गुरुवार, 11 जनवरी 2024

1022 कि.मी. लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी

1022 कि.मी. लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी 

इकबाल अंसारी 
ईटानगर। केंद्र सरकार ने ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ (वीवीपी) के तहत अरुणाचल प्रदेश में 1022 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी है। जिससे राज्य के दूर-दराज के इलाकों तक संपर्क सुनिश्चित होगा। राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ सीमा पर 2,205.19 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कुल 105 सड़क परियोजनाओं को वीवीपी के तहत मंजूरी दी है। वीवीपी केंद्र सरकार की योजना है जिसका मकसद सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित चयनित गांवों का समग्र विकास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंजूरी से अंतिम छोर तक संपर्क कायम करने में मदद मिलेगी।
खांडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत 2023-24 के लिए 1022.36 किमी लंबी सड़कों के निर्माण के लिए मंजूरी देने के ऐतिहासिक निर्णय की खातिर माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को मेरा आभार।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों तक संपर्क सुनिश्चित करने में इसकी अहम भूमिका होगी और इससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले हमारे लोगों का जीवन उल्लेखनीय रूप से सुगम होगा। बहुत-बहुत धन्यवाद।''
खांडू ने कहा कि वीवीपी के तहत कुल 105 सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और सड़कों की कुल लंबाई 1,022.36 किमी है जिस पर कुल लागत 2,205.19 करोड़ रुपये आएगी। इसमें केंद्र सरकार का हिस्सा 1,984.67 करोड़ रुपये और राज्य का हिस्सा 220.51 करोड़ रुपये होगा। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की औसत लागत 215.69 लाख रुपये प्रति किलोमीटर होगी।
केंद्र सरकार ने 15 फरवरी 2023 को ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ को मंजूरी दी थी, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 से लेकर वित्तीय वर्ष 2025-26 की अवधि के दौरान 4800 करोड़ रुपये का केन्द्रीय योगदान होगा।
केन्द्र प्रायोजित योजना के रूप में शुरू किए गए कार्यक्रम वीवीपी में देश की उत्तरी सीमा पर स्थित अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख के 19 जिलों के 46 प्रखंडों के चयनित गांवों के व्यापक विकास की परिकल्पना है।

कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा की

कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा की 

जिलाधिकारी ने आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के दिये निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा उदयन सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विभागवार राजस्व वसूली की प्रगति की विस्तृत समीक्षा के दौरान वाणिज्यकर विभाग, खनन, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, परिवहन एवं नगर निकायों में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली में प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली में प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागवार आर0सी0 वसूली की विस्तृत समीक्षा के दौरान अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को तहसीलदार से समन्वय कर आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को आर0सी0 वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को अमीनों के साथ समीक्षा कर आर0सी0 वसूली में प्रगति लाने के निर्देश देते हुए कहा कि लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित अमीन के विरूद्ध कार्यवाही किया जाएं। उन्होंने सहायक सम्भागीय परिवाहन अधिकारी को नम्बर प्लेट में छेड-छाड एवं बिना नम्बर प्लेट वाली वाहनों के विरूद्ध कडी कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार गोंड, सभी उप जिलाधिकारीगण व तहसीलदार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
गणेश साहू

सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की सूची जारी

सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की सूची जारी 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट वाले देशों की ताजा सूची जारी हो चुकी है। इस सूची में भारत 80वें स्थान पर है। वहीं, शीर्ष पायदान पर एक नहीं बल्कि 6 देश काबिज हैं। ये देश 194 स्थानों पर अपने नागरिकों को वीजा फ्री एंट्री की ताकत रखते हैं। खास बात है कि लिस्ट में भारत का पड़ोसी पाकिस्तान शीर्ष 100 देशों में भी शामिल नहीं है।
लिस्ट में भारत को 80वें स्थान पर रखा गया है। नागरिक 62 देशों में बगैर वीजा के यात्रा कर सकते हैं। साल 2023 में भारत इस लिस्ट में 83वें स्थान पर था। लिस्ट में भारत के साथ 80वें स्थान पर उज्बेकिस्तान का नाम भी शामिल है। भारत के एक और पड़ोसी चीन को 62वीं रैंकिंग मिली है और उसके साथ पपुआ न्यू गिनी भी इसी पायदान पर है। 104 देशों की सूची में अंतिम स्थान पर अफगानिस्तान है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की 2024 की रैंकिंग के अनुसार, पहले पायदान पर फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर और स्पेन हैं। वहीं, दूसरे स्थान पर फिनलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन हैं। इन तीन देशों के पासपोर्टधारकों को 193 स्थानों पर वीजा फ्री एंट्री मिलती है। तीसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड्स हैं।
चौथा स्थान पांच देश मिलकर साझा कर रहे हैं। इनमें बेल्जियम, लक्समबर्ग, नॉर्वे, पुर्तगाल और ब्रिटेन का नाम शामिल है। जबकि, पांचवे स्थान में ग्रीस, माल्टा और  स्विट्जरलैंड हैं।

केबिन का दरवाजा खोलकर नीचे कूदा शख्स

केबिन का दरवाजा खोलकर नीचे कूदा शख्स 

अखिलेश पांडेय 
ओटावा। एयर कनाडा की उड़ान भरने के दौरान एक अजीब मामला सामने आया है। जब यात्रियों से भरी फ्लाइट उड़ान भरने वाली थी। तब फ्लाइट के टेक ऑफ करने से पहले ही एक यात्री अचानक केबिन का दरवाजा खोलकर नीचे कूद गया। यात्री के कूदने की इस घटना से विमान में हड़कंप मच गया है। वह यात्री केबिन का दरवाजा खोलकर करीब 20 फीट की हाइट से कूदा। इस हादसे में उसे हल्की चोटें आई हैं।
एयर कनाडा की उड़ान के दौरान विमान से यात्री कूदने का यह मामला 8 जनवरी का है, जब यात्री टोरंटो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान में चढ़ा। लेकिन बाद में अपनी सीट पर बैठने की बजाय केबिन का दरवाजा खोलकर उसमें से बाहर कूद गया। हादसे के बाद क्षेत्रीय पुलिस और आपातकाल सेवाओं को घटनास्थल पर बुलाया गया। एयर कनाडा वेबसाइट के अनुसार, इस घटना के कारण बोइंग 747 के उड़ान भरने में छह घंटे की देरी हुई।
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस मामले की जांच जारी है। जांच के दौरान सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। उनकी चोट कितनी गहरी है, इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है।’ फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यात्री की इस हरकत के कारण उसे गिरफ्तार किया जाएगा या नहीं।
इस हादसे के कुछ दिन पहले ही एक एयर कनाडा की फ्लाइट में 16 वर्षीय यात्री ने एक परिवार पर हमला किया था। इस घटना के कारण अन्य यात्रियों को 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ा था। रॉयल कैनेडियन पुलिस ने बताया कि जब विमान टोरंटो से कैलगरी जा रही थी, तब यह हादसा हुआ। अधिकारियों ने बताया कि 16 वर्षीय यात्री को अन्य यात्रियों और स्टाफ ने रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि इस हमले में परिवार के सदस्यों को चोटें भी आई थी

अग्निवीर: कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया

अग्निवीर: कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। अग्निवीर भर्ती के खिलाफ कांग्रेस ने युवाओं के साथ मिलकर गुरुवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त कर्नल रोहित चौधरी ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी के वादे के मुताबिक युवाओं के हक की लड़ाई कांग्रेस पार्टी जारी रखी है। मोदी सरकार ने अग्निवीर की आड़ में सेना में चयनित 1.5 लाख से ज्यादा युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है लेकिन कांग्रेस युवाओं के साथ है। उनके हक की लड़ाई जारी रखेगी।
चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने इन युवाओं के डेलिगेशन से 26 दिसंबर को मुलाकात की थी व इनके न्याय के लिए सड़क से संसद तक का साथ देने का वादा किया था। उसी कड़ी में आज ये युवा और कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग प्रकोष्ठ ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवा मौजूद रहे।

एडम्स को न्यूजीलैंड का कोच नियुक्त किया

एडम्स को न्यूजीलैंड का कोच नियुक्त किया 

अखिलेश पांडेय 
क्राइस्टचर्च। पूर्व कीवी ऑलराउंडर आंद्रे एडम्स को घरेलू मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ आगामी टी-20 सीरीज के लिए न्यूजीलैंड का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया है।
न्यूजीलैंड टीम के साथ आंद्रे एडम्स बुधवार को ऑकलैंड में अपनी पारी की शुरुआत करेंगे।
पाकिस्तान के खिलाफ न्यूजीलैंड की पांच मैचों की टी20 सीरीज 12 जनवरी से ऑकलैंड में शुरू हो रही है। अंतिम दो टी20 के लिए क्राइस्टचर्च जाने से पहले टीमें दूसरा और तीसरा मैच क्रमशः हैमिल्टन और डुनेडिन में खेलेंगीं।

सम्मेलन के लोगों का अनावरण किया: सीएम

सम्मेलन के लोगों का अनावरण किया: सीएम 

इकबाल अंसारी 
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बृहस्पतिवार को पहले विश्व उड़िया भाषा सम्मेलन के लोगों का अनावरण किया और उम्मीद जतायी कि कार्यक्रम सफल रहेगा। लोगो पर लिखा है, ‘‘भाषा ही भविष्य है।’’ इस सम्मेलन का आयोजन तीन से पांच फरवरी तक होगा। पटनायक ने एक बयान में कहा, "मुझे उम्मीद है कि यह सम्मेलन बुद्धिजीवियों, शोधकर्ताओं, विद्वानों और छात्रों के बीच विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करेगा।"
पटनायक ने कहा कि ओडिशा भाषाई आधार पर बनने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि उड़िया भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है, जिससे राज्य और भाषा का यश समृद्ध हुआ है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पहले विश्व उड़िया सम्मेलन में ओडिया भाषा के अतीत, वर्तमान और भविष्य पर चर्चा की जाएगी और इसके प्रचार-प्रसार के लिए लक्ष्य तय किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने उड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग को कार्यक्रम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित पक्षों के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया है। इस सम्मेलन के दौरान दुनिया भर के मशहूर भाषाविदों और शोधकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद है।
फरवरी 2014 में केंद्र से शास्त्रीय दर्जा मिलने के बाद उड़िया देश की छठी ऐसी भाषा बन गयी। उससे पहले मलयालम, तेलुगु, कन्नड़, संस्कृत और तमिल को यह दर्जा मिला था। राज्य सरकार ने 2013 में केंद्र को एक प्रस्ताव सौंपा था जिसमें कहा गया था कि उड़िया भाषा 2,500 साल से भी अधिक पुरानी है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

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