शनिवार, 2 दिसंबर 2023

जिला स्तरीय 'खनन टास्क फोर्स' की बैठक की

जिला स्तरीय 'खनन टास्क फोर्स' की बैठक की

अवैध खनन अवैध परिवहन ओवरलोडिंग वाहनों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के डीएम ने दिये निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार द्वारा उदयन सभागार मे सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की बैठक की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों, क्षेत्राधिकारियों एवं खनन अधिकारी को अवैध खनन/अवैध परिवहन/ओवरलोडिंग वाहनों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दियें। इसके साथ ही उन्होंने खनन पट्टों का नियमित रूप से निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दियें। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि फर्जी नम्बर प्लेट/अस्पष्ट रूप से गाड़ी का नम्बर अंकित पाये जाने पर एफ0आई0आर0 दर्ज कराकर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अरूण कुमार गोंड सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।
सुशील केसरवानी

सम्मेलन के उद्घाटन हेतु पीएम को आमंत्रित किया

सम्मेलन के उद्घाटन हेतु पीएम को आमंत्रित किया

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें देहरादून में 08 व 09 दिसम्बर, 2023 को आयोजित हो रहे वैश्विक निवेश सम्मेलन के उद्घाटन हेतु आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों की निकासी के दौरान दिये गये मार्गनिर्देशन और सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इसके लिये सभी आवश्यक संसाधन एवं मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही निरन्तर इस विकट परिस्थिति का अनुश्रवण करने तथा इस अभियान से जुडे लोगों, श्रमिकों एवं उनके परिजनों का मनोबल बढाने से ही हम इस गम्भीर संकट से अपने श्रमिक भाइयों को सुरक्षित वापस लाने में सफल हो पाये है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य से जुडे विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से जमरानी बांध परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर 1730.21 करोड की स्वीकृति के लिये आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने सौंग बांध पेयजल परियोजना को पूंजीगत व्यय हेतु वित्तीय सहायता के रूप में रू0 2460 करोड की स्वीकृति तथा जौलीग्रान्ट हवाई अड्डे के उच्चीकरण हेतु विशेष वित्तीय सहायता के रूप में रू0 3000 करोड की वित्तीय सहायता का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर, हरिद्वार में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान स्थापित करने, न्यूजीलैण्ड के सहयोग से चल रहे कीवी फिजिविलटी स्टडी में उत्तराखण्ड को सम्मिलित करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने मानसखण्ड मन्दिर माला परियोजना के विकास तथा पिथौरागढ़ के लिये सुगम यात्रा हेतु 508 किमी. सड़क के लिये 20 डीपीआर की मंजूरी के साथ रू0 1000 करोड की स्वीकृति तथा 03 राज्य मार्गों काठगोदाम-भीमताल ध्यानचुली- खेतीखान-लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग, ’मोहान-भतरोंजखान-भिकियासैंण-देघाट-बुंगीधर नागचुलाखाल- मेहलचौरी मोटर मार्ग, ’खैरना-रानीखेत-भतरोंजखान मोटर मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कुमाऊ में जोलिंगकोंग-बेदांग 05 कि०मी०, सिपू-टोला 22 कि०मी० एवं मिलम लाप्थल 30 कि०मी० की तीन सुरंग परियोजनाओं की स्वीकृति के साथ टनकपुर-बागेश्वर रेल योजना को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में पूर्ण वित्तपोषण हेतु रू0-44,140 करोड की वित्तीय स्वीकृति का अनुरोध किया। उन्होंने नैनी-सैनी हवाई अड्डे से फिक्स्ड विंग वायुयान के संचालन, पंतनगर हवाई अड्डे के विस्तार के लिये एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को त्वरित कार्यवाही करने तथा कुमाऊ क्षेत्र में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र की स्थापना का प्रधानमंत्री से अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने जनपद पिथौरागढ़ में धौलीगंगा एवं गौरी गंगा नदियों पर प्रस्तावित विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं के विकास एवं निर्माण की अनुमति तथा अलकनंदा, भगीरथी एवं उसकी सहायक नदियों में निर्विवादित 11 परियोजनाओं जिनकी कुल क्षमता 771 मे०वा० के विकास एवं निर्माण की अनुमति के साथ अलकनंदा, भगीरथी एवं उसकी सहायक नदियों में विशेषज्ञ समिति-2 द्वारा संस्तुत 10 परियोजनाओं जिनकी कुल क्षमता 1352 मेगावाट है कि विकास एवं निर्माण की अनुमति देने का भी अनुरोध किया।

सेल्फी का सहारा लेकर छवि सुधारने का प्रयास

सेल्फी का सहारा लेकर छवि सुधारने का प्रयास 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी गिरती छवि के कारण परेशान हैं और 2024 के आम चुनाव उनकी परेशानी की सबसे बड़ी वजह है, इसलिए सेल्फी का सहारा लेकर अपनी छवि सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि सेल्फी और सेल्फ के प्रति मुग्ध प्रधानमंत्री लोकसभा चुनावों से पहले बेहद असुरक्षित हैं।
वह अपनी गिरती छवि को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा "छवि बचाने के लिए सबसे पहले, सेना को सेल्फी पॉइंट स्थापित करने के लिए कहा गया था। फ़िर आईएएस अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से 'रथ यात्रा' निकालने के लिए कहा। अब यूजीसी को विश्वविद्यालयों में सेल्फी प्वाइंट बनाने का निर्देश दिया गया है।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे पहले उन्होंने लाइव फीड पर आकर चंद्रयान-III के लैंडिंग को हाईजैक किया और उससे पहले उन्होंने कोविड-19 वैक्सीन के सभी सर्टिफिकेट्स पर अपना चेहरा चिपकवा दिया था। उन्होंने कहा कि ये केवल कुछ उदाहरण हैं जो उस व्यक्ति की असीम असुरक्षाओं और उसके चारों ओर फैली घिनौनी चाटुकारिता को दर्शाते हैं।
दस वर्षों के अंत होते-होते, भारत के लोग आत्मप्रचार में लगे प्रधानमंत्री के इन तरीकों से तंग आ चुके हैं। प्रधानमंत्री ऐसे लेवल तक पहुंच गए हैं, जिसके आगे केवल उत्तर कोरियाई तानाशाह ही जाते हैं। जनता जल्द ही मुंहतोड़ जवाब देगी।

सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ी

सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कसर नहीं छोड़ी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को रेलवे की नवीनतम प्रदर्शन रिपोर्ट को लेकर केंद्र पर आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने रेलवे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर ‘पीआर स्टंट (जनसंपर्क हथकंडा)’ करने और आम लोगों की सुरक्षा, सुविधा और राहत पर ध्यान नहीं देने का भी आरोप लगाया।
खरगे ने ‘एक्स’ पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, “मोदी सरकार ने रेलवे को तहस-नहस करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।” उन्होंने आरोप लगाया, “बालासोर जैसे बड़े हादसे होने के बाद, बहुप्रचारित ‘कवच’ सुरक्षा का एक भी किलोमीटर नहीं जोड़ा।” खरगे ने दावा किया कि आम शयनयान श्रेणी में यात्रा करना बहुत महंगा हो गया है और इन डिब्बों की संख्या भी घटाई गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि इस साल 10 प्रतिशत से ज्यादा ट्रेन लेट (विलंब) हुईं। उन्होंने कहा, “रेल बजट को खत्म करके, मोदी सरकार ने जवाबदेही से छुटकारा पा लिया है। मोदीजी केवल वाहवाही बटोरने के लिये सफेद रंग दी गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के पीआर स्टंट में व्यस्त हैं।” खरगे ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में आरोप लगाया, “लेकिन वह आम जनता की सुरक्षा, सुविधा, सहूलियत और राहत पर रत्ती भर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।”
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा था कि ‘कवच’ 1500 किलोमीटर रेलमार्ग पर पूरी तरह स्थापित किया गया है। ‘कवच’ स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। उन्होंने कहा कि इसका दायरा बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। मंत्री ने यह भी दावा किया कि रेल यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और वर्तमान वित्त वर्ष के अंत तक, भारतीय रेलवे 650 से 700 करोड़ के कोविड-पूर्व यात्री यातायात को हासिल कर लेगा।

मानहानि के मामलें में राउत को जमानत दी

मानहानि के मामलें में राउत को जमानत दी

कविता गर्ग 
नासिक। मालेगांव की एक अदालत ने महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री और नासिक के प्रभारी मंत्री दादा भुसे की शिकायत पर दर्ज मानहानि के एक मामलें में शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत को शनिवार को जमानत दे दी। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य राउत अदालत में उपस्थित थे। राउत को जमानत देते हुए अदालत ने कहा कि वह तीन फरवरी, 2024 को इस मामले पर अगली सुनवाई करेगी।
राउत ने भुसे पर नासिक जिले के मालेगांव में स्थित गिरणा सहकारी चीनी मिल में 178 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। उसके बाद भुसे ने राउत के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था। जमानत मिलने के बाद राउत ने मालेगांव अदालत के बाहर भुसे की आलोचना की। राउत ने कहा, ‘‘संविधान के अनुसार, मुझे चोर को चोर कहने का हक है।
मेरे खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया गया, क्योंकि मैंने मंत्री द्वारा पैसे के इस्तेमाल के बारे में सवाल किया था। हिसाब-किताब या पैसे के उपयोग के बारे में पूछने में क्या गलत है? भुसे को विवरण सामने रखना चाहिए। मैं किसी भी हालत में नहीं झुकूंगा और भ्रष्टाचार को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।’’
शरद पवार द्वारा गठित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में सत्ता संघर्ष के बारे में हाल में उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा दिये गये एक बयान के संबंध में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘‘ अजित दादा जो कहते हैं, उसकी पटकथा लिखी होती है। अजित पवार जो कहते हैं, उसकी पटकथा भारतीय जनता पार्टी लिखती है।’’

लद्दाख: आठ घंटे के भीतर दो बार भूकंप

लद्दाख: आठ घंटे के भीतर दो बार भूकंप 

इकबाल अंसारी 
लेह। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में शनिवार को आठ घंटे के भीतर दो बार कम तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, पहली बार भूकंप सुबह आठ बजकर 25 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता 3.4 मापी गई।
इसका केंद्र सतह से 10 किमी नीचे 35.44 डिग्री अक्षांश और 77.36 डिग्री देशांतर में था। जबकि, दूसरी बार भूकंप शाम चार बजकर 29 मिनट पर आया। इसकी तीव्रता 3.7 थीं और केंद्र सतह से पांच किलोमीटर की गहराई पर 35.23 अक्षांश और 77.59 डिग्री देशांतर में था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में कहीं से किसी नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।

भाजपा के साथ हाथ नहीं मिलाने का रुख स्पष्ट रहा

भाजपा के साथ हाथ नहीं मिलाने का रुख स्पष्ट रहा

मनोज सिंह ठाकुर 
पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हाथ नहीं मिलाने का उनकी पार्टी का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है और यदि इसके विपरीत कोई सुझाव आया भी, तो उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया। पवार ने यह बयान यहां संवाददाता सम्मेलन में दिया। 
उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब उनके भतीजे एवं बागी राकांपा नेता अजित पवार ने एक दिन पहले उनपर निशाना साधा था। शरद पवार ने कहा, ‘‘यदि किसी ने सुझाव दिया कि हमें अपने रुख के विपरीत भाजपा का समर्थन करना चाहिए, (तब भी) मेरे सहित पार्टी में कई लोग उस (सुझाव) से सहमत नहीं थे। भाजपा के साथ नहीं जाने का हमारा रुख बहुत स्पष्ट रहा है।’’
अजित पवार पर तंज कसते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यदि सुबह-सुबह पद की शपथ लेने वाला कोई व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि यह पार्टी की नीति है, तो उस व्यक्ति को ‘‘गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।’’
अजित पवार की इस घोषणा पर कि उनका गुट बारामती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में सुप्रिया सुले कर रही हैं। शरद पवार ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी व्यक्ति कहीं से भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है।
इस साल जुलाई में महाराष्ट्र में भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की सरकार में शामिल हुए अजित पवार गुट ने पहले भी दावा किया है कि शरद पवार भी एक समय भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने के पक्ष में थे। वर्ष 2019 में, अजित पवार ने सुबह-सुबह उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
हालांकि, बहुमत के अभाव में फडणवीस-अजित पवार सरकार चार दिनों के भीतर ही गिर गई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कर्जत में अपने गुट के एक सम्मेलन में दावा किया था कि शरद पवार के नेतृत्व वाला समूह सुलह के लिए उनसे संपर्क कर रहा था और इस उद्देश्य के लिए एक बैठक 12 अगस्त को उद्योगपति अतुल चोरडिया के पुणे स्थित आवास पर रखी गई थी। अजित पवार ने पूछा था कि यदि वरिष्ठ नेता पवार को शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने का फैसला पसंद नहीं आया, तो उन्होंने ऐसी बैठक क्यों बुलाई।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...