रूस ने 'मोबाइल न्यूक्लियर' मिसाइल का टेस्ट किया
अखिलेश पांडेय
मॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से लड़ाई चल रही है। अब रूस ने 'मोबाइल न्यूक्लियर' मिसाइल का टेस्ट किया है। रक्षा मंत्रालय के हवाले से ये बात सामने आई है, यार्स मिसाइल लांचर दल दो यूनिट से आगे बढऩे के लिए तैयार है।
वहीं, 100 किलोमीटर दूर तैनाती के लिए इस मिसाइल का टेस्ट किया जा रहा है, बताया जा रहा है भविष्य में कई और अधिक दल अभ्यास में शामिल होंगे।
इस मिसाइल की खास बात ये है कि ये मोबाइल बेस्ड मिसाइल है, इसे ट्रक की मदद से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। रूस इससे पहले भी अपनी कई मिसाइल को टेस्ट कर चुका है। रूस ने हाल ही में कपुस्टिन यार रेंज से टॉप सीक्रेट इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की टेस्टिंग की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मिसाइल परमाणु हमला करने में कारगर है। इस मिसाइल का जोर रूस की सुरक्षा पर है,ये रूस की सुरक्षा को पुख्ता करने में मदद करेगी। ये एक सॉलिड फ्यूल मिसाइल है, इसे जमीन पर किसी चलती गाड़ी में तैनात किया जा सकता है।
पश्चिमी क्षेत्र में हमला कर सकते हैं हथियार
वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध की अगर बात करें तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों को बढ़ती भागीदारी पर चिंता जताई थी। उनका कहना था कि अगर पश्चिमी देश इस युद्ध में शामिल होंगे तो ऐसे में इंटरनेशनल न्यूक्लियर वारÓ का खतरा बढ़ जाएगा। पुतिन ने ये भी कहा था कि हमारे पास ऐसे हथियार भी हैं, जो पश्चिमी क्षेत्र में अपने-अपने टारगेट पर हमला कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा था हम पश्चिमी देशों को सलाह दे रहे हैं न कि डरा रहे हैं। यूक्रेन के साथ नाटो देशों के आने पर परमाणु संघर्ष का वास्तविक खतरा पैदा हुआ है, जिसका मतलब हमारी सभ्यता का विनाश होगा।