बुधवार, 7 अगस्त 2024

देश की बेटी को साजिश के अखाड़े में हरा दिया

देश की बेटी को साजिश के अखाड़े में हरा दिया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित करने के मामले में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। इस मामले में अब प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत ने विनेश फोगाट के मामलें में बहुत बड़ी बात कही है। बता दें कि विनेश फोगाट को लेकर अब तक सामने आई टिप्पणियों से साफ जाहिर हो रहा है कि विनेश फोगाट के साथ कोई बड़ी साजिश हुई है। राकेश टिकैत की टिप्पणी ने साजिश की आशंका पर मोहर लगाने का काम कर दिया है।
विनेश फोगाट को अयोग्य करार दिए जाने के बाद प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत ने (X) किया है। अपने X एकाउंट पर राकेश टिकैत ने लिखा है कि “यह एक बेहद दु:खद खबर है कि देश की बेटी को कोई अखाड़े के मैदान में नहीं हरा पाया, लेकिन साजिश के अखाड़े में हरा दिया गया है। देश का मैडल आज राजनीति का शिकार हो गया। यह देश इस दिन को कभी नहीं भूल सकता।” विनेश फोगाट पर राकेश टिकैत की यह टिप्पणी अपने आप में काफी कुछ कह रही है।
बुधवार को एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में विनेश फोगाट को ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि उन्हें महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले अधिक वजनी पाया गया था। विनेश ने मंगलवार रात को इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक के लिए पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रच दिया था। आधिकारिक बयान में कहा गया कि आज सुबह उनका वजन करीब 150 ग्राम अधिक पाया गया। बताया जा रहा है कि विनेश ने रात भर अपना वजन कम करने की कोशिश की। लेकिन, वह 50 किलो के भीतर नहीं पहुंच पाईं। रातभर की थकान के विनेश फोगाट सुबह बेहोश हो गईं, इसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
डिहाइड्रेशन दूर करने के लिए उनको सलाइन की बोतल चढ़ाई गई। यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियमों के अनुसार- यदि कोई एथलीट वजन माप में भाग नहीं लेता है या असफल हो जाता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा और बिना रैंक के अंतिम स्थान पर रखा जाएगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने फोगाट को वजन मानदंड पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय देने का अनुरोध किया, लेकिन उनके आग्रह को अस्वीकार कर दिया गया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय अथलीट टीम की हेड पीटी ऊषा को फोनकर आईओसी से तगड़ा प्रोटेस्ट करने को कहा है।

भारत ने बांग्लादेश से कई राजनयिकों को बुलाया

भारत ने बांग्लादेश से कई राजनयिकों को बुलाया 

अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/ढाका। पड़ोसी देश बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद लगातार हो रही हिंसा की घटनाओं पर नजर रख रही भारत सरकार ने बांग्लादेश से कई राजनयिकों को वापस बुला लिया है। हालांकि, कामकाज सामान्य तौर पर वहां पर जारी रहेगा। बुधवार को भारत सरकार की ओर से लिए गए एक बड़े फैसले के अंतर्गत बांग्लादेश में हुए तख्ता पलट के बाद चल रही हिंसा की घटनाओं को देखते हुए ढाका स्थित अपने दूतावास के स्टाफ को कम कर दिया है।
जानकारी मिल रही है कि सरकार की ओर से कई ऐसे कर्मचारियों को वापस भारत बुलाया जा रहा है, जो बहुत जरूरी कामकाज में संलग्न नहीं थे। अब भारत सरकार की ओर से जारी किए गए आदेशों के बाद यह राजनयिक अपने परिवारों के साथ वापस भारत लौट रहे हैं। हालांकि बांग्लादेश में मौजूद भारत के सभी काउंसलेट्स में सामान्य काम का जारी रहेगा, क्योंकि फिलहाल बांग्लादेश में तकरीबन 12000 भारतीय मौजूद हैं और दूतावास लगातार उनके साथ अपना संपर्क बनाए हुए हैं। किसी भी तरह की मदद की जरूरत पड़ने पर उन तक सहायता पहुंचाई जा रही है।

बांग्लादेश जैसे हालात भारत में भी हो सकते है

बांग्लादेश जैसे हालात भारत में भी हो सकते है 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। पड़ोसी देश बांग्लादेश में हुए तख्तापलट और वहां पर लगातार हो रही हिंसा की घटनाओं के बाद खुले त्रिनेत्र से देखकर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है, वैसा भारत में भी हो सकता है। 
अकादमिक जगत के विद्वान मुजीबुर रहमान की पुस्तक शिकवा ए हिंद भारतीय मुसलमानों का राजनीतिक भविष्य की लांचिंग के मौके पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि बांग्लादेश में जो हो रहा है, वैसा भारत में भी हो सकता है। क्योंकि, भले ही ऊपर से सब कुछ ठीक लग रहा हो। लेकिन, हालात बांग्लादेश जैसे भारत में भी बन सकते हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में सब कुछ सामान्य होता दिख रहा है, इस तरह यहां भी सब कुछ सामान्य है। इसे लेकर हम जीत का जश्न मना सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि यह जीत बहुत मामूली है और अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-292, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, अगस्त 08, 2024

3. शक-1945, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 35 डी.सै., अधिकतम- 39 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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मंगलवार, 6 अगस्त 2024

अधिक मात्रा में 'नमक' का सेवन बेहद हानिकारक

अधिक मात्रा में 'नमक' का सेवन बेहद हानिकारक 

सरस्वती उपाध्याय 
हमारे खानपान में नमक काफी अहम मायने रखता है।  नमक के बिना खाना बेस्वाद लगता है। कुछ लोग अपने स्वाद के अनुसार, नमक को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं। लिमिटेड अमाउंट में नमक का सेवन हेल्थ के लिए नुकसानदेह नहीं होता, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसे खाने से कई नुकसान हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन नमक के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले घातक परिणामों के बारे में अलर्ट जारी कर चुका है…।

ज्यादा नमक खाना बन सकता है पेट के कैंसर का कारण

अब हाल ही में नमक को लेकर एक ताजा जानकारी सामने आई हैं, एक रिसर्च में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस नए अध्यन के अनुसार भोजन में ऊपर से या ज्यादा नमक मिलाकर खाने से पेट के कैंसर होने का खतरा हो सकता है। यह अध्ययन वियना यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ का एक हालिया स्टडी में सामने आई है। ऐसे में आज इस खबर के माध्यम से हम आपको ऐसे कुछ संकेतों के बारे में जो बताऐंगे, जिससे आप हैरान हो जाऐंगे। यदि आप भी ज्यादा नमक का सेवन करते है, तो इस खबर को पढ़ने के बाद छोड़ देंगे।

दुनिया भर में तेजी से फैल रहा गैस्ट्रिक कैंसर

इन दिनों गैस्ट्रिक कैंसर के केस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी चपेट में आकर प्रत्येक साल लाखों की संख्या में लोग अपनी जान से हाथ धो देते हैं। जैसा कि हम सब को पता है, कैंसर एक बेहद खतरनाक और जानलेवा बीमारी है। दुनिया में कैंसर कई प्रकार के होते हैं। जैसे कि ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेन कैंसर आदि, इनमें एक गैस्ट्रिक कैंसर भी है। जिसे पेट का कैंसर को पेट का कैंसर भी कहते है। इसे एब्डोमिनल कैंसर या स्टमक कैंसर भी कहा जाता है। इस कैंसर में पेट के भीतर ट्यूमर सेल्स असामान्य तरीके से बढ़ने लगता हैं। इस गंभीर बीमारी के कई सिम्टम्स भी होते है, जो हमें स्किन के साथ-साथ चेहरे पर भी दिखने लगते हैं।

हार्ट स्ट्रोक और किडनी की समस्याओं का भी बन सकता है कारन

नमक सोडियम से बना होता है और बहुत ज्यादा सोडियम इनटेक करने से आपके शरीर में एक्स्ट्रा लिक्विड जमा हो सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है। वक्त के साथ, हाई ब्लड प्रेशर ब्लड वेसल्स को क्षति पहुंचा सकता है। जिससे हार्ट डिजीज, हार्ट स्ट्रोक जैसी खतरनाक स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। बहुत ज्यादा सोडियम का सेवन किडनी की समस्याओं के रिस्क को भी बढ़ा सकता है।

नमक के सेवन और पेट के कैंसर के बारे में अध्ययन क्या कहता है

शोधकर्ताओं ने यूनाइटेड किंगडम के 500,000 से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण किया। कैंसर या किडनी की समस्या वाले लोग इस शोध का हिस्सा नहीं थे, जिसे अप्रैल 2024 में गैस्ट्रिक कैंसर जर्नल में प्रकाशित किया गया था। यह पाया गया कि जिन लोगों ने खाने में नमक डाला, उनमें गैस्ट्रिक या पेट के कैंसर होने का जोखिम उन लोगों की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक था, जिन्होंने कभी नमक नहीं डाला या शायद ही कभी नमक डाला।
नमक के सेवन और पेट के कैंसर के बीच संबंध का पता लगाने वाला यह पहला अध्ययन नहीं है। एडवांस इन न्यूट्रिशन एंड कैंसर में 2014 में प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, बहुत अधिक नमक और नमक युक्त खाद्य पदार्थों का लोगों में गैस्ट्रिक कैंसर के जोखिम पर एक मजबूत प्रतिकूल प्रभाव पाया गया था।

महिला पहलवान फोगाट ने सुसीका को हराया

महिला पहलवान फोगाट ने सुसीका को हराया 

अखिलेश पांडेय 
पेरिस। पेरिस में खेले जा रहे ओलंपिक-2024 में भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने धमाकेदार एंट्री करते हुए चार मर्तबा की वर्ल्ड चैंपियन जापानी महिला पहलवान को चारों खाने चित कर दिया है। महिलाओं के 50 किलोग्राम भार वर्ग में विनेश फोगाट ने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन को चारों खाने चित करते हुए उसे हार की धूल चटा दी है। 
मंगलवार को पेरिस ओलंपिक- 2024 के 11 वें दिन खेले गए कुश्ती के मुकाबले में महिलाओं के 50 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अपने सामने चुनौती बनी मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और चार मर्तबा की विश्व विजेता जापान की युई सुसीका को 3-2 से हराकर मुकाबला को जीत लिया है। 
चार बार की विश्व विजेता पहलवान को हराने वाली भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अब क्वार्टर फाइनल का टिकट कटा लिया है। सुसाकी ने अपने इंटरनेशनल करियर में इससे पहले अभी तक एक मर्तबा भी हार का सामना नहीं किया था, लेकिन भारतीय पहलवान के सामने वह टिक नहीं सकी।

वृक्षारोपण अभियान: 800 पौधों का रोपण किया

वृक्षारोपण अभियान: 800 पौधों का रोपण किया 

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। मनुष्य के जीवन में प्रकृति और वनस्पति का कितना महत्वपूर्ण योगदान है ? यह बात एक साधारण मनुष्य भी भली-भांति समझ सकता है। किंतु, विवेकी मनुष्य प्राकृतिक वनस्पति का विनाश करने को उद्धत है। मनुष्य अपने स्वार्थ में प्रकृति से उत्पन्न वृक्षों का विनाश करने का कार्य निरंतर करता जा रहा है। जिसका खामियाजा भविष्य में संपूर्ण मानव जाति को भुगतना होगा। इसी विशेष बात को ध्यान में रखते हुए जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल के द्वारा वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत 800 पौधों का रोपण किया गया है। 
यह कार्य विद्यालय प्रबंधन एवं विद्यार्थियों की सहयोग से संपन्न हो पाया है। जानकारी के अनुसार, जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल स्थित शहीद नगर करावल नगर के प्रधानाचार्य नितिन बंसल एवं नेहा वशिष्ठ के नेतृत्व में यह वृक्ष रोपण का कार्य किया गया है। रोटरी क्लब की अध्यक्षा अनुपमा चोपड़ा एवं युवा पीढ़ी कल्याण संस्था की निदेशक दीपाली डालमिया एवं विद्यालय प्रबंधन के सहयोग से विद्यालय और आसपास के इलाके में वृक्ष रोपण कर, जन कल्याण कार्य का महत्वपूर्ण कार्य किया है। इस अभियान के अंतर्गत समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया है। जलवायु परिवर्तन एवं वातावरण में वृक्षों का महत्व और उनकी विशेषता के विश्लेषण पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। भविष्य में प्राकृतिक विपदाओं का उन्मूलन मनुष्य के द्वारा निर्धारित कर दिया गया है। जिस प्रकार वृक्ष और पेड़ों का अभाव बढ़ता जा रहा है, उसी के प्ररोक्ष मनुष्य जीवन में प्राकृतिक अभाव के कारण कई विकट समस्याएं उत्पन्न हो रही है। सबसे महत्वपूर्ण यह बात है कि भविष्य में जैसे-जैसे वृक्ष कम होते जाएंगे, मानव जीवन में उसके सापेक्ष ऑक्सीजन की भारी कमी होती जाएगी। ऑक्सीजन के अभाव में मनुष्य को इसका भारी खामियाजा भुगतना होगा। यदि समय रहते आधुनिक मानव वृक्ष रोपण एवं वृक्ष के महत्व को जीवन में आत्मसात करें तो संभव हो सकता है कि एक बड़े संकट को टालने का काम किया जा सकता है। अन्यथा भविष्य में आने वाली पीढियां को हम केवल और केवल समस्याएं प्रदान करने का कार्य करेंगे। आधुनिकता और निजी स्वार्थी के कारण हम छोटे-छोटे महत्वपूर्ण कार्यों को महत्व नहीं दे रहे हैं, जिसके कारण इनके हमें दुष्परिणाम झेलने होंगे। 
वास्तव में वृक्षारोपण प्रत्येक मनुष्य का सार्वभौमिक धर्म है, जीवन में वृक्ष रोपण कर मानव जाति के हित में समर्पित भाव का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

सेना से आने वाले हर अग्निवीर को नौकरी मिलेंगी

सेना से आने वाले हर अग्निवीर को नौकरी मिलेंगी  राणा ओबरॉय  फरीदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा की चुनावी रैली में कहा कि सेना ...