मंगलवार, 26 दिसंबर 2023

सभागार में समिति की बैठक आयोजित की

सभागार में समिति की बैठक आयोजित की

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। सांसद फूलपुर श्रीमती केशरी देवी पटेल एवं सांसद भदोही रमेश चन्द्र बिन्द की उपस्थिति में मंगलवार को संगम सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सांसदो के द्वारा सड़क निर्माण के संदर्भ में पिछली बैठक में जो सुझाव जनप्रतिनिधियों के द्वारा दिए गए थे, के सम्बंध में की गयी कार्यवाही के बारे में जानकारी ली। सांसदों ने सड़कों के निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी लेते हुए जहां पर सड़कों का निर्माण कार्य रूका हुआ है, उसे जल्द से जल्द शुरू कराने तथा जहां पर भी पैचिंग सम्बंधी कार्य कराये जाने थे, जो अभी तक नहीं पूर्ण हुए, पर नाराजगी जताते हुए कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराये जाने के लिए कहा है। बैठक में जनप्रतिनिधियों के द्वारा बरौत-बिठौली सम्पर्क मार्ग के निर्माण कार्य शुरू न होने के बारे में बताये जाने पर सांसद ने सम्बंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्य को शुरू कराये जाने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही जनप्रतिनिधियों के द्वारा माण्डा-बरौधा, बरौथा-पाण्डेयपुर मार्ग की खराब स्थिति की शिकायत पर सांसद ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी सम्पर्क मार्ग खराब है, उनको जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण ढंग से ठीक कराये व जो नए सड़कों का निर्माण कार्य किया जाना है, उनका शिलान्यास/उद्घाटन जनप्रतिनिधियों से कराया जाये।
बैठक में जनप्रतिनिधियों के द्वारा अवगत कराया गया कि जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत कराये जा रहे कार्यों के पूर्ण होने के बाद खोदी गयी सड़कों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से नहीं कराया जा रहा है, जिस पर डीएम ने सम्बंधित विभाग को कड़ाई से निर्देशित किया कि जहां पर भी पाइप लाइन डालने के लिए सड़कों की खोदाई की जा रही है, उन सड़कों को पुनः गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्मित करते हुए ही आगे पाइप लाइन डालने का कार्य करें। सांसदों ने अधिकारियों से गोद लिए गांव में कैम्प लगाकर लोगो को योजनाओं की जानकारी देने तथा जो पात्र लोग अभी तक योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए है, उन्हें योजनाओं से लाभान्वित कराये जाने के लिए कहा है।  
विद्युत विभाग की समीक्षा में समिति के द्वारा विद्युत आपूर्ति, तारों के जर्जर होने एवं कुछ लोगो के द्वारा बिल न जमा किए जाने पर ट्रांसफार्मर से सामूहिक आपूर्ति बंद किए जाने की शिकायतों पर डीएम ने कहा कि जो भी शिकायतें प्राप्त हुई है, उनको शीघ्रता के साथ दूर कराये जाने के निर्देश दिए है और यह भी कहा कि ट्रांसफार्मरों से विद्युत बिल के लिए सामूहिक रूप से विद्युत कटौती की शिकायत नहीं प्राप्त होनी चाहिए। विधानसभावार विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए सांसद ने ग्रामीण क्षेत्रों/कस्बों में लगायी जाने वाली स्ट्रीट लाइटों एवं हाईमास्ट में विद्युत कटौती पर नाराजगी व्यक्त की। समिति ने जर्जर तारों/पोलों को बदलने के लिए कहा।    
इस अवसर पर विधायक करछना पीयूष रंजन निषाद, विधायक कोरांव राजमणि कोल, विधायक बारा डॉ वाचस्पति, विधायक फाफामऊ गुरू प्रसाद मौर्य, विधायक मेजा संदीप पटेल, सदस्य विधान परिषद केपी श्रीवास्तव, सुरेन्द्र चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा डीएम नवनीत सिंह चहल सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

लद्दाख व जम्मू-कश्मीर में दो भूकंप, झटके

लद्दाख व जम्मू-कश्मीर में दो भूकंप, झटके 

इकबाल अंसारी 
श्रीनगर/लेह। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को तड़के हल्की तीव्रता के दो भूकंप महसूस किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भूकंप के झटकों से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों भूकंप का केंद्र लद्दाख के लेह जिले और जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में था।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक, लद्दाख में सुबह चार बजकर 33 मिनट पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। इसके मुताबिक, भूकंप की गहराई धरती की सतह से पांच किलोमीटर नीचे थी। तड़के आए भूकंप से करगिल और लेह दोनों जिलों के लोग घबरा गए।
पुलिस ने बताया कि भूकंप के कारण कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सोमवार देर रात करीब एक बजकर 10 मिनट पर 3.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।

आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किया

आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किया 

कविता गर्ग 
मुंबई। विस्तारित दूरी की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस ‘स्टेल्थ गाइडेड’ मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल को मंगलवार को मुंबई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। सिंह के अलावा, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी युद्धपोत को औपचारिक रूप से नौसेना में शामिल करने के कार्यक्रम में उपस्थित थे।
आईएनएस इंफाल नौसेना द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है। इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित है। यह पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है।
बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद आईएनएस इंफाल को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था। नौसेना ने कहा, "इसके बाद, पोत ने नवंबर 2023 में विस्तारित दूरी की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, सेवा में शामिल किए जाने से पहले किसी भी स्वदेशी युद्धपोत के लिए पहली बार ऐसा किया गया था।"
इसने कहा कि इसकी लंबाई 163 मीटर और वजन 7,400 टन है तथा इसे 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री के साथ भारत में निर्मित सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक माना जाता है। आईएनएस इंफाल 30 समुद्री मील से अधिक की गति प्राप्त करने में सक्षम है और यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल तथा सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों जैसे परिष्कृत ‘अत्याधुनिक’ हथियारों और सेंसर से लैस है।
इस युद्धपोत में एक आधुनिक निगरानी रडार लगा है, जो इसकी हथियार प्रणालियों को लक्ष्य का डेटा प्रदान करता है। नौसेना के अनुसार, यह युद्धपोत परमाणु, जैविक और रासायनिक (एनबीसी) युद्ध के हालात में भी लड़ने में सक्षम है। युद्धपोत का निर्माण 19 मई 2017 को शुरू हुआ था और इसे 20 अप्रैल 2019 को पानी में उतारा गया था।
28 अप्रैल 2023 को यह अपने पहले समुद्री परीक्षण के लिए रवाना हुआ और बंदरगाह तथा समुद्र दोनों में परीक्षणों का एक समग्र कार्यक्रम पूरा कर लिया। यह छह महीने की रिकॉर्ड समयसीमा के भीतर 20 अक्टूबर 2023 को नौसेना को सौंप दिया गया जो इस आकार के जहाज के लिए सर्वाधिक तेज प्रक्रिया है।

सीएम व उपमुख्यमंत्री ने पीएम से शिष्टाचार भेंट की

सीएम व उपमुख्यमंत्री ने पीएम से शिष्टाचार भेंट की 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेड्डी की मोदी से यह पहली मुलाकात है। सूत्रों ने बताया कि ऐसा समझा जाता है कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लंबित परियोजनाओं पर चर्चा की और केंद्र सरकार से बकाया राशि जारी करने की मांग की।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-67, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. बुधवार, दिसंबर 27, 2023

3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पूर्णिमा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:36, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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सोमवार, 25 दिसंबर 2023

उम्र सीमा में छूट देने की मांग, सीएम को लिखा पत्र

उम्र सीमा में छूट देने की मांग, सीएम को लिखा पत्र 

गोपीचंद 
बागपत। रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने यूपी पुलिस की भर्ती में युवाओं को उम्र सीमा में छूट देने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
जयंत सिंह ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश में आखिरी बार वर्ष 2018 में पुलिस में भर्ती हुई थी। उसके बाद से पांच साल में कोई भर्ती नहीं हो सकी। अब यूपी पुलिस में भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए है और उसमें सामान्य वर्ग की आयु सीमा 18-22 वर्ष रखी गई है।इस तरह काफी युवाओं की उम्र भर्ती नहीं होने के कारण ज्यादा हो गई है।
ऐसे में युवाओं ने उम्र की सीमा बढ़ाने की मांग रखी है। जिसको देखते हुए युवाओं की उम्र की सीमा को बढ़ाया जाया। जिससे ज्यादा से ज्यादा युवा इस भर्ती का लाभ उठा सके।

ब्राह्मण समाज पंचायत में बयानों का मुद्दा उठा

ब्राह्मण समाज पंचायत में बयानों का मुद्दा उठा 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की महा ब्राह्मण समाज पंचायत में अखिलेश यादव के सामने स्‍वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों का मुद्दा उठा। ब्राह्मण नेताओं ने किसी का नाम लिए बगैर अखिलेश से इसकी शिकायत की, साथ ही समझाया कि इससे समाज का एक वर्ग पार्टी से दूर जा रहा है।
सपा प्रबुद्ध सभा की राज्‍य कार्यकारिणी की बैठक में भी कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बिना नाम लिए स्‍वामी प्रसाद मौर्य के बयानों पर आपत्ति जताई थी। उन्‍होंने इस पर रोक लगाने की मांग की थी। महा ब्राह्मण समाज पंचायत में अखिलेश यादव की भी चिंता और विवादित बयानों को लेकर नाराजगी नज़र आई। उन्‍होंने माना कि किसी धर्म या जाति विशेष पर किसी भी द्वारा टिप्पणी किया जाना कतई उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर हर हाल में अंकुश लगाया जाएगा।

रविवार को लखनऊ में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कन्नौज के प्रबुद्ध समाज और महा ब्राह्मण समाज पंचायत के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि इस प्रवृत्ति पर हर हाल में अंकुश लगाया जाएगा।
अखिलेश के सख्‍त हुए रुख को मिशन-2024 के लिए हर वर्ग को साथ लाने की उनकी कोशिशों की एक कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अब जब लोकसभा चुनाव में चंद महीने ही बचे रह गए हैं तब समाजवादी पार्टी अपने समीकरणों को दुरुस्‍त करने में जुट गई है। अखिलेश यादव ने पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्‍पसंख्‍यक) का नारा दिया हुआ है।
इस वर्ग के लोगों को पार्टी से जोड़ने की कवायद चल रही है। इसके साथ ही सवर्णों को भी पार्टी से जोड़ने की कोशिश है। इसी कड़ी में अब ब्राह्मण सम्‍मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। रविवार को लखनऊ में पार्टी मुख्‍यालय पर आयोजित महा ब्राह्रमण पंचायत के सम्‍मेलन में पार्टी मुखिया अखिलेश यादव भी शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि सम्‍मेलन में अखिलेश यादव के सामने कुछ नेताओं ने स्‍वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों का मुद्दा जोरशोर से उठाया। स्‍वामी प्रसाद मौर्य लगातार विवादित बयान देते रहते हैं। वह रामचरित मानस पर भी ऐसी टिप्‍पणियां कर चुके हैं जिससे साधु-संन्‍यासियों और धार्मिक आस्‍था रखने वाला का एक बड़ा वर्ग उनके खिलाफ हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार सपा के ब्राह्मण सम्‍मेलन में भी जोरशोर से स्‍वामी प्रसाद मौर्य का मुद्दा उठा। ब्राह्मण समाज के कई नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं ने नाम लिए बगैर विवादित बयानों पर आपत्ति जताई और इन पर रोक लगाने की मांग की। इस पर अखिलेश यादव ने पदधिकारियों-कार्यकर्ताओं को आश्‍वासन दिया कि वह इस पर रोक लगाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि धर्म और जाति को लेकर कोई टिप्‍प्‍णी नहीं की जानी चाहिए। उन्‍होंने नेताओं को इससे बचने की हिदायत दी।

5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'

5 से 10 के बीच प्रयागराज आएगी 'राष्ट्रपति'  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच से 10 फरवरी के बीच आएगी। मुख्य...