बुधवार, 3 जुलाई 2024

सीएम ने सिंचाई विभाग की समीक्षा की, निर्देश दिए

सीएम ने सिंचाई विभाग की समीक्षा की, निर्देश दिए 

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए, कि शहरों के मास्टर ड्रेनेज प्लान तथा फ्लड प्लैन जोनिंग के कार्यों में तेजी लाई जाए। जल स्तर बढ़ाने के लिए बांधों से सिल्ट निकालने और ड्रेजिंग सिस्टम के लिए 02 माह के अन्दर ठोस प्लान बनाकर प्रस्तुत किये जाने के साथ पिंडर और कोसी नदी को आपस में जोड़ने के लिए राज्य स्तर पर की जाने वाली सभी कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों में शुद्ध पानी जाए, इसके लिए ऐसे नाले भी चिन्हित किये जाए जहां एसटीपी नहीं लगे हैं। घाटों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ सुरक्षा के कार्यों में तेजी लाई जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा बढाने तथा नहरों के अनुरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए, कि जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना और सौंग बांध पेयजल परियोजना पर कार्य जल्द शुरू हो, इसके लिए सितम्बर तक सभी कार्यवाही पूर्ण की जाए। जमरानी बांध परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 710 करोड़ रूपये के बजट का प्राविधान किया गया है।
इस परियोजना से हल्द्वानी शहर एवं उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में 117 एम.एल.डी पैयजल की उपलब्धता, लगभग 57 हजार हैक्टैयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन किया जाएगा। जबकि, सौंग बांध परियोजना से देहरादून शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 2053 तक की अनुमानित आबादी के लिए 150 एम.एल.डी. ग्रविटी से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सौंग बांध के लिए 300 करोड़ के बजट का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नैनीताल जनपद के बलियानाला भूस्खलन क्षेत्र का उपचार कार्य, चमोली जनपद के हल्दापानी लॉ कॉलेज के निकट भूधसांव और भूस्खलन की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक कार्य और पिथौरागढ़ के धारचूला विकासखण्ड में ग्वालगांव भूस्खलन उपचार के कार्य जल्द पूर्ण किए जाएं।
बैठक में जानकारी दी गई कि स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने, पर्यटन विकास मत्स्य पालन एवं भू जल संवंर्द्धन लिए पिथौरागढ़ में थरकोट झील, चम्पावत में कोलीढ़ेक झाल अल्मोड़ा में गगास नदी पर जलाशय का निर्माण किया गया है। धारचूला में काली नदी पर स्थित घटगाढ़ नाले से भारत-नेपाल पुल तक तटबन्ध सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया है। राज्य के 14 महत्वपूर्ण शहरों में ड्रेनेज प्लान पर कार्य किया जा रहा है, देहरादून का सर्वे पूरा कर लिया गया है।
बैठक में उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डा. पराग मधुकर धकाते एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-257, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, जुलाई 04, 2024

3. शक-1945, आषाढ़, कृष्ण-पक्ष, तिथि-त्रयोदशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 06:03, सूर्यास्त: 06:43।

5. न्‍यूनतम तापमान- 39 डी.सै., अधिकतम- 25+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

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मंगलवार, 2 जुलाई 2024

स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है 'मोरिंगा' के पत्ते

स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है 'मोरिंगा' के पत्ते 

सरस्वती उपाध्याय 
सेहत के लिए मोरिंगा के पत्ते को चमत्कारिक माना जाता हैं। मोरिंगा के पत्तों के विशेष गुण शरीर में कई सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं। मोरिंगा के पत्तों का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
आइये जानते है कि,मोरिंगा के पत्तों को चबाने से आपके शरीर में कौन-कौन से सकारात्मक बदलाव हो सकते हैं ?

पोषण की भरपाई

मोरिंगा के पत्तों में विटामिन ए, सी, ई, और बी-कॉम्प्लेक्स, कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन और फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। नियमित सेवन से आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और आप हेल्दी रहते हैं।

इम्यून सिस्टम को मजबूती

मोरिंगा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इससे आपका शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।

हार्ट हेल्थ

मोरिंगा के पत्ते ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इनमें मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम हार्ट की धड़कन को रेगुलेट रखने में सहायक होते हैं, जिससे हार्ट रिलेटेड डिजीज का खतरा कम होता है।

शुगर लेवल को कंट्रोल करना

मोरिंगा के पत्तों में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। इससे डायबिटीज के मरीजों को लाभ मिलता है।

टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं बुमराह

टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं बुमराह 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में टी-20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था। इस टूर्नामेंट में जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और इसी गेंदबाजी की वजह से ही भारतीय टीम टी-20 वर्ल्ड कप 2024 को अपने नाम किया है।
लेकिन अब जसप्रीत बुमराह के बारे में एक ऐसी खबर सुनने को मिल रही है जिसके बाद सभी समर्थक बेहद ही मायूस हो गए हैं। दरअसल बात यह है कि, पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर यह खबर आ रही है कि, जसप्रीत बुमराह ने टी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया है।

जसप्रीत बुमराह ले सकते हैं टी-20 से संन्यास !

टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह के बारे में यह खबर आ रही है कि, ये अब जल्द से जल्द टी-20 क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में विचार सकते हैं। दरअसल बात यह है कि, जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के सबसे प्रमुख हथियार हैं और अगर ऐसे में ये अगर ज्यादा क्रिकेट में भाग लिए। तो फिर चोटिल होने का खतरा लगातार बना रहेगा। इसी वजह से कहा जा रहा है कि, बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए ये टी-20 क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में विचार कर लिया है।

युवा खिलाड़ियों को मिलेगा मौका

अगर जसप्रीत बुमराह टी-20 क्रिकेट से अपने संन्यास का ऐलान करते हैं, तो फिर उनकी जगह पर मैनेजमेंट युवा खिलाड़ियों को मौका देते हुए दिखाई दे सकती है। जसप्रीत बुमराह जब टी-20 क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करेंगे तो फिर वो ओडीआई और टेस्ट क्रिकेट में अधिक ध्यान देंगे और इसी वजह से भारतीय क्रिकेट का फायदा होगा। एक्सपर्ट्स की मानें तो वर्कलोड कम होने की वजह से मैनेजमेंट इन्हें आगामी 'चैंपियंस ट्रॉफी 2025' और 'वर्ल्डटेस्ट चैम्पियनशिप 2025' की तैयारियों के लिए भेज सकती है।

कुछ इस प्रकार है जसप्रीत बुमराह का टी-20 करियर

अगर बात करें, टीम इंडिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक जसप्रीत बुमराह के क्रिकेट करियर की तो इनका क्रिकेट करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने भारतीय टीम के लिए खेले गए 70 मैचों की 69 पारियों में 17.74 की औसत और 6.27 की इकॉनमी रेट से 89 विकेट अपने नाम किए हैं। जसप्रीत बुमराह के इसी आकड़े देखने के बाद इन्हें दुनिया का सबसे खतरनाक गेंदबाज माना जाता है।

यूक्रेनी सैनिकों का बेलारूस सीमा पर जमावड़ा

यूक्रेनी सैनिकों का बेलारूस सीमा पर जमावड़ा 

अखिलेश पांडेय 
मॉस्को। रूस ने कहा है कि बेलारूस की सैन्य रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी सैनिकों का उसकी सीमा पर लगातार जमावड़ा हो रहा है, यह चिंता का विषय है। वहीं, यूक्रेन के सीमा गार्ड की ओर से इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया है। बेलारूस 28 माह से चल रहे युद्ध में रूस का निकट सहयोगी है। वह रूस का लगातार समर्थन कर रहा है।

बेलारूस की सैन्य रिपोर्ट चिंता बढ़ाने वाली

क्रेमलिन ने सोमवार को कहा कि बेलारूस की सैन्य रिपोर्ट चिंता बढ़ाने वाली है। यह पहली बार नहीं है, जब बेलारूस यूक्रेनी सैनिकों को लेकर खतरा जता रहा है। रूस ने कहा कि यह रिपोर्ट केवल बेलारूस के लिए नहीं बल्कि रूस के लिए भी चिंता का विषय है। बेलारूस हमारा निकट सहयोगी और साझेदार है।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको दोनों कजाखस्तान में 3-4 जुलाई को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन सम्मेलन में भाग लेंगे। उस दौरान दोनों नेता यदि जरूरी हुआ तो इस पर चर्चा करेंगे।

यूक्रेन की गोलाबारी में एक नागिरक की मौत

उधर, रूस के बेलगोरोद रीजन के गवर्नर ने सोमवार को दावा किया कि यूक्रेन की गोलाबारी में एक नागिरक की मौत हो गई। बेलेगोरोद यूक्रेन की सीमा खार्कीव से सटा है। रूस ने कहा कि फरवरी, 2022 में शुरू रूसी सैन्य अभियान के बाद से यूक्रेन की ओर से यहां लगातार हमले किए जा रहे हैं।

एक दिन में जंग का समाधान निकाल सकते हैं

एक दिन में जंग का समाधान निकाल सकते हैं 

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। भले ही जंग रूस और यूक्रेन के बीच चल रही हो। लेकिन, अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में यह बड़ मुद्दा बन गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार कहा है, कि अगर वह दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो एक दिन में रूस और यूक्रेन के बीच जंग का समाधान निकाल सकते हैं। भले ही ट्रंप कुछ भी कह रहे हों लेकिन संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत का कहना है कि ट्रंप ऐसा नहीं कर सकते हैं। 

एक दिन में हल नहीं हो सकता संकट

रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार के दावे के बारे में पूछे जाने पर रूसी राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यूक्रेन का संकट एक दिन में हल नहीं किया जा सकता है।’’ नेबेंजिया ने कहा कि यह जंग अप्रैल 2022 में खत्म हो सकती थी जब इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन एक समझौते के ‘‘बेहद करीब’’ पहुंच गए थे। उन्होंने यूक्रेन का साथ दे रहे पश्चिमी देशों पर अप्रैल 2022 में होने वाले शांति समझौते को अवरुद्ध करने का दोष मढ़ा।

नहीं दिया गया जवाब

रूसी राजदूत ने कहा कि अब जेलेंस्की ‘‘अपने ऐसे तथाकथित शांति समझौते पर बात कर रहे हैं, जो जाहिर तौर पर कोई शांति समझौता नहीं, बल्कि एक मजाक है।’’ ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने नेबेंजिया की टिप्पणियों पर अभी कोई जवाब नहीं दिया है। रूसी राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने जिस तरह की बात कही है उससे अंदाजा साफ लगाया जा सकता है कि यूक्रेन में स्थिति को लेकर रूस किस तरह से गंभीर है। 

बार-बार यह दावा करते रहे हैं ट्रंप

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ने मई 2023 में सीएनएन टाउन हॉल में कहा था, ‘‘रूसी और यूक्रेनी नागरिक मर रहे हैं। मैं उन्हें मरने से रोकना चाहता हूं और मैं 24 घंटे में यह कर सकता हूं।’’ उन्होंने कहा कि उनके यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के बाद यह होगा। वह अपने प्रचार अभियान में बार-बार यह दावा करते रहे हैं। ट्रंप ने पिछले सप्ताह भी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बहस के दौरान दावा किया था, ‘‘अगर हमारे पास ऐसा राष्ट्रपति होता जिसका पुतिन सम्मान करते हैं, तो वह कभी यूक्रेन पर हमला नहीं करते।’’

'पीएम' मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया

'पीएम' मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर इशारों-इशारों में तंज कसा। पीएम मोदी के तंज को सुनकर एनडीए सांसदों के साथ ही सदन में मौजूद विपक्षी दलों के सांसद भी हंसने लगे।

पीएम मोदी ने क्या कहा ?

प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि साल 1984 में हुए चुनावों को याद कीजिए। उसके बाद से अब तक लोकसभा के 10 चुनाव हो चुके हैं। तब से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी 250 सांसदों के आंकड़े को छू नहीं पाई है। इस बार तो ये 99 के चक्कर में फंस गए हैं। मुझे एक किस्सा याद आ रहा है। एक बच्चा एग्जाम में मिले 99% मार्क्स लेकर घूम रहा था। लोग उसे वाहवाही दे रहे थे। बाद में टीचर ने कहा कि ये बच्चा 100 में से 99 नंबर नहीं लाया है, बल्कि 543 में से 99 लाया है।

परजीवी पार्टी बनी कांग्रेस

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि कांग्रेस के साथी दलों ने लोकसभा चुनाव 2024 का विश्लेषण किया है या नहीं। लेकिन उनके लिए ये काफी महत्वपूर्ण है। 2024 से कांग्रेस पार्टी एक परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि परजीवी उसे कहते हैं, जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को खाता रहता है। कांग्रेस पार्टी जिसके साथ रहती है, उसी के वोटों को खा जाती है।

नवरात्रि का तीसरा दिन मां 'चंद्रघंटा' को समर्पित

नवरात्रि का तीसरा दिन मां 'चंद्रघंटा' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  हिंदू धर्म में, चंद्रघंटा देवी महादेवी का तीसरा नवदुर्गा रूप है।...