के माध्यम से मुसलमानों की अरबों की संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है। शुक्रवार को जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने केंद्र सरकार की ओर से संसद में ले गए वक्फ संशोधन बिल को लेकर कहा है कि सरकार की नीयत इस बिल को लेकर ठीक नहीं लग रही है।
केंद्र सरकार इस वक्फ संशोधन बिल के माध्यम से मुसलमानों की अरबो रुपए की संपत्तियों पर कब्जा करना चाहती है। मौलाना अरशद मदनी का कहना है कि मुसलमान हर नुकसान सहन कर सकता है लेकिन शरीयत में किसी तरह का कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकता है। उन्होंने केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन बिल को लेकर कहा है कि सरकार इसके माध्यम से वकफ की संपत्तियों के स्वभाव और स्वरुप को बदलना चाहती है। ताकि, उनके ऊपर कब्जा करना सरकार के लिए आसान हो जाए। मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि अगर संसद के भीतर वक्फ संशोधन बिल पास हो जाता है तो वक्फ ट्रिब्यूनल खत्म करके सारे अधिकार जिलाधिकारी के पास चले जाएंगे। इससे देश की न्यायिक स्वतंत्रता खत्म हो जाएगी और कलेक्टर राज शुरू हो जाएगा।