चीन के हथियारों में गड़बड़ी, आरोप लगाया
सुनील श्रीवास्तव
ढाका/बीजिंग। बांग्लादेश ने चाइना की कंपनियों पर बड़ा आरोप लगाया है। उसने हथियारों में गड़बड़ी की बात कही है। दरअसल, बांग्लादेश की सेना ने बड़े पैमाने पर चीन से हथियार खरीदे हैं।
अब बांग्लादेश की सेना ने कहा कि चीन ने उन्हें खराब कलपुर्जे दिए और हथियारों में भी तकनीकी दिक्कतें हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन चीनी हथियारों के निर्माण में ही गड़बड़ी है।
बांग्लादेश की वायुसेना ने बताया कि जब चीन ने विमानों को दिया था, तभी से ये दिक्कतें आ रही हैं। बांग्लादेश ने कहा, चीन से फाइटर जेट के लिए रडार खरीदा था, यह भी सटीक निशाना नहीं लगा पा रहा है। सेना ने चीन से एक टैंक भी खरीदा था, लेकिन कई बार कहने के बाद भी अब उसके पार्ट्स की सप्लाई नहीं कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश चीन से युद्धपोत समेत कई नौसैनिक जहाज ले चुका है, अब इनमें गड़बड़ियां सामने आई हैं। वायुसेना ने चीन में बने F-7 फाइटर जेट, K-8W एयरक्राफ्ट और शॉर्ट रेंज के एयर डिफेंस सिस्टम खरीदे हैं, लेकिन ये फायरिंग नहीं कर पा रहे हैं।
चीनी कंपनियां मांग रहीं और पैसा
बांग्लादेश का आरोप है कि जब इन कमियों की शिकायत कंपनियों से करते हैं तो वे अतिरिक्त पैसों की डिमांड करते हैं। सेना की अधिकारियों ने बताया कि चीन से 2 फ्रिगेट भी ली थीं, जिनमें बांग्लादेश पहुंचते ही कई तकनीकी खामियां आ गईं। अब इसे ठीक करने के लिए चीनी कंपनियां और पैसे मांग रही हैं।
पुराना माल थमा दिया गया
रिपोर्ट में बताया गया कि करीब 10 साल पहले बांग्लादेश को 2 सबमरीन चीन ने दी थीं। इसके लिए 20 करोड़ डॉलर लिए गए थे। बाद में खुलासा हुआ कि चीन ने पुरानी पनडुब्बी बांग्लादेश को दी थीं, जो किसी काम की नहीं थीं। पिछले साल चीन की कंपनी को बताया तो उसने कहा कि और ज्यादा पैसा दो, तब वे ठीक करेंगे। चीन के इस धोखे का शिकार बांग्लादेश ही नहीं, कई और देश भी हुए हैं। म्यांमार को भी चीन ने ऐसा ही माल ठेल दिया। म्यांमार की सेना को मिले जेएफ-17 फाइटर जेट बेकार निकले, जिसे चीन और पाकिस्तान ने मिलकर बनाया था।