शुक्रवार, 12 जनवरी 2024

मशहूर पॉर्न स्टार फील्ड्स की 24 की आयु में मौत

मशहूर पॉर्न स्टार फील्ड्स की 24 की आयु में मौत

अखिलेश पांडेय 
लीमा। पेरू की मशहूर पॉर्न स्टार थैना फील्ड्स की मौत हो गई है। उसने महज एक महीना पहले पॉर्न फिल्म इंडस्ट्री में उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। वह इस सप्ताह अपने घर पर मृत पाई गईं। फील्ड्स पेरू के प्रसिद्ध सितारों में से एक थी। उनकी उम्र महज 24 साल थी। उनके एक साथी, जो कि पॉर्न फिल्मों के निर्माता हैं, ने उनकी मौत की पुष्टि की है। फील्ड्स के करीबी दोस्तों में से एक एलेजांद्रा स्वीट ने कहा कि मैं इस खबर से काफी दुखी हूं। मेरे पास इसकी और अधिक जानकारी नहीं है।
स्वीट ने इंस्टाग्राम पर अपने फॉलोअर्स के साथ एक मैसेज भी शेयर किया है। उन्होंने फील्ड्स को सकारात्मक तरीके से याद करने का आग्रह किया है। फील्ड्स की मौत पर मिल्की पेरू ने भी शोक व्यक्त किया है। कंपनी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, “हमें इस खबर पर भरोसा नहीं हो रहा है। हम आपके बिना नहीं रह सकते हैं। हम आपको एक बार और देखना चाहते हैं।” कंपनी ने लिखा, “हमें उम्मीद है कि कोई हमें इस बुरे सपने से जगाएगा। आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। हमें अपने जीवन का हिस्सा बनने की अनुमति देने के लिए धन्यवाद।”
आपको बता दें कि फील्ड्स ने करीब एक महीना पहले आरोप लगाया था कि उन्हें इस इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न का सामाना करना पड़ता है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसका खुलासा किया था।

पीएम मोदी ने अटल सेतु का उद्घाटन किया

पीएम मोदी ने अटल सेतु का उद्घाटन किया 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु का शुक्रवार को उद्घाटन किया। भारत का यह सबसे लंबा पुल जोकि देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है, दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई में न्हावा-शेवा से जोड़ता है। मुंबई और नवी मुंबई की दूरी सिर्फ 20 मिनट में तय हो सकेगी। 
छह लेन का ट्रांस-हार्बर पुल 21.8 किमी लंबा है और 16.5 किमी लंबा सी-लिंक है। यह पुल आगामी नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई और पुणे के बीच यात्रा के समय को कम करेगा। इससे मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। पुल की आधारशिला दिसंबर 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी।
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को पूर्वी मुंबई में ईस्टर्न फ्रीवे को दक्षिण मुंबई में मरीन ड्राइव से जोड़ने वाली भूमिगत सड़क सुरंग की आधारशिला भी रखी। 9.2 किमी लंबी सुरंग 8700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई जाएगी।

हनुमान चालीसा के पाठ से ‘भूत पिशाच’ दूर रहते हैं

हनुमान चालीसा के पाठ से ‘भूत पिशाच’ दूर रहते हैं

अविनाश श्रीवास्तव 
पटना। भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार करने वाले विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि हनुमान चालीसा के पाठ से ‘भूत पिशाच’ दूर रहते हैं। भाजपा की युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बेंगलुरु दक्षिण से सांसद सूर्या स्वामी विवेकानंद की जयंती पर यहां आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
सूर्या ने कहा, ‘‘मैंने बिहार में अपने एक कार्यकर्ता से पूछा कि उनकी राय में ‘घमंडिया’ (‘इंडिया’ गठबंधन के लिए अपमानजनक शब्द) के नेता 22 जनवरी के समारोह के निमंत्रण को क्यों अस्वीकार कर रहे हैं।’’ भारतीय जनता युवा मोर्चा के तत्वाधान में आयोजित ‘युवा समागम’ में उन्होंने कहा, ‘‘कार्यकर्ता ने कहा कि क्योंकि भक्त ‘भूत पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे’ का जाप करते हैं।’’
इस टिप्पणी के बाद कार्यक्रम में ठहाके गूंजने लगे। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय, स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद और राज्य इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी जैसे कई वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हुए।
समारोह से इतर पत्रकारों से बात करते हुए प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी और लोकसभा में लोकसभा मे पार्टी अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले समारोह में शामिल नहीं होने का निर्णय ‘‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’’ का प्रतीक है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘यह कांग्रेस के लिए शर्मनाक है जो राम राज्य लाने का सपना देखने वाले महात्मा गांधी की विरासत की कसम खाती है। कांग्रेस को अपने पतन की सीमा का एहसास नहीं है। लोकसभा में कभी कांग्रेस 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करती थी, लेकिन अब यह पार्टी लगभग 50 सीटों पर सिमट गई है। आगामी चुनावों में पार्टी खुद को जनता का सामना करने में असमर्थ पाएगी।’’

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-84, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. शनिवार, जनवरी 13, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-तीज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम- 23+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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गुरुवार, 11 जनवरी 2024

1022 कि.मी. लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी

1022 कि.मी. लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी 

इकबाल अंसारी 
ईटानगर। केंद्र सरकार ने ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ (वीवीपी) के तहत अरुणाचल प्रदेश में 1022 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी है। जिससे राज्य के दूर-दराज के इलाकों तक संपर्क सुनिश्चित होगा। राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ सीमा पर 2,205.19 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कुल 105 सड़क परियोजनाओं को वीवीपी के तहत मंजूरी दी है। वीवीपी केंद्र सरकार की योजना है जिसका मकसद सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित चयनित गांवों का समग्र विकास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंजूरी से अंतिम छोर तक संपर्क कायम करने में मदद मिलेगी।
खांडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत 2023-24 के लिए 1022.36 किमी लंबी सड़कों के निर्माण के लिए मंजूरी देने के ऐतिहासिक निर्णय की खातिर माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को मेरा आभार।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों तक संपर्क सुनिश्चित करने में इसकी अहम भूमिका होगी और इससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हमारे लोगों का जीवन उल्लेखनीय रूप से सुगम होगा। बहुत-बहुत धन्यवाद।''
खांडू ने कहा कि वीवीपी के तहत कुल 105 सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और सड़कों की कुल लंबाई 1,022.36 किमी है जिस पर कुल लागत 2,205.19 करोड़ रुपये आएगी। इसमें केंद्र सरकार का हिस्सा 1,984.67 करोड़ रुपये और राज्य का हिस्सा 220.51 करोड़ रुपये होगा। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की औसत लागत 215.69 लाख रुपये प्रति किलोमीटर होगी।
केंद्र सरकार ने 15 फरवरी 2023 को ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ को मंजूरी दी थी, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 से लेकर वित्तीय वर्ष 2025-26 की अवधि के दौरान 4800 करोड़ रुपये का केन्द्रीय योगदान होगा।
केन्द्र प्रायोजित योजना के रूप में शुरू किए गए कार्यक्रम वीवीपी में देश की उत्तरी सीमा पर स्थित अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख के 19 जिलों के 46 प्रखंडों के चयनित गांवों के व्यापक विकास की परिकल्पना है।

कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा की

कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा की 

जिलाधिकारी ने आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के दिये निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा उदयन सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विभागवार राजस्व वसूली की प्रगति की विस्तृत समीक्षा के दौरान वाणिज्यकर विभाग, खनन, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, परिवहन एवं नगर निकायों में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली में प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली में प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागवार आर0सी0 वसूली की विस्तृत समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को तहसीलदार से समन्वय कर आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को आर0सी0 वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को अमीनों के साथ समीक्षा कर आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित अमीन के विरूद्ध कार्यवाही किया जाएं। उन्होंने सहायक सम्भागीय परिवाहन अधिकारी को नम्बर प्लेट में छेड-छाड एवं बिना नम्बर प्लेट वाली वाहनों के विरूद्ध कडी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार गोंड, सभी उप जिलाधिकारीगण व तहसीलदार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
गणेश साहू

सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की सूची जारी

सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की सूची जारी 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की ताजा सूची जारी हो चुकी है। इस सूची में भारत 80वें स्थान पर है। वहीं, शीर्ष पायदान पर एक नहीं बल्कि 6 देश काबिज हैं। ये देश 194 स्थानों पर अपने नागरिकों को वीजा फ्री एंट्री की ताकत रखते हैं। खास बात है कि लिस्ट में भारत का पड़ोसी पाकिस्तान शीर्ष 100 देशों में भी शामिल नहीं है।
लिस्ट में भारत को 80वें स्थान पर रखा गया है। नागरिक 62 देशों में बगैर वीजा के यात्रा कर सकते हैं। साल 2023 में भारत इस लिस्ट में 83वें स्थान पर था। लिस्ट में भारत के साथ 80वें स्थान पर उज्बेकिस्तान का नाम भी शामिल है। भारत के एक और पड़ोसी चीन को 62वीं रैंकिंग मिली है और उसके साथ पपुआ न्यू गिनी भी इसी पायदान पर है। 104 देशों की सूची में अंतिम स्थान पर अफगानिस्तान है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की 2024 की रैंकिंग के अनुसार, पहले पायदान पर फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर और स्पेन हैं। वहीं, दूसरे स्थान पर फिनलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन हैं। इन तीन देशों के पासपोर्टधारकों को 193 स्थानों पर वीजा फ्री एंट्री मिलती है। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड्स हैं।
चौथा स्थान पांच देश मिलकर साझा कर रहे हैं। इनमें बेल्जियम, लक्समबर्ग, नॉर्वे, पुर्तगाल और ब्रिटेन का नाम शामिल है। जबकि, पांचवे स्थान में ग्रीस, माल्टा और  स्विट्जरलैंड हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...