बुधवार, 1 मई 2024

शुगर: ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए

शुगर: ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए 

सरस्वती उपाध्याय 
आजकल लोग शरीर का पहले से ज्यादा ध्यान रखने लगे हैं। खाने की हर चीज पर उनकी नजर होती है कि कहीं इसमें मीठा ज्यादा ना हो। अत्यधिक मीठा खाने से शुगर की बीमारी हो सकती है। इसके बावजूद डायबिटीज महामारी की तरह फैलती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण इंसुलिन हॉर्मोन में गड़बड़ी आना है।
डायबिटीज के साथ मोटापा और फैटी लिवर की समस्या भी आ जाती है। डॉक्टर कहते हैं कि डायबिटिक डाइट में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए। मगर एक सब्जी ऐसी भी है जो जादू की छड़ी का काम करती है। यह ना सिर्फ डायबिटीज के लक्षण कम करती है बल्कि लिवर का फैट कम करने में भी मदद करती है।

बार-बार नहीं आएगा पेशाब

डायबिटीज के कुछ लक्षण अधिकतर मरीजों में दिखाए देते हैं। जिनमें बार-बार पेशाब आना सबसे प्रमुख है। इसे कम करने के लिए कमल ककड़ी खानी चाहिए। यह लो जीआई वेजिटेबल है जिसमें फाइबर भी है। कुछ शोध बताते हैं कि फाइबर लेने से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
लिवर का फैट काटने वाली सब्जी
फैटी लिवर में भी कमल ककड़ी फायदेमंद होती है। NCBI पर मौजदू शोध बताता है कि शराब के बिना बनने वाली फैटी लिवर बीमारी में इसे खाने से फायदा मिलता है। हाई पॉलीफेनोलिक कंपाउंड होने की वजह से यह लिवर की चर्बी घटाने में मदद करती है।

कमजोरी-थकान दूर करने का उपाय

कमल ककड़ी एक प्रोटीन फूड भी है। इसे खाने से मसल्स और ताकत बढ़ाई जा सकती है। जो लोग कमजोरी व थकान से जूझ रहे हैं, वो इसे खाकर शरीर को तगड़ा बना सकते हैं। बच्चों को भी इसका सेवन जरूर करवाना चाहिए।

कमजोर हड्डियों को मिलेगी ताकत

बच्चों के विकास के लिए हड्डियों का मजबूत होना जरूरी है। कमल की जड़ में कैल्शियम की भरमार है। इसमें कॉपर, फॉस्फोरस, जिंक भी होता है, जो हड्डियों को भारी बनाने में कैल्शियम की मदद करते हैं। महिलाओं की डाइट में भी इसे शामिल करना चाहिए।

जल्दी-जल्दी बनेगा खून

महिलाओं को एनीमिया का खतरा ज्यादा रहता है। उन्हें कमल ककड़ी खानी चाहिए, यह आयरन से भरी होती है। इसमें फोलेट भी होता है, जो रेड ब्लड सेल्स बढ़ाते हैं। इसे खाने से इम्यूनिटी भी बढ़ती है और नसें खून से सराबोर हो जाएंगी।

एससी ने 'हिंदू विवाह' को लेकर फैसला सुनाया

एससी ने 'हिंदू विवाह' को लेकर फैसला सुनाया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शादी को लेकर अहम फैसला सुनाया है। अपने इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हिंदू विवाह एक संस्कार है और यह सॉन्ग-डांस, वाइनिंग-डायनिंग का आयोजन नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि अपेक्षित सेरेमनी नहीं की गई है तो हिंदू विवाह अमान्य है और पंजीकरण इस तरह के विवाह को वैध नहीं बताता है। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के तहत हिंदू विवाह की कानूनी आवश्यकताओं और पवित्रता को स्पष्ट किया है।
अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदू विवाह को वैध होने के लिए, इसे सप्तपदी जैसे उचित संस्कार और समारोहों के साथ किया जाना चाहिए और विवादों के मामले में इन समारोह का प्रमाण भी मिलता है। जस्टिस बी. नागरत्ना ने अपने फैसले में कहा, हिंदू विवाह एक संस्कार है, जिसे भारतीय समाज में एक महान मूल्य की संस्था के रूप में दर्जा दिया जाना चाहिए। इस वजह से हम युवा पुरुषों और महिलाओं से आग्रह करते हैं कि वो विवाह की संस्था में प्रवेश करने से पहले इसके बारे में गहराई से सोचें और भारतीय समाज में उक्त संस्था कितनी पवित्र है, इस पर विचार करें।
उन्होंने कहा, विवाह ‘गीत और नृत्य’ और ‘शराब पीने और खाने’ का आयोजन नहीं है या अनुचित दबाव द्वारा दहेज और उपहारों की मांग करने और आदान-प्रदान करने का अवसर नहीं है। जिसके बाद किसी मामले में आपराधिक कार्यवाही की शुरुआत हो सकती है। विवाह कोई व्यावसायिक लेन-देन नहीं है। यह भारतीय समाज का ऐसा महत्वपूर्ण आयोजन है, जो एक पुरुष और एक महिला के बीच संबंध स्थापित करने के लिए मनाया जाता है, जो भविष्य में एक विकसित होते परिवार के लिए पति और पत्नी का दर्जा प्राप्त करते हैं।

'गूगल' ने पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाला

'गूगल' ने पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाला

अखिलेश पांडेय 
वाशिंगटन डीसी। दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल में कॉस्ट कटिंग के बहाने पूरी टीम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बीते कुछ महीनों से लगातार जॉब कट की खबरें आ रही हैं। कॉस्ट कटिंग के नाम पर अब गूगल ने एक और बड़ा फैसला लिया है। गूगल ने इस मामले पर बात करते हुए टेक क्रंच को बताया कि छंटनी का नया दौर कंपनी की ऑर्गनाइजेशनल रिस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है।
गूगल ने आगे कहा कि कंपनी ने पाइथन से निकाले गए कर्मचारियों को दूसरी टीमों में शामिल होने का ऑफर भी दिया है। गूगल ने यह भी कहा है कि वह निकाली गई टीम को मुआवजा देने के बारे में सोच रहा है। गूगल ने आगे कहा कि उसे उम्मीद है कि गूगल और निकाली गई टीम के बीच कोई समस्या नहीं होगी। गूगल के अनुसार अगर आंतरिक रूप से चीजें काम नहीं करती हैं, तो हो सकता है कि नौकरी की संभावनाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस साल गूगल में छंटनी के बारे में हमें कई बार सुनने को मिल है। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी अगले लेऑफ से पहले एम्प्लॉयीज को झटका देने की बजाय चीजों प्लान करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने अपनी पूरी पाइथन टीम को नौकरी से निकाल दिया है। बताया जा रहा है कि कंपनी यूनाइटेड स्टेट्स के बाहर सस्ते एम्प्लॉयीज को काम पर रख कर पाइथन के बिजनेस को रन के बारे में सोच रही है।इस हफ्ते की शुरुआत में आई एक रिपोर्ट के अनुसार गूगल जर्मनी के म्यूनिख में एक नई टीम को सेट करने जा रहा है।
इसकी कॉस्ट गूगल के लोकल टैलेंट्स की सैलेरी से काफी कम होगी। पायथन टीम इंजीनियरों का एक ग्रुप है, जो अलग-अलग प्रोडक्टस में यूज की जाने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की डिमांड और इशूज को संभालते हुए उन्हें स्टेबल रखता है। रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि इन बदलावों से गूगल की कितनी बचत होगी। हालांकि, ऐसा लग रहा है कि कंपनी अपने इस फैसले से खुश है।

भारत: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव आया

भारत: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव आया 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आये बदलाव के आधार पर बुधवार को देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव आया है। जहां कुछ राज्यों में इसके दाम बढ़े हैं, वहीं कुछ में कम हुए हैं। अगर राज्य स्तर पर बात करें तो आज बिहार में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हुई हैं। यहां पेट्रोल के दाम 12 पैसे घटकर 107.00 रुपये प्रति लीटर और डीजल 17 पैसे कम होकर 93.72 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।इसके अलावा छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पंजाब, तामिलनाडु और उत्तराखंड में भी आज पेट्रोल-डीजल सस्ता हुआ है। वहीं, दूसरी ओर आंध्रप्रदेश, असम, गोवा , गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा और यूपी में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं।
वहीं, चारों महानगरों की बात करें तो राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.76 रुपये और डीजल की कीमत 87.66 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.13 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। वहीं कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 103.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.74 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.32 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है जबकि बेंगलुरु में पेट्रोल 99.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल 85.92 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य शहरों की बात करें तो नोएडा में पेट्रोल 94.81 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.94 रुपये प्रति लीटर, गुरुग्राम में पेट्रोल 95.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.03 रुपये प्रति लीटर, चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.38 रुपये प्रति लीटर, हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर, जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर, पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.03 रुपये प्रति लीटर, लखनऊ: पेट्रोल 94.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.74 रुपये प्रति लीटर पर है।

रूस का हमला, इमारत हैरी पॉटर कैसल तबाह

रूस का हमला, इमारत हैरी पॉटर कैसल तबाह 

अखिलेश पांडेय 
मॉस्को। यूक्रेन और रूस के बीच स्थित काला सागर के ओडेसा बंदरगाह पर रूस की ओर से हमला किया गया है। इस खबर की पुष्टि यूक्रेन के अधिकारियों द्वारा की गई है। यूक्रेन के एक अधिकारी ने इसको लेकर बताया कि रूस की ओर से समुंद्र के किनारे एक के बाद एक कई धमाके हुए। इस हमले में ओडेसा की मशहूर इमारत हैरी पॉटर कैसल भी तबाह हो गया। इस दौरान कई शैक्षणिक संस्थान पर भी हमला हुआ। हमले की वजह से कैसल से आग की लपटें बाहर तक देखने को मिल रही थी। उस बिल्डिंग में मौजूद सामान भी पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।
इस हमले में हैरी पॉटर कैसल के अलावा इलाके में स्थित 20 से अधिक मकानों को भी नुकसान पहुंचा। जिसके बाद वहां रह रहे लोगों के लिए स्थिति और गंभीर हो गई है। वहीं इस हमले में प्रयोग हुए युद्ध मैटेरियल की बात करें तो ये सभी अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लघंन करते हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार घायलों में दो बच्चे और गर्भवती महिला भी है। जो मानवता को शर्मसार करने वाला है। वहीं रूस के अधिकारियों ने ये भी दावा किया है कि यूक्रेन द्वारा क्रीमिया में किए गए बड़े मिसाइल अटैक और ड्रोन हमले को रोकने में सफलता मिली। जबकि एक रूसी ब्लॉगर्स ने यह भी दावा किया कि हमले होने वाले इलाकों में मुख्य रूप से हवाई क्षेत्र शामिल थे।

गिरफ्तार नेता चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे, खारिज

गिरफ्तार नेता चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगे, खारिज 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने गिरफ्तार नेताओं को डिजिटल तरीके से चुनाव प्रचार करने की अनुमति देने संबंधी एक याचिका बुधवार को खारिज कर दी और कहा कि यह अर्जी ‘बहुत ही दुस्साहसिक’ एवं कानून के मौलिक सिद्धांतों के विरुद्ध है। 
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पी. एस. अरोड़ा की पीठ ने कहा कि अदालतें नीतिगत निर्णय नहीं लेती हैं और ऐसे मुद्दों पर निर्णय लेना संसद का काम है। पीठ ने कहा, ‘‘हम ऐसे किसी भी व्यक्ति को चुनाव प्रचार करने की अनुमति नहीं दे सकते, जो हिरासत में है। अन्यथा, सभी बलात्कारी, हत्यारे चुनाव से महज पहले राजनीतिक दल बनाने लगेंगे।’’ 
उच्च न्यायालय ने याचिकाकर्ता को जुर्माना लगाने की चेतावनी दी, लेकिन बाद में ऐसा न करने को आग्रह उस वक्त स्वीकार कर लिया, जब उसके वकील ने कहा कि याचिकाकर्ता एक छात्र है। अदालत विधि छात्र अमरजीत गुप्ता की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। गुप्ता निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता की घोषणा किये जाने के बाद नेताओं, खासकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, की गिरफ्तारी के समय को लेकर आहत हैं। 
पीठ ने कहा, ‘‘ठीक है, हम जुर्माना नहीं लगायेंगे, लेकिन आप उन्हें (याचिकाकर्ता को) शक्तियों के विभाजन के बारे में बताइए।’’ सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा, ‘‘आप बहुत ही दुस्साहसी बन रहे हैं। यह बहुत ही दुस्साहसपूर्ण है। यह याचिका कानून के मौलिक सिद्धांतों के विरुद्ध है। आप हमें कानून के विरुद्ध काम करने को कह रहे हैं। हम कानून नहीं बनाते हैं, हम नीतिगत निर्णय नहीं लेते हैं।’’ 
पीठ ने कहा, ‘‘हम राजनीति से दूर रहना चाहते हैं और आज ज्यादा से ज्यादा लोग हमें राजनीति में धकेल रहे हैं। आप हमें राजनीति में अधिक खींच रहे हैं। एक व्यक्ति आता है और कहता है कि उसे (केजरीवाल की ओर प्रत्यक्ष इशारा करते हुए) जेल से बाहर कीजिए, एक व्यक्ति कहता है कि उसे जेल में रखिए। आरोपी कानूनी उपचार का रास्ता अपना रहा है। 
अदालतें न्यायिक मस्तिष्क लगाकर आदेश जारी कर रही हैं।’’ उच्च न्यायालय ने कहा कि इस याचिका में प्रचार पाने की बात शामिल है। जब याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के लागू हो जाने के बाद किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता, तब न्यायालय ने कहा, ‘‘यदि एक प्रत्याशी चुनाव लड़ रहा है और हत्या कर देता है, तो इसका क्या यह मतलब है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।’’
पीठ ने कहा, "आप क्या कर रहे हैं? कृपया समझें। हत्या और बलात्कार में शामिल लोग चुनाव से पहले राजनीतिक दल बनाना शुरू कर देंगे। इसमें हस्तक्षेप करना हमारा काम नहीं है। हम कानून नहीं बना सकते।"

बारिश की वजह से हाईवे का हिस्सा ध्वस्त, 19 मरे

बारिश की वजह से हाईवे का हिस्सा ध्वस्त, 19 मरे

सुनील श्रीवास्तव 
बीजिंग। अपनी हरकतों को लेकर विश्व भर के अन्य देशों को समय-समय पर परेशान करके रखने वाले ड्रैगन (चीन) के ऊपर जल-जले की मार पड़ गई है। भारी बारिश की वजह से हाईवे का हिस्सा ढहकर पानी में बह गया है। इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई है। मौके पर पहुंची राहत टीमें मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू कर उन्हें इमरजेंसी सेवाएं देने में जुटी हुई है। चीन के गुआनडोंग प्रांत में आई भारी बारिश और तूफान की चपेट में आकर हाईवे का एक बड़ा हिस्सा ढह गया है। हाईवे के ध्वस्त हो जाने से हाईवे पर गाड़ियों में सवार होकर आवागमन कर रहे 19 लोगों की मौत हो गई है। चीन के स्टेट मीडिया के मुताबिक मंगलवार की देर रात आई भारी बारिश और तूफान की वजह से हाईवे का हिस्सा ढहने के कारण 18 से अधिक गाड़ियां हाईवे के मलबे के नीचे दब गई है। मलबे में दबी गाड़ियों के भीतर तकरीबन 50 लोग सवार थे, जिनमें से 19 लोगों की मौत हो गई है और बाकी बचे 30 लोगों को रेस्क्यू करते हुए उन्हें इमरजेंसी सेवाएं दी जा रही है।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...