शनिवार, 9 मार्च 2024

पीएम मोदी ने वाराणसी में रोड शो किया

पीएम मोदी ने वाराणसी में रोड शो किया 

संदीप मिश्र 
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में रोड शो किया। पीएम मोदी के बनारस दौरे की शुरुआत रोड शो से हुई है। पीएम एयरपोर्ट से ही रोड शो कर रहे हैं, जो कि कपिल चौरा, लहुराबीर होते हुए काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे गए हैं। जहां, पीएम मोदी काशी विश्वनाथ का दर्शन करेंगे और श्रृंगार आरती में शामिल होंगे। पीएम की एक झलक पाने के लिए लोग सड़कों के किनारे खड़े नजर आए हैं। वहीं, पीएम हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन भी करते हुए नजर आए हैं। पीएम मोदी के एयरपोर्ट पहुंचने पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने स्वागत किया। इसके बाद रोड शो शुरू हो गया. बीजेपी की पहली लिस्ट में सबसे पहला नाम पीएम मोदी का ही था। पार्टी ने उन्हें एक बार फिर से वाराणसी से चुनाव मैदान में उतारा है। इससे पहले 2014 और 2019 में पीएम मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से बंपर जीत हासिल की थी।

डीएम-एसपी ने जन-शिकायतों को सुना, निर्देश

डीएम-एसपी ने जन-शिकायतों को सुना, निर्देश 

थाना पश्चिम शरीरा तथा कौशांबी में डीएम-एसपी ने सुनी जन-शिकायतें

राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर जाकर निस्तारित करने के दिये निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी राजेश कुमार राय एवं पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने थाना समाधान दिवस के अवसर पर थाना पश्चिम शरीरा तथा कौशांबी में जन-शिकायतों को सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल मौके पर जाकर निस्तारित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने थाना पश्चिम शरीरा में समाधान दिवस रजिस्टर की जॉच करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को प्रतिदिन जनसुनवाई में प्राप्त प्रार्थना-पत्रों को रजिस्टर में अंकित कर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिए। 
थाना पश्चिम शरीरा में कुल 05  शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 02  शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया, शेष शिकायतों के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर जाकर निस्तारित करने के निर्देश दिए।  इसी प्रकार थाना कौशांबी  में कुल 01 शिकायत प्राप्त हुई,जिसका निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया।
गणेश साहू

ऐलान: अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी 'बसपा'

ऐलान: अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी 'बसपा' 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने ऐलान किया है कि बहुजन समाज पार्टी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने किसी तीसरे मोर्चे और किसी के साथ गठबंधन करने के अटकलों पर भी विराम लगा दिया है। दरअसल, इंडिया गठबंधन से करीबी बढ़ने की चर्चाएं चल रहीं थीं। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर बड़ा एलान किया है। पोस्ट में उन्होंने अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है।
मायावती ने लिखा कि बीएसपी देश में लोकसभा का आमचुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी व दमदारी के साथ लड़ रही है। ऐसे में चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा आदि बनाने की अफवाह फैलाना यह घोर फेक व गलत न्यूज़। मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए। लोग भी सावधान रहें।
ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल।

रालोद व एनडीए गठबंधन, चौधरी को सलाह दी

रालोद व एनडीए गठबंधन, चौधरी को सलाह दी

गोपीचंद 
बागपत। बागपत जनपद में महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव का जलाभिषेक करने पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने रालोद व एनडीए गठबंधन को लेकर रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को सलाह दी है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि राजनैतिक पार्टियों के गठबंधन तो होते रहते हैं, और टूटते रहते हैं। भाकियू राजनैतिक पार्टी नहीं है। भाकियू ने हमेशा किसानों के हकों की लड़ाई लड़ने का कार्य किया है।
शुक्रवार को महाशिवरात्रि के पर्व पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत जिवाना गांव में स्थित श्री सिद्ध गुरु नीलकंठ आश्रम में भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए पहुंचे। उन्होंने आश्रम के सिद्ध गुरु महाराज से आशीर्वाद लिया।
आश्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भाजपा रालोद के गठबंधन के बारे में कहा कि राजनैतिक पार्टियों के गठबंधन होते रहते हैं, और टूटते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष को गठबंधन करने से पहले बड़े किसान नेताओं से बातचीत करनी चाहिए थी। भाकियू राजनैतिक पार्टी नहीं है। भाकियू को कोई फर्क नहीं पड़ता किसका गठबंधन किससे हो रहा है।
भाकियू ने हमेशा किसानों के हक़ों की लड़ाई लड़ी है और कोई भी सरकार हो किसानों के लिए भाकियू की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि किसानों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि वह संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 14 मार्च को दिल्ली रामलीला मैदान में किसान महापंचायत में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र प्रदूषण से मुक्त हो, एमएसपी कानून बने। उन्होंने किसान मोर्चा के आह्वान पर 14 मार्च को भाकियू पदाधिकारियों व किसानों से दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचने की अपील की।

उन्होंने कहा कि सरकार का जो घोषणा पत्र था, उसका पता ही नहीं चला। आज तक वह घोषणा पत्र लागू ही नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि विद्युत नलकूप की जो बिल फ्री की घोषणा हुई है, वह पूर्ण रूप से फ्री हो। किसानों को विद्युत कनेक्शन निशुल्क मिलें। कहा कि किसान एकजुट हों और अपनी लड़ाई लड़ें। किसानों को संघर्ष करना होगा। सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाए। साथ ही कहा कि बरसात व ओलावृष्टि से किसानों की फसल को जो नुकसान हुआ है, वहां के किसानों को मुआवजा दिया जाए। वह पूर्व जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह दबथुवा के यहां निजी समारोह में शामिल होने आए थे। वहीं, बीमार चल रहे भाकियू पदाधिकारी जगवीर दबथुवा का हाल-चाल जानने वह उनके घर पहुंचे।
मेरठ से सटे गांव रोहटा में आयोजित भारतीय किसान यूनियन की पंचायत में 14 मार्च को दिल्ली चलने का आह्वान किया गया। भाकियू के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की पंचायत में ग्रामीणों से कहा कि सभी कार्यकर्ता एवं किसान भारी संख्या में दिल्ली चलकर किसान संघर्ष को मजबूत करने एवं संगठन को मजबूती देने का कार्य करेंगे।
इस दौरान गांव रोहटा में सभी किसानों एवं कार्यकर्ताओं ने हाथ उठाकर एकता बनाए रखने का आश्वासन दिया। इस दौरान संगठन विस्तार अभियान को लेकर जागरूक किया। भाकियू के पदाधिकारी महबूब सोलाना ने कहा कि 14 मार्च को जनपद मेरठ के सभी ग्रामों से हजारों किसान दिल्ली पंचायत में प्रतिभाग करने जाएंगे। इसकी तैयारी सभी अपने-अपने स्तर से कर रहे हैं और यूनियन के पदाधिकारी लगातार किसानों से संपर्क बनाए हुए हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-141, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. रविवार, मार्च 10, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अमावस्या, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 07:13, सूर्यास्त: 06:52।

5. न्‍यूनतम तापमान- 17 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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शुक्रवार, 8 मार्च 2024

जयशंकर ने निक्केई फोरम में हिस्सा लिया

जयशंकर ने निक्केई फोरम में हिस्सा लिया         

अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/टोक्यो। जापान के दौरे पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शुक्रवार को भारत-जापान साझेदारी पर आयोजित निक्केई फोरम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों पर जोर दिया।

फोरम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा दुनिया बदल रही है, कई क्षेत्र बदल रहे हैं। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र अब बदलने लगा है। भारत और जापान भी अपनी गति से आगे बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि हमारे संबंधों में दुनिया के कई मुद्दों के समाधान निहित है।

इसके अलावा उन्होंने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया। जयशंकर ने ‘क्वाड’ को एक साझा हित का मंच बताया, जिसमें भारत और जापान के अलावा अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मंच पर ऊर्जा एवं प्रौद्योगिकी मुद्दों पर विमर्श के अलावा परमाणु ऊर्जा पर भी स्पष्ट रूप से चर्चा होनी चाहिए।

जयशंकर जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा के साथ 16वीं भारत-जापान विदेश मंत्री स्तर की रणनीतिक वार्ता में भाग लेने के लिए 7-8 मार्च को टोक्यो की यात्रा पर थे। उन्होंने अपनी समकक्ष के साथ उभरती प्रौद्योगिकियों सहित विस्तार के नए और महत्वाकांक्षी क्षेत्रों पर चर्चा की। इसके अलावा विदेश मंत्री ने टोक्यो में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री स्‍वर्गीय शिन्‍जो आबे की पत्‍नी अकी आबे से मुलाकात की और भारत-जापान संबंधों के विकास में शिन्जो के बहुमूल्‍य योगदान को याद किया।

उन्होंने यहां गुरुवार को ‘रायसीना गोलमेज सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए वैश्विक संगठन में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया। जयशंकर ने कहा संयुक्त राष्ट्र में सुधार बहुत महत्वपूर्ण है। जी4 समूह के साथी सदस्यों के रूप में, भारत और जापान संयुक्त राष्ट्र संरचनाओं को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं।

अच्छे खीरे की पहचान के तरीके, जानिए

अच्छे खीरे की पहचान के तरीके, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
गर्मी के मौसम में शरीर को तरोताजा रखने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जो आपकी बॉडी को हाइड्रेटेड रखती हैं। खासतौर पर गर्मी के मौसम में आने वाले फल सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
मगर फलों के सेवन के साथ ही आपको इस बात का ख्‍याल रखना भी जरूरी है कि बाजार से आप जो फल खरीद रहे हैं वह खाने में स्‍वादिष्‍ट और सेहत के लिए अच्‍छा है भी या नहीं है। ऐसे ही फलों में खीरे का नाम भी आता है।
वैसे तो खीरा आपको हर मौसम में मिल जाएगा। मगर अच्‍छा और देसी खीरा केवल गर्मियों के मौसम में ही आता है। खासतौर पर मार्च से लेकर जून तक के महीनों में लू चलने के कारण अच्‍छे और मीठे खीरे की पैदावार बहुत होती है।
खीरा एक सस्‍ता फल होने के साथ ही स्‍वादिष्‍ट और सेहतमंद भी होता है। मगर इसे खरीदते वक्‍त यदि आप सावधानी नहीं बरतेंगे तो कड़वा, बेस्‍वाद और बीज वाला खीरा आप घर ले आएंगे। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि जब आप खीरा खरीदें तो किन बातों का विशेष रूप से ध्‍यान रखें।

खीरे के छिलके को देखें

बाजार में आपको खीरे की कई वैरायटी मिल जाएंगी। मगर यदि आप देसी खीरा खरीदना चाहती हैं तो आपको खीरे का छिलका देखना चाहिए। खीरे का छिलका अगर गहरा हरा और कहीं-कहीं से पीलापन लिए हुए है और उसमें दाने उभरे हुए हैं तो जान लें कि वह देसी खीरा है।आप इस तरह के खीरे को खरीद सकते हैं।

खीरा में कितना कसाव है देखें

खीरा लेते वक्‍त यह भी देखें कि वह मुलायम तो नहीं है। मुलायम खीरे अंदर से अधिक बीज वाले और गले हुए हो सकते हैं। दरअसल, जब खीरा जरूरत से ज्‍यादा पक जाता है तो वह इस तरह का हो जाता है। आपको सख्‍त खीरा ही चुनना चाहिए, इसके लिए आप खीरा लेने से पहले उसे दबा कर देखें।

खीरे का आकार देखना भी है जरूरी

बाजार में छोटे, बड़े, मोटे और टेढ़े-मेढ़े कई आकार के खीरे आपको मिल जाएंगे। मगर बेस्‍ट होगा कि आप साइज में छोटे खीरे खरीदें। इसके साथ ही खीरा न बहुत अधिक पतला होना चाहिए और न बहुत अधिक मोटा होना चाहिए। अधिक बड़े और मोटे आकार के खीरे में अधिक बीज निकल सकते हैं और बहुत अधिक पतला खीरा कच्‍चा और कड़वा हो सकता है।

न खरीदें इस तरह का खीरा

खीरा अगर कटा हुआ है और बहुत अधिक मुड़ा हुआ है तो ऐसे खीरे भी नहीं खरीदने चाहिए। इसके साथ ही खीरे में उभरी हुई हरी रेखाएं नजर आ रही हों तो जान लें कि वह देसी खीरा नहीं है।

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...