शुक्रवार, 24 मई 2024

हल्द्वानी: डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक ली

हल्द्वानी: डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक ली

पंकज कपूर 
हल्द्वानी। हल्द्वानी शहर में प्रस्तावित 13 चौराहों और सड़कों के चौड़ीकरण को लेकर डीएम वंदना ने वन निगम, लोनिवि, राजस्व और विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ कैंप हल्द्वानी में बैठक ली। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने चौराहों के चौड़ीकरण में यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए एसडीएम हल्द्वानी और सिटी मजिस्ट्रेट को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी नामित होने से विभिन्न विभागों के बीच समन्वय रहेगा और मौके पर होने वाली समस्याओं का आसानी से निस्तारण होगा।
इसके साथ ही विभिन्न चौराहों के चौड़ीकरण में आने वाले पेड़ो के संबंध में डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया कि वन विभाग को पूर्व में भी जिन पेड़ो को ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। उन्हें ट्रांसप्लांट किया जाने की संभावना पर कार्य करने के निर्देश दिए गए थे, वन विभाग के समन्वय से इसके लिए पेड़ों के ट्रांसप्लांट/रिलॉकेशन कार्य हेतु विशेषज्ञ को बुलाकर पेड़ो का चिन्हीकरण किया जाए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि जहां तक संभव को पेड़ो को ट्रांसप्लांट/रिलॉकेटिड किया जाए। रिलॉकेशन संभव न होने पर ही पेड़ों का कटान किया जाए। विद्युत विभाग के ईई को चौराहों के चौड़ीकरण में आ रहे पेड़ो के कटान हेतु वन निगम के साथ समन्वय हेतु एक अधिकारी नियुक्त करने को कहा जिससे काम में आसानी बनी रहे।
डीएम ने लोनिवि को निर्देशित किया है कि तीनपानी से नरीमन चौराहे तक हर हाल में ब्लैक टॉप दोनो साइड 10 मीटर होना चाहिए। इसके अतिरिक्त दोनों छोर में जो जगह बचती है, वहां नाली, पार्किंग आदि की सुविधाएं विकसित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रायः देखा जाता है विद्युत विभाग सड़क के ब्लैक टॉप के बाद लगती जगह पर पोल शिफ्ट कर देता है, जिससे लोग बची हुई जगह में अतिक्रमण कर देते है। इससे बेहतर रहेगा कि विद्युत विभाग हर हाल में अपने पालों को नाली और पार्किंग स्पेस के बाद बची हुई जगह में शिफ्ट करे जिससे भविष्य में होने वाले अतिक्रमण से बचा जा सके। इसके साथ हो जितने भी धार्मिक स्थल है, उन्हें शिफ्टिंग या ध्वस्तीकरण कार्यवाही के लिए वार्ता करके भूमि के स्वामित्व की स्थिति के अनुसार कार्य किया जाए।
बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई, एस डी एम हल्द्वानी परितोष वर्मा, ईई लोनिवि अशोक चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

मेधा को मानहानि के मामलें में दोषी ठहराया

मेधा को मानहानि के मामलें में दोषी ठहराया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। दिल्ली की अदालत ने 'नर्मदा बचाओ' आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को एक मानहानि के मामलें में दोषी ठहराया है। यह मामला दिल्ली के मौजूदा उपराज्यपाल एलजी वीके सक्सेना से जुड़ा हुआ है। दरअसल वी. के. सक्सेना ने ही मेधा पाटकर के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट राघव शर्मा ने पाटकर को आपराधिक मानहानि का दोषी पाया है। इसके लिए मेधा पाटकर को सजा के रूप में दो साल की जेल या जुर्माना या दोनों मिल सकते हैं।
बता दें, साल 2000 में मेधा पाटकर ने वीके सक्सेना के खिलाफ उनके और नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) के खिलाफ विज्ञापन छापने के आरोप में केस दर्ज किया था। तब से ही दोनों के बीच कानूनी लड़ाई चल रही थी। उस समय वीके सक्सेना अहमदाबाद स्थित एनजीओ नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज के प्रमुख थे। इसके बाद वीके सक्सेना ने भी साल 2001 में उनके खिलाफ अपमानजनक प्रेस नोट जारी करने के आरोप में मानहानि का मामला दर्ज किया था। यह प्रेस नोट 25 नवंबर 2000 को जारी किया गया था।
पाटकर ने कहा था, ”हवाला लेनदेन से आहत वीके सक्सेना खुद मालेगांव आए, एनबीए की प्रशंसा की और 40 हजार रुपये का चेक दिया। लोक समिति ने भोलेपन में तुरंत रसीद और पत्र भेज दिया, जो ईमानदारी और अच्छे रिकॉर्ड रखने को दर्शाता है। लेकिन चेक भुनाया नहीं जा सका और बाउंस हो गया। पूछताछ करने पर, बैंक ने बताया कि ऐसा कोई अकाउंट मौजूद ही नहीं है। मेधा पाटकर ने अपने इस प्रेस नोट में कहा था, वीके सक्सेना देशभक्त नहीं कायर थे।
फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि पाटकर ने जो भी किया, वो जानबूझकर और वीके सक्सेना की छवि खराब करने के मकसद से किया। इससे उनकी प्रतिष्ठा और साख को काफी नुकसान पहुंचा है। कोर्ट ने कहा, सक्सेना को देशभक्त नहीं कायर कहना और हवाला लेनदेन में शामिल होने का आरोप लगाने वाले मेधा पाटकर के बयान न केवल मानहानिकारक थे, बल्कि नकारात्मक धारणाओं को भड़काने के लिए भी तैयार किए गए थे। मामले की सुनवाई कर रहे जज ने कहा, शिकायतकर्ता को ‘देश भक्त नहीं कायर’ कहना उनके व्यक्तिगत चरित्र और राष्ट्र के प्रति वफादारी पर सीधा हमला था। कोर्ट ने कहा, सार्वजनिक क्षेत्र में ऐसे आरोप काफी गंभीर हैं खास तौर पर वहां जहां देशभक्ति को अत्यधिक महत्व दिया जाता है, और किसी के साहस और राष्ट्रीय निष्ठा पर सवाल उठाने से उनकी सार्वजनिक छवि और सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है।

मुंबई: 75,410.39 के स्तर पर बंद हुआ 'सेंसेक्स'

मुंबई: 75,410.39 के स्तर पर बंद हुआ 'सेंसेक्स'

कविता गर्ग 
मुंबई। ग्लोबल बाजार में मिले कमजोर संकेत के बाद घरेलु बाजार सपाट बंद हुआ है। शुक्रवार के कारोबार में बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 7.65 अंक यानी (0.010%) की गिरावट के साथ 75,410.39 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं NSE का 50 शेयर वाला निफ्टी (Nifty) 10.55 अंक यानी (0.046%) टूटकर 22,957.10 अंकों पर बंद हुआ है। फ्लैट बंद होने से पहले शेयर बाजार न्यू ऑल टाइम हाई पर पहुंचा था।
इसमें रही बढ़त और गिरावट
आज के कारोबार में सेंसेक्स में एचडीएफ़सी बैंक का शेयर शुक्रवार को सबसे ज्यादा 1.64 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा भारती एयरटेल, एलएंडटी, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक और मारुति के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे। वहीं एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, TCS, इनफ़ोसिस, जेएडल्यू स्टील, विप्रो समेत 21 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए।

पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा 'चक्रवाती तूफान'

पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा 'चक्रवाती तूफान' 

मिनाक्षी लोढी 
कोलकाता। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र और तेज होने की संभावना है। रविवार शाम तक यह भीषण चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। यह बांग्लादेश और इससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों से टकराएगा। मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी है। इस मॉनसून से पहले बंगाल की खाड़ी में उठने वाला यह पहला चक्रवात होगा। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवात के नामकरण प्रणाली के अनुसार, इस तूफान का नाम रेमल रखा जाएगा।
भारत मौसम विभाग की वैज्ञानिक ने बताया, ’’यह प्रणाली शुक्रवार की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव क्षेत्र में केंद्रित हो जाएगा। यह शनिवार की सुबह एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और इसमें तेजी आयेगी। इसके बाद रविवार शाम तक यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बांग्लादेश और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल तट पर पहुंचेगा।’’
आईएमडी के मुताबिक, रविवार को चक्रवात के कारण 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम कार्यालय ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है। समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों को तट पर लौटने तथा 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 30 वर्षों में समुद्र की सतह का तापमान सबसे अधिक दर्ज किया गया है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पई के अनुसार, समुद्र की सतह के गर्म तापमान का मतलब अधिक नमी है, जो चक्रवातों की तीव्रता के लिए अनुकूल है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन राजीवन ने कहा कि कम दबाव प्रणाली को चक्रवात में बदलने के लिए समुद्र की सतह का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में सतह का तापमान फिलहाल 30 डिग्री सेल्सियस है।
राजीवन ने कहा, ’’बंगाल की खाड़ी और अरब सागर इस समय बहुत गर्म हैं, इसलिए उष्णकटिबंधीय चक्रवात आसानी से बन सकता है।’’ उन्होंने कहा, लेकिन उष्णकटिबंधीय चक्रवात न केवल समुद्र द्वारा नियंत्रित होते हैं, बल्कि इसमें वायुमंडल भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । राजीवन ने कहा, “अगर ऊर्ध्वाधर हवा का झोंका बहुत बड़ा है तो चक्रवात तेज नहीं होगा। यह कमजोर हो जाएगा।“

हादसा: मिनी बस और ट्रक की टक्कर, 7 की मौत

हादसा: मिनी बस और ट्रक की टक्कर, 7 की मौत 

राणा ओबरॉय 
चंडीगढ़। वैष्णो देवी में दर्शन के लिए जा रही मिनी बस और ट्रक की हरियाणा में टक्कर हो गई। जिसमें सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि अंबाला - दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक मिनी बस में सवार लगभग ढाई दर्जन लोग वैष्णो देवी में दर्शन के लिए जा रहे थे। बताया जाता है कि तभी इस मिनी बस की एक ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई । यह टक्कर इतनी भयंकर थी कि राहगीरों ने बड़ी मुश्किल से वाहनों से घायलों को बाहर निकाल कर सिविल अस्पताल में भिजवाए। इस एक्सीडेंट में सात लोगों की मृत्यु हो गई है। जबकि लगभग 20 लोग घायल है। अभी मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है।

विभव को 4 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

विभव को 4 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल मारपीट मामलें में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने सीएम केजरीवाल के पीए विभव कुमार को चार दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज विभव की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। दिल्ली पुलिस ने विभव कुमार की 4 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। अदालत ने विभव को 28 मई तक 4 दिन की न्यायिक हिरासत दी है।

विभव कुमार ने की कोर्ट से ये अपील

जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस विभव कुमार को लेकर तीस हजारी कोर्ट पहुंची थी। स्वाति मालीवाल केस में पुलिस ने उन्हें 18 मई को सीएम आवास के गिरफ्तार किया था। इस मामले में आरोपी विभव कुमार ने जांच के दौरान जब्त किए गए डीवीआर की सुरक्षा और उसे रिकॉर्ड पर रखने के लिए एक आवेदन दायर किया है।

चुनाव प्रचार खत्म, जिले की सीमाएं सील की

चुनाव प्रचार खत्म, जिले की सीमाएं सील की

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। छठें चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार शाम छह बजे खत्म होने के साथ ही बृहस्पतिवार से जिले की सीमाएं सील कर दी गईं। जनपद में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। सुरक्षा के मद्देनजर शाम को ही पैरामिलिट्री फोर्स के साथ एरिया डॉमिनेशन(फ्लैग मार्च) की कार्रवाई के साथ ही चप्पे-चप्पे पर नाकेबंदी कराई गई। जनपद में कुल 71 स्थानों पर चेक प्वाइंट बनाए गए हैं, जो अंतरराज्यीय व अंतरजनपदीय सीमा पर स्थित हैं।
जिन 71 स्थानों पर चेकपोस्ट बनाए गए हैं, वहां पुलिस की विशेष टीमें तैनात हैं। इनमें अंतरराज्यीय व अंतरजनपीय संग जनपद के भीतर बनने वाले चेक पोस्ट भी शामिल हैं। चुनाव के मद्देनजर सीमावर्ती राज्याें, जनपदों से अवांछनीय लोगों का प्रवेश व गतिविधियां रोकने के लिए निर्देश पुलिस बलों को दिए गए हैं। प्रयागराज कुल छह जनपदों, जबकि एक राज्य से सटा हुआ है।
चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, जौनपुर, संत रविदास नगर और मिर्जापुर जनपद की सीमा प्रयागराज से मिलती है। वहीं, जनपद के दक्षिणी दिशा की सीमा मध्य प्रदेश से सटी हुई है। मतदान के दौरान सीमा पार से अवांछित तत्वों के प्रवेश व गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ही नाकेबंदी कराई गई है।
मप्र सीमा पर काेरांव, शंकरगढ़ व खीरी थाना क्षेत्र में कुल 13 स्थानों पर चेकपोस्ट पर सतर्कता बरती जा रही है। वहीं, पूरामुफ्ती, एयरपोर्ट, मऊआइमा, फूलपुर, हंडिया और मेजा थाना क्षेत्र में 15 अंतरजनपदीय चेक पोस्ट बनाए गए हैं। वहां अगले दो दिनों तक लगातार 24 घंटे निगरानी बरती जाएगी। इसके अलावा जनपद में भी संवेदनशील स्थानाें पर कुल 43 चेकपोस्ट पर सघन चेकिंग शुरू करा दी गई है।
अंतरराज्यीय व अंतरजनपदीय सीमा पर चेकिंग के साथ ही जनपदभर में दौड़ रहे कुल 108 उड़नदस्ते भी हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन शिफ्टों में कुल तीन-तीन फ्लाइंग सर्विलांस व स्टेटिक सर्विलांस टीमें लगातार भ्रमणशील की गई हैं। स्टेटिक टीमों को जनपद के भीतर भ्रमणशील रहकर चुनाव के दौरान अवांछित गतिविधियों को रोकने के लिए जबकि, फ्लाइंग सर्विलांस टीमें को किसी भी सूचना पर तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करने को निर्देशित किया गया है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...