शुगर: ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए
सरस्वती उपाध्याय
आजकल लोग शरीर का पहले से ज्यादा ध्यान रखने लगे हैं। खाने की हर चीज पर उनकी नजर होती है कि कहीं इसमें मीठा ज्यादा ना हो। अत्यधिक मीठा खाने से शुगर की बीमारी हो सकती है। इसके बावजूद डायबिटीज महामारी की तरह फैलती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण इंसुलिन हॉर्मोन में गड़बड़ी आना है।
डायबिटीज के साथ मोटापा और फैटी लिवर की समस्या भी आ जाती है। डॉक्टर कहते हैं कि डायबिटिक डाइट में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड खाने चाहिए। मगर एक सब्जी ऐसी भी है जो जादू की छड़ी का काम करती है। यह ना सिर्फ डायबिटीज के लक्षण कम करती है बल्कि लिवर का फैट कम करने में भी मदद करती है।
बार-बार नहीं आएगा पेशाब
डायबिटीज के कुछ लक्षण अधिकतर मरीजों में दिखाए देते हैं। जिनमें बार-बार पेशाब आना सबसे प्रमुख है। इसे कम करने के लिए कमल ककड़ी खानी चाहिए। यह लो जीआई वेजिटेबल है जिसमें फाइबर भी है। कुछ शोध बताते हैं कि फाइबर लेने से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
लिवर का फैट काटने वाली सब्जी
फैटी लिवर में भी कमल ककड़ी फायदेमंद होती है। NCBI पर मौजदू शोध बताता है कि शराब के बिना बनने वाली फैटी लिवर बीमारी में इसे खाने से फायदा मिलता है। हाई पॉलीफेनोलिक कंपाउंड होने की वजह से यह लिवर की चर्बी घटाने में मदद करती है।
कमजोरी-थकान दूर करने का उपाय
कमल ककड़ी एक प्रोटीन फूड भी है। इसे खाने से मसल्स और ताकत बढ़ाई जा सकती है। जो लोग कमजोरी व थकान से जूझ रहे हैं, वो इसे खाकर शरीर को तगड़ा बना सकते हैं। बच्चों को भी इसका सेवन जरूर करवाना चाहिए।
कमजोर हड्डियों को मिलेगी ताकत
बच्चों के विकास के लिए हड्डियों का मजबूत होना जरूरी है। कमल की जड़ में कैल्शियम की भरमार है। इसमें कॉपर, फॉस्फोरस, जिंक भी होता है, जो हड्डियों को भारी बनाने में कैल्शियम की मदद करते हैं। महिलाओं की डाइट में भी इसे शामिल करना चाहिए।
जल्दी-जल्दी बनेगा खून