सोमवार, 29 जुलाई 2024

सिसोदिया की याचिका पर जवाब दाखिल किया

सिसोदिया की याचिका पर जवाब दाखिल किया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि दिल्ली की कथित आबकारी नीति घोटाले में भ्रष्टाचार और धनशोधन के अलग-अलग दर्ज मुकदमों के आरोपी पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है और प्रवर्तन निदेशालय को अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। 
न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ ने सुनवाई करते हुए पाया कि सीबीआई ने याचिका पर अपना जवाब दाखिल कर दिया, लेकिन यह रिकॉर्ड में नहीं है। पीठ ने इसके बाद ईडी को भी जवाब दाखिल करने को कहा और पूर्व उपमुख्यमंत्री को अगली सुनवाई पांच अगस्त से पहले अपना जवाब दाखिल करने की अनुमति दी। 
मनीष सिसोदिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता ए एम सिंघवी और सीबीआई तथा ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू की दलीलें सुनने के बाद पीठ ने कहा, “सीबीआई का जवाब दाखिल किया गया है, लेकिन रिकॉर्ड में नहीं है। अगर कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया है, तो उसे दाखिल किया जाए। ईडी का जवाब गुरुवार से पहले दाखिल किया जाए। मामले को अगली सुनवाई के लिए सोमवार को सूचीबद्ध करें।” एस वी राजू ने सुनवाई के दौरान कहा कि हमारा जवाब तैयार है, लेकिन हमें कुछ प्रारंभिक आपत्तियां हैं। उन्होंने कहा, “यह उसी आदेश को चुनौती देने वाली दूसरी विशेष अनुमति याचिका है, जिसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।” एस वी राजू की इस दलील पर आपत्ति जताते हुए सिंघवी ने कहा कि अभियोजक द्वारा इस तरह की आपत्ति जताना बहुत चौंकाने वाला और दुर्भाग्यपूर्ण है। मनीष सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा है कि वह 16 महीने से हिरासत में हैं। उन्होंने दलील दी कि मुकदमा उसी गति से चल रहा है, जिस गति से अक्टूबर 2023 में चल रहा था। याचिकाकर्ता मनीष सिसोदिया ने सीबीआई और ईडी द्वारा दर्ज मामलों में जमानत की गुहार लगाई है। सीबीआई ने अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में श्री सिसोदिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उन्हें 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था। आम आदमी पार्टी के नेता को निचली अदालत, दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने ईडी और सीबीआई दोनों मामलों में जमानत देने से इनकार कर दिया था। शीर्ष अदालत ने मनीष सिसोदिया की समीक्षा याचिका और क्यूरेटिव याचिका भी खारिज कर दी थी। याचिकाकर्ता ने निपटाई गई अपनी याचिका को पुनर्जीवित करने के लिए नया आवेदन दायर किया। निचली अदालत ने मार्च में श्री सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि वह प्रथम दृष्टया कथित घोटाले के ‘सूत्रधार’ हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली सरकार में अपने और सहयोगियों के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये की अग्रिम रिश्वत के कथित भुगतान से संबंधित आपराधिक साजिश में ‘सबसे महत्वपूर्ण भूमिका’ निभाई थी।

बजट: गठबंधन को खुश करने का प्रयास हुआ

बजट: गठबंधन को खुश करने का प्रयास हुआ 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा है कि मोदी सरकार ने 2024-25 का जो बजट पेश किया है, उसमें बेरोजगारी, महंगाई तथा अन्य समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और सिर्फ सरकार बचाने के दबाव में गठबंधन के सहयोगियों को खुश करने का प्रयास हुआ है। आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन ने लोकसभा में बजट 2024-25 पर चल रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह सरकार पूरी तरह से गठबंधन के साथियों पर निर्भर नजर आ रही है और इसी निर्भरता को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन दोनों दलों को खुश करने के लिए बजट में व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि बजट से साफ राजनीतिक संदेश गया है कि सरकार दबाव में काम कर रही है और उसमें आत्मविश्वास की कमी है इसलिए यह सरकार सिर्फ अपने सहयोगियों को खुश करने का प्रयास कर रही है। बजट में पारदर्शिता नहीं है। बजट में रोजगार के अवसर प्रदान करने के कोई उपाय नहीं किए गये हैं। बजट में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। केरल की बजट में पूरी तरह से उपेक्षा हुई है और यह उपेक्षा राजनीतिक कारणों से हुई है। समाजवादी पार्टी की डिम्पल यादव ने कहा कि सरकार ने किसान की आय 2022 तक दोगुनी करने का वादा किया गया था और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने का बात की गई थी, लेकिन सरकार ने अपना कोई वादा पूरा नहीं किया। उत्तर प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या के कारण किसान सो नहीं पा रहा है, उसके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। सरकार एक दशक से किसानों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा का बजट बढ़ाया जाना चाहिए और सात दिन की मजदूरी दी जानी चाहिए। सरकार ने शिक्षा बजट में भी कटौती की है और इससे साबित होता है कि सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर कुछ नहीं कर रही है। बेरोजगारी दर चरम पर है, लेकिन सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने सरकार पर जातिगत जनगणना कराने से बचने का आरोप लगाया और कहा कि उत्तर प्रदेश में अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार निष्क्रिय नजर है और उसने कोई कदम महिलाओं की सुरक्षा के लिए नहीं उठाए हैं। महिलाओं को आरक्षण देने का कानून पारित किया है लेकिन उसे लागू नहीं किया जा रहा है। तेलुगू देशम पार्टी के लवु श्रीकृष्ण देवरायलु ने कहा कि आध्र प्रदेश को विशेष बजट दिए जाने की ज्यादा चर्चा हो रही है लेकिन यह आंध्र प्रदेश को दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश विधान सभा में पहले बजट में 24 हजार करोड़ रुपए का बजट घाटा था, जो बढ़कर अब कई लाख करोड रुपए में पहुंच गया है। समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भगवान राम के नाम पर राजनीति तो करती है, लेकिन अयोध्या के विकास के लिये इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किये गये हैं । यहां तक कि बजट में अयोध्या का नाम तक नहीं आया। प्रसाद ने कहा कि अयोध्या में विकास के नाम पर गरीबों के घरों को ढहाया गया। राम पथ बनाने के लिये दो-दो पीढ़ियों पुराने मकान ढहा दिये गये। बच्चे, महिलायें, बुजुर्ग बिलखते रहे, लेकिन लोगों के मकानों पर बुलडोजर चला दिये गये। गुप्तार घाट में निषादों की बस्ती धराशायी की गयी, बाद में वहां दुकानें बनाकर करोड़पतियों को दे दी गयीं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में जमीनों की खरीद-फरोख्त में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गयी। दो करोड़ रुपये में खरीदी गयी जमीन दो घंटे बाद 18 करोड़ रुपये में बेच दी गई। इस तरह की धोखाधड़ी करने वाले भाजपा से जुड़े लोग हैं।अयोध्या को ठगा गया है। प्रसाद ने जमीन और वहां किये गये घोटाले की जांच के लिये सदन की एक समिति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि सदन की समिति से जांच कराने पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार दलित विरोधी है। वर्ष 2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में और वर्ष 2029 में केन्द्र में भाजपा का सफाया हो जायेगा। युवाजना श्रमिका रायतू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के पी वी मिथुनरेड्डी ने बजट चर्चा पर कहा कि आंध्र प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है, ऐसे में राज्य में निवेश कैसे आएगा ? वहां अपराध इतने बढ़ गये हैं कि उन (मियुनरेड्डी) पर भी हमला हुआ है। मिथुनरेड्डी ने विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र का निजीकरण न किये जाने की मांग करते हुये कहा कि लाभ में चल रहे संयंत्र को निजी हाथों में सौंपने की बात क्यों की जा रही है। उन्होंने विशाखापत्तनम में मेट्रो परियोजना को मंजूरी की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस सांसद शताब्दी राय ने कहा कि लोगों को बजट का इंतजार रहता है और वे पेट्रोलियम पदार्थों और दवाओं के दाम कम किये जाने, बैंक से लिये जाने वाले ऋण की ब्याज दरें कम किये जाने की अपेक्षा करते हैं। इस बजट में इन सब पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों के लिये कुछ नहीं किया गया। रोजगार सृजन के कोई खास उपाय नहीं किये गये। उन्होंने कहा कि बजट में सिर्फ दो राज्यों पर ही ध्यान केन्द्रित किया गया है। बाढ़ करीब-करीब हर राज्य में आती है, लेकिन पश्चिम बंगाल में बाढ़ के लिये कोई धनराशि आवंटित नहीं की गई है। हर राज्य में पर्यटन स्थल हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल को पर्यटन विकास के लिये कोई धन नहीं दिया गया। सांसद निधि की राशि नहीं बढ़ाई गई। उन्होंने कहा कि यह भाजपा बचाओ बजट (बीबीबी) है। केरल कांग्रेस के के. फ्रांसिस जार्ज ने कहा कि केरल में आर्थिक संकट है, लेकिन बार-बार मांग किये जाने के बावजूद राज्य को कोई विशेष सहायता नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि बजट देखने से स्पष्ट होता है कि सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है । केरल की बहुप्रतीक्षत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनाने की मांग पूरी नहीं की गई। उन्होंने कृषि स्वर्ण ऋण देने के प्रावधान किये जाने और उस पर ब्याज दर चार प्रतिशत रखे जाने की मांग की।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-283, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. मंगलवार, जुलाई 30, 2024

3. शक-1945, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दशमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 34 डी.सै., अधिकतम- 39 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय  (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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रविवार, 28 जुलाई 2024

निशानेबाज मनु ने भारत को पहला मेडल जिताया

निशानेबाज मनु ने भारत को पहला मेडल जिताया 

अखिलेश पांडेय 
पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में आज हिंदुस्तान की एक बेटी भारतीय निशानेबाज के तौर पर भाग ले रही थी। भगवान कृष्ण की भक्त यह निशानेबाज जब वह अपना गेम खेल रही थी, तब उसके मन में श्रीमद् भागवत गीता का वह श्लोक दौड़ रहा था, जब भगवान श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि अपना लक्ष्य पर ही फोकस करते हुए निशाना लगाओ और भगवान श्री कृष्ण का कहा गया वह वाक्य जेहन में रखते हुए इस निशानेबाज ने निशाना लगाया और भारत के हिस्से में पेरिस ओलंपिक का पहला मेडल डाल दिया। पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है और आज भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने निशानेबाजी में 221.7 का स्कोर कर 10 मीटर की एयर पिस्टल प्रतियोगिता में ब्रांज जीतकर भारत के हिस्से में पहला मेडल डाल दिया है। यह मेडल जीतने वाली मनु भाकर हिंदुस्तान की पहली भारतीय महिला निशानेबाज है, इससे पहले कोई भी महिला निशानेबाज यह कारनामा नहीं कर सकी है। भगवान कृष्ण की भक्त मनु भाकर रोज श्रीमद् भागवत गीता पढ़ती हैं और उसी से मनु भाकर के मन में यह विश्वास है की कर्म से ही जीत हासिल हो सकती है।  मनु भाकर का कहना है कि जब गेम चल रहा था तब उसके दिमाग में श्रीमद भागवत गीता का भगवान कृष्ण का वाक्य चल रहा था जब वह अर्जुन को निशाने लगाते समय अपने लक्ष्य पर ही फोकस करने को कहते हैं। मनु भाकर कहती हैं कि उन्होंने भगवान कृष्ण के इस वाक्य को अपने जेहन में रखा और उन्होंने निशाना लगाते हुए ब्रांज मैडल जीता। दरअसल मनु भाकर हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव की रहने वाली है। मनु भाकर को बचपन से ही निशानेबाजी का शौक था। अपनी बेटी के इसी हुनर को देखते हुए उनके पिता ने जब मनु भाकर 18 साल की हुई तो नौकरी छोड़ दी और अपनी लाइसेंस की पिस्टल के साथ मनु भाकर को प्रशिक्षण के लिए ले जाने लगे।  दरअसल 18 साल की उम्र में मनु भाकर को देश के जाने-माने शूटर रहे जसपाल सिंह राणा ने कोचिंग दी। मनु भाकर ने वैसे तो कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया लेकिन साल 2023 के एशियन शूंटिंग चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर की पिस्टल प्रतियोगिता में मनु भाकर ने पांचवा स्थान हासिल किया था। इस प्रतियोगिता में मनु भाकर ने भले ही पांचवा स्थान हासिल किया था लेकिन यहां से पेरिस ओलंपिक 2024 में जाने का रास्ता मनु भाकर के लिए खुल चुका था और तब से मनु भाकर लगातार पेरिस ओलंपिक के लिए तैयारी में जुटी हुई थी। अब 10 मीटर के एयर पिस्टल प्रतियोगिता में मनु भाकर ने मैडल जीतकर भारतवासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है। मनु भाकर के मेडल जीतने के बाद से ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित सभी लोगों ने उसको बधाई दी और कहा कि देश की बेटी ने देश का मान बढ़ाया है। इसके साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने तो कहा कि हरियाणा की बेटी ने पेरिस ओलंपिक में मेडल लाकर हरियाणा के लोगों को गर्व से भर दिया है।

रोजाना चावल के पानी का सेवन करना फायदेमंद


रोजाना चावल के पानी का सेवन करना फायदेमंद 

सरस्वती उपाध्याय 
आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। चावल बनाने के बाद हम अक्‍सर पानी को फेंक देते हैं, लेक‍िन चावल के पानी से बहुत-सी समस्‍याएं दूर हो सकती है। चावल का पानी रोजाना पीने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। चावल का पानी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के साथ आपकी त्‍वचा और बालों के लिए भी लाभकारी होते हैं।

आइए, जानें चावल के पानी के फायदे

तुरंत दे एनर्जी

यह आपकी बॉडी के लिए एनर्जी का सबसे अच्‍छा स्रोत है। जी हां इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है जो दिनभर आपको थकान महसूस नहीं होने देता है और एनर्जी को बनाए रखता है। सुबह के समय इस पानी को पीना एनर्जी बूस्ट करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। इसके अलावा चावल का पानी विटामिन से भरपूर होता है, इसमें विटामिन बी, सी, ई और मिनरल पाए जाते हैं जो थकान को दूर करने में मददगार होते हैं।

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए

चावल का पानी आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने और आपको डिहाइड्रेशन से बचाने में मददगार है। यह एक बेहतरीन समर ड्रिंक का काम करती है, जो शरीर को ठंडा और हाइड्रेट भी रखती है। इसलिए आप गर्मी के दिनों में भी घर से बाहर निकलने से पहले एक गिलास चावल का पानी पी सकते हैं।

दस्‍त में फायदेमंद

एक अध्ययन मे भी पाया गया है कि चावल का पानी दस्त के लिए एक प्रभावी उपाय है क्योंकि यह मल की मात्रा और आवृत्ति को कम करता है। इसके अलावा, चावल का पानी पीने से पाचन तंत्र ठीक रहता है और यह आपको कब्‍ज से राहत दिलाने में भी सहायक है।

त्‍वचा के लिए फायदेमंद

चावल का पानी त्वचा की जलन को दूर करने और  हेल्‍दी स्किन में मदद करता है। आप रोजाना दो बार ठंडे चावल के पानी से अपना चेहरा धो सकते हैं, इससे आपको ग्‍लोइंग स्किन मिलेगी। चावल का पानी एक टोनर और फेसवॉश के रूप में भी काम करता है। यह आपकी त्वचा के रोम छिद्रों को साफ करता है और कसता है। इतना ही नहीं, यह एक ऐंटीएजिंग प्रॉडक्‍ट के रूप में काम करता है।

हेल्‍दी और मजबूत बालों को बढ़ावा

चावल का पानी आपके बालों को पोषण देने का काम करता है और उन्‍हें नुकसान से बचाता है। चावल के पानी में विटामिन ए, सी, डी, और ई होता है जो बालों की खोई चमक वापस लाने और उनके विकास को बढ़ावा देता है। चावल के पानी से बाल धोने से आपके बाल मुलायम, मजबूत और शाईनी होते हैं।

पेट की समस्या

अगर आपको हमेशा पेट की समस्या रहती है तो आपको इसके लिए चावल का पानी पीना चाहिए। लोकिन चावल का मांड खाने से खाना पचाने में आसानी होती है। चावल में दूध मिलाकर 20 मिनट तक ढककर रख दीजिए। इसके बाद इसको खाने से आपको इस समस्या से लाभ मिल जाएगा।

दिमागी विकास के लिए

अगर आप चावल के पानी का रोजाना सेवन करते है तो आपके दिमाग के लिए ये काफी फायदेमंद होता है। इससे आपका दिमागी विकास होता है और आपको अल्झाइमर जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है। आपको इसका सेवन रोजाना करना चाहिए।

कैंसर से बचाव

चावल के पानी का सेवन आपके सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। ये आपको कैंसर जैसी समस्याओं से बचाता है। इसलिए आपको इसका सेवन करना चाहिए।

ट्यूमर को दबाता है

आपको बता दें की आपको ट्यूमर की समस्या अगर होने वाली है और आप इसका सेवन करते है, तो ये आपकी ट्यूमर की समस्या को दबाता है। इसके सेवन से आपको ट्यूमर नहीं होता है।

राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति की

राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति की

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कई राज्यों के राज्यपाल को बदलते हुए कुछ राज्यों में नए गवर्नर की नियुक्ति कर दी है। इनमें बरेली के पूर्व सांसद संतोष कुमार गंगवार को झारखंड का नया राज्यपाल बनाया गया है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों की तैनाती कर दी है। राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार राजस्थान में हरिभाऊ बागडे, तेलंगाना में जिष्णु देव शर्मा, सिक्किम में ओमप्रकाश माथुर, झारखंड में संतोष कुमार गंगवार, महाराष्ट्र में सीपी राधाकृष्णन, पंजाब में गुलाबचंद कटारिया, असम में लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम के साथ-साथ मणिपुर का भी अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। इसके साथ ही मेघालय में सी एच विजय शंकर तो छत्तीसगढ़ में रमेन डेका को नए राज्यपाल के तौर पर तैनाती दी गई है। पंजाब के वर्तमान राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। उनकी जगह गुलाबचंद कटारिया को पंजाब का नया राज्यपाल बनाया गया।

1200 मेगावाट की परियोजना को मंजूरी दी

1200 मेगावाट की परियोजना को मंजूरी दी

बृजेश केसरवानी 
सोनभद्र। प्रदेश सरकार ने सोनभद्र जिले की रॉबर्ट्सगंज तहसील में टीएचडीसी इंडिया की 1200 मेगावाट की पंप स्टोरेज पावर प्लांट परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दी है। परियोजना की अनुमानित लागत 6600 करोड़ रुपये है। इस परियोजना से प्रतिदिन 6 घंटे 36 मिनट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है।
परियोजना के लिए 300.55 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। जलाशय के प्रारंभिक भरने में सालाना 15.031 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी एवं वाष्पीकरण से होने वाली हानि के कारण 1.7112 एमसीएम पानी की आवश्यकता होगी। जलापूर्ति का स्रोत सोन नदी होगी। मुख्य सचिव तथा अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पंप स्टोरेज पावर (पीएसपी) परियोजनाओं को सैद्धांतिक मंजूरी देने के लिए इन्वेस्ट यूपी को नोडल एजेंसी बनाया गया है। 
आईआईडीसी की अध्यक्षता में इन्वेस्ट यूपी के सीईओ को मेंबर सेक्रेटरी बनाकर एक समिति बनाई गई है। इस समिति में ऊर्जा विभाग, उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी, सिंचाई विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग एवं केंद्रीय जल आयोग के प्रतिनिधि शामिल हैं। राज्य सरकार सोन नदी से आवश्यक जल के आवंटन और पुनः भरने के प्रावधानों को सुव्यवस्थित करने के लिए जिम्मेदार होगी। जल निकासी की अनुमति केवल बाढ़ अवधि के दौरान दी जाएगी और इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों के सिंचाई विभागों से अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
प्रदेश सरकार ने 10 पीएसपी संयंत्रों के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। इनमें से 8 परियोजनाएँ सोनभद्र में होंगी ,जबकि चंदौली एवं मिर्जापुर जिलों में एक-एक संयंत्र स्थापित होगा। सोनभद्र में स्थापित परियोजनाओं से सामूहिक रूप से 14,450 मेगावाट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है, जबकि मिर्जापुर तथा चंदौली में स्थापित परियोजनाएँ क्रमशः 900 मेगावाट तथा 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेंगी। इन्वेस्ट यूपी ने परामर्श अध्ययन के लिए टेंडर के ज़रिये निविदा आमंत्रित करेगी। कंसल्टेंसी फर्म द्वारा किए गए अध्ययन से पीएसपी परियोजनाओं की भविष्य की संभावनाओं का आंकलन किया जाएगा, विशेष रूप से चित्रकूट, झांसी, वाराणसी एवं विंध्याचल जैसे प्राकृतिक ढाल वाले क्षेत्रों में।

सेना से आने वाले हर अग्निवीर को नौकरी मिलेंगी

सेना से आने वाले हर अग्निवीर को नौकरी मिलेंगी  राणा ओबरॉय  फरीदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा की चुनावी रैली में कहा कि सेना ...