मंगलवार, 6 अगस्त 2024

अगले 48 घंटों में 'भारत' छोड़ सकती हैं हसीना

अगले 48 घंटों में 'भारत' छोड़ सकती हैं हसीना 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री अगले 48 घंटों में भारत छोड़ सकती हैं। सूत्रों की मानें, तो हसीना यूरोप के किसी देश में जा सकती हैं। इसके अलावा अन्य देशों से भी उनकी बातचीत चल रही है। ऐसी भी चर्चा है कि वह रूस में भी शरण ले सकती हैं। फिलहाल शेख हसीना को गाजियाबाद स्थित हिंड़न एयरबेस के सेफ हाउस में रखा गया है।
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हलचल मची हुई है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना अभी भी हिंडन एयरबेस के सेफ हाउस में हैं, जिनकी आगे की रणनीति को लेकर सरकार में मंथन चल रहा है। उधर, बांग्लादेश में जल्द ही नई अंतरिम सरकार का गठन हो सकता है।  छात्रों ने अल्टीमेटम दिया था कि उन्हें न तो बांग्लादेश में सैन्य शासन कबूल है और न ही सैन्य समर्थित सरकार कबूल है। छात्रों के अल्टीमेटम के बाद बांग्लादेश के राष्ट्रपति मुहम्मद शहाबुद्दीन संसद भंग कर दी है।
इस बीच बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री अगले 48 घंटे में भारत छोड़ सकती हैं। 
सूत्रों की मानें, तो हसीना यूरोप के किसी देश में जा सकती हैं। इसके अलावा अन्य देशों से भी उनकी बातचीत चल रही है। ऐसी भी चर्चा है कि वह रूस में भी शरण ले सकती हैं। फिलहाल, शेख हसीना को गाजियाबाद स्थित हिंड़न एयरबेस के सेफ हाउस में रखा गया है। भारत ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की है।
यह भी बताया जा रहा है कि शेख हसीना को अन्य देश भेजने के लिए भारत द्वारा ही व्यवस्था की जाएगी।  कारण, वह जिस विमान से भारत आई थीं, वो बांग्लादेश वायुसेना का था और वापस पड़ोसी मुल्क जा चुका है।  ऐसे में अब शेख हसीना जिस भी देश में शरण लेने जाएंगी, वहां भारत अपने विमान से उन्हें पुख्ता सुरक्षा के साथ रवाना करेगा। इसको लेकर भी सरकार की बैठकें जारी हैं और तमाम मुद्दों को लेकर चर्चा चल रही है।

उपचुनाव से पहले राम नगरी पहुंचे 'सीएम' योगी

उपचुनाव से पहले राम नगरी पहुंचे 'सीएम' योगी 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले मंगलवार को राम नगरी पहुंचे। मिल्कीपुर से विधायक अवधेश प्रसाद के सांसद बन जाने से यह सीट खाली हुई है। दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे सीएम योगी ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी और रामलला का दर्शन-पूजन करने के साथ ही और निर्माण कार्यो की समीक्षा की। इसके बाद जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के लिए पहुंचे हैं। यहां मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए रणनीति पर मंथन होगा। बैठक में सपा के बागी विधायक अभय सिंह भी पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री के अयोध्या पहुंचने पर महापौर, विधायक समेत जनप्रतिनिधियों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने उनका स्वागत किया।
योगी मंगलवार शाम सबसे पहले रामकथा पार्क पहुंचे और यहां से सीधे हनुमानगढ़ी गए, जहां संकटमोचन हनुमान का दर्शन-पूजन किया। हनुमानगढ़ी में पुजारियों ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भी भेंट किया। योगी ने यहां दर्शन-पूजन के उपरांत अयोध्यावासियों और श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। इसमें कहा गया कि इसके बाद मुख्यमंत्री श्रीराम जन्मभूमि पहुंचे और श्री रामलला का विधिवत दर्शन-पूजन किया। मुख्यमंत्री ने श्री राम जन्मभूमि में किए जा रहे निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की और निरीक्षण भी किया।
दर्शन-पूजन के दौरान अयोध्या के प्रभारी एवं राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अमित सिंह चौहान, रामचंद्र यादव, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय आदि मौजूद रहे। इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव के दौरान अयोध्या पहुंचे थे जहां उस दौरान भी उन्होंने श्रीराम और संकटमोचन हनुमान के चरणों में हाजिरी लगाई थी।

अंतर्राज्यीय अवैध गांजा की तस्करी, 1 गिरफ्तार

अंतर्राज्यीय अवैध गांजा की तस्करी, 1 गिरफ्तार 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। थाना सोरांव पुलिस टीम द्वारा अंतर्राज्यीय अवैध गांजा की तस्करी करने वाला एक अभियुक्त गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 762.12 किलोग्राम अवैध गांजा (अनुमानित कीमत लगभग दो करोड़ रूपये/-) व 01 ट्रक बरामद किया गया। 
मंगलवार को डा जंग बहादुर यादव सहायक पुलिस आयुक्त सोरांव, प्रभारी निरीक्षक ब्रिजेश कुमार तिवारी, दरोगा विपिन कुमार, दरोगा देवेश चन्द्र, दरोगा आलोक सिंह, दरोगा मानवेन्द्र सिंह, दरोगा अमरेन्द्र सिंह व थाना सोरांव पुलिस टीम द्वारा मंगलवार को अभियुक्त बलकार सिंह पुत्र गुरूबचन सिंह निवासी समाना मण्डी थाना समाना जनपद पटियाला पंजाब को थाना सोरांव क्षेत्रान्तर्गत ग्राम लुसनपुर स्थित पुलिया के पास से एक ट्रक में लदे हुये कुल 762.12 किलोग्राम अवैध गांजा तथा एक अतिरिक्त नंबर प्लेट एवं एक की-पैड मोबाइल व एक मल्टीमिडिया फोन के साथ गिरफ्तार किया गया। उक्त गिरफ्तारी/बरामदगी के आधार पर थाना सोरांव पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई। उल्लेखनीय है कि अभियुक्त उपरोक्त द्वारा उड़ीसा राज्य से अवैध गांजा लाकर उत्तर प्रदेश व बिहार के विभिन्न जनपदों में वितरण किया जाता था।

5 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी बैटरी: रियलमी

5 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी बैटरी: रियलमी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। जल्द ही स्मार्टफोन की बैटरी 3 मिनट में 50 पर्सेंट और 5 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी। फोन चार्जिंग की इस शानदार टेक्नोलॉजी को रियलमी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी जल्द ही मार्केट में अपने नए फोन Realme GT 7 Pro को लॉन्च करने वाली है। खास बात है कि फोन के लॉन्च इवेंट में कंपनी अपनी 300 वॉट की फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी को भी शोकेस कर सकती है। टिपस्टर डिजिटल चैट स्टेशन ने एक वीबो पोस्ट में अपकमिंग GT 7 Pro के फीचर की जानकारी देते हुए कंपनी की 300 वॉट की सुपर फ्लैश चार्जिंग टेक्नोलॉजी का भी जिक्र किया है।
इसी साल जून में कंपनी के ग्लोबल मार्केटिंग हेड फ्रांसिस वॉन्ग ने एक इंटरव्यू नें कहा था कि कंपनी 300 वॉट की रैपिड चार्जिंग टेक्नोलॉजी को टेस्ट कर रही है। हालांकि, इस इंटरव्यू में उन्होंने इसके अलावा और कोई जानकारी नहीं दी। बताया जा रहा है कि रियलमी की 300 वॉट वाली चार्जिंग टेक्नोलॉजी फोन की बैटरी को तीन मिनट में 0% से 50% तक चार्ज कर देगी। वहीं, इसे फुल चार्ज होने में केवल 5 मिनट लगेंगे। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी आने वाले फ्लैगशिप डिवाइसेज में इस चार्जिंग टेक्नोलॉजी को ऑफर कर सकती है।
लीक रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी इस फोन में चारों साइड में माइक्रो कर्वेचर और फ्लैट OLED पैनल ऑफर करने वाली है। यह डिस्प्ले 1.5K रेजॉलूशन और LTPO टेक्नोलॉजी से लैस होगा। फोन 24जीबी तक की रैम और 1टीबी तक के इंटरनल स्टोरेज के साथ आ सकता है। प्रोसेसर के तौर पर इसमें आपको स्नैपड्रैगन 8 जेन 4 चिपसेट देखने को मिलेगा। फोन में फोटोग्राफी के लिए कंपनी 50 मेगापिक्सल के मेन कैमरा के साथ एक अल्ट्रावाइड ऐंगल लेंस और एक पेरिस्कोप टेलिफोटो कैमरा देने वाली है।
फोन की बैटरी 6000mAh की हो सकती है, जो 100 वॉट की चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन में आपको IP69 डस्ट और वॉटर रेसिस्टेंट रेटिंग मिलेगी। बायोमेट्रिक सिक्योरिटी के लिए फोन में कंपनी सिंगल-पॉइंट अल्ट्रासोनिक इन-स्क्रीन फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-291, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. बुधवार, अगस्त 07, 2024

3. शक-1945, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 36 डी.सै., अधिकतम- 41 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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सोमवार, 5 अगस्त 2024

भारत ने हसीना को शरण देने से इंकार किया

भारत ने हसीना को शरण देने से इंकार किया 

इकबाल अंसारी/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/ढाका। बांग्लादेश में हुए सत्ता पलट के बाद देश छोड़कर भारत भाग कर आई शेख हसीना को सूत्रों के अनुसार, भारत ने शरण देने से इंकार कर दिया है। सूत्रों ने मीडिया को बताया कि बातचीत के बाद भारत ने उनसे कहा कि वह हरसंभव मदद करेगा, लेकिन शरण नहीं दे पाएगा।पता चला है कि अब वह फिनलैंड या स्विट्जरलैंड जा रही हैं।
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बीच क्या पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में रहेंगी? पूर्व विदेश सचिव और बांग्लादेश में पूर्व राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने एएनआई से कहा, “मेरे लिए यह कहना मुश्किल है। ध्यान रखें कि शेख हसीना 1975 से लेकर 1979 तक यहीं थीं, जब वह अपने पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के बाद अपने देश वापस चली गईं। भारत ने कभी भी अपने पड़ोस में रहने वालों को सुरक्षित पनाह या शरण देने से इनकार नहीं किया है। लेकिन मेरा मानना ​​है कि कई अन्य स्थान हैं, जहां प्रधानमंत्री जा सकती हैं…।हम इस समय अटकलें नहीं लगा सकते।”
विदित रहे कि पडोसी देश बांग्लादेश में चल रहे आरक्षण विरोधी आंदोलन के चलते वहाँ हालात इस तरह बेकाबू हो गये कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा।
आपको बता दें कि एक दिन पहले यानी रविवार को बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़प में सैकड़ों लोगों की मौत हो गयी थी। बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए थे। देशभार में कर्फ्यू लगा दिया गया था और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। 
रविवार को हुई झड़पों से कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश में पुलिस और मुख्य रूप से छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली थीं। जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। प्रदर्शनकारी विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। जिसके तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है। बांग्लादेश में आरक्षण प्रणाली के तहत कुल 56 फीसदी सरकारी नौकरियां आरक्षित हैं। अब इन नौकरियां में से 30 फीसदी आरक्षण स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार वालों के लिए, 10 फीसदी आरक्षण पिछड़े प्रशासनिक जिलों के लिए, 10 प्रतिशत महिलाओं के लिए, पांच प्रतिशत आरक्षण जातीय अल्पसंख्यक समूहों के लिए और एक प्रतिशत दिव्यांग लोगों के लिए आरक्षित है।

आरक्षण: 21 अगस्त को 'भारत बंद' का ऐलान

आरक्षण: 21 अगस्त को 'भारत बंद' का ऐलान 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दिए गए फैसले से उबाल खाए दलित संगठनों की ओर से आगामी 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया है। 
देश की सर्वोच्च अदालत की ओर से पिछले सप्ताह एससी एसटी आरक्षण में उप कोटा तय करने को मंजूरी के बाद दलित संगठनों में उबाल आया हुआ है। अदालत का कहना है कि यदि राज्य सरकारों को लगता है कि एसी और एसटी वर्ग की कोई जाति ज्यादा पिछड़ी हुई है, तो उसके लिए सब कोटा निर्धारित किया जा सकता है। इतना ही नहीं सात जजो की संवैधानिक बेंच ने कहा है कि एससी और एससी-एसटी में क्रीमी लेयर की भी पहचान होनी चाहिए। 
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर जहां दलित नेता अपने वोट बैंक को सहेज कर रखने के लिए अदालत के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं, वहीं दलित संगठनों की ओर से आगामी 21 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया है। ट्विटर पर पिछले दो दिनों से लगातार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में चल रहे ट्रेंड के बीच सोमवार को कई दलित संगठनों ने 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान करते हुए कहा है कि केंद्र सरकार को संसद के जरिए सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को रोकना होगा।

यूपी: 2 साल के भीतर दो बार 'चुनाव' होंगे

यूपी: 2 साल के भीतर दो बार 'चुनाव' होंगे  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव के बाद जो भी सरकार बनेंगी। उसका का...