मंगलवार, 16 जनवरी 2024

गर्म पानी पीने के हानिकारक प्रभाव, जानिए

गर्म पानी पीने के हानिकारक प्रभाव, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
गले में खराश, अपच या कंजेशन जैसी कई मेडिकल कंडिशन के इलाज के लिए अक्सर गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है। क्या आप जानते हैं कि बहुत ज्यादा गर्म पानी पीने से आपकी सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है ? जबकि गर्म पानी पीने के बहुत सारे फायदे माने जाते हैं, लेकिन हर एक चीज साइडइफेक्ट के साथ आती है। कई लोग मानते हैं कि गर्म पानी पीने से आपकी इम्यूनिटी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यहां जानिए क्यों सीमित मात्रा में करना चाहिए गर्म पानी का सेवन।
1. जलन
बहुत ज्यादा गर्म पानी पीने से आपके मुंह, गले और पाचन तंत्र में जलन हो सकती है। गर्म पानी का सेवन करने से पहले इसे सुरक्षित तापमान तक ठंडा करना जरूरी है।
2. डिहाइड्रेशन
अगर गर्म पानी का ज्यादा सेवन किया जाए तो यह डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है। बहुत ज्यादा गर्म पानी पीने से आपके शरीर में लिक्विड की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है।
3. पाचन संबंधी परेशानी
जबकि अक्सर पाचन में मदद के लिए गर्म पानी की सिफारिश की जाती है, लेकिन बहुत ज्यादा गर्म पानी का सेवन पेट की परत में जलन पैदा कर सकता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
4. मिनरल इनबैलेंस
लंबे समय तक बहुत गर्म पानी के सेवन से शरीर में जरूरी मिनरल्स की कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्म पानी से बहुत ज्यादा पसीना आ सकता है और लिक्विड की कमी हो सकती है, जिसकी वजह से इलेक्ट्रोलाइट इनबैलेंस हो सकता है।
5. दांतों पर असर
बहुत गर्म पानी समय के साथ आपके दांतों के इनेमल को नष्ट कर सकता है, जिससे दांतों की सेंसिटिविटी बढ़ जाती है और कैविटी का खतरा बढ़ जाता है। गर्म पानी को पीने से पहले थोड़ा ठंडा कर लेना सबसे अच्छा है।

निर्माण कार्यों की देरी तो अधिकारी पर कार्रवाई

निर्माण कार्यों की देरी तो अधिकारी पर कार्रवाई

दुष्यंत टीकम 
रायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री अरुण साव ने आज नवा रायपुर स्थित निर्माण भवन में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में अधिकारियों को सभी निर्माण कार्यों को समय-सीमा में अच्छी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों को पूर्ण करने के लिए अब अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा। कार्यों को हर हाल में निर्धारित समय में पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि कार्य पूर्णता में देरी पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी। कार्य पूर्ण करने में आ रही दिक्कतों का तत्परता से समाधान कर काम आगे बढ़ाने को कहा। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, प्रमुख अभियंता के.के. पीपरी, ओएसडी वी.के. भतप्रहरी, उप सचिव एस.एन. श्रीवास्तव, वित्त नियंत्रक बी.के. लाल और विभाग के सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालन अभियंता समीक्षा बैठक में मौजूद थे। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की जिओ टैगिंग और कार्य प्रगति की मॉनिटरिंग के लिए ‘पीडब्लूडी दृष्टि’ मोबाइल एप लांच किया। अधिकारियों को इसकी कार्यप्रणाली की भी जानकारी दी गई। लोक निर्माण मंत्री श्री साव ने बैठक में राज्य में निर्माणाधीन सड़कों, सेतु, पुल-पुलियों, रोड ओव्हरब्रिज और फ्लाईओव्हर्स के साथ ही एकीकृत पंजीयन व्यवस्था, जमीन अधिग्रहण और मुआवजों के लंबित मामलों की प्रगति की भी समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने बैठक में प्रदेश में निर्माणाधीन रोड ओव्हरब्रिज और फ्लाईओवर के काम में तेजी लाते हुए इन्हें समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि काम धीमा होने से लोगों को परेशानी होती है। इसलिए व्यवस्था सुधारते हुए तेजी से काम करवाएं। इनमें लेट-लतीफी की शिकायत नहीं आना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कार्य पूर्ण करने में आ रही दिक्कतों का तत्परता से समाधान निकालें। इसके कारण कार्य पूर्णता में देरी नहीं होना चाहिए। श्री साव ने ट्रैफिक और उपयोगिता को ध्यान में रखकर सड़कों के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण का काम करने के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में कहा कि कार्यपूर्णता के लिए अब अतिरिक्त समय नहीं मिलेगा। बहुत ठोस कारण होने पर ही यह स्वीकार्य होगा। उन्होंने बड़ी परियोजनाओं में काम का हर चरण समय पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ठेकेदारों से एग्रीमेंट के अनुसार सभी काम समय-सीमा में पूर्ण कराने कहा। श्री साव ने अधिकारियों से कहा कि काम पूरा होते ही ठेकेदारों को त्वरित भुगतान करें। इसमें अनावश्यक देरी नहीं होना चाहिए। नियमित भुगतान से काम में गति बनी रहती है। श्री साव ने बैठक में कहा कि हमारा अनुभव और हमारी विशेषज्ञता विभाग के काम में दिखनी चाहिए। लोक निर्माण विभाग लोगों के लिए निर्माण करने वाला विभाग है। अच्छे कार्यों से विभाग की प्रतिष्ठा बढ़ती है। इससे राज्य और सरकार की भी प्रतिष्ठा बढ़ती है। आपके काम से प्रदेश की छबि बनेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि काम की गुणवत्ता सर्वोपरि होना चाहिए। गुणवत्ता से समझौता आपके काम की प्रतिष्ठा से समझौता है। इसलिए गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उप मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को अपने मुख्यालय में ही रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यस्थलों का नियमित भ्रमण कर कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग करने को कहा। उन्होंने नवनिर्मित सड़कों के परफॉमेन्स गारंटी का निष्पादन प्रभावी ढंग से करने के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बैठक में कहा कि काम की शुरूआत से ही निर्माण कार्यों की पुख्ता मॉनिटरिंग करें। ठेकेदारों द्वारा काम में देरी या लापरवाही करने पर तुरंत कार्यवाही करें। उन्होंने अधिकारियों को फील्ड में ज्यादा से ज्यादा समय देने को कहा। उन्होंने सभी कार्यों में समय-सीमा का ध्यान रखते हुए गुणवत्ता पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण सामग्री तथा निर्माण कार्यों, दोनों की गुणवत्ता की नियमित जांच करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को शहरी आबादी की सुविधा के लिए रिंग रोड निर्माण के प्रस्ताव तैयार करने को कहा। इससे शहर के लिए बाई-पास रोड मिलने के साथ ही मुख्य मार्ग का यातायात भी तेज और स्मूथ होता है।

शहर में 3 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होगा

शहर में 3 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण होगा

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। शहर में तीन और नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जर्जर केंद्रों का भी ब्योरा कराया जा रहा है। जिले की यदि बात की जाए तो यहां पर 900 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें बच्चे भी शिक्षा ग्रहण करते हैं। हाल ही में रंगाना, दथेड़ा, पावटी खुर्द, सिलावर, धनैना, कल्लरपुर, गोगवान जलालपुर, हींड, भनेड़ा, ब्रह्मखेड़ा, सहपत, टिटौली आदि आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया गया था।
जिन पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी बाबर अली ने बताया कि शामली शहर में तीन और नए केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए जगह चिह्नित की जा रही है। जर्जर केंद्रों के लिए बजट स्वीकृत हो चुका है, जल्द निर्माण शुरू होगा। निर्माण कंपनी को ठेका दिया जा रहा है।

प्रधान ने दरोगा को कहा दीवान, पंचायत में अभद्रता

प्रधान ने दरोगा को कहा दीवान, पंचायत में अभद्रता

मोमीन अहमद 
बागपत। मुकारी और दत्तनगर गांव के ग्रामीणों में जंगल में बने देवता को लेकर विवाद चल रहा है, जिसको लेकर शनिवार शाम दत्तनगर गांव में दोनों गांवों के ग्रामीणों की पंचायत चल रही थी। पूर्व प्रधान मलखान ने आरोप लगाया कि पंचायत में एक दरोगा और एक सिपाही पहुंचे। पूर्व प्रधान ने बताया कि गलती से उसने दरोगा को दीवान जी कह दिया। आरोप लगाया कि दीवान जी कहने पर दरोगा भड़क गये, जिन्होंने उसके साथ पंचायत में अभद्रता की और जबरदस्ती पुलिस की गाड़ी में बैठा लिया, जिसको लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया। उसके बाद ही उसे गाड़ी से उतारकर छोड़ा गया।
पूर्व प्रधान ने एसपी समेत अन्य अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर एसपी कार्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी। इस मामले में थाना प्रभारी साक्षी सिंह का कहना है कि मारपीट और रुपये छीनने का आरोप गलत है। विवाद को निपटाने के लिए पुलिस टीम गई थी। उन पर लगाये गये आरोप गलत है।

3 दिन पीएम मोदी कंबल बिछाकर सोएंगे

3 दिन पीएम मोदी कंबल बिछाकर सोएंगे

गणपति साहू 
अयोध्‍या। रामनगरी अयोध्‍या में रामलला के आगमन को लेकर सभी तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा होनी है। इसे देखते हुए अयोध्‍या में उत्‍सवी माहौल है। दूसरी तरफ, शिल्‍पकार से लेकर मजदूर तक राम मंदिर को प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए तैयार करने में जुटे हैं। प्राण प्रतिष्‍ठा को देखते हुए मंगलवार से धार्मिक अनुष्‍ठान भी शुरू कर दिया गया है। इन सब तैयारियों के बीच श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बड़ी जानकारी दी है। उन्‍होंने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के आखिरी 3 दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौकी पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा कराएंगे, ऐसे में उन्‍हें तमाम तरह के धार्मिक और वैदिक नियमों का पालन करना होगा। इस संबंध में श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बड़ी जानकारी दी है। उन्‍होंने कहा, ‘लास्‍ट के 3 दिन पीएम मोदी अपनी चौकी पर केवल कंबल बिछाकर सोएंगे। इन तीन दिनों तक भोजन में सिर्फ फल का सेवन करेंगे। पीएम मोदी ने स्‍वयं पूछा था कि इसके लिए उनको क्‍या करना चाहिए। कठिन से कठिन जो भी होगा वह सबकुछ करने को तैयार हैं। उनको विशेष मंत्रों का जाप करना है, जो उनको बता दिया गया है।’
पीएम मोदी करेंगे दान, देंगे उपहार
श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष गोविंददेव महाराज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कुछ दान किया जाएगा और उपहार भी दिए जाएंगे। इनका पूजन किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि प्राण प्रतिष्‍ठा के लिए मुख्‍य यजमान अनिल मिश्रा होंगे। इनकी पात्रता लाने के लिए कुछ धार्मिक कर्म कराए जाएंगे। गोविंददेव महाराज ने बताया कि रामलला की प्रतिमा के मुखाबिंदु पर बाल भाव के साथ देव भाव भी है। ट्रस्‍ट के कोषाध्‍यक्ष ने बताया कि जिन्‍होंने मंदिर के लिए बलिदान दिया है, उन सभी के प्रतीक के रूप में जटायु जी की मूर्ति बनाई गई है। उन प्रतिमाओं का पूजन स्‍वयं पीएम मोदी करेंगे।

पीएम की डिग्री टिप्पणी मामलें पर कोर्ट ने रोक लगाई

पीएम की डिग्री टिप्पणी मामलें पर कोर्ट ने रोक लगाई

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक डिग्री पर कथित टिप्पणी के मामले में राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ गुजरात की एक अदालत में लंबित आपराधिक मानहानि की कार्यवाही पर मंगलवार को रोक लगा दी।
न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ ने रोक लगाने का आदेश पारित करते हुए कहा, "जब तक उच्च न्यायालय अंतरिम राहत देने या इनकार करने को लेकर फैसला नहीं करता, तब तक निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक रहेगी।'' पीठ ने उच्च न्यायालय से रोक की अपील या कम से कम अंतरिम राहत की याचिका पर चार सप्ताह के भीतर सुनवाई करने को कहा। हालाँकि मुकदमे को गुजरात से बाहर स्थानांतरित करने की आम आदनी पार्टी के नेता की याचिका खारिज कर दी। वरिष्ठ वकील ए एम सिंघवी ने सिंह का पक्ष रखते हुए पीठ के समक्ष दलील दी कि इरादा उनके मुवक्किल को दोषी ठहराने और उन्हें अयोग्य ठहराने का है, जबकि रोक लगाने की उनकी अपील उच्च न्यायालय में लंबित है।
उन्होंने सिंह के बिल्कुल निर्दोष होने का दावा करते हुए कहा कि मामले में शिकायतकर्ता गुजरात विश्वविद्यालय के खिलाफ उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला है। गुजरात विश्वविद्यालय ने मोदी की डिग्री के संबंध में एक और दो अप्रैल 2023 को दिए गए सिंह के कथित "व्यंग्यात्मक और अपमानजनक" बयानों के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था, जिसने "उसकी सद्भावना और छवि को धूमिल किया है।"
गौरतलब है सिंह दिल्ली शराब नीति (जो बाद में रद्द कर दी गई थी) कथित घोटाला में धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में कथित संलिप्तता के एक अन्य मामले में फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। गुजरात उच्च न्यायालय ने मोदी की डिग्री पर मुख्य सूचना आयुक्त के आदेश को रद्द कर दिया था।
इसके बाद गुजरात विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पीयूष पटेल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और सिंह के खिलाफ उनकी श्री मोदी पर कई कथित टिप्पणियों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था।

कांग्रेस नेता एक अलग ही दुनिया में रहते हैं: राजीव

कांग्रेस नेता एक अलग ही दुनिया में रहते हैं: राजीव

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 22 जनवरी के राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के संदर्भ में मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस नेता एक अलग ही दुनिया में रहते हैं और सोचते हैं कि वह झूठ बोलकर निकल जाएंगे। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि लोग इस बात पर यकीन करें कि हिंदुओं की आस्था को प्रभावित किया जा सकता है।
लेकिन कोई नहीं चाहता कि राहुल गांधी यह व्याख्या करें कि लोगों को अपनी आस्थाओं का पालन कैसे करना चाहिए। राहुल गांधी द्वारा अयोध्या में 22 जनवरी के राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा द्वारा पार्टी के कार्यक्रम में बदलने का आरोप लगाए जाने के बाद चंद्रशेखर ने कहा कि राम मंदिर देश के हर कोने में हिंदुओं की एक गहराई में बसी भावना है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष द्वारा राम मंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधे जाने और अर्थव्यवस्था से निपटने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना किए जाने के बीच चंद्रशेखर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी एक अलग ही दुनिया में रहते हैं। उन्हें लगता है कि लोग सच्चाई नहीं जानते हैं और वह कुछ भी झूठ बोलकर निकल जाएंगे।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने 2014 और 2019 में ऐसा करने की कोशिश की और अब फिर से कोशिश कर रहे हैं। भारत के लोग काफी समझदार हैं। वे सच्चाई को समझते हैं और जानते हैं कि उनकी (राहुल की) राजनीति क्या है।’’ केंद्रीय मंत्री ने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के प्रदर्शन का हवाला दिया और राज्य में ‘भ्रष्टाचार और किसानों के संकट’ के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया।
राहुल गांधी ने इससे पहले नगालैंड में कहा था कि उनकी पार्टी के नेताओं का 22 जनवरी के समारोह में शामिल होना मुश्किल है क्योंकि भाजपा और आरएसएस ने इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इर्द-गिर्द केंद्रित ‘राजनीतिक कार्यक्रम’ में तब्दील कर दिया है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान संवाददाता सम्मेलन में उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करने के कुछ दिनों बाद आई है।
चंद्रशेखर ने नीति आयोग की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला दिया और गरीब समर्थक और कल्याणकारी नीतियों के लिए केंद्र सरकार की सराहना की। कांग्रेस पर ‘गरीबी हटाओ’ के खोखले नारों के साथ गरीबों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 तक नौ वर्षों में 24.82 करोड़ से अधिक लोग विभिन्न प्रकार की गरीबी से बाहर निकले हैं।
उन्होंने गांधी की न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार ने अन्याय को पलट दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक गरीबों के साथ खिलवाड़ किया जबकि मोदी सरकार ने परिवर्तनकारी काम किया है। भाजपा नेता ने कहा कि 2015 के बाद से एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 112 यूनिकॉर्न सामने आए हैं और 2012 में एक संसदीय रिपोर्ट में कहा गया था कि नौ समूहों ने बैंकिंग प्रणाली में निवल मूल्य का 97 प्रतिशत हिस्सा हासिल कर लिया है।
उन्होंने कहा कि युवा नवोन्मेषकों के लिए पूंजी की उपलब्धता तब दुर्लभ थी लेकिन अब वे सहायक प्रणाली के कारण बढ़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अगले 10 साल में 10 लाख स्टार्टअप और 10 हजार यूनिकॉर्न होंगे। उन्होंने कहा कि इससे बेरोजगारी दर में लगातार गिरावट आई है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...