रविवार, 30 जून 2024

2040 तक इंसान को चांद पर भेजेगा 'भारत'

2040 तक इंसान को चांद पर भेजेगा 'भारत' 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक बार फिर से अपने विज्ञान और तकनीक के अद्वितीय कारनामों से दुनिया को चौंकाने की तैयारी में है। इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि भारत 2040 तक इंसान को चांद पर भेजने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि यह मिशन चंद्रयान मिशनों की एक अहम कड़ी होगी, जो भारत को अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

चंद्रयान-4 लाएगा चंद्रमा से नमूने

पिछले साल, इसरो ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक उतार कर इतिहास रच दिया था। यह उपलब्धि न केवल भारत के अंतरिक्ष मिशनों में मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि दुनिया भर में इसरो की वैज्ञानिक क्षमता और तकनीकी कौशल की सराहना भी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट का नाम 'शिव शक्ति' रखा, जो अब इसरो के आगामी चंद्र मिशनों का एक महत्वपूर्ण बिंदु बनेगा।
एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में एस. सोमनाथ ने बताया कि इसरो का लक्ष्य 'शिव शक्ति' प्वाइंट से अगले कुछ वर्षों में चंद्र नमूने को पृथ्वी पर लाना है। इसरो के इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की संरचना और उसके रहस्यों को और गहराई से समझना है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले चीन ने भी सफलतापूर्वक चंद्रमा से नमूने वापस लाने में सफलता प्राप्त की थी, और अब भारत भी इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

2040 तक चांद पर पहुंचेंगे भारतीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2040 तक चांद पर इंसान को भेजने के आह्वान पर एस. सोमनाथ ने कहा, "हमें चांद पर उतरने के लिए कई चीजों में निरंतरता बनाए रखनी होगी, जिसमें मानव अंतरिक्ष उड़ान और ट्रांस-लूनर मानव अंतरिक्ष उड़ान शामिल हैं। हमें चंद्रयान मिशनों को जारी रखना होगा क्योंकि चांद पर जाना और वापस आना भी हमारी पहुंच में हो। हमें एक ऐसे स्तर तक पहुंचना होगा जहां शायद हमारे लोग चांद पर जा सकें और वापस आ सकें।"
इसरो के अध्यक्ष के अनुसार, चंद्रमा पर भारतीयों को भेजने के लिए कई तकनीकी और वैज्ञानिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए अत्याधुनिक अंतरिक्ष यान, जीवन रक्षक प्रणाली, और चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग की तकनीक विकसित करनी होगी। इसके अलावा, अंतरिक्ष यात्री के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न परीक्षण और अनुसंधान भी आवश्यक होंगे।

इसरो ने लहराया था परचम

इसरो की इस महत्वाकांक्षी योजना ने भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नई उमंग और उत्साह भर दिया है। यह मिशन न केवल भारत के वैज्ञानिक समुदाय के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बनेगा। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की यह नई दिशा न केवल चांद की सतह पर भारतीयों की उपस्थिति सुनिश्चित करेगी, बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत को विश्व गुरु बनने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

अमेरिका के साथ पुराना समझौता तोड़ने का फैसला

अमेरिका के साथ पुराना समझौता तोड़ने का फैसला 

अखिलेश पांडेय 
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ करीब 36 साल पुराना समझौता तोड़ने का फैसला लिया है। अमेरिका के साथ हुई संधि को खत्म करने की घोषणा करते हुए रूस परमाणु हथियार से लेकर 5,500 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों का निर्माण फिर से शुरू करने का आदेश दिया है।

रूस और अमेरिका के बीच क्या समझौता ?

रूस और अमेरिका के बीच 1988 में मध्यम दूरी तक मार करने वाली इन मिसाइलों का निर्माण रोकने का समझौता हुआ था। उस समय सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के साथ इस पर समझौता किया था। हालांकि, अमेरिका 2019 में रूस पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इससे अलग हो गया था, लेकिन रूस की ओर से पुतिन ने समझौता खत्म होने की औपचारिक घोषणा उसके पांच साल बाद यानी बीते शुक्रवार को की है।

रूस की सुरक्षा के लिए जरूरी 

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में पुतिन ने कहा कि अपने आक्रमण को नई मजबूती देने के लिए अब हम फिर से इन मिसाइलों का निर्माण करेंगे। रूस की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है।

रूस का अमेरिका पर आरोप

पुतिन ने कहा कि समझौते से 2019 अमेरिका के हटने के बाद भी रूस ने मध्यम दूरी वाली इन मिसाइलों का उत्पादन शुरू नहीं किया था, लेकिन अमेरिका ने न केवल इन मिसाइलों का उत्पादन किया बल्कि अब वह इन्हें यूरोप को भी भेज रहा है। इसलिए अब हमें भी अपनी सुरक्षा के लिए इन मिसाइलों का उत्पादन करना पड़ेगा।

'रिमपैक' में भाग लेने पहुंचा आईएनएस शिवालिक

'रिमपैक' में भाग लेने पहुंचा आईएनएस शिवालिक

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना का स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास 'रिम ऑफ द पैसिफिक' (रिमपैक) के 29वें संस्करण में भाग लेने पर्ल हार्बर पहुंचा। इसका आयोजन हवाई में हो रहा है। 
भारतीय नौसेना ने इसे भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती को और मजबूती देने का एक और उदाहरण करार दिया। उन्होंने कहा कि अभ्यास का बंदरगाह चरण सात जुलाई तक चलेगा। रिमपैक का समुद्री चरण तीन उप-चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें विभिन्न अभ्यास शामिल हैं। यह अभ्यास एक अगस्त तक चलेगा।

सेनाएं युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी

अमेरिकी प्रशांत फ्लीट के कमांडर द्वारा आयोजित अभ्यास में भाग लेने वाली सेनाएं आपदा राहत से लेकर समुद्री सुरक्षा अभियानों और जटिल युद्ध लड़ने की क्षमताओं को लेकर अभ्यास करेंगी। रिम ऑफ द पैसिफिक पिछले कुछ वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा और प्रमुख संयुक्त समुद्री प्रशिक्षण अवसर बन गया है। इसका उद्देश्य संबंध बनाना, अंतरसंचालनीयता और दक्षता को बढ़ाना और अंतत: शांति और स्थिरता में योगदान करना है।

ये देश लेंगे युद्धाभ्यास में भाग

भाग लेने वाले देशों में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, ब्राजील, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, इक्वाडोर, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इजरायल, इटली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल हैं।

'भारत' ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया

'भारत' ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया 

अखिलेश पांडेय 
ब्रिजटाउन। टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में शनिवार (29 जून) को भारत ने साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया और खिताब अपने नाम किया। बारबाडोस के ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन ओवल स्टेडियम में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
भारत ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन बनाए। विराट कोहली ने 76, अक्षर पटेल ने 47 और शिवम दुबे ने 27 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के लिए केशव महाराज और एनरिख नॉर्खिया ने 2-2 विकेट लिए। मार्को यानसेन और कागिसो रबाडा ने 1-1 विकेट लिए। रोहित शर्मा ने प्लेइंग 11 में बदलाव नहीं किया। एडेन मार्कराम ने भी प्लेइंग 11 में बदलाव नहीं किया।
177 रन के टारगेट के जवाब में साउथ अफ्रीका ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 169 रन बनाए। हेनरिक क्लासेन ने 52 रन बनाए। क्विंटन डिकॉक ने 39 रन बनाए। ट्रिस्टन स्टब्स ने 31 रन बनाए। डेविड मिलर ने 21 रन बनाए। हार्दिक पंड्या ने 3 विकेट लिए। अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह ने 2-2 विकेट लिए। अक्षर पटेल ने 1 विकेट लिए।
हेनरिक क्लासेन ने अक्षर पटेल के ओवर में 24 रन ठोके। साउथ अफ्रीका ने 15 ओवर में 4 विकेट पर 147 रन बना लिए थे। जीत के लिए 5 ओवर में 30 रन चाहिए थे। इसके बाद भारत ने जबरदस्त वापसी की। अगले ओवर में जसप्रीत बुमराह ने सिर्फ 4 रन दिए। 24 गेंद पर 26 रन चाहिए थे। हार्दिक पंड्या ने हेनरिक क्लासेन को पवेलियन भेजा। इसके बाद मैच पलटा। डेविड मिलर क्रीज पर थे। आखिरी ओवर में 16 रन चाहिए थे। डेविड मिलर का बाउंड्री पर सूर्यकुमार यादव ने शानदार कैच लपका। इसके बाद भारत चैंपियन बना। कोच राहुल द्रविड़ की विदाई वर्ल्ड कप के साथ हुई।

शनिवार, 29 जून 2024

अभियान एंव दस्तक अभियान की बैठक की गई

अभियान एंव दस्तक अभियान की बैठक की गई 

विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान एंव दस्तक अभियान की बैठक सम्पन्न

कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. रवि किशोर त्रिवेदी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान एंव दस्तक अभियान के सफल संचालन के लिए द्वितीय जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय बैठक की गई।  
मुख्य विकास अधिकारी ने विशेष संचारी रोग नियन्त्रण एंव दस्तक अभियान के सफल संचालन के लिए अब तक की गई तैयारियों/कार्यवाहियों की जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान शासन की महत्वपूर्ण कार्यक्रम हैं तथा मा. मुख्यमंत्री जी की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। जिला पंचायतराज अधिकारी को झाड़ियां की कटाई एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालियों की सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों से कहा कि नगरीय क्षेत्रों के जिन वार्डों के नालियों की साफ-सफाई अभी तक नहीं हुई है, उनकी साफ-सफाई करा लिया जाएं। वर्षा के दृष्टिगत कहीं भी जल-जमाव न होने पाये, जल-जमाव होने से अनेक बीमारियॉ फैलती हैं। उन्हांने प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि आशा एवं ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ बैठक एवं कार्यशाला आयोजित कर विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान से सम्बन्धित विधिवत जानकारी प्रदान किया जाय, जिससे वे अपने कार्यों को सफलतापूर्वक सम्पादित कर सकें। उन्होंने कहा कि वर्षा के समय सर्प काटने की घटनायें अधिक आती हैं, इस सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाय कि सर्प काटने पर झाड़-फूंक न कराकर पीड़ित व्यक्ति को अपने नजदीकी अस्पताल में शीघ्र ही लेकर जायें। उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी/पीएचसी में एन्टी स्नेक वेनम इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाय। उन्होंने सभी अधिशासी अधिकारियों एवं जिला पंचायतराज अधिकारी को साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित रखने के साथ ही एण्टीलार्वा का छिड़काव एवं फागिंग कराने के भी निर्देश दियें।बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुष्पेन्द्र कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
गणेश साहू

'वाइल्ड कार्ड' खिलाड़ी के रूप में नामित किए पंत

'वाइल्ड कार्ड' खिलाड़ी के रूप में नामित किए पंत

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 विश्व कप फाइनल में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के लिए विराट कोहली और जसप्रित बुमराह से आगे ऋषभ पंत को "वाइल्ड कार्ड" खिलाड़ी के रूप में नामित किया।
यह कई लोगों के लिए प्रेरणा की यात्रा रही है क्योंकि दिसंबर 2022 में एक जानलेवा कार दुर्घटना के बाद पंत ने क्रिकेट में वापसी की है।
बाएं हाथ के इस धुआंधार विकेटकीपर बल्लेबाज ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2024) में दिल्ली कैपिटल्स का नेतृत्व करने के लिए क्रिकेट के मैदान पर वापसी की। उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने उन्हें इस प्रमुख आयोजन के लिए भारत की 15-खिलाड़ियों की टीम में शामिल होने में मदद की।
आयरलैंड के खिलाफ भारत के अभियान के शुरूआती मैच में खेल खत्म करने के लिए गेंद को विकेटकीपर के सिर के ऊपर से भेजने के लिए उनके रिवर्स स्कूप ने उनकी क्लास दिखाई।
फाइनल से पहले, मांजरेकर ने शनिवार को केंसिंग्टन ओवल बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पंत को देखने वाले खिलाड़ी के रूप में नामित किया। मांजरेकर ने डिज्नी+हॉटस्टार पर 'कॉट एंड बोल्ड' शो में एक विशेषज्ञ के रूप में, एएनआई को बताया, "मुझे लगता है कि ये होगा, मुझे लगता है कि हमें इस बारे में एक अच्छा विचार मिल जाएगा कि बड़े मैच का खिलाड़ी कौन है। मैं वाइल्डकार्ड के साथ जा रहा हूं और कहूंगा कि ऋषभ पंत वह खिलाड़ी होंगे, जिन पर नजर रहेगी।"
विराट कोहली के कप्तान रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग स्लॉट में जाने से, पंत को नंबर तीन स्थान पर पदोन्नति मिली। पंत अपनी नई भूमिका में सफल रहे हैं और उन्होंने सात मैचों में 28.50 की औसत और 129.54 की स्ट्राइक रेट से 171 रन बनाए हैं। पंत भारतीय टीम की किस्मत बदलने के लिए उत्सुक होंगे क्योंकि लगभग एक साल में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और रोहित की जोड़ी आईसीसी टूर्नामेंट का अपना तीसरा फाइनल खेलेगी। भारत अभी भी विश्व कप ट्रॉफी का सूखा खत्म करने की कोशिश में है।
वनडे वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया ने करोड़ों भारतीय फैंस को दिल दहला दिया। लेकिन इस बार, चूंकि वे सही अंत की तलाश में हैं, ऑस्ट्रेलिया पार्टी को खराब करने के लिए वहां नहीं होगा। रोहित की 92 रनों की तूफानी पारी और गेंदबाजों के प्रभावशाली स्पैल से प्रेरित होकर, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हार के कगार पर भेज दिया। भारत के खिलाफ अपनी हार से पहले, अफगानिस्तान ने क्रिकेट दिग्गजों में से एक पर अपनी पहली जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया को दंग कर दिया।
संजय मांजरेकर का मानना है कि पूरे टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया और भारत सर्वश्रेष्ठ टीमें थीं, लेकिन मिशेल मार्श की टीम को अफगानिस्तान के खिलाफ हार की कीमत चुकानी पड़ी।
मांजरेकर ने कहा, "अफगानिस्तान से हारना जब बहुत कठिन प्रारूप में आपका दिन खराब होता है, तो आप इसकी कीमत चुकाते हैं। यह भारत जितनी अच्छी टीम थी। टूर्नामेंट में दो सर्वश्रेष्ठ टीमें भारत और ऑस्ट्रेलिया थीं।" सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से पूरी तरह से हार जाने के बाद अफगानिस्तान अंततः टूर्नामेंट से बाहर हो गया। फाइनल में केंसिंग्टन ओवल में दक्षिण अफ्रीका का मुकाबला भारत से होगा। यदि बारिश के कारण खेल नहीं हो पाता है, तो रिजर्व डे भी रखा गया है।

इटली, रोमानिया व जर्मनी से सैन्य सहायता मिलीं

इटली, रोमानिया व जर्मनी से सैन्य सहायता मिलीं

सुनील श्रीवास्तव 
कीव। रूस से जारी जंग के बीच यूक्रेन को इटली, रोमानिया और जर्मनी से बड़ी सैन्य सहायता मिलीं है। इटली यूक्रेन को SAMP/T प्रणाली, रोमानिया एक पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम और जर्मनी स्व-चालित विमान भेदी गन के साथ एक पैट्रियट प्रणाली देगा।
नीदरलैंड भी यूक्रेन के लिए क और पैट्रियट सिस्टम असेंबल कर रहा है, जो जल्द ही सौंप दिया जाएगा। ये जानकारी यूक्रेन के प्रधान मंत्री ने दी है।
यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने खुलासा किया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका पैट्रियट मिसाइलों और NASAMS विमान भेदी मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति करेगा। इसके अलावा, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, स्पेन और नॉर्वे अतिरिक्त पैट्रियट मिसाइलें भेजेंगे। प्रधानमंत्री श्मीहल ने कहा कि स्वीडन ने भी यूक्रेन में दो रडार निगरानी विमान भेजने की प्रतिबद्धता जताई है।
जून की शुरुआत में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेन ने अधिक वायु रक्षा प्रणालियाँ प्राप्त करने के लिए पश्चिमी देशों के साथ समझौते किए हैं। यूक्रेनी अधिकारी अक्सर वायु रक्षा प्रणालियों और मिसाइलों की कमी के बारे में चिंता व्यक्त करते हैं। रूसी हमले के लगातार खतरे को देखते हुए यूक्रेन अपने पश्चिमी सहयोगियों से मिसाइल डिफेंस सिस्टम की लगातार मांग कर रहा है।
दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि यूक्रेन को नए हथियार पहुंचाने से अग्रिम पंक्ति की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा, बल्कि संघर्ष बढ़ेगा।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि कीव को हथियारों की किसी भी खेप को रूस द्वारा एक लक्ष्य माना जाएगा और इस पर हमला किया जा सकता है।
जून में संयुक्त राज्य अमेरिका ने दूसरे देशों को दिए जाने वाले पैट्रियट इंटरसेप्टर मिसाइलों की डिलीवरी रोकने का फैसला किया था। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी के अनुसार, यह कदम यूक्रेन को इन मिसाइलों की आपूर्ति की तत्काल आवश्यकता से प्रेरित था।
रूस के लगातार हमलों का मुकाबला करने के लिए यूक्रेन विमान-रोधी प्रणालियों की कमी का सामना कर रहा है। यूक्रेन अपने यूरोपीय सहयोगियों से पास के पोलैंड और रोमानिया में वायु रक्षा प्रणालियों को तैनात करके पश्चिम में नो-फ्लाई ज़ोन लागू करने का आग्रह कर रहा है। यूक्रेन का लक्ष्य पश्चिमी यूक्रेन में उद्योगों, ऊर्जा बुनियादी ढांचे और नागरिकों को हाल के रूसी हमलों के कारण हुए व्यापक विनाश से बचाने के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र स्थापित करना है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...