'बैंकर्स उन्मुखीकरण' कार्यशाला का आयोजन
कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. रवि किशोर त्रिवेदी की अध्यक्षता में उदयन सभागार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वाधान में एक दिवसीय 'बैंकर्स उन्मुखीकरण' कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थित बैंकर्स से कहा कि महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से महिला स्वयं सहायता समूहों का संचालन कराया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह को सशक्त बनाने में बैंकर्स अपनी महती भूमिका अदा करें। समूह गठन के बाद उनके खाते खोलने, रिवाल्विंग फंड, सीसीएल से उन्हें लाभान्वित कराया जाएं। उन्होंने कहा कि एनआरएलएम योजना के अन्तर्गत ग्राम के गरीब परिवार की महिलाओं को समूह से जोड़कर उनको आजीविका के क्षेत्र में कार्य कराकर उनकी आजीविका संवर्धन कराएं। उन्होंने कहा कि समूह एसएचजी लोन लेने तक सीमित न रहकर,उससे पैसा कमाते हुए आत्मनिर्भर बनें। बैंकर्स एसएचजी के लोनदाता के साथ मार्गदर्शक की भूमिका अदा करें, स्वयं सहायता समूहों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाएं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर लोन दें। लोगों द्वारा की गई छोटी-छोटी मदद बड़े बदलाव का वाहक बनती हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बैंक सखी एवं शाखा प्रबंधक अपने कार्यो में सुधार लाएं, जिससे शाखाओं पर दबाव कम हो और बैंक सखियों के आजीविका का एक सशक्त माध्यम सिद्ध हो सकें। उन्होंने कहा, कि बीसी सखियों द्वारा वित्तीय लेनदेन से बैंक शाखाओं पर कार्य का दबाव कम हुआ है। इनके व्यवसाय को शाखाओं द्वारा बूस्ट देने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त बैंक क्रेडिट लिंकेज,जो ग्रामीण गरीब परिवारो के आजीविका का एक सशक्त माध्यम है। सीएम डैशबोर्ड पर भी सम्मिलित हैं। इसमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यशाला में राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद श्री शुभंकर झा व एम0पी0 सिंह द्वारा बैंकों को एनआरएलएम के विभिन्न चरणों एवं सीसीएल के महत्वपूर्ण बिन्दुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।