सोमवार, 17 जून 2024

मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की सहायता

मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की सहायता 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुए ट्रेन हादसे में मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। इसकी घोषणा रेल मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी है।
उन्होंने सोमवार को एक्स पर लिखा, ''पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी।  मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से चोटिल को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।''
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा कि रेलवे के "एनएफआर जोन में दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ है। बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ पूरे तालमेल के साथ काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।"
वहीं, कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिवार वालों को 2 लाख रुपये और घायलों की 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर लिखा, ''प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की है कि पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।''
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम नेताओं ने कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे पर दुख जाहिर किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रेल हादसे पर दुख जताते हुए लिखा, ''पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुए रेल हादसे में लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।'
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं।''
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, ''पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुआ रेल हादसा बहुत दुखद है। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।''
बता दें कि पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार को बड़ा रेल हादसा हो गया। न्यू जलपाईगुड़ी के रंगापानी स्टेशन के पास कंचनजंगा एक्सप्रेस पर पीछे से आ रही मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई यात्रियों के घायल होने की भी खबर है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-241, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. मंगलवार, जून 18, 2024

3. शक-1945, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-द्वादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 06:03, सूर्यास्त: 06:43।

5. न्‍यूनतम तापमान- 45 डी.सै., अधिकतम- 29+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

18 जून को रखा जाएगा 'निर्जला एकादशी' व्रत

18 जून को रखा जाएगा 'निर्जला एकादशी' व्रत 

सरस्वती उपाध्याय 
जगत के पालनहार भगवान विष्णु को एकादशी तिथि समर्पित है। हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर श्री हरि और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही सभी पापों की मुक्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस बार निर्जला एकादशी की डेट को लेकर लोग अधिक कन्फ्यूज हो रहे हैं। कुछ लोग निर्जला एकादशी 17 जून की बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग निर्जला एकादशी 18 जून को मनाने की बात कह रहे हैं। आइए, इस लेख में हम आपको बताएंगे कि निर्जला एकादशी व्रत किस दिन किया जाएगा ? पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल-पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 17 जून को सुबह 04 बजकर 43 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 18 जून को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का अधिक महत्व है। ऐसे में निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को रखा जाएगा।

इस समय करें व्रत का पारण...

निर्जला एकादशी व्रत का पारण 19 जून को सुबह 05 बजकर 23 मिनट से लेकर 07 बजकर 28 मिनट तक कर सकते हैं।

'निर्जला एकादशी' पूजा-विधि...

निर्जला एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत श्री हरि के ध्यान से करें। इसके बाद स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें। अब मंदिर की सफाई कर गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें। चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा विराजमान करें। अब उन्हें पीले रंग के फूल और गोपी चंदन अर्पित करें। मां लक्ष्मी को श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं। देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें। इस समय विष्णु चालीसा का पाठ करें। साथ ही विष्णु स्तोत्र का पाठ और मंत्र का जाप करें। अंत में प्रभु को केला और मिठाई समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। अगले दिन पूजा-पाठ कर व्रत खोलें।

'ऑस्ट्रेलिया' ने स्कॉटलैंड को 5 विकेट से हराया

'ऑस्ट्रेलिया' ने स्कॉटलैंड को 5 विकेट से हराया 

अखिलेश पांडेय 
कैस्टरीज। टी-20 वर्ल्ड कप में रविवार 16 जून को ऑस्ट्रेलिया और स्कॉटलैंड के बीच एक बेहद अहम मुकाबला खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने स्कॉटलैंड को पांच विकेट से हरा दिया। सेंट लूसिया में हुए इस मैच में इंग्लैंड की किस्मत दांव पर लगी थी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की जीत पर ही उसकी सुपर-8 की क्वालिफिकेशन निर्भर थी।
19 जून से सुपर-8 राउंड शुरू हो जाएगा, इसके पहले अपने आखिरी ग्रुप स्टेज के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम पर बड़ा दाग लगा गया। टीम के प्रदर्शन ने सभी को हैरान कर दिया। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने फील्डिंग के दौरान 6 कैच छोड़ दिए।

ऑस्ट्रेलिया ने बनाया शर्मनाक रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिचेल मार्श ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। इस दौरान खिलाड़ियों ने ऐसे-ऐसे कैच टपका दिए, जिसे देखकर हर कोई हैरान था। कमेंटेटर्स को भी कैच छूटने पर यकीन नहीं हो रहा था। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड ने कहा था कि इंग्लैंड को बाहर करने के लिए उनकी टीम स्कॉटलैंड से हारने के बारे में सोच सकती है। ऐसे में टीम के खिलाड़ियों को कैच छोड़ता देखकर फैंस को शक होने लगा था कि वो जान-बूझकर कैच छोड़ रहे हैं। फील्डिंग के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने कुल 6 कैच छोड़कर एक शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। अब टी-20 वर्ल्ड कप के एक मैच में ऑस्ट्रेलिया सबसे ज्यादा कैच छोड़ने वाली टीम बन गई है।
स्कॉटलैंड के बल्लेबाजों ने मौके को भुनाया और बोर्ड पर 180 रन लगा दिए। ब्रैंडन मैकमुलन ने ताबड़तोड़ पारी खेली और 34 गेंद में 60 रन ठोक दिए। वहीं कप्तान रिची बेरिंग्टन ने 31 गेंद में 42 रन बनाए।

स्टोयनिस ने बचाया मैच

स्कॉटलैंड ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी भी अच्छी की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट 60 रन पर ही गिरा दिए थे और रनों पर भी अंकुश लगाए रखा था। ऑस्ट्रेलिया की टीम 13 ओवर में केवल 92 रन ही बना सकी थी, यानी टीम को 7 ओवर में लगभग 13 की इकोनॉमी से 89 रन बनाने थे। इसके बाद ट्रेविस हेड ने 14वें ओवर में टीम लगातार 3 छक्के लगाकर टीम को मोमेंटम दिया, लेकिन वो आउट हो गए। इसके मार्कस स्टोयनिस ने कमान संभाली और 29 गेंद में 59 रन की तूफानी पारी से ऑस्ट्रेलिया को जीत की तरफ ले गए। उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

आज मनाया जाएगा 'ईद-उल-अजहा' का पर्व

आज मनाया जाएगा 'ईद-उल-अजहा' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 
इस्लाम धर्म में ईद उल अजहा दूसरा सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। ईद-उल-अजहा के दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। ईद उल अजहा को बकरीद, बकरा ईद अथवा ईद-उल-बकरा के नाम से भी जाना जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, इस बार बकरा ईद 17 जून यानी आज मनाई जाएगी।
इस्लामिक कैलेंडर में 12 महीने होते हैं और इसका धुल्ल हिज इसका अंतिम महीना होता है। इस महीने की दसवीं तारीख को ईद उल अजहा या बकरीद का त्योहार मनाया जाता है, जो कि रमजान का महीना खत्म होने के 70 दिन बाद आता है।

आखिर कहां से शुरू हुई कुर्बानी की प्रथा ?

बकरा ईद को वैश्विक स्तर बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस्लाम में कुर्बानी का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। कुरान के अनुसार कहा जाता है कि एक बार अल्लाह ने हजरत इब्राहिम की परीक्षा लेनी चाही। उन्होंने हजरत इब्राहिम को हुक्म दिया कि वह अपनी सबसे प्यारी चीज को उन्हें कुर्बान कर दें। हजरत इब्राहिम को उनके बेटे हजरत ईस्माइल सबसे ज्यादा प्यारे थे। अल्लाह के हुक्म के बाद हजरत इब्राहिम ने ये बात अपने बेटे हजरत ईस्माइल को बताई। 
बता दें, हजरत इब्राहिम को 80 साल की उम्र में औलाद नसीब हुई थी। जिसके बाद उनके लिए अपने बेटे की कुर्बानी देना बेहद मुश्किल काम था। लेकिन हजरत इब्राहिम ने अल्लाह के हुक्म और बेटे की मुहब्बत में से अल्लाह के हुक्म को चुनते हुए बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया। हजरत इब्राहिम ने अल्लाह का नाम लेते हुए अपने बेटे के गले पर छुरी चला दी।
लेकिन, जब उन्होंने अपनी आंख खोली तो देखा कि उनका बेटा बगल में जिंदा खड़ा है और उसकी जगह बकरे जैसी शक्ल का जानवर कटा हुआ लेटा हुआ है। जिसके बाद अल्लाह की राह में कुर्बानी देने की शुरुआत हुई।

ऐसे मनाएं ईद-उल-अजहा या बकरीद 

दुनिया भर में मुस्लिम लोग इस दिन को बहुत श्रद्धा के साथ मनाते हैं। इस दिन सबसे पहले सुबह नहाकर करके अल्लाह को नमाज अदा करें। उसके बाद साफ और पारंपरिक कपड़े पहनें। फिर परिवार के बड़े लोग नमाज अदा करने के लिए मस्जिद जाएं और कुर्बानी की सभी रस्में अदा करने के बाद अल्लाह के प्रति अपना आभार व्यक्त करें। फिर अपने प्रियजनों और रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दें। उसके बाद जरूरतमंदों को भोजन और नए कपड़े दें। बुजुर्ग लोग अपने छोटों को ईदी दें, जो इस त्योहार की सबसे महत्वपूर्ण रस्मों में से एक मानी जाती है।

पीएम को कोसना छोड़, भूमिका निभाएं खरगे

पीएम को कोसना छोड़, भूमिका निभाएं खरगे

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पीएम मोदी को कोसना छोड़, विपक्ष की भूमिका निभाएं। आठवले ने कहा कि एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है।
हमने 292 लोकसभा सीटें जीती हैं।
आठवले ने कहा कि जब यूपीए सत्ता में थी, तो भाजपा ने यह नहीं कहा कि कांग्रेस के पास शासन करने का जनादेश नहीं है, भले ही पार्टी के पास अपने दम पर बहुमत नहीं था।

खरगे के बयान के बाद आठवले ने किया पलटवार

आठवले का बयान तब आया है, जब खरगे ने शुक्रवार को कहा था कि एनडीए सरकार गलती से बन गई और पीएम मोदी के पास जनादेश नहीं था। यह अल्पमत सरकार है। यह कभी भी गिर सकती है।

हम देश को मजबूत करने की दिशा में सहयोग करेंगे- खरगे

उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि ये चलता रहे। ये देश के लिए अच्छा हो, हम मिल कर देश को मजबूत करने के लिए काम करें। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री को जो कुछ अच्छा चल रहा है उसे चलने नहीं देने की आदत है। लेकिन हम देश को मजबूत करने की दिशा में सहयोग करेंगे।

जापानी समकक्ष फुमियो के साथ बैठक की: पीएम

जापानी समकक्ष फुमियो के साथ बैठक की: पीएम 

अखिलेश पांडेय 
रोम। भारत में बुलेट ट्रेन की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने पुष्टि की कि उनके तीसरे कार्यकाल में जापान के साथ संबंधों को प्राथमिकता मिलती रहेगी।
पीएमओ ने बयान जारी कर बताया कि भारत और जापान कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं, जिसमें ऐतिहासिक मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना भी शामिल है, जो भारत में गतिशीलता के अगले चरण की शुरुआत करेगी। जबकि बुलेट ट्रेन परियोजना में पांच साल की देरी होने की सूचना है।

जापानी अधिकारियों ने दिया था संकेत

जापानी अधिकारियों ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि सभी खंडों पर काम शुरू हो गया है और वे प्रगति से संतुष्ट हैं। जापान के अनुसार, परियोजना को लेकर सभी अनिश्चितताएं दूर हो गई हैं। प्रधान मंत्री मोदी और किशिदा ने भारत-जापान औद्योगिक प्रतिस्पर्धात्मकता साझेदारी के बारे में भी बात की, जिसका लक्ष्य 2022-2027 की अवधि में भारत में 5 ट्रिलियन येन का जापानी निवेश और हमारे विनिर्माण सहयोग के परिवर्तन का लक्ष्य है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी अपने 10वें वर्ष में है और उन्होंने संबंधों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने नए और उभरते क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। सरकार ने कहा, “बैठक ने कुछ चल रही सहयोग पहलों की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया।”

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...