5 लोगों के अवशेष, 11 टन कचरे को साफ किया
अखिलेश पांडेय
काठमांडू। नेपाली सेना ने अपने लगभग दो महीने लंबे पर्वत सफाई अभियान 2024 के तहत एवरेस्ट क्षेत्र से पांच पर्वतारोहियों के अवशेष और 11 टन कचरे को साफ किया है। नेपाली सेना ने अपने इस सफाई अभियान की शुरुआत साल 2019 में की थी और ये इसी से जुड़ा चौथा सफाई अभियान था।
नेपाली सेना ने माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर की सबसे ऊंची चोटी, माउंट ल्होत्से और एवरेस्ट बेस कैंप के पास माउंट नुप्त्से क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया। अपने सफाई अभियान के दौरान नेपाली सेना की टीम ने अपने चार इंसानी शव और एक मानव कंकाल मिले जो माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान हादसे का शिकार हो गए और इससे उनकी मौत हो गई थी।
नेपाली सेना ने 7 अप्रैल को अपने अभियान के घोषणा करते हुए कहा कि इस पर्वत सफाई अभियान का उद्देश्य हिमालय में मानव निर्मित प्रदूषण पर नियंत्रण रखना है और पूरे इलाकों को गंदगी से बचाने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के इस दौर में पहाड़ों पर प्रदूषण बड़ी समस्या बन गया है।
11 अप्रैल से शुरू हुआ था अभियान
सेना ने 11 अप्रैल से शुरू किए अपने सफाई अभियान शुरुआत में 10 टन कचरा साफ करने का लक्ष्य रखा था। सेना के मेजर आदित्य कार्की के नेतृत्व में अपनी 12 सदस्यीय टीम द्वारा माउंट पर भेजा था। इस टीम के साथ 18 सदस्यीय शेरपा टीम द्वारा मदद की गई थी।
वहीं, बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर 55 दिवसीय अभियान के सफल समापन का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान थल सेनाध्यक्ष प्रभु राम शर्मा ने कहा, प्रतिकूल मौसम और परिस्थितियों के बावजूद, लगभग 11,000 किलोग्राम कचरा, चार लाशें और एक कंकाल मिला। इस अवसर पर सेना प्रमुख ने कचरा और मानव अवशेषों को इकट्ठा करने में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए शेरपा गाइडों सहित पर्वत सफाई अभियान के सदस्यों को भी सम्मानित किया।
12 शव और 180 मीट्रिक टन कचरा किया इकट्ठा