गुरुवार, 1 फ़रवरी 2024

फिल्म फसल का गाना 'बलमु के हिपिया' रिलीज

फिल्म फसल का गाना 'बलमु के हिपिया' रिलीज 

कविता गर्ग 
मुंबई। भोजपुरी सिनेमा के जुबली स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ और यूट्यूब क्वीन आम्रपाली दुबे की फिल्म फसल का गाना 'बलमु के हिपिया' रिलीज हो गया है। 'बलमु के हिपिया' गाना वर्ल्डवाइड रिकार्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल से रिलीज किया गया है। इस गाने को भोजपुरी सिंगर शिल्पी राज ने गाया है। गाने की शुरुआत में निरहुआ-आम्रपाली दोनों फिल्म देख रहे होते हैं और निरहुआ उठकर घर चले आते हैं और आम्रपाली भी उनके पीछे पीछे चली आती हैं। इसके बाद आम्रपाली दुबे अपने पति निरहुआ से कहती है कि उड़ेला फर-फर बहे पुरवइया...चश्मा पहिरी जब लेले अंगड़ाया....उड़ेला फर फर बहे पुरवइया...चश्मा पहिरी जब लेले अंगड़ाया...दिलवा में गोली दाग है...राजा जी के हिपिया हीराउआ से हैपी लागे है...। 'बलमु के हिपिया' के लिरिक्स विजय चौहान ने लिखे हैं। गाने का म्यूजिक आर्या शर्मा ने दिया है।

ज्ञानवापी फैसला, समिति की बैठक आयोजित

ज्ञानवापी फैसला, समिति की बैठक आयोजित 

कौशाम्बी। महेवाघाट कोतवाली परिसर में बृहस्पतिवार को ज्ञानवापी फैसले को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आने वाले फैसले का सम्मान करते हुए सौहार्द बनाए रखने के लिए महेवा घाट थाना अध्यक्ष चंद्रभूषण मौर्य ने संभ्रांत लोगों से अपील किया।
कोतवाली परिसर में आयोजित पीस कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए महेवा घाट थाना अध्यक्ष चंद्रभूषण मौर्य ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में आने वाले कोर्ट के फैसले का सभी लोग सम्मान करें। आपसी सौहार्द रखें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया पर भी अफवाहों का दौर है। उन्होंने कहा कि समाज की शांति व्यवस्था में खलल डालने वालों और सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना डालने वालों व शरारती तत्वों पर पुलिस की पैनी निगाह है। अपराधी सिर्फ अपराधी होता है। चाहे वह जिस धर्म जाति से ताल्लुक रखता हो। उन्होंने सभी से शांति व्यवस्था व आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील किया। उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस शरारती तत्वों और संदिग्ध लोगों पर अपनी नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या के लिए तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस मौके पर क्षेत्र के तमाम वरिष्ठ गणमान्य मौजूद रहे।
शैलेंद्र मौर्य

डीएम ने विकास भवन के सभागार में बैठक की

डीएम ने विकास भवन के सभागार में बैठक की

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने जनपद की दस निकायों के चेयरमैन और अधिकारियों के साथ विकास भवन के सभागार में समीक्षा बैठक की है। डीएम ने सभी निकायों के ईओ को 15वें वित्त आयोग से होने वाले विकास कार्य आचार संहिता से पहले शुरू कराने के निर्देश दिए है। डीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर कभी भी आचार संहिता लग सकती है। इसलिए आचार संहिता से पहले उक्त विकाय कार्यों के टेंडर प्रक्रिया को पूरा करते हुए शीघ्र शुरू कराया जाए।
जनपद की दो नगर पालिका और आठ नगर पंचायतों में 15वें आयोग से होने वाले विकास कार्यों को लेकर करोडों रुपए की धनराशि आयी हुई है। अभी हाल में पांच निकायों में करीब पांच करोड से अधिक विकास कार्यों के प्रस्ताव पर डीएम ने स्वीकृति दी है। बुधवार को डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में दस निकायों के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक हुई है। इस बैठक में प्रत्येक निकाय के विकास कार्यों पर बिन्दुवार समीक्षा की गई है।
डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने सभी निकायों के अधिकारियों को विकास कार्य शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनाव को लेकर शीघ्र आचार संहिता लगने जा रही है। आचार संहिता से पहले सभी निकाय 15वें वित्त आयोग से होने वाले विकास कार्यों के टेंडर कराते हुए शीघ्र कार्य शुरू कराए। बैठक में एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप, नगर पालिका के कार्यवाहक ईओ एवं टीएस नरेश शिवालिया, एई अखंड प्रताप सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार, लिपिक आकाश दीप समेत सभी निकाय के अधिकारी मौजूद रहे।
सभी निकायों के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की गई है। जनपद की सभी निकायों में 15वें वित्त आयोग की धनराशि से विकास कार्य कराए जाने है। 15वें वित्त आयोग से होने वाले विकास कार्य आचार संहिता लगने से पहले शुरू करने के निर्देश दिए गए है।

कौशाम्बी: पीस कमेटी की मीटिंग आयोजित की गई

कौशाम्बी: पीस कमेटी की मीटिंग आयोजित की गई 

ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा करने का अधिकार के बाद कोखराज थाना में पीस कमेटी की बैठक

कौशाम्बी। कोखराज थाना में गुरुवार को पीस कमेटी की मीटिंग आयोजित की गई। मीटिंग में ज्ञानवापी के आदेश को लेकर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों और मस्जिदों के इमाम व गणमान्य लोगों की उपस्थिति में एसओ कोखराज इंद्रदेव ने लोगों से अपील की और क्षेत्र की स्थितियों के बारे में जानकारी ली और कोई भी दिक्कत होने पर तत्काल कोखराज के सीयूजी नम्बर पर सूचना देने की अपील की। जिससे समस्या को निदान कराया जा सके।
ज्ञानवापी मस्जिद में वाराणसी की जिला कोर्ट ने हिंदू पक्ष के हक में बड़ा फैसला दिया है। ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा करने का अधिकार दे दिया है सात दिन में पूजा का अधिकार बहाल करते हुए जिला अदालत के आदेश पर अमल करने के लिए प्रशासन को कहा गया है ।श्रृंगार गौरी की कोर्ट द्वारा पूजा के आदेश को लेकर कोखराज थाना में पीस कमेटी बैठक बुलाई गई थाना प्रभारी ने लोगो को शांति ब्यवस्था बनाए रखने की अपील की पीस कमेटी बैठक में थाना क्षेत्र के संभ्रांत लोग मौजूद रहे खास कर मुस्लिम समुदाय के मौलवी मौजूद रहे।
अजीत कुशवाहा

स्वस्थ राष्ट्र के लिए जरूरी मनुष्य का स्वस्थ रहना

स्वस्थ राष्ट्र के लिए जरूरी मनुष्य का स्वस्थ रहना

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। मेडिवेज फाउण्डेशन की ओर से नई दिल्ली में एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का विषय रहा स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोदी सरकार की दस साल की उपलब्धियां और आगे पांच साल के कार्य। 
इस सेमिनार में देश के जाने-माने स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भाग लिया। जिसमें प्रमुख नाम इस प्रकार थे। जीएलए के प्रो चांसलर प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान, जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ पद्म विभूषण डॉ केके तलवार, मशहूर कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ मीनू वालिया, एसोसिएट्स ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के डायरेक्टर जनरल डॉ गिरधर ज्ञानी, डॉ हरसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर की कुलपति डॉ नीलम गुप्ता, किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नेहा सिंह जाधव प्रमुख थे। 
इस मौके पर बोलते हुए सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बात पर तो संतोष जताया कि बीते दस सालों में हेल्थ सेक्टर में बहुत अच्छा काम हुआ है। गंभीर रोगों से लोगों को बचाने के लिए मोदी सरकार के स्तर न केवल योजनाएं शुरु की गयी हैं बल्कि जन जन तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए आयुष्मान जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरु की गयी है। 
कासा किडनी क्लिनिक से जुड़ी किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नेहा सिंह जाधव ने कहा कि 2030 तक भारत के डॉइबिटीज कैपिटल होने की बात कही जा रही है इसे देखते हुए हमें आज से ही सतर्क हो जाने की जरूरत है। इसका सीधा असर हमारी किडनी पर होता है और हालात डायलिसिस तक पहुंच जाता है। ऐसे में अगर शुरुआत में हम किडनी रोगों के प्रति सचेत रहें तो दवाइयों से ही इलाज संभव है। आंकड़ों सहित उन्होंने बताया कि 2013 से 2019 के बीच 48 हजार किडनी ट्रांसप्लांट भारत में हुए हैं। लेकिन लोगों में मृत्यु के बाद अंगदान करने की प्रवृत्ति न होने से इस काम में कठिनाई आती है। 
लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि अभी सरकार के स्तर पर जितना काम करने की जरूरत है उससे अधिक जरूरत गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा लोगों में जनजागरण पैदा करने की है। इस काम में मेडिवेज फाउण्डेशन जैसी संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। 
मैक्स हॉस्पिटल की कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ मीनू वालिया ने इस मौके पर कहा कि कैंसर एक तरह का दीमक है जो उसको तो खाता ही है जिसे हो जाता है लेकिन इसके इलाज के लिए जो खर्च होता है उसके कारण उसके पूरे परिवार को खा जाता है। भारत में कैंसर रोगों की जांच और इलाज में बहुत अच्छी प्रगति हुई है लेकिन अभी भी लोग लापरवाही करते हैं। अस्पतालों में तब पहुंचते हैं जब कैंसर काफी बढ़ चुका होता है। अगर इसको शुरुआत में ही जांच से पकड़ लिया जाए तो इसका इलाज आसान होता है। 
महिलाओं में कैंसर की समस्या पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की समस्या अधिक है। हर दस मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर से मर रही है। अब इसकी रोकथाम के लिए टीका उपलब्ध है लेकिन इसकी जानकारी का अभाव होने से लोग सर्वाइकल कैंसर का टीका नहीं लगा पाते। मीडिया को इस बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाओं की जिन्दगी सर्वाइकल कैंसर से बच सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वस्थ्य राष्ट्र के लिए जरूरी है कि वहां के नागरिक स्वस्थ हों। 
एसोसिएट्स ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के डीजी डॉ गिरधर ज्ञानी ने कहा कि भारत में हेल्थ को लेकर कोई पोलिटिकल प्रोग्राम नहीं था। इसे सबसे पहले 2007 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी ने शुरु किया था। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर पब्लिक हेल्थ को पहली बार महत्व मोदी सरकार में मिला। आयुष्मान कार्ड जैसी महत्वाकांक्षी योजना गरीब आदमी को गंभीर रोगों में इलाज की सुविधा देता है। इसके साथ ही नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन भी शुरु किया गया है। 
फिर भी देश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अभी बहुत बेहतर नहीं हुई है। देश में प्रति एक हजार व्यक्तियों पर 1.5 हॉस्पिटल बेड हैं। इसमें भी राज्यों और शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत असमानता है। मसलन बिहार में प्रति एक हजार पर 0.3 बेड हैं तो कर्नाटक में सर्वाधिक 4.2 बेड हैं। इसी तरह अधिकांश अस्पताल सिर्फ बड़े शहरों में ही हैं। छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में आज भी अस्पतालों का घोर अभाव है। 
डॉ ज्ञानी ने कहा कि स्वास्थ्य जागरुकता की दिशा में सबसे अधिक काम किये जाने की जरूरत है।  अगर स्वास्थ्य जागरुकता पर 1.5 रुपया खर्च किया जाता है तो स्वास्थ्य सेवाओं पर 10 रुपये की बचत होती है। 
हृदयरोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ केके तलवार ने कहा कि सब्सिडाइज्ड इन्श्योरेन्श की शुरुआत होनी चाहिए ताकि आम आदमी के लिए इलाज का खर्च उठाना आसान हो। वातावरण की स्वच्छता और साफ पानी जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करके हम कई सारे रोगों से बच सकते हैं। उन्होने यह भी बताया कि टेक्नॉलाजी के कारण अब हृदय रोगों का इलाज काफी आसान हो गया है। 
इस मौके पर बोलते हुए डॉ नीलिमा गुप्ता ने छात्रों में स्वास्थ्य जागरुकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों पर सिर्फ पढाई का दबाव नहीं बनाना चाहिए बल्कि उन्हें खेलकूद के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि उनकी शारीरिक गतिविधि भी होती रहे। उन्होने कहा कि आज के विद्यार्थी भविष्य के नागरिक हैं। वो स्वस्थ रहेंगे तो देश विकास करेगा। 
इस मौके पर बोलते हुए प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान ने कहा कि आरोग्य पुरुषार्थ का मूल कारण है। एक बीमार व्यक्ति कोई पुरुषार्थ नहीं कर सकता। स्वस्थ व्यक्ति ही अपनी और समाज की सेवा कर सकता है इसलिए हमारे शास्त्रों में व्यक्ति के स्वस्थ्य रहने पर बहुत बल दिया गया है। विदुर नीति में तो आरोग्य को ही सबसे बड़ा सुख कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जीवन दर्शन और आचरण को अपनाया जाए तो शरीर और मन में बीमारी के लिए कोई जगह नहीं रहेगी। 
इस मौके पर मेडिवेज फाउंडेशन की ओर से विभिन्न विभूतियों को उनके सामाजिक कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया। लाइफ टाइम अचीवमेंट से  जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र के पद्म श्री जवाहरलाल कौल, दिव्यांग विभूति रमनलाल माधवलाल पटेल और राष्ट्रगाथा के संस्थापक श्री भारत भूषण,
के नाम शामिल हैं। 
समाज में स्वास्थ्य, कला, पत्रकारिता व अन्य क्षेत्र में बदलाव लाने वालों को 
दी चैम्पियन आप चेंज से सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख रुप से डा. अनुज सिंघल, संजय चतुर्वेदी, अरविंद, रवि प्रकाश, कन्हैया लाल, सौरभ दुबे, डा नितिन अग्रवाल, डॉ हरीश चन्द्र बर्णवाल, एयर कोमोडोर स्वप्न समाधार, राकेश आर्य, दीपक तोमर, मोनिका अरोड़ा, गीतांजलि शर्मा, नेहा, बिनिता देवी, डा श्वेता श्रीवास्तव, इमर जैदी, अंबर जैदी और  अनुज भाटी शामिल रहे।
ज्ञात हो कि मेडिवेज फाउण्डेशन दिल्ली के बृजेश श्रीवास्तव और अनुराग श्रीवास्तव द्वारा शुरु किया गया प्रयास है। यह फाउण्डेशन मुख्य रूप से गरीब महिलाओं के बीच हेल्थ अवेयरनेस के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित नीतियों पर काम रहा है।
मंच का संचालन डाक्टर राजश्री भट्टाचार्य और मोनिका अरोड़ा ने किया। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की उपस्थिति के साथ ही प्रमुख रुप से साईं शरणागत, पूर्व डीआईजी सचिदानंद राय, राजेश गुप्ता, राकेश मिश्रा, राहुल, पूर्व आईजी बीएसएफ सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अंकित सिंह, ज्ञान पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के आयोजन में एनआईईईएस, गेल इंडिया, इफ्को, प्रुडेंट स्कूल, कासा किडनी, एआरआर रिक्रुटमेंट, एआरआर मेडि और मीडिया सोशल मीडिया रिसर्च फाउंडेशन का योगदान रहा।

जनहित में विधिक सहायता केंद्र का लोकार्पण

जनहित में विधिक सहायता केंद्र का लोकार्पण

गोपीचंद सैनी
बागपत। बड़ौत नगर पालिका परिषद में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बागपत के तत्वावधान में आम जन की सहायता हेतु श्री संजीव पाण्डेय जिला जज व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और सचिव श्री शिव कुमार के निर्देशन में तहसील परिसर में विधिक सेवा केंद्र स्थापित किया गया। जिसका लोकार्पण माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री ओमप्रकाश शुक्ला माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री विनायक सोमवंशी न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय बड़ौत एवं अन्य न्यायिक अधिकारिगण,बागपत व उपजिलाधिकारी बड़ौत, ग्रामीण न्यायालय कर्मचारी श्री ब्रजेश कुमार यादव, श्री हेमंत कुमार मौर्य, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री संजय सिंह, पीएलवी श्री गोपी चन्द सैनी, श्री विनीत कुमार, और अधिवक्तागण उपस्थित रहें।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-104, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. शुक्रवार, फरवरी 02, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 07:13, सूर्यास्त: 06:52।

5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम- 19+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...