मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024

पीएम ने भारत-यूएई के बीच संबंधों की तारीफ की

पीएम ने भारत-यूएई के बीच संबंधों की तारीफ की

अखिलेश पांडेय 
आबूधाबी। आबू धाबी में आयोजित अहलान मोदी कार्यक्रम में 60 हज़ार भारतीय नागरिकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और यूएई के बीच संबंधों की जमकर तारीफ की। उन्होंने भारत यूएई संबंध जिंदाबाद के नारे भी लगवाए। प्रधानमंत्री मोदी ने यूएई में बने पहले हिन्दू मंदिर के निर्माण से जुड़ा किस्सा सुनते हुए कहा कि यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से जब हिन्दू मंदिर बनाने की इच्छा जताई तो उन्होंने कहा था। आप जिस जमींन पर लकीर खींच देंगे। वही जमीन आपको दे दी जाएगी।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में शामिल हुए भारतीय समुदाय का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि आज की यादें जीवन भर मेरे साथ भी रहने वाली हैं। मैं आपके लिए भारत की मिट्टी की खुशबू लेकर आया हूं। इस कार्यक्रम का आयोजन अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज में अपने परिवारजनों से मिलने के लिए यूएई आया हूं। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम के लिए यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का आभार भी जताया।

2015 की यात्रा को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 की अपनी यूएई यात्रा को भी याद किया। उन्होंने कहा कि तब मुझे केंद्र सरकार में आए ज्यादा समय नहीं हुआ था। डिप्लोमेसी की दुनिया भी मेरे लिए नई थी। तब एयरपोर्ट पर मेरा स्वागत करने के लिए तब के क्राउन प्रिंस और आज के राष्ट्रपति अपने पांच भाईयों के साथ आए थे। उनकी गर्मजोशी उनकी आंखों में वो चमक मैं कभी नहीं भूल सकता। उस पहली मुलाकात में मुझे ऐसा लगा कि मैं किसी करीबी के घर आया हूं। वो भी एक परिवार की तरह मेरा सत्कार कर रहे थे। लेकिन, वो सत्कार सिर्फ मेरा नहीं था, वो स्वागत 140 करोड़ भारतीयों का था। वो सत्कार यूएई में रहने वाले प्रत्येक भारतीय का था।

हमने यूएई के राष्ट्रपति को भारत बुलाकर आभार जताया
पीएम मोदी ने कहा कि यह यूएई की मेरी सातवीं यात्रा है। भाई शेख मोहम्मद बिन जायद आज भी मुझे एयरपोर्ट पर रिसीव करने आए थे। उनकी गर्मजोशी वही थी, उनका अपनापन वही था। और यही बात हमें खास बना देती है। मुझे खुशी है कि हमें भी चार बार उनका स्वागत करने का अवसर मिला है। कुछ दिन पहले ही वो गुजरात आए थे। तब वहां लाखों लोग उनका आभार व्यक्त करने के लिए सड़क के दोनों तरफ जमा हो गए थे। आप जानते हैं कि आभार किस लिए? आभार इसलिए, क्योंकि वह यूएई में आप सभी का जिस तरह ध्यान रख रहे हैं, वो जिस तरह आपके हितों की चिंता करते हैं, वैसा कम ही देखने को मिलता है। इस कारण उनका धन्यवाद व्यक्त करने लिए उत्साह में लोग अपने घरों से निकल आए।

यूएई निवासी भारतीयों की तारीफ
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूएई ने मुझे अपने सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ जायद से सम्मानित किया है। यह सभी भारतीयों का सम्मान है। मैं जब भी अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद से मिलता हूं तो वो आप सब की बहुत तारीफ करते हैं। वह यूएई के विकास में आपकी भूमिका की प्रशंसा करते हैं। इस जायद स्टेडियम में भी आपके पसीने की महक आ रही है। उन्होंने अपने दिल में भारतीयों को जगह दी है। समय के साथ यह रिश्ता दिनोंदिन और मजबूत होता जा रहा है। इसमें भी शेख मोहम्मद बिन जायद की भूमिका है।

सीबीएसई ऑफिस खोलेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की, कि अबुधाबी में जल्दी ही सीबीएसई का कार्यालय खोला जायेगा जिससे यहाँ रहने वाले भारतीय छात्रों को बड़ी सुविधा हो सकेगी।

आज मनाया जाएगा 'बसंत पंचमी' का पर्व

आज मनाया जाएगा 'बसंत पंचमी' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 
इस साल 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। साधक विद्या और ज्ञान की प्राप्ति के लिए मां शारदा की विधिवत पूजा-आराधना की जाती है। इस त्योहार को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से करियर में आ रही बाधाओं से छुटकारा मिलता है और जीवन के हर क्षेत्र में अपार सफलता मिलती है। आइए जानते हैं बसंत पंचमी तिथि का शुभ मुहूर्त, पूजाविधि, मंत्र, आरती और उपाय….

बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त 
पंचांग के अनुसार, इस बार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का आरंभ 13 फरवरी को दोपहर 2 बजकर 41 मिनट पर शुरू हो रहा है और अगले दिन यानी 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर समाप्त होगी।

पूजा का शुभ मुहूर्त 
बसंत पंचमी के दिन 14 फरवरी 2024 को सुबह 7 बजकर 1 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक पुजा का शुभ मुहूर्त बन रहा है।

सामग्री लिस्ट 
हल्दी, अक्षत, केसर, पीले वस्त्र, इत्र, सुपारी, दूर्वा, कुमकुम, पीला चंदन,धूप-दीप, गंगाजल, पूजा की चौकी,लौंग, सुपारी, तुलसी दल और भोग के लिए मालपुआ, लड्डू, सूजी का हलवा या राजभोग में से किसी भी चीज का भोग लगा सकते हैं।

पूजा-विधि 
सरस्वती पूजा के लिए सुबह जल्दी उठें।
स्नानादि के बाद पीले वस्त्र धारण करें।
मंदिर की साफ-सफाई करें।
इसके बाद मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
उन्हें पीले रंग का वस्त्र अर्पित करें।
अब रोली, मोली, चंदन, केसर,हल्दी पीले या सफेद रंग का वस्त्र अर्पित करें।
मां सरस्वती को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं।
इसके बाद सरस्वती वंदन का पाठ करें।
मां सरस्वती के बीज मंत्रों का जाप करें।
अंत में मां सरस्वती समेत सभी देवी-देवताओं की आरती उतारें।
पूजन के बाद सभी लोगों को प्रसाद बांटे और खुद भी सेवन करें।

बीज मंत्र 
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए ‘ओम् ऐं सरस्वत्यै  नम:’  मंत्र का 108 बार जाप कर सकते हैं।

सरस्वती वंदना 
या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।

पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए

पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को सड़क पर किलेबंदी कर और कंटीले तार लगाकर रोकने की बजाय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों से मिलकर उनकी बात सुननी चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली आ रहे किसानों को बंदूक की बल पर और तानाशाही करके रोका नहीं जाना चाहिए। बल्कि उनकी मांगों पर विचार किया जाना चाहिए और खुद श्री मोदी को उनसे बात करनी चाहिए।  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा “कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीलें और बंदूक़ें… सबका है इंतज़ाम,तानाशाही मोदी सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम। याद है ना 'आंदोलनजीवी' व 'परजीवी' कहकर किया था बदनाम और 750 किसानों की ली थी जान। दस सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं — 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी,स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक़ इनपुट कॉस्ट के साथ 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करनाऔर एमएसपी को क़ानूनी दर्जा देना।” इस बीच कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा “जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा। किसानों की आवाज को दबाने के लिए भाजपा सरकार ने देश की राजधानी दिल्ली को ‘पुलिस छावनी’ में तब्दील कर दिया है, जैसे किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो। दिल्ली के चारों तरफ, खासतौर से हरियाणा और दिल्ली बॉर्डर पर मंजर क्या है ?” उन्होंने किसानों को रुक जाने को लेकर सरकार से सवाल किया और कहा “दिल्ली की सत्ता में बैठे क्रूर और अहंकारी सत्ताधारियों से हमारे सवाल-क्या देश के अन्नदाता न्याय मांगने दिल्ली नहीं आ सकते। क्या सरकार मानती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं। देश के अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाएं। जब किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय है तो फिर किसान की राह में कीलें और कंटीली तारें क्यों। मोदी सरकार ने 18 जुलाई, 2022 को तीन काले कानून वापस लेने के बाद किसानों से एमएसपी के लिए कानून बनाने का वादा किया था। किसान मोदी सरकार से इस वादे की गारंटी क्यों न मांगे। क्या सरकार को देश की मिट्टी का दर्द और आत्महत्या करते अन्नदाताओं की वेदना सुनाई नहीं देती। कांग्रेस नेता ने कहा “कांग्रेस किसानों के न्याय की मांग का समर्थन करती है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और राहुल गांधी जी भी किसान न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री जी खुद किसानों से बात करें और उन्हें न्याय दें।”

पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, विचार-विमर्श किया

पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, विचार-विमर्श किया

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। जिला अधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस पर्यवेक्षक तथा परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक एवं प्रबंधकों के साथ आगामी 17 एवं 18 फरवरी को होने वाली पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर विचार-विमर्श किया और परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 
मंगलवार को जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा जिला पंचायत सभागार में स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस पर्यवेक्षक, परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक/प्रबन्धकों व परीक्षा से सम्बन्धित अन्य अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गयी। गोष्ठी के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर सत्य नारायण प्रजापत, पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह व परीक्षा डियूटी से सम्बन्धित पुलिस व प्रशासन के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। गोष्ठी के दौरान जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों के बैठने की उचित व्यवस्था करने, सीसीटीवी कैमरों को चेक करने, परीक्षा में फर्जीवाडा एवं नकल पर पूर्णतः रोक लगाने और परीक्षा की शुचिता बनाये रखने के लिए कडे प्रबंध करने, कही भी फर्जीवाडे की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कठोर कार्यवाही करने, सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस बल की डियूटी लगाने, जनपद में यातायात व्यवस्था बनाये रखने तथा राजपत्रित अधिकारियों व थाना प्रभारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में परीक्षा की संवेदनशीलता के दृष्टिगत भ्रमणशील रहकर परीक्षा केन्द्रों पर लगे पुलिस बल को चेक करने सहित अन्य आवश्यक दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया। इस दौरान बताया गया कि मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा परीक्षा के दौरान आने वाले अभ्यर्थियों की सहायता हेतु रेलवे स्टेशन व बस स्टैण्ड पर पुलिस बूथ भी बनाये जा रहे है। 
जिससे परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र ढूंढने व अन्य किसी प्रकार की असुविधा न हो। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा दिनांक 17.2.2024 व 18.2.2024 को चार पालियों में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जनपद मुजफ्फरनगर में उक्त परीक्षा 24 केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी।

मौर्य ने राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया

मौर्य ने राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया 

विजय भाटी 
गौतमबुद्ध नगर। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा है। इसको लेकर उन्होंने लिखा भी है कि ‘पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए मैं तत्पर रहू़ंगा’।
अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद के त्याग-पत्र ने यूपी की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने एक्स अकाउंट पर त्यागपत्र को साझा करते हुए संज्ञानार्थ लिखा है और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी को टैग किया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिया है, उन्होंने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा है। इसको लेकर उन्होंने लिखा भी है कि ‘पद के बिना भी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए मैं तत्पर रहू़ंगा’।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने त्यागपत्र में लिखा, ‘जबसे में समाजवादी पार्टी में सम्मिलित हुआ, लगातार जनाधार बढ़ाने की कोशिश की। सपा में शामिल होने के दिन ही मैंने नारा दिया था “पच्चासी तो हमारा है, 15 में भी बंटवारा है”। हमारे महापुरूषों ने भी इसी तरह की लाइन खींची थी। भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर आंबेडकर ने “बहुजन हिताय बहुजन सुखाय” की बात की तो डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा कि “सोशलिस्टो ने बांधी गांठ, पिछड़ा पावे सो में साठ”, शहीद जगदेव बाबू कुशवाहा व मा. रामस्वरूप वर्मा जी ने कहा था “सौ में नब्बे शोषित हैं, नब्बे भाग हमारा है”, इसी प्रकार सामाजिक परिवर्तन के महानायक काशीराम साहब का भी वही था नारा “85 बनाम 15 का”।
किंतु पार्टी द्वारा लगातार इस नारे को निष्प्रभावी करने एवं वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सैकड़ों प्रत्याशियों का पर्चा व सिंबल दाखिल होने के बाद अचानक प्रत्याशियों के बदलने के बावजूद भी पार्टी का जनाधार बढ़ाने में सफल रहे, उसी का परिणाम या कि सपा के पास जहां मात्र 45 विधायक थे वहीं पर विधानसभा चुनाव 2022 के बाद यह संख्या 110 विधायकों की हो गई थी। तद्नतर बिना किसी मांग के आपने मुझे विधान परिषद् में भेजा और ठीक इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव बनाया, इस सम्मान के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
त्यागपत्र में स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे लिखा, पार्टी को ठोस जनाधार देने के लिए जनवरी-फरवरी 2023 में मैंने आपके पास सुझाव रखा कि जातिवार जनगणना कराने, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ो के आरक्षण को बचाने, बेरोजगारी व बढ़ी हुई महंगाई, किसानों की समस्याओं व लाभकारी मूल्य दिलाने, लोकतंत्र व संविधान को बचाने, देश की राष्ट्रीय संपत्तियों को निजी हाथ में बेचे जाने के विरोध में प्रदेश व्यापी भ्रमण कार्यक्रम हेतु रथ यात्रा निकालने का प्रस्ताव रखा था, जिस पर आपने सहमति देते हुए कहा था “होली के बाद इस यात्रा को निकाला जायेगा” आश्वासन के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया। नेतृत्व की मंशा के अनुरूप मैंने पुनः कहना उचित नहीं समझा।
स्वामी प्रसाद ने लेटर में कहा है कि ‘पार्टी का जनाधार बढ़ाने का क्रम मैंने अपने तौर-तरीके से जारी रखा, इसी क्रम में मैंने आदिवासियों, दलितों व पिछड़ो को जो जाने-अनजाने भाजपा के मकड़जाल में फंसकर भाजपा मय हो गए थे उनके सम्मान व स्वाभिमान को जगाकर व सावधान कर वापस लाने की कोशिश की तो पार्टी के ही कुछ छुटभइये व कुछ बड़े नेता “मौर्य जी का निजी बयान है” कहकर इस धार को कुंठित करने की कोशिश की, मैंने अन्यथा नहीं लिया। मैंने ढोंग-ढकोसला, पाखंड व आडंबर पर प्रहार किया तो भी यही लोग फिर इसी प्रकार की बात कहते नजर आये, हमें इसका भी मलाल नहीं, क्योंकि मैं तो भारतीय संविधान के निर्देश के क्रम में लोगों को वैज्ञानिक सोच के साथ खड़ा कर लोगों को सपा से जोड़ने की अभियान में लगा रहा’।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा को मजबूत करने के लिए खुद की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा, दलितों और पिछड़ों को जोड़ने के अभियान के दौरान, मुझे गोली मारने, हत्या कर देने, तलवार से सिर कलम करने, जीभ काटने, नाक-कान काटने, हाथ काटने आदि-आदि लगभग दो दर्जन धमकियों व हत्या के लिए 51 करोड़, 51 लाख, 21 लाख, 11 लाख, 10 लाख आदि भिन्न-भिन्न रकम देने की सुपारी भी दी गई, अनेको बार जानलेवा हमले भी हुए, यह बात दीगर है कि प्रत्येक बार में बाल-बाल बचता चला गया। उल्टे सत्ताधारियों द्वारा मेरे खिलाफ अनेको एफआईआर भी दर्ज कराई गई, लेकिन अपनी सुरक्षा की बिना चिंता किये हुए में अपने अभियान में निरंतर चलता रहा।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-116, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बुधवार, फरवरी 14, 2024

3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 07:13, सूर्यास्त: 06:52।

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 19+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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सोमवार, 12 फ़रवरी 2024

दो मुख्यमंत्रियों ने रामलला के दर्शन किए

दो मुख्यमंत्रियों ने रामलला के दर्शन किए

संदीप मिश्र 
अयोध्या। यूपी कैबिनेट व सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के अयोध्या में रामलला के दरबार में माथा टेकने के बाद सोमवार को दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने रामलला के दर्शन किए।
सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अयोध्या में अपने परिजनों संग रामलला के दर्शन किए।
राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या नित नए आयाम गढ़ रही है। हर रोज लाखों की संख्या में रामलला के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ अयोध्या पहुंचे थे। उनके साथ सत्ता पक्ष व विपक्ष के 330 विधायक मौजूद थे। यह पहला मौका था जब किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ रामलला का दर्शन करने पहुंचे थे।
रविवार को अयोध्या जाने वालों में भाजपा के 296, अपना दल एस के 13, रालोद के पांच, बसपा व कांग्रेस का एक-एक विधायक, निषाद पार्टी के छह और सुभासपा के पांच विधायक शामिल रहे। विधायकों के साथ उनके परिवार के 100 सदस्य भी साथ पहुंचे थे।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...