बुधवार, 12 जून 2024

ओडिशा: माझी ने 'सीएम' के रूप में शपथ ली

ओडिशा: माझी ने 'सीएम' के रूप में शपथ ली

इकबाल अंसारी 
भुवनेश्वर। आदिवासी नेता एवं चार बार के विधायक मोहन चरण माझी ने बुधवार को यहां एक समारोह में ओडिशा के पहले भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल हुए। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पटनागढ़ से विधायक केवी सिंह देव तथा निमापारा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनीं प्रभाती परिदा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
पिछली विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक रहे माझी हाल में हुए विधानसभा चुनाव में चौथी बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की। जनता मैदान में राज्यपाल रबघुबर दास ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह पहली बार है कि जब ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनी है। 
समारोह में मोदी के अलावा भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, भूपेन्द्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, जुएल ओराम, अश्विनी वैष्णव और अन्य शामिल हुए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश, गोवा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, असम, गुजरात, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड सहित भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। समारोह में ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शामिल हुए। 
भाजपा को पहली बार ओडिशा में स्पष्ट जनादेश मिला। जिससे बीजू जनता दल (बीजद) का 24 साल पुराना शासन खत्म हो गया। राज्य की 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 78 सीट हासिल करके सत्ता में आई, जबकि पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद को 51, कांग्रेस को 14, माकपा को एक सीट मिली तथा तीन सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे।

जनसभा: राहुल ने 'पीएम' मोदी पर निशाना साधा

जनसभा: राहुल ने 'पीएम' मोदी पर निशाना साधा 

इकबाल अंसारी 
मलप्पुरम। केरल के मलप्पुरम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री को दिखा दिया है कि संविधान हमारी आवाज है और उन्हें इसे नहीं छूना चाहिए।
वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘केरल, उत्तर प्रदेश और अन्य सभी राज्यों के लोगों ने प्रधानमंत्री को दिखा दिया है कि वह भारत के लोगों को यह नहीं बता सकते कि वे क्या चाहते हैं ? भारत के लोगों ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि संविधान हमारी आवाज है, इसे मत छुओ।’

अयोध्या के लोगों ने दिया संदेश

उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस देश का इतिहास और परंपरा हमारे संविधान ने संरक्षित कर रखी है। सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री वाराणसी में हारने से बाल-बाल बचे। अयोध्या में भी भाजपा की हार हुई और वे (पीएम मोदी) खुद भी वाराणसी में हार गए होते। अयोध्या के लोगों ने संदेश दिया है कि हम नफरत और हिंसा को बढ़ावा नहीं देते।
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव से पहले आपने देखा कि बीजेपी के नेता कह रहे थे कि वे संविधान को फाड़ देंगे। चुनाव के बाद आपने देखा कि प्रधानमंत्री संविधान को ऐसा करते देखा।

लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार केरल पहुंचे राहुल गांधी

बता दें कि लगातार दूसरी बार वायनाड लोकसभा सीट पर भारी अंतर से जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी ने बुधवार को उत्तरी केरल पहुंचे, जहां उन्होंनो एक रोड शो किया लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह राहुल गांधी का राज्य का पहला दौरा है।
इस रोड शो के दौरान हजारों की संख्या में यूडीएफ कार्यकर्ता और समर्थक एकत्र हुए‌। इससे पहले कोझिकोड हवाई अड्डे पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का भव्य स्वागत किया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-236, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बृहस्पतिवार, जून 13, 2024

3. शक-1945, ज्येष्ठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 06:03, सूर्यास्त: 06:43।

5. न्‍यूनतम तापमान- 44 डी.सै., अधिकतम- 27+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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मंगलवार, 11 जून 2024

स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है 'गन्ने का रस'

स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है 'गन्ने का रस' 

सरस्वती उपाध्याय 
चिलचिलाती गर्मी के मौसम में सभी को ठंडा रहने के लिए शरीर को ठंडक देने वाले पेय पदार्थो का सेवन करना बेहद जरुरी होता है। ऐसे में सबकी पहली पसंद रहता है गन्ने का रस। गर्मी के मौसम में गन्ने का रस पीना न केवल ताजगी-भरा होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
गन्ने का रस एक प्राकृतिक और पौष्टिक पेय है, जो गर्मियों में ताजगी और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में और स्वच्छता का ध्यान रखते हुए ही सेवन करना चाहिए। गन्ने के रस के नियमित सेवन से आप गर्मियों के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल के जरिए गन्ने के रस के कुछ प्रमुख फायदों के बारे में बताएंगे...!

ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत

गन्ने का रस प्राकृतिक शर्करा से भरपूर होता है जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसे पीने से थकान और कमजोरी से तुरंत राहत मिलती है, जो गर्मियों में अत्यधिक पसीने के कारण होती है। गर्मी के दिनों में यह शरीर को ताजगी और शक्ति प्रदान करता है।

हाइड्रेशन बनाए रखना

गर्मियों में शरीर से अधिक पसीना निकलता है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। गन्ने का रस पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।

पाचन में सुधार

गन्ने का रस पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले पोटैशियम और एंजाइम्स पेट की जलन और कब्ज को कम करने में सहायक होते हैं। गन्ने का रस कब्ज से राहत दिलाता है। इसमें मौजूद पोटेशियम पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और पेट की समस्याओं को दूर करता है।
 
त्वचा के लिए फायदेमंद

गन्ने का रस एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं। यह त्वचा की समस्याओं जैसे कि एक्ने और त्वचा की सूजन को कम करने में भी सहायक होता है। यह त्वचा को हाइड्रेट रखता है और मुंहासों को कम करता है। इसमें मौजूद अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHA) त्वचा को निखारता है।

इम्यूनिटी को बढ़ावा

गन्ने का रस विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है। यह सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रमणों से बचाव में मदद करता है।

गुर्दे की सेहत के लिए लाभकारी

गन्ने का रस मूत्रवर्धक गुणों से भरपूर होता है, जो गुर्दे को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। यह गुर्दे में पथरी बनने की संभावना को भी कम करता है।
 
वजन नियंत्रण

गन्ने का रस कम कैलोरी वाला होता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसे पीने से भूख कम लगती है और यह वजन नियंत्रण में सहायक होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो भूख को नियंत्रित करता है और अधिक खाने से बचाता है।

हृदय स्वास्थ्य

गन्ने का रस पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर होता है, जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। गन्ने का रस कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम करता है। इसमें पोटेशियम होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
 
डायबिटीज के लिए लाभकारी

हालांकि गन्ने का रस मीठा होता है, लेकिन यह प्राकृतिक शर्करा से युक्त होता है जो धीरे-धीरे अवशोषित होती है और ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।

 
हड्डियों को मजबूत बनाता है

गन्ने के रस में कैल्शियम, मैग्नीशियम, और आयरन होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा गन्ने का रस लिवर को साफ करने में मदद करता है और जॉन्डिस जैसे लिवर संबंधित रोगों में फायदेमंद होता है।

इन बातों का रखे ख्याल

गन्ने का रस पीते समय यह ध्यान रखें कि इसे ताजा ही पिएं और ज्यादा समय तक खुला न रखें क्योंकि यह जल्दी खराब हो सकता है। इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि गन्ने का रस साफ-सुथरे और हाइजेनिक तरीके से तैयार किया गया हो।

पीएम ने संविधान को माथे से लगाया, कसा तंज

पीएम ने संविधान को माथे से लगाया, कसा तंज 

संदीप मिश्र 
रायबरेली/अमेठी। रायबरेली और अमेठी में मिली शानदार जीत के बाद वहां की जनता और कार्यकर्ताओं का आभार जताने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए संविधान को माथे से लगाने पर तंज कसा।
राहुल गांधी ने कहा कि आपने देखा होगा कि प्रधानमंत्री ने किस तरह से संविधान को माथे लगाया है। यह उनसे आपने करवाया है। देश के प्रधानमंत्री को आपने मैसेज भेजा है कि आपने (पीएम मोदी) अगर संविधान को छूआ तो देखना हम आपके साथ क्या करते हैं। 
प्रियंका गांधी के साथ रायबरेली पहुंचे राहुल गाधी ने कहा कि पहले नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि मैं नहीं हूं। भगवान मुझे आर्डर देते हैं। वह कहते थे कि मैं काम नहीं करता हूं, भगवान मुझे आर्डर देते हैं। राहुल ने कहा कि पता नहीं उनके कैसे भगवान हैं। 24 घंटे अडानी-अंबानी का काम करवाते हैं। राहुल ने कहा कि आपने देखा होगा कि किस तरह से संविधान को माथे लगाया है। यह उनसे आपने करवाया है। देश के प्रधानमंत्री को आपने मैसेज भेजा है कि आपने अगर संविधान को छूआ तो देखना हम आपके साथ क्या करते हैं ?
राहुल गांधी उस दिन की चर्चा कर रहे थे जब पीएम मोदी जीत के बाद पहली बार एनडीए की बैठक में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले वहां रखे संविधान को उठाकर अपने माथे से लगाया था। राहुल गांधी ने कहा कि यह भी मत सोचिए कि काम खत्म हो गया है। अभी काम शुरू हुआ है। हिन्दुस्तान ने मैसेज भेजा है कि हमें नरेंद्र मोदी जी का काम अच्छा नहीं लगता है। हम हिंसा और नफरत नहीं चाहते हैं। हमें मुहब्बत की दुकान चाहिए। लोगों ने संदेश दिया है कि हमें नया विजन चाहिए। 
राहुल ने कहा कि अगर नया विजन देना है तो उत्तर प्रदेश से ही देना होगा। यूपी ने मैसेज दिया है कि इंडिया गठबंधन, सपा कांग्रेस को हम चाहते हैं। देश में भी हम इंडिया को चाहते हैं और यूपी में भी चाहते हैं। कहा कि हमें सबसे पहला काम यही करना है कि जहां भी यह नफरत फैलाते हैं वहा हमें मुहब्बत की दुकान खोलनी है।

गिरावट: 76,376.45 अंक पर आया 'सेंसेक्स'

गिरावट: 76,376.45 अंक पर आया 'सेंसेक्स' 

कविता गर्ग 
मुंबई। घरेलू बाजारों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट आई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सोमवार को शुरुआती कारोबार में अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 113.63 अंक गिरकर 76,376.45 अंक पर आ गया।
एनएसई निफ्टी 29.6 अंक फिसलकर 23,229.60 अंक पर रहा। बाद में दोनों सूचकांकों में भारी उतार-चढ़ाव रहा और वे उच्च व निम्न स्तर के बीच कारोबार कर रहे थे। सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जेएसडब्ल्यू स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और इंडसइंड बैंक के शेयरों को सबसे अधिक नुकसान हुआ।

इन शेयरों में तेजी आई

लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और टाइटन के शेयरों में तेजी आई। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की फायदे में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग तथा चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.44 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में सोमवार को लिवाल रहे और शुद्ध रूप से 2,572.38 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे थे।

आज मनाया जाएगा 'विश्व बाल श्रम निषेध' दिवस

आज मनाया जाएगा 'विश्व बाल श्रम निषेध' दिवस

सरस्वती उपाध्याय 
पूरी दुनिया में प्रत्येक वर्ष 12 जून को 'विश्व बाल श्रम निषेध' दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की पहल अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने की थी, जिसका मकसद बाल श्रम को रोकना था। मालूम हो कि इसको मनाने के पीछे एक खास वजह यह थी कि बच्चों को मजदूरी न कराकर उनको स्कूलों की ओर शिक्षा के लिए प्रेरित किया जा सके।

क्यों मनाया जाता है विश्व बाल श्रम निषेध दिवस ?

मालूम हो कि बाल श्रम लगातार एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, जिसके कारण बच्चों का बचपन गर्त में जा रहा है और उनको अपना अधिकार नहीं मिल पा रहा है। यह दिवस बाल श्रम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और इसको पूरी तरह से समाप्त करने के लिए व्यक्ति, गैर सरकारी संगठन एवं सरकारी संगठनों को प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है।

इस बार की क्या है थीम ?

इस साल विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का थीम "सभी के लिए सामाजिक न्याय, बाल श्रम का खात्मा है। मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र ने बाल श्रम पर कहा है कि पिछले तीन दशकों के इस समस्या से निपटने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। यूएन के मुताबिक, अगर मूल कारणों को दूर कर दिया जाए तो बाल श्रम को खत्म किया जा सकता है।

हर दस बच्चे में से एक बच्चे करते हैं बाल श्रम

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, पिछले दो दशकों से पूरी दुनिया में बाल श्रम को कम करने के लिए लगातार पहल की जा रही है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों के दौरान संघर्षों, संकटों और कोरोना महामारी ने विश्व में कई परिवारों को गरीबी में धकेल दिया है, जिसके कारण लाखों बच्चों को बाल श्रम के लिए मजबूर होना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आज के समय विश्व के कई देशों में करीब 160 मिलियन बच्चे बाल श्रम में लगे हुए हैं, जो दुनिया में मौजूद हर दस बच्चें में से एक है।

हर साल होती है अलग थीम

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने बाल श्रम को खत्म करने के लिए और जरूरी कार्रवाई करने के लिए साल 2002 में बाल श्रम के खिलाफ 'विश्व बाल श्रम निषेध दिवस' की शुरुआत की थी। हालांकि, हर साल इस मौके पर अलग-अलग प्रकार से थीम रखी जाती है। थीम के माध्यम से व्यक्ति, सरकारी और गैर सरकारी संगठनों को इस समस्या को खत्म करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का क्या है महत्व ?

मालूम हो कि बाल श्रम का प्रमुख कारण गरीबी है, जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई छोड़कर मजबूरी में मजदूरी चुनना पड़ता है। हालांकि, कई बच्चों को अपराध रैकेट द्वारा बाल श्रम के लिए मजबूर किया जाता है। इस दिवस को मनाने का विशेष महत्व बच्चों के अधिकारों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है ताकि बाल श्रम को रोका जा सके।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...