सोमवार, 1 जनवरी 2024

देह व्यापार का खुलासा, 22 लोगों को अरेस्ट किया

देह व्यापार का खुलासा, 22 लोगों को अरेस्ट किया 

इकबाल अंसारी 
गाजियाबाद। साहिबाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीएलएफ और तुलसी निकेतन में देह व्यापार का खुलासा किया है। जिसमें 14 महिलाओं समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसीपी ऑफिस के सामने और चौकी के पीछे जिस्मफरोशी का धंधा कई महीने से चल रहा था और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं थी।
गाजियाबाद के साहिबाबाद में डीएलएफ और तुलसी निकेतन के दो फ्लैटों में महीनों से चल रहे देह व्यापार के धंधे का पुलिस ने रविवार शाम खुलासा किया। दोनों जगह से दो संचालिका समेत 14 महिलाएं, एक फ्लैट मालिक और सात ग्राहक गिरफ्तार किए गए हैं। देह व्यापार कराने वाली दोनों महिलाओं ने 10 हजार रुपये महीने पर फ्लैट किराये पर लिया था। पुलिस को मौके से 26,100 रुपये, फोन और अन्य सामान मिला है। 
पुलिस को सूचना मिली कि एसीपी कार्यालय के सामने तुलसी निकेतन के एक फ्लैट में महिला देह व्यापार कराती हैं। एसीपी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां संचालिका रानी समेत पांच महिलाएं मिलीं। वहीं पर फ्लैट मालिक पवन भी मौजूद था। महिलाएं आपत्तिजनक हालत में थीं। 
तुलसी निकेतन निवासी संचालिका रानी कई महीनों से अलग-अलग युवतियों को फ्लैट में बुलाकर देह व्यापार कराती थीं। युवतियों से व्हाट्सएप कॉल से संपर्क किया जाता था। इसमें फ्लैट मालिक की भी भूमिका सामने आई है। पुलिस पांच महिलाओं और फ्लैट मालिक को गिरफ्तार कर टीलामोड़ थाने ले गई।
इसके बाद शालीमार गार्डन थाना पुलिस की टीम ने भोपुरा तिराहे के पास डीएलएफ के फ्लैट में दबिश दी। पुलिस को देखकर फ्लैट के अंदर महिलाएं घबराकर इधर-उधर भागने का प्रयास करने लगीं। टीम ने संचालिका नेहा राठौर निवासी चिरौड़ी लोनी समेत नौ युवतियों व सात ग्राहकों को गिरफ्तार किया। यहां से पुलिस को 26,100 रुपये, ऑनलाइन वॉलेट का नंबर, फोन और अन्य सामान मिला।
पूछताछ में पता चला कि नेहा ने फ्लैट हरीश मावी नाम के युवक से किराये पर लिया था।
 महीनों से चल रहे देह व्यापार की भनक पुलिस को नहीं लगी।इसके अलावा डीएलएफ काॅलोनी का फ्लैट भी एसीपी ऑफिस से ज्यादा दूर नहीं है।
पुलिस ने तुलसी निकेतन और डीएलएफ के दो फ्लैटों में कार्रवाई कर देह व्यापार का खुलासा किया है। इसमें संचालिकाओं और फ्लैट मालिक समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

जापान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया, झटके

जापान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया, झटके

अखिलेश पांडेय 
टोक्यो। नए साल पर जापान से एक चिंता करने वाली खबर सामने आ रही है। यहां 7.5 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद कई झटके महसूस किए गए। 
इससे देश के पश्चिमी तट के एक बड़े हिस्से में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि, यह भी जानकारी सामने आई है कि इशिकावा प्रांत के वाजिमा शहर में 1.2 मीटर की सुनामी की लहर टकरा गई है। फिलहाल, किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन अधिकारियों को तत्काल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश दिए गए हैं।इस बीच, जापान ने इशिकावा, निगाता और तोयामा, नागानो प्रान्तों के लिए एक और भूकंप की चेतावनी जारी की है। वहीं, सोशल मीडिया पर तोयामा शहर में आई सुनामी का वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि यह वीडियो अभी की है या पहले कभी की।

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जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, इशिकावा प्रांत के वाजिमा बंदरगाह पर 1.2 मीटर की ऊंचाई तक ऊंची लहरें देखी गईं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, सुनामी की चेतावनी के बाद लोगों से इशिकावा, निगाता, तोयामा और यामागाता प्रान्तों के तटीय क्षेत्रों को जल्द से जल्द छोड़ने का आग्रह किया गया है। कहा जा रहा है कि पांच मीटर (16 फीट) ऊंची लहरें उठ सकती हैं। कोस्टल एरिया में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है।
हवाई स्थित प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा है कि जापान तट पर भूकंप के केंद्र के 300 किलोमीटर के दायरे में खतरनाक सुनामी लहरें उठने की आशंका है। बता दें, भूकंप के झटके टोक्यो और पूरे कांटो इलाके में महसूस किए गए हैं।

इतनी बार महसूस किए गए झटके
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने कहा कि जापान के मुख्य द्वीप होन्शू के जापान सागर की ओर नोटो क्षेत्र में स्थानीय समयानुसार शाम चार बजकर छह मिनट पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद शाम चार बजकर 10 मिनट पर 7.6 तीव्रता का भूकंप, चार बजकर 18 मिनट पर 6.1 तीव्रता का भूकंप, चार बजकर 23 मिनट पर 4.5 तीव्रता का भूकंप, चार बजकर 29 मिनट पर 4.6 तीव्रता का भूकंप और चार बजकर 32 मिनट पर 4.8 तीव्रता का भूकंप आया।अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि इसके तुरंत बाद 6.2 तीव्रता का एक और भूकंप आया।

2011 में भूकंप के बाद सुनामी से हुई थीं 18 हजार मौतें

जापान में मार्च 2011 में नौ तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप के कारण जबर्दस्त सुनामी आई थी। तब उठी सुनामी की लहरों ने फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को तबाह कर दिया था। इसे पर्यावरण को नुकसान के लिहाज से बड़ी घटना माना गया था। तब समुद्र में उठी 10 मीटर ऊंची लहरों ने कई शहरों में तबाही मचाई थी। इसमें करीब 18 हजार लोगों की मौत हुई थी।

रिंग ऑफ फायर पर बसा है जापान

जापान भूकंप के सबसे ज्यादा सेंसेटिव एरिया में है। यह पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में आता है। रिंग ऑफ फायर ऐसा इलाका है जहां कॉन्टिनेंटल प्लेट्स के साथ ओशियनिक टेक्टॉनिक प्लेट्स भी मौजूद हैं। ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो भूकंप आता है। इनके असर से ही सुनामी आती है और वॉल्केनो भी फटते हैं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-73, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. मंगलवार, जनवरी 01, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 10 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

सीएम को श्रमिकों व मजदूरों की समस्या बताई

सीएम को श्रमिकों व मजदूरों की समस्या बताई
इकबाल अंसारी 
बिलासपुर। भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश पदाधिकारियों और प्रदेश के केन्द्रीय पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री का राजकीय अतिथि गृह पहुना में शिष्टाचार भेंट करते हुए अभिनंदन किया। इस अवसर पर प्रदेश के मजदूर और कर्मचारी वर्ग की समस्याओं से अवगत कराते हुए संविदा कर्मियों को नियमित करने, स्कीमी वर्करों को कलेक्टर दर पर वेतन देने,ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने,सहित कोरबा में स्थापित 1320 मेगावाट के पावर प्लांट का नामकरण भगवान् बिरसा मुंडा या शहीद वीर नारायण के नाम पर करने की मांग की है।
प्रतिनिधिमण्डल में  संगठन मंत्री सुनील किरवई,केंद्रीय उप महामंत्री सुरेन्द्र पांडेय,केंद्रीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल,प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शोभा सिंहदेव, महामंत्री नरोत्तम घृतलहरे, उपाध्यक्ष शंखध्वनि सिंह बनाफर,डी के पांडेय,श्रीमती सोनिया मरावी,संगठन मंत्री योगेश दत्त मिश्रा एवं वित्त सचिव सुंदर वर्मा  उपस्थित रहे।
प्रतिनिधिमण्डल में शामिल रहे प्रदेश उपाध्यक्ष शंखध्वनि सिंह बनाफर ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ देश और प्रदेश का प्रमुख श्रम संगठन है और प्रदेश के सभी जिलों और उद्योगों में मजदूर और कर्मचारियों के हित में आवाज उठाता है। संघ के आगामी त्रैवार्षिक अधिवेशन दल्लीराजहरा में 21 जनवरी के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री को प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शोभा सिंहदेव ने आमंत्रण दिया है।

उज्जवला लाभार्थी के घर पहुंचे पीएम, चाय भी पी

उज्जवला लाभार्थी के घर पहुंचे पीएम, चाय भी पी
अकांशु उपाध्याय 
अयोध्या। पीएम मोदी अपने अयोध्या दौरे में उज्ज्वला लाभार्थी के घर पहुंचे। पीएम मोदी टेढ़ी बाजार स्थित मीरा मांझी के घर पर कुछ देर के लिए रुके। पीएम मोदी ने मीरा के परिजनों और घर के बच्चों से बात की। मीरा के हाथ की चाय भी मोदी ने पी। ये परिवार उज्ज्वला योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभार्थी है। सबसे बड़ी बात ये है कि श्रमिक बहन मीरा मांझी पीएम उज्वला योजना की 10 करोड़वीं लाभार्थी हैं। मीरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे एक घंटे पहले जानकारी दी गई थी कि कोई नेता घर आएगा। उन्होंने कहा कि यह नहीं बताया गया था कि प्रधानमंत्री आएंगे।

देश में अनुमान से कम रही प्याज की फसल

देश में अनुमान से कम रही प्याज की फसल
सरस्वती उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्याज न‍िर्यात पर रोक लगाए जाने के बाद देश भर में उपभोक्ताओं को मामूली राहत म‍िली है, लेक‍िन इसकी वजह से क‍िसानों का बड़ा नुकसान हो गया है। महाराष्ट्र में प्याज का न्यूनतम दाम कई मंड‍ियों में स‍िर्फ एक रुपये प्रत‍ि क‍िलो रह गया है। प‍िछले दो साल से राज्य में ऐसे ही हालात हैं। स‍िर्फ महाराष्ट्र ही नहीं दूसरे राज्यों में भी प्याज उत्पादक क‍िसान नुकसान झेल रहे हैं। इसल‍िए देश के पांच बड़े प्याज उत्पादक सूबों में क‍िसानों ने इसकी खेती कम कर दी है। इस बार भी कम दाम से परेशान क‍िसान खेती कम कर रहे हैं, ज‍िसका असर उपभोक्ताओं पर अगले साल पड़ेगा। क्योंक‍ि उत्पादन कम होने की वजह से दाम बढ़ जाएगा। क‍िसानों का कहना है क‍ि इसके ल‍िए पूरी तरह से सरकार ज‍िम्मेदार होगी. स‍िर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्क‍ि गुजरात, कर्नाटक, तम‍िलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में प्याज का रकबा और उत्पादन दोनों घटा है।
महाराष्ट्र प्याज उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत द‍िघोले का कहना है क‍ि चूंक‍ि सरकार हाथ धोकर प्याज क‍िसानों के पीछे पड़ी हुई है इसल‍िए अब हमारे पास प्याज की खेती छोड़ने या कम करने के अलावा सरकार के ठोस व‍िरोध का कोई तरीका नहीं है। इस साल सरकार ने 17 अगस्त को एक अप्रत्याश‍ित फैसला लेते हुए सबसे पहले प्याज के एक्सपोर्ट पर 40 फीसदी ड्यूटी लगाई। उसके बाद 28 अक्टूबर को तय क‍िया क‍ि 800 यूएस डॉलर से कम कीमत पर कोई प्याज का एक्सपोर्ट नहीं कर सकता। यानी इसका म‍िन‍िमम एक्सपोर्ट प्राइस फ‍िक्स कर द‍िया। इसकी वजह से एक्सपोर्ट बाध‍ित हुआ और घरेलू बाजार में आवक बढ़ने से दाम घट गए।
सरकार के फैसलों से पहुंचा नुकसान : द‍िघोले का कहना है क‍ि अपने फैसलों से क‍िसानों का इतना नुकसान करने के बावजूद सरकार को संतोष नहीं हुआ। तब उसने सात द‍िसंबर की रात में एक्सपोर्ट बैन कर द‍िया। नेफेड और एनसीसीएफ पहले से ही क‍िसानों के ख‍िलाफ काम कर रहे हैं। मार्केट में जब 50 रुपये क‍िलो दाम था तब ये दोनों संस्थाएं 25 रुपये क‍िलो प्याज बेचकर बाजार को ब‍िगाड़ने का काम कर रही थीं। अब भी इन दोनों का यही काम है। प‍िछले दो साल से क‍िसी न क‍िसी वजह से क‍िसानों को प्याज का बहुत कम दाम म‍िल रहा है। ज‍िससे परेशान होकर क‍िसानों ने खेती का दायरा घटाया है। द‍िघोले का कहना है क‍ि अगर महाराष्ट्र के क‍िसानों ने खेती और घटा दी तो अगले साल तक प्याज के आयात की नौबत आ सकती है।

लोकसभा: एनडीए में शामिल हो सकते हैं ठाकरे

लोकसभा: एनडीए में शामिल हो सकते हैं ठाकरे
कविता गर्ग 
मुंबई। साल 2024 के लोकसभा चुनावों की पटकथा अब धीरे धीरे स्पष्ट होती जा रही है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही अपने-अपने तरीके से चुनाव की तैयारियों क ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी की अगुवाई वाला सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन फिर से सत्ता में वापसी की रणनीति बना रहा है। विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया इंडिया गठबंधन मोदी सरकार को हराना चाहता है। इसलिए दोनों तरफ से जोरदार हलचल देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र की सबसे चर्चित पार्टी और मराठी लोगों के मुद्दों के लिए लड़ने वाले प्रभावी नेता के रूप में जाने जाने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष के रुख पर सभी की निगाहें हैं। सवाल यह है कि आखिर वे एनडीए या इंडिया गठबंधन में किसके साथ नजर आएंगे।
बता दें कि हाल ही में राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई। सामने आया है कि इन नेताओं के बीच इस बात पर चर्चा हुई कि महाराष्ट्र में राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न कैसे मनाया जाए। इस बीच सत्ताधारी पार्टियों के नेताओं की ओर से परोक्ष रूप से राज ठाकरे को अपने साथ आने की पेशकश करने वाले बयान आ रहे हैं। इसलिए चर्चा है कि राज ठाकरे को महागठबंधन में लाने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठाए जा रहे हैं और इस समय मनसे पर सत्ता पक्ष का दावा ज्यादा मजबूत प्रतीत हो रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी के दो बड़े नेताओं ने राज ठाकरे को लेकर अहम बयान दिया है। इन नेताओं ने राज ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुलाकात पर प्रतिक्रिया दी है। मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा है कि हम राज ठाकरे का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। जब राज ठाकरे शिवसेना में थे, तो शिंदे और राज ठाकरे लंबे वक्त तक साथ काम कर चुके हैं। ऐसे में अगर शिंदे और राज ठाकरे एक साथ आते हैं, तो इसमें कोई बहुत बड़ी अतिश्योक्ति नहीं होनी चाहिए।

विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया

विवाद: तीसरे अंपायर ने यशस्वी को आउट दिया  अखिलेश पांडेय  मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे चौथे टे...