गुरुवार, 18 जुलाई 2024

'जिला आयुष समिति' की मासिक बैठक संपन्न

'जिला आयुष समिति' की मासिक बैठक संपन्न 

इकबाल अंसारी 
गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार, कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला आयुष समिति की मासिक बैठक संपन्न हुई। 
बैठक में पूर्व निर्धारित बैठक एजेण्डे के अनुसार निर्णय लेते हुए जिलाधिकारी महोदय ने विशेष रूप से जनपद गाजियाबाद के कांवड़ मार्गों पर कैम्प लगाकर कांवड़ यात्रियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने हेतु क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. अशोक कुमार राना को निर्देश दिए। 
साथ ही कहा कि कांवड़ मार्ग पर कैम्प लगाकर कांवड़ यात्रियों सहित अन्य शिवभक्त यात्रियों को जरूरत के अनुसार दवाई, पटृी सहित अन्य चिकित्सीय सेवाऐं उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक में जनपद के आयुष समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा० अशोक कुमार राना, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी एवं समिति सदस्य, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम प्रबन्धक, आयुष उपस्थित रहे।

'जल निकासी' की समस्या, बैठक आहूत हुई

'जल निकासी' की समस्या, बैठक आहूत हुई

अश्वनी उपाध्याय 
गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार, कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में फरीदनगर में जल निकासी की समस्या को लेकर बैठक आहूत हुई।
फरीदनगर की ईओ आंचल पांडेय ने जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया कि फरीदनगर में जल निकासी ना होने से स्थानीय लोगों के घरों का दू​षित पानी तालाबों में जाता है, जिसका निवारण करना अति आवश्यक हैं। 
जिलाधिकारी श्री इन्द्र विक्रम सिंह ने बैठक में उपस्थित प्रोजेक्ट मैनेजर सीएनडीएस श्री रणजीत कुमार को उक्त समस्या के निदान हेतु आदेशित किया। जिस पर प्रोजेक्ट मैनेजर ने अवगत कराया कि उस कार्य के निस्तारण हेतु फरीदनगर में सर्वे कराकर डीपीआर तैयार की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य को शीघ्र गुणवत्तापूर्ण पूरा कराया जाए। सर्वे और डीपीआर हेतु 30 जुलाई 2024 तक का समय निर्धारित किया गया।
बैठक में जिला सूचना अधिकारी श्री योगेन्द्र प्रताप​ सिंह, जेई फरीदनगर स्मृति गुप्ता सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।

कई जिलों के लिए तात्‍कालिक अलर्ट जारी किया

कई जिलों के लिए तात्‍कालिक अलर्ट जारी किया 

इकबाल अंसारी 
रांची। झारखंड के कई जिलों के लिए तात्‍कालिक अलर्ट जारी किया गया है। इसके अनुसार अगले 1 से 3 घंटें में इन जिलों के कई इलाकों में वज्रपात होने के साथ आंधी चलने की आशंका है। कई जगह बारिश हो सकती है। रांची मौसम केंद्र ने यह जानकारी दी है।

चलेगी तेज हवा
मौसम केंद्र के अनुसार कुछ स्‍थानों पर तेज गति से हवा चलने की आशंका है। इसकी स्‍पीड 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है।
अलर्ट को देखते हुए सतर्क और सावधान रहें। सु‍रक्षित स्‍थान में शरण लें। पेड़ के नीचे खड़ा नहीं रहें। बिजली के पोल से दूर रहें। किसान अपने खेत में नहीं जाएं। मौसम सामान्‍य होने का इंतजार करें। बिजली के उपकरणों का उपयोग नहीं करें।

इन जिलों में असर
मौसम केंद्र के मुताबिक, इसका प्रभाव पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, बोकारो, धनबाद, खूंटी, रांची, गुमला, हजारीबाग, लोहरदगा, रामगढ़ जिले के कुछ भागों में देखने को मिलेगा।

पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप, धरना-प्रदर्शन

पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप, धरना-प्रदर्शन 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। मुज़फ्फरनगर के बुढ़ाना कोतवाली में पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। भाकियू पदाधिकारियों का आरोप है कि अटेरना गांव के निवासी लूट के आरोपियों को ग्रामीणों द्वारा खुद पुलिस को सौंपा गया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर करते हुए उनके पैरों में गोली मार दी।
भाकियू ने इंस्पेक्टर और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस धरने में भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। धरना दें रहे किसानों के बीच सांसद हरेंद्र मलिक भी पहुंचे और उन्होंने किसानों का समर्थन किया।

सद्भाव को नुकसान, बहाने ढूंढ़ती रहती है सरकार

सद्भाव को नुकसान, बहाने ढूंढ़ती रहती है सरकार 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। कांवड़ यात्रा के दौरान मुजफ्फरनगर पुलिस के फरमान पर विपक्षी दलों ने प्रहार करते हुए कहा है कि सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के बहाने ढूढती रहती है। दरअसल, मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा शुरु होने से पहले रुट पर पड़ने वाले ठेले ढाबे वालों को अपना नाम लिखने का सुझाव दिया है। पुलिस की एडवाइजरी में बताया गया कि यात्रा के रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलों पर विक्रेता का नाम लिखना जरूरी होगा। इस मामले में एतराज जताने के बाद में पुलिस ने एक और निर्देश जारी कर बताया कि होटल, ढाबों के मालिक अपनी ‘इच्छा’ से अपना नाम और रेट कार्ड दुकान के बाहर लगा सकते हैं। पुलिस का कहना है कि कई बार रेट और धर्म को लेकर कांवड़ियों में लड़ाई हुई है। जिसे देखते हुए ये फैसला लिया गया था। उधर, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पुलिस के इस कृत्य को सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई करार दिया है। 
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सामाजिक सद्भाव की दुश्मन है। समाज का भाईचारा बिगाड़ने का वह कोई न कोई बहाना ढूंढ़ती रहती है। भाजपा का उद्देश्य समाज को बांटना और परस्पर सौहार्द को क्षति पहुंचाना होता है। भाजपा की इन्हीं विभाजनकारी नीतियों के चलते प्रदेश का सामाजिक वातावरण प्रदूषित हो रहा है। उन्होने कहा कि कांवड़ यात्रा को लेकर मुजफ्फरनगर पुलिस ने नया फरमान जारी किया है कि ठेले-ढाबे सहित सभी दुकानदार अपना नाम बाहर जरूर लिखें। इसके पीछे सरकार की मंशा अल्पसंख्यक वर्ग को समाज से अलग बांटने और उन्हें शक के दायरे में लाने की है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट किया “ पश्चिमी यूपी व मुजफ्फरनगर जिला के कांवड़ यात्रा रूट में पड़ने वाले सभी होटल, ढाबा, ठेला आदि के दुकानदारों को मालिक का पूरा नाम प्रमुखता से प्रदर्शित करने का नया सरकारी आदेश यह गलत परम्परा है, जो सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ सकता है। जनहित में सरकार इसे तुरन्त वापस ले।”  मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ़ से कांवड़ियों के गुज़रने वाले रास्ते पर हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को अपना नाम का बोर्ड लगाने के आदेश की हम मज़म्मत करते हैं। इसलिए मज़म्मत करते हैं। क्योंकि, ये संविधान के धारा 17 के खिलाफ है।

सरकार ने असम रिपीलिंग बिल को मंजूरी दी

सरकार ने असम रिपीलिंग बिल को मंजूरी दी

इकबाल अंसारी 
दिसपुर। असम सरकार राज्य में मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम को निरस्त करेगी। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। इन दोनों कानूनों को निरस्त करने के लिए गुरुवार को कैबिनेट में असम रिपीलिंग बिल यानी असम निरसन अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। सीएम सरमा ने ऐलान किया है कि अब इस निरसन विधेयक को विधानसभा में रखा जाएगा। 
विवाह और तलाक के पंजीकरण में समानता लाने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने गुरुवार को असम निरसन विधेयक को मंजूरी दे दी है। सीएम हिमंत ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि इस बिल का उद्देश्य असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम, 1935 और असम  मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण नियम, 1935 को निरस्त करना है। असम कैबिनेट की ओर से मंजूर असम रिपीलिंग अधिनियम को अब विचार के लिए असम विधानसभा के अगले मानसत्र सत्र में रखा जाएगा। कैबिनेट ने यह भी फैसला किया है कि असम में मुस्लिम विवाहों के पंजीकरण के लिए एक उपयुक्त कानून लाया जाए, जिस पर विधानसभा के अगले सत्र तक विचार किया जाएगा। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखी पोस्ट में कहा है कि हमने बाल विवाह के अतिरिक्त सुरक्षा उपाय कर अपनी बेटियों और बहनों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सीएम ने आगे लिखा है कि कैबिनेट की बैठक में हमने असम रिपीलिंग बिल 2024 के माध्यम से असम मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम और नियम 1935 को निरस्त करने का निर्णय लिया है।

गंगा में डूबा आधा गुरुद्वारा, बाढ़ का खतरा

गंगा में डूबा आधा गुरुद्वारा, बाढ़ का खतरा 

संदीप मिश्र 
कानपुर। मानसूनी बारिश लगातार अपना कहर बरपाते हुए लोगों को जान और माल का नुकसान पहुंचाने में लगी है। गंगा के तट पर बना गुरुद्वारा आधा पानी में डूब गया है। बाढ़ से हो रही तबाही ऐसे हालातों में है, जब राज्य के 63 शहरों में बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी है। 
बृहस्पतिवार को कानपुर में पूरी तरह से उफान पर आई गंगा में सरसैया घाट स्थित गुरुद्वारा आधे से ज्यादा पानी में डूब गया है। गंगा का जल स्तर लगातार तेजी के साथ ऊपर की तरफ बढ़ रहा है। सरसैया घाट स्थित गुरुद्वारा और घाट को पूरी तरह से जलमग्न कर चुका बाढ़ का पानी अब किसी भी समय लोगों के घरों के भीतर घुसकर अपना डेरा जमा सकता है। 
हालांकि, पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन पानी के आगे उनका कोई इंतजाम मूर्त रूप नहीं ले रहा है। उधर लखनऊ में दोपहर के आसमान में छाये बादलों ने कुछ इलाकों में बरसना शुरू कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि बारिश के बाद भी भीषण उमस की स्थिति बनी हुई है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...