गुरुवार, 11 जनवरी 2024

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-83, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. शुक्रवार, जनवरी 12, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 10 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

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बुधवार, 10 जनवरी 2024

प्राण प्रतिष्ठा: अगर निमंत्रण मिलेगा, जरूर जाएंगे

प्राण प्रतिष्ठा: अगर निमंत्रण मिलेगा, जरूर जाएंगे 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ना मिलने पर राकेश टिकैत ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि हमें निमंत्रण नहीं मिला है, अगर मिलेगा तो हम जरूर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वहां की कमेटी अगर कोई निर्णय लेगी तो वह जरूर हमें भेजेगी लेकिन सरकार नहीं देगी।
राकेश टिकैत ने बताया कि हमको अयोध्या से कोई बुलावा नहीं आया है। कहा है कि अगर वहां की कमेटी कोई निर्णय लेगी तो वह जरूर भेजेगी।

50 गांवों में आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाएगी

50 गांवों में आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाएगी 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन योजना के अंतर्गत जनपद के पचास गांवों में आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग दी जाएगी तथा साथ-साथ इन सभी गांवों की ग्राम पंचायत आपदा प्रबन्धन योजना भी बनायी जाएगी, ताकि आपदा से होने वाले नुकसानों को कम किया जा सके।
योजना का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन कराये जाने के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार सिंह ने संबन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें ग्राम पंचायत आपदा प्रबन्धन योजना को बनाये जाने तथा समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण कराये जाने के निर्देश दिए।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि आपदाओं से बहुत अधिक जान व माल की हानि होती है, परन्तु यदि आपदा प्रबन्धन कर लिया जाये, तो जान व माल की होनी वाली बड़ी हानि को बहुत कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण परियोजना का फेज-2 प्लान किया गया है, जिसमें मुजफ्फरनगर के सभी नौ ब्लॉक के पचास गांवों में समुदाय आधारित आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण कराया जायेगा।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 605 नए मामलें मिलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 605 नए मामलें मिलें 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 605 नए मामलें सामने आए और चार संक्रमितों की मौत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,643 हो गयी है। मंत्रालय के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान कर्नाटक और केरल में कोविड-19 के दो-दो मरीजों की मौत हो गई।
पिछले साल पांच दिसंबर तक दैनिक मामलों की संख्या घटकर दोहरे अंक में पहुंच गई थी, लेकिन ठंड और वायरस के नए उपस्वरूप ‘जेएन.1’ के कारण संक्रमण के मामलों में तेजी आई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पांच दिसंबर के बाद एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक नए मामलों की संख्या 31 दिसंबर 2023 को 841 दर्ज की गयी, जो मई 2021 में दर्ज सर्वाधिक मामलों का 0.2 प्रतिशत था।
कोविड-19 के उपचाराधीन कुल 3,643 मरीजों में से 92 प्रतिशत मरीज घर पर ही रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि ‘जेएन.1’ उपस्वरूप की वजह से न तो नए मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है और न ही अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या तथा मृत्यु दर में वृद्धि हो रही है। ’
’ देश में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण अप्रैल-जून 2021 में महामारी की स्थिति भयावह हो गई थी और सात मई 2021 को देश में एक दिन में संक्रमण के 4,14,188 नए मामले सामने आए थे और 3,915 मरीजों की मौत हुई थी। वर्ष 2020 की शुरुआत से अब तक लगभग चार वर्ष में देश भर में कोरोना वायरस से लगभग साढ़े चार करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा इससे 5.30 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 4.4 करोड़ से अधिक हो गई है और इस संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 220.67 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं।

10वें संस्करण के कार्यक्रम को संबोधित किया

10वें संस्करण के कार्यक्रम को संबोधित किया 

इकबाल अंसारी 
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ‘वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ का सिद्धांत, विश्व कल्याण की अनिवार्य आवश्यकता है। मोदी ने यहां महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के 10वें संस्करण के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ समय पहले ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 वर्ष पूरे हुए हैं। बीते 20 वर्षों में इस समिट ने नये आइडिया को प्लेटफॉर्म दिया है।
इसने इन्वेस्टमेंट और रिटर्न्स के लिये नये गेटवे बनाये हैं। अब वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की इस बार की थीम है “गेटवे ऑफ फ्यूचर”। इक्कीसवीं सदी की दुनिया का फ्यूचर हमारे साझे प्रयासों से ही उज्ज्वल बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी जी-20 प्रेसीडेंसी के दौरान भी ग्लोबल फ्यूचर के लिये एक रोड-मैप दिया है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के इस एडिशन में भी इस विजन को औऱ आगे बढ़ा रहे हैं। भारत ‘आई - टू - यू- टू’ और दूसरे मल्टीलेटरल ऑर्गेनाइजेशन के साथ पार्टनरशिप को लगातार मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि वन वर्ल्ड, वन फैमिली, वन फ्यूचर का सिद्धांत, विश्व कल्याण की अनिवार्य आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी से कल भी उनकी बहुत विस्तार से बात हुई है।
उनके लिये तो गुजरात आना, पुरानी यादों को ताजा करने जैसा है। श्री न्यूसी भारतीय प्रबंध संस्थान, अहमदाबाद के पूर्व छात्र हैं। भारत के लिये गर्व की बात है कि हमारी जी-20 प्रेसिडेंसी में अफ़्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। राष्ट्रपति न्यूसी की भारत यात्रा से हमारे सबंधों को तो बल मिला ही है, भारत-अफ़्रीका के बीच घनिष्ठता भी और बढ़ी है।
 मोदी ने कहा कि चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पैत्र फियाला पहली भारत यात्रा इस पद पर है, वैसे वह भारत पहले भी आये है। चेक गणराज्य लंबे समय से वाइब्रेंट गुजरात समिट से जुड़ा हुआ है। भारत और चेक गणराज्य के बीच टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल्स, मैन्युफ़ैक्चरिंग जैसे सेक्टर्स में सहयोग लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा,“ प्रधानमंत्री पैत्र फियाला मुझे विश्वास है, आपकी इस यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। हमारे यहां कहा जाता है अतिथि देवो भव: और प्रधानमंत्री के रूप में आपकी तो ये पहली भारत यात्रा है। उम्मीद है, आप बहुत शानदार यादें लेकर यहां से जायेंगे। ”उन्होंने कहा, “ नोबेल लॉरिएट और तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस होर्टा का भी मैं भारत में स्वागत करता हूं। 
जोस रामोस होर्टा का गांधीनगर आना और विशेष है। आपने महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांत को अपने देश के स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा है। आशियान और इण्डो-पैसिफिक क्षेत्र में तिमोर लेस्ते के साथ हमारा सहयोग बहुत अहम है।”

29 परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया

29 परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया 

अमित शर्मा 
होशियारपुर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को पंजाब में 4,000 करोड़ रुपये लागत की कुल 29 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में लुधियाना में लाडोवाल बाईपास, लुधियाना में छह-लेन वाले फ्लाईओवर और दो-लेन वाले रोड-ओवर ब्रिज, जालंधर-कपूरथला खंड को चार लेन में बदलने और जालंधर-मक्खू सड़क पर तीन पुलों का निर्माण शामिल है।
गडकरी ने होशियारपुर-फगवाड़ा सड़क को चार लेन में बदलने और फिरोजपुर बाईपास को चार लेन बनाने सहित कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इस मौके पर गडकरी ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देशभर में कई एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है जिससे जगहों के बीच की दूरी कम हो रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब से दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा तक बेहतर संपर्क सुविधा के लिए 1.20 लाख करोड़ रुपये की लागत से पांच नए एक्सप्रेसवे और आर्थिक गलियारे बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने 670 किलोमीटर लंबी दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके पूरा होने पर दिल्ली से अमृतसर चार घंटे में और दिल्ली से कटरा छह घंटे में पहुंचा जा सकता है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद सोम प्रकाश और भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ भी मौजूद थे।

तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में स्थान बनाएगा 'भारत'

तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में स्थान बनाएगा 'भारत' 

इकबाल अंसारी 
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को विश्वास जताया कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में स्थान बना लेगा और भारतीय अर्थव्यवस्था की आज दिख रही मजबूती उनकी सरकार के 10 साल के बुनियादी आर्थिक सुधारों का परिणाम है। मोदी 10वें वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे।
उन्होंने सम्मेलन में दुनियाभर से जुटे राजनेताओं, नीति-नियामकों और उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक भरोसेमंद भागीदार है और दुनिया इसे स्थिरता के एक मजबूत स्तंभ के रूप में देख रही है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत का बैंकिंग क्षेत्र आज दुनिया के सबसे मजबूत बैंकिंग क्षेत्रों में से एक है। सरकार ने 40 हजार से अधिक औपचारिकताओं को खत्म कर भारत में कारोबार करना आसान बनाया है तथा माल और सेवा कर (जीएसटी) के लागू करने से करों का जाल खत्म हुआ है।
 मोदी ने कहा कि भारत में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के विविधीकरण का एक अच्छा वातावरण बना है। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से हो रहे विस्तार के बारे में कहा, “ दस साल पहले भारत 11वें स्थान पर था, आज दुनिया की हर प्रमुख रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि देश कुछ वर्षों में दुनिया की शीर्ष-3 अर्थव्यवस्थाओं में आ जाएगा। दुनिया के लोग जो विशेषण करते रहें, मेरी गारंटी है कि यह होकर रहेगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ऐसे समय में जब विश्व अनेक अनिश्चितताओं से घिरा हुआ है, भारत विश्व में आशा की एक नई किरण बनकर के उभरा है। भारत की प्राथमिकताएं बिल्कुल स्पष्ट हैं। आज स्वस्थ उद्योग, अवसंरचना और विनिर्माण भारत की प्राथमिकता है।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार नए दौर के कौशल, भविष्य की प्रौद्योगिकी, कृत्रिम मेधा (एआई) और नव-प्रवर्तन को बढ़ावा दे रही है। देश ग्रीन हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा और सेमीकंडक्टर उद्योग को प्रोत्साहन करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्रिका विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, “वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों से सभी लोग भली-भांति परिचित हैं।
ऐसे में, आज अगर भारत की अर्थव्यवस्था में इतनी मजबूती दिख रही है और इसकी वृद्धि में सशक्त आवेग दिख रहा है, तो इसके पीछे बड़ी वजह पिछले 10 वर्षों में बुनियादी सुधारों पर हमारा फोकस है। इन सुधारों ने भारत की अर्थव्यवस्था की क्षमता, योग्यता और प्रतिस्पर्धा की शक्ति बढ़ाने का बहुत बड़ा काम किया है।”
उन्होंने कहा कि बैंकों में नई पूंजी डालने तथा दिवाला संहिता (आईबीसी) के लागू होने से हमारे बैंकिंग सिस्टम को दुनिया के सबसे मजबूत बैंकिंग प्रणाली में से एक बना दिया है। कारोबार को आसान बनाने के लिए हमने 40 हज़ार से ज्यादा औपचारिकताएं पूरा करने की जरूरत समाप्त कर दी है। मोदी ने कहा,“ भारत में कारोबार आसान बना है और देश विश्व के कारोबारियों के लिए पहले से अधिक आकर्षक हुआ है। जीएसटी ने भारत में विभिन्न करों के अनावश्यक जाल को खत्म किया है।
भारत में हमने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के विविधीकरण के लिए बेहतर माहौल बना है।” मोदी ने ऑस्ट्रेलिया और यूएई जैसे बाजारों के साथ हाल में मुक्त व्यापार समझौते किए हैं, जिससे देश बाहरी कंपनियों के लिए और भी आकर्षक बन गया है। भारत इस समय बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व स्तर पर निवेश कर रहा है तथा पिछले दस वर्षों में पूंजीगत निवेश पांच गुना बढ़ा है। उन्होंने वैश्विक निवेशकों से कहा कि भारत ने ऊर्जा के वैकल्पिक श्रोतों के विकास में अभूतपूर्व तेजी से कदम बढ़ाया है।
आज देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता तीन गुना हो गयी है जबकि सौर-ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 20 गुना वृद्धि हुयी है। उन्होंने डिजिटल प्रौद्गिकी और सेवाओं के उपयोग में प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा,“ सरकार के डिजीटल भारत मिशन ने देश में जीवन और व्यवसाय-दोनों का कायाकल्प किया है।
गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाए जा रहे हैं। 5जी नेटवर्क प्रौद्योगिकी का विस्तार हो रहा है और आज हम दुनिया में तीसरे बड़े स्टार्ट अप इकोसिस्टम हैं।” मोदी ने कहा कि 10 वर्ष पहले भारत में कुछ 100 स्टार्ट-अप्स थे, आज इनकी संख्या एक लाख 15 हज़ार हो गयी है। उन्होंने कहा,“ भारत में जो ये बदलाव आ रहा है, वो भारत के नागरिकों की जिंदगी आसान हुयी है और लोग अधिकार संपन्न हुए हैं।
हमारी सरकार के पांच वर्षों में साढ़े 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। भारत में मिडिल क्लास की एवरेज इनकम लगातार बढ़ रही है। भारत में कामकाज में महिलाओं की भागीदारी में भी रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। भारत के भविष्य के लिए ये बहुत अच्छे संकेत हैं और इसलिए, मैं आप सभी का आह्वान करूंगा कि भारत की इस विकास यात्रा से जुड़िए, हमारे साथ चलिए।” 
मोदी ने भारत में लॉजिस्टिक्स, परिवहन और संपर्क सुविधाओं के विस्तार के काम में प्रगति का जिक्र किया और कहा कि 10 साल में हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 149 हो गयी है, हाइवे का नेटवर्क करीब-करीब दोगुना तथा मेट्रो नेटवर्क तीन गुना से ज्यादा हो चुका है। उन्होंने कहा कि जी-20 के दौरान जिस भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा की गयी है, वह निवेशकों के लिए कारोबार का बड़ा अवसर है।
 मोदी ने वैश्विक निवेशकों से कहा, “भारत के कोने-कोने में आपके लिए नई संभावनाएं हैं। वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन इसकी एक झांसी है और यह भविष्य की एक झांकी है। भारत में निवेश सृजनशील युवापीढ़ी में निवेश है। यह उपभोक्ताओं की एक नयी पीढ़ी को तराशने वाला निवेश है। महत्वाकांक्षाओं से भरपूर भारत की युवापीढ़ी के साथ आपकी भागीदारी ऐसे परिणाम दे सकती है जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।”
उद्घाटन सत्र में मोजाम्बीक के राष्ट्रपति फिलिप नीयूसी, तिमोर के राष्ट्रपति रामोस-होर्टा, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पैट्र फियाला, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और देश-विदेश के बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति तथा उद्यमी उपस्थित थे। वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन का सिलसिला 20 साल पहले मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में शुरू हुआ था, जिससे निवेश का एक नया वातावरण पैदा हुआ। आज विभिन्न राज्यों में इस तरह के निवेश सम्मेलन आयोजित किए जाने लगे हैं।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...