मोदी ने 'एनडीए' को सबसे सफल गठबंधन बताया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को नेता चुन लिया गया है। एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने एनडीए को सबसे सफल गठबंधन बताया और विपक्ष पर, खासकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईवीएम को लेकर शोर से लेकर मतगणना तक का जिक्र किया। उन्होंने कि मतगणना के दिन जिस तरह के बयान दिए जा रहे थे, वह बहुत गंभीर है।
उन्होंने चुनाव नतीजों को लेकर कहा कि 2024 के जो नतीजे हैं, हर पैरामीटर से देखेंगे तो दुनिया ये मानती है और मानेगी कि एनडीए की ये महाविजय है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि आपने देखा दो दिन कैसा चला, जैसे हम तो हार चुके हैं। चारो तरफ यही दिखता था क्योंकि उनको अपने कार्यकर्ताओं का मोरल हाई करने के लिए ऐसे काल्पनिक सब करने पड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि गठबंधन के इतिहास में अगर आंकड़ों के हिसाब से देखें, तो ये सबसे मजबूत गठबंधन की सरकार है। लेकिन कोशिश ये की गई कि इस विजय को स्वीकार न कर पराजय की छाया में डुबोकर रखा जाए।
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासी जानते हैं कि हम न तो हारे थे और ना ही हारे हैं। उन्होंने कहा कि 4 तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है, वह बताता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं। हमारे संस्कार ऐसे हैं कि विजय की गोद में उन्माद पैदा नहीं होता है और ना ही पराजित लोगों का उपहास उड़ाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आप किसी भी बालक से पूछो कि चुनाव के पहले सरकार किसकी थी, बोलेगा एनडीए। चुनाव के बाद किसकी आई, एनडीए तो हारे कहां से भाई। कल भी एनडीए की सरकार थी, आज भी एनडीए की सरकार है और कल भी एनडीए की रहेगी।
उन्होंने कहा कि 10 साल बाद भी कांग्रेस सौ के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर 2014, 2019 और 2024 तीन चुनाव जोड़कर कहूं तो तीनों में मिलाकर जितनी सीटें कांग्रेस को मिली है, उससे ज्यादा हमें इस चुनाव में मिली है। पीएम मोदी ने कहा कि साफ देख रहा हूं कि इंडी वालों को अंदाजा नहीं है, धीरे-धीरे पहले तो ये डूब रहे थे, अब तेज गति से गर्त में जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि 4 तारीख के बाद इन लोगों का जो व्यवहार रहा है, आशा करता था कि वे लोकतंत्र का सम्मान करेंगे लेकिन उनके व्यवहार से लगता है कि शायद उनमें ये संस्कार आएं, इसके लिए और इंतजार करना पड़ेगा।
पीएम मोदी ने नाम लिए बिना राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये वो लोग हैं। जो खुद की पार्टी के पीएम का अपमान करते थे, उनके निर्णयों को फाड़ देते थे। कोई विदेशी मेहमान आ जाए तो चेयर नहीं होती थी। ये सारे दृश्य आपने देखे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमें सबका सम्मान करना सिखाता है। विपक्ष में भी जो हमारे सांसद जीतकर आए हैं, उनको बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में एक चीज मिस कर रहा था- डिबेट, पार्टिसिपेशन, क्वालिटी ऑफ डिबेट्स। आशा करता हूं कि नया सदन जो बना है, ये कमी मुझे खलेगी नहीं और नए साथी भी राष्ट्रहित की भावना से आएंगे।
उन्होंने कहा कि भले ही वो विपक्ष में हैं। वो राष्ट्र के विपक्ष में नहीं हैं, वो हमारे विपक्ष में हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 2024 का जनादेश एक बात को बार-बार मजबूती दे रहा है कि देश को आज के वातावरण में सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है और जब इतना अटूट विश्वास है, तो स्वाभाविक है कि देश की अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि इसे अच्छा मानता हूं। पहले भी कहा था कि 10 वर्ष काम किया है, वो तो ट्रेलर है। वो मेरा चुनावी वाकया नहीं, कमिटमेंट है और तेजी से देश की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में रत्तीभर भी विलंब नहीं करना है। जनता जनार्दन चाहती है कि हम और ज्यादा डिलीवर करें, अपना ही रिकॉर्ड तोड़ें। पीएम मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में अगले 10 साल के रोडमैप की भी चर्चा की और एनडीए का मतलब भी बताया।